लखनऊ।यूपी एसटीएफ ने उ ० प्र ० पुलिस उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस एवं समकक्ष मर्ती परीक्षा- 20-2021 में कुछ परीक्षा सेन्टर के कर्मचारियों के मिली भगत से परीक्षा पास कराने वाले गिरोह का सदस्य तथा राजधानी की थाना कोतवाली हुसैनगंज के मुकदमें के वांछित पच्चीस हजार रुपए का पुरस्कार घोषित आरोपी अतुल यादव को सुल्तानपुर की कोतवाली के अंश स्वीट्स एवं रेस्टोरेन्ट अमहट से गिरफ्तार किया।
पकड़ा गया आरोपी प्रतापगढ़ के थाना – आसपुर देवसरा का रहने वाला है।एसटीएफ ने इसके पास से एक मोबाईल फोन तथा ढाई सौ रुपए नगद बरामद किया।एसटीएफ की माने तो उत्तर प्रदेश पुलिस उपनिरीक्षक एवं समकक्ष भर्ती परीक्षा 20-2021 में अभ्यर्थी रितेश यादव का सेलेक्शन हुआ था । सेलेक्शन के बाद पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड ने उसके मूल दस्तावेज को सत्यापन के लिए मांगा था।इस पर अभ्यर्थी रितेश यादव अपना मूल दस्तावेज भर्ती बोर्ड को उपलब्ध नहीं करा पाया।जिस पर उ ० प्र ० पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड ने अभ्यर्थी रितेश यादव की नियुक्ति रद्द कर दी। जिसके विरूद्ध अभ्यर्थी रितेश यादव ने उच्च न्यायालय में रिट योजित की थी । न्यायालय ने याची के रिट पर एक माह में मूल दस्तावेज उ 0 प्र 0 पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था ।लेकिन अभ्यर्थी निर्धारित समय पर अपना मूल दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाया । अभ्यर्थी रितेश यादव उत्तर प्रदेश पुलिस उपनिरीक्षक एवं समकक्ष नर्ती परीक्षा 20-2021 में परीक्षा केन्द्रों पर नियुक्त आईटी सेक्टर के कर्मचारियों के मिली भगत से परीक्षा पास कराने वाले गिरोह के सदस्य अजय चौहान एवं बी 0 के 0 सिंह के पास उसका मूल दस्तावेज है । इस गिरोह के साथ मिलकर परीक्षा पास करके रितेश यादव का परीक्षा में चयन हुआ था । जिस पर पुलिस भर्ती बोर्ड ने ग्यारह लोगो के विरूद्ध थाना हुसैनगंज में मुकदमा दर्ज कराया।इसकी विवेचना सीओ प्रमेश कुमार शुक्ल के पर्यवेक्षण में निरीक्षक संतोष कुमार सिंह ने की।इस मामले में अतुल यादव उपरोक्त वांछित चल रहा था।इसकी गिरफ्तारी पर पच्चीस हजार रुपए का पुरस्कार घोषित था । पुरस्कार घोषित अतुल यादव सुलतानपुर जिले में लुकछिप कर रह रहा है । इस पर एसटीएफ की टीम ने सुलातानपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंश स्वीट्स एवं रेस्टोरेन्ट अमहट से गिरफ्तार किया।
एसटीएफ ने बताया कि आरोपी अतुल यादव रितेश यादव उसका चचेरा मामा लगता है । रितेश यादव ने अतुल यादव से कहा था कि अजय चौहान और वी 0 के 0 सिंह तथा शशिकान्त राम आदि सचिवालय के कर्मचारी है जो सचिवालय कर्मचारी नहीं थे जो उ 0 प्र 0 पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा में परीक्षा केन्द्रों पर नियुक्त आईटी कर्मचारियों के मिली भगत से परीक्षा पास कराते है । यदि तुम भी इस परीक्षा में पास होना चाहते हो तो 15 लाख रूपये की व्यवस्था करो । इस बात पर अतुल यादव उस गिरोह से सम्पर्क करके अन्य अभ्यर्थियों से इस परीक्षा पास कराने के नाम पर पैसा इकठ्ठा करने लगा ताकि उसका पैसा बच जाय । इसी गिरोह के माध्यम से परीक्षा पास करके रितेश यादव का चयन हुआ था ।परन्तु उसका मूल दस्तावेज अजय चौहान के पास था । अतुल यादव कई अभ्यर्थियों से मोटी रकम लिया था और उसमे से इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पैसा दिया था । अतुल यादव भी अभ्यर्थी था जो इस परीक्षा में पास होने के लिए प्रयासरत था । परन्तु उसका सेन्टर अन्यत्र जहाँ इस गिरोह की सेटिंग नहीं थी पड़ने के वजह से वह परीक्षा पास नहीं हो सका ।पकड़े गए आरोपी को राजधानी के थाना हुसैनगंज में दाखिल किया गया है।गिरफ्तार करने वाली एसटीएफ टीम को इनाम मिलेगा।