लखनऊ।एक ही परिवार के 04 लोगों की निर्मम हत्या सहित लूट में जनपद उधमसिंह नगर (उत्तराखण्ड) से वांछित रू0 25 हजार का पुरस्कार घोषित आरोपी सचिन सक्सेना को एसटीएफ ने हुई एक मुठभेड़ के बाद हरदोई के थाना क्षेत्र कछौना से गिरफ्तार किया।पकड़े गये आरोपी सचिन सक्सेना के पास से STF ने 01 पिस्टल 7.65 बोर (.32 बोर) व 02 जिन्दा कारतूस व 02 मिस कारतूस तथा 01 खोखा कारतूस व रू0 270 नगद बरामद किया।पकडा गया सचिन सक्सेना लखनऊ जनपद में स्पोर्ट एकेडमी से क्रिकेट खेलना प्रारम्भ किया, कुछ दिन पश्चात अपराध करने लगा। वर्ष-2015 में लूट के मुकदमों में लखनऊ से जेल गया था। लम्बे समय जेल में रहने के उपरान्त वर्ष-2021 में उधमसिंह नगर में लूट की योजना बनायी थी। दिसम्बर 2021 में की गयी लूट की घटना में मृतक अंकित रस्तोगी ने कुछ दिन पूर्व 30 से 40 लाख रुपये लगाकर सुनार की दुकान खोली थी। रानू रस्तोगी मृतक अंकित रस्तोगी का अच्छा मित्र था, जो मृतक अंकित के घर पर भी निरंतर आता जाता रहता था। अभियुक्त रानू रस्तोगी ने कुछ दिन पूर्व ही मृतक अंकित की दोस्ती मुझसे कराई थी। मेरे द्वारा अपने दो साथी विवेक वर्मा, मुकेश वर्मा के साथ मिलकर अपराधिक षडयंत्र रचकर 28 दिसंबर को लूट व डकैती के उद्देशय से मृतक अंकित रस्तोगी व उदित रस्तोगी को बर्थ-डे सेलिब्रेट करने के बहाने घर से बाहर बुलाकर देवा नदी के किनारे ले जाकर ऑख में मिर्च पाउडर डालकर सर्जिकल ब्लेड से गला रेंतकर निर्मम हत्या कर दी। जिसके बाद इन लोगों ने लूट के उद्देशय से मृतक के घर जाकर उसकी मां आशा देवी व नानी सन्नो देवी की हसिये से गला रेंतकर हत्या कर दी और सुनार की दुकान में लॉकर खोलने व तोड़ने की भी कोशिश की, जिसमें सफल नहीं हो सके। परन्तु दुकान में रखे कैश बाक्स से रूपये लूट कर फरार हो गये थे। जिसके बाद साथी रानू रस्तोगी, विवेक वर्मा, व मुकेश वर्मा उर्फ राहुल को स्थानीय पुलिस ने पकड़ लिया तथा वहॉ से फरार होकर उत्तर प्रदेश आ गया। जिसके बाद इसके ऊपर रू0 25 हजार का पुरस्कार घोषित कर दिया गया।पकडे गए आरोपी के विरुद्ध आधा दर्जन मुकदमें दर्ज है ।