-नौ की मुठभेड़ में हुई मौत,अपराध से अर्जित 2524 करोड़ की जब्त हुई सम्पत्ति
-62 माफियाओं के विरुद्ध योजनाबद्ध तरीके से हुई कार्रवाई
लखनऊ।यूपी में माफियाओं व अपराधियों के विरूद्ध चल रही मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो – टॉलरेन्स नीति का शत प्रतिशत पालन करते हुए यूपी पुलिस ने उनके आर्थिक साम्राज्य को पूर्ण रूप से जहाँ ध्वस्त कर दिया।वही जो शेष है उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई में जुटी हुई है।एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि जीरो – टॉलरेन्स नीति का शत प्रतिशत पालन करने के लिए एण्टी माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया।डीजीपी मुख्यालय से इसमें प्रदेश भर में 62 माफियाओं को चिन्हित कर इनके खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए।उन्होंने बताया डीजीपी व शासन के निर्देश के बाद प्रदेश भर में अफसरो की जिम्मेदारी भी तय की गई।उन्होंने बताया कि इस मुहिम में अफसरों ने गवाहों को समय से सम्मन जारी कराकर न्यायालय में नियत तिथि पर प्रस्तुत कराया गया।उन्होंने बताया कि इस मुहिम में गवाहों को समुचित सुरक्षा भी यूपी पुलिस ने उपलब्ध कराते हुए पुलिस एवं अभियोजन का आपस में उच्चकोटि का समन्वय स्थापित कराया गया।
41 अपराधी न्यायालय से हुए दोषसिद्ध, दो को फांसी
एडीजी कानून व्यवस्था ने बताया कि माफियाओं के विरुद्ध होने वाली विभिन्न कार्रवाई की साप्ताहिक व मासिक समीक्षा भी डीजीपी व शासन के अफसरों द्वारा की गई।उन्होंने बताया कि इन सबका परिणाम यह रहा कि प्रदेश भर में दर्ज 21 मुकदमों में 12 माफियाओं व उनके 29 सहयोगियों में कुल 41 अपराधियों को न्ययालय से दोषसिद्ध कराया गया।इसमे दो को फांसी की सजा हुई।इसके अलावा शेष अन्य आरोपियों को को आजीवन कारावास व कठोर कारावास तथा अर्थदण्ड से दण्डित कराया गया है।
62 माफिया एवं उनके गैंग के सदस्य व सहयोगियों के खिलाफ हुई कड़ी कार्रवाई
एडीजी कानून व्यवस्था ने बताया कि प्रदेश स्तर पर 62 चिन्हित माफिया एवं उनके गैंग के सदस्य व सहयोगियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इनके द्वारा अपराध से अर्जित की गयी 2524 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति को जब्त कर।उनके अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया।उन्होंने बताया कि इन माफियाओं व उनके सहयोगियों में से 197 के विरूद्ध गुण्डा एक्ट व 405 के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट व 16 के विरूद्ध एन.एस.ए. व 282 के विरूद्ध 110-जी सीआरपीसी व 63 के विरुद्ध गैंग पंजीकरण व 70 अपराधियों को जिलाबदर एवं 24 की जमानत निरस्तीकरण तथा 311 की हिस्ट्रीशीट खोलने के साथ – साथ ही यूपी पुलिस ने 318 शस्त्र लाइसेंस को भी निरस्त करने की कार्रवाई की है।
नौ अपराधियो की मुठभेड़ में हुई मौत
एडीजी कानून व्यवस्था ने बताया कि इसके अलावा चिन्हित माफिया अपराधियों के मामलों में तत्काल चार्ज फेमिंग की कार्रवाई की जा रही है।उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में चिन्हित माफिया अपराधी मुख्तार अंसारी के सात मामलो में पुलिस ने चार्ज फेमिंग की कार्रवाई को कराया।जिससे जिससे विचारण जल्द हो सके।प्रदेश भर में अब तक माफियाओं एवं उनके सहयोगियों पर हुई कड़ी कार्रवाई में नौ अपराधियो की मुठभेड़ में मौत हो चुकी है।