बालविकास एवं पुष्टाहार विभाग:मंत्री के आदेश के बाद भी नही हटे सम्बद्ध कर्मचारी

-किरकिरी न हो इस कारण से निदेशक ने कुछ को हटाकर किया कोरम पूरा

-बिना पद के भी जमे है अपर संख्याधिकारी,कर रहे मनमानी

लखनऊ।प्रदेश के बालविकास एवं पुष्टाहार विभाग में मंत्री के आदेशों की खुलेआम निदेशक और उनके मातहत अफसरों द्वारा धज्जियां उड़ाई जा रही है।विभाग में अटैचमेंट के सहारे अपनी नौकरी चलाने वाले कर्मचारी आज भी निर्वाध रूप से काम कर रहे।इन्हे हटाने के आदेश के बाद विभाग की निदेशक ने मात्र कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों को हटाकर कागजी कोरम पूर्ण कर  इति श्री कर ली। जबकि आज भी निदेशालय में तमाम अधिकारी और कर्मचारी जमे हुए है।बतादे की प्रदेश के बाराबंकी जिले से वर्ष 2011से निदेशालय में संबध किए गए प्रधान सहायक अंकित शुक्ला आज भी निदेशालय में तैनात रहकर महत्त्वपूर्ण कार्य को अंजाम दे रहे है।जबकि प्रधान सहायक नितिन श्रीवास्तव और वरिष्ठ सहायक आलोक मिश्रा को भी नियमों के विपरीत निदेशालय में संबध किया गया और अनुभव सिंह लेखाकार लखनऊ और राजेश काके प्रधान सहायक उन्नाव भी निदेशालय में काम कर रहे है।जबकि विभाग के मंत्री ने संबध तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों को हटाने के कड़े निर्देश दिए थे।लेकिन निदेशक उनके आदेशों को मानने में शिथिलता बरत रही है।यही नही निदेशालय में तमाम संविदा कर्मियों से भी महत्वपूर्ण कार्य लिए जा रहे है।जबकि पीलू ठाकुर और अमरेश कुमार को इनके मूल तैनाती स्थल पर भेजे जाने के पूर्व में निर्देश दिए गए थे ।लेकिन यह जिले में न जाकर निदेशालय में ही महत्वपूर्ण कार्य संभाले हुए है। एकाउंट जैसे कार्यों को करने की जिमेदारी संविदा कर्मी निभा रहे है।लोगो ने अब इसको लेकर तरह तरह के सवाल उठाने शुरू कर दिए है।विभाग के जानकारों का कहना आखिर इन संबद्ध कर्मचारी को कब हटाया जाएगा।इसके आलावा जिलो के और बाबू और कर्मचारियों का निदेशाय मोह छूट नहीं रहा है,सूत्रों का मानना है कि जब तक ठोस निर्णय नहीं लिये जायेंगे तब तक यह मनमाने तरीके से अपनी तैनाती करवानें में कामयाब होतें रहेंगे।

बिना पद के जमे है अपर संख्याधिकारी

निदेशालय बालविकास एवं पुष्टाहार विभाग अपर संख्याधिकारी का एक भी पद स्वीकृत नही है लेकिन तीन अपर संख्याधिकारी सुभाष कश्यप और राजेश कुमार सोनी और अंजू तिवारी बिना पद के निदेशालय में काम कर रही है।सूत्र बताते है कि बिना पद के काम कर रहे अपर संख्याधिकारी अपने कार्यों में भी मनमानी कर रहे है।लेकिन जिम्मेदार कुछ भी बोलने को तैयार नही है।
Aaj National

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