LUCKNOW:चौदह करोड़ की भूमि पर अवैध निर्माण का सहयोग करने में नपे लेखपाल,क्लिक करें और भी खबरें

  • -प्रेम शर्मा

लखनऊ। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के निर्देशन में अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव के नेतृत्व में अतिक्रमण कर्ताओं के साथ मिलीभगत कर अवैध कार्यों में लिप्त पाए जाने पर लेखपाल के ऊपर कठोर कार्यवाही की गई और उन्हें वापस चकबंदी विभाग भेजने के आदेश जारी किए गए हैं। यह कार्रवाई लगभग 14 करोड़ की जमीन पर लेखपाल अनुपम कुमार द्वारा अधिकारियों को गुमराह करने तथा अवैध निर्माण का सहयोग करने के आरोप में की गई।

बताया गया है कि नगर निगम की जमीन ग्राम-सलेमपुर पतीरा की सीमा में स्थित मुख्य मार्ग नरौना पर नगर निगम की भूमि गाटा संख्या -660 पर सालिकराम पुत्र बलवन्त द्वारा एक मार्केट का अवैध निर्माण कराया जा रहा था। जबकि उक्त मार्केट की पूर्व में कार्यरत लेखपाल मृदुल मिश्रा द्वारा 13 सितम्बर 2023 को अवैध बन रही मार्केट का निर्माण रोककर नोटिस जारी की गयी थी। जांच में पाया गया कि वर्तमान लेखपाल अनुपम कुमार द्वारा कब्जेदारों से मिलाकर निर्माण कार्य कराया जा रहा था। नगर निगम के उच्च अधिकारियों द्वारा जांच में पाया गया कि लेखपाल अनुपम कुमार द्वारा नगर निगम भूमि की खुर्दबुर्द करने तथ्यों को छिपाकर आख्या करने एवं उच्चधिकारियों की गुमराह कर अवैध अतिक्रमण कर्ताओं के साथ दुरभि संधिकर पदीय दायित्वों का उल्लंघन किया गया है। जिसके बाद उनके विरूद्ध चकबन्दी लेखपाल सेवा नियमावली 1978 यथासंशोधित 2006 एवं कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 के सुसंगत प्रावधानों के अन्तर्गत कार्यवाही सुनिश्चित की गयी। लगभग 14 करोड़ के मूल्य की सरकारी भूमि को संरक्षित कराकर नगर निगम लखनऊ में तैनात लेखपाल अनुपम कुमार के विरूद्ध कठोर विभागीय कार्यवाही की गई।उन्हें मूल विभाग,चकबंदी विभाग में वापस किये जाने के आदेश जारी किए गए हैं।

नगर निगम मुख्यालय में औच्चक निरीक्षण में 74 कर्मचारी गायब

नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त अरविन्द कुमार राव और प्रभारी अधिकारी अधिष्ठान श्रीमती अम्बी बिष्ट के औच्चक निरीक्षण में 74 कर्मचारी गायब मिले। इन गायब कर्मचारियों का फिलहाल एक दिन का वेतन काटने के साथ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।नगर आयुक्त के निर्देश के क्रम में अरविन्द कुमार राव, अपर नगर आयुक्त एवं श्रीमती अम्बी बिष्ट, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, प्रभारी अधिकारी अधिष्ठान द्वारा प्रातः 11ः00 बजे मुख्यालय स्थित मुख्य विभाग-अधिष्ठान, आईजीआरएस सेल, मुख्य विभाग अधिष्ठान, अभियन्त्राण विभाग जोन-01, विधि विभाग, लेखा विभाग, कर विभाग, जोन-01, अभियन्त्रण विभाग (केयर टेकर), अपर नगर आयुक्त (एआर) कार्यालय, सम्पत्ति विभाग एवं रेण्ट विभाग का भौतिक रूप से निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में उक्त विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया। इस दौरान प्रातः 11ः15 बजे तक उक्त विभागों में अनुपस्थित पाए गए 74 कर्मचारियों की पंजिका में अनुपस्थिति दर्ज की गई। अनुपस्थित पाए गए कर्मचारियों द्वारा अनुपस्थिति दर्ज करते समय अथवा उसके पश्चात अपनी अनुपस्थिति के सन्दर्भ में कोई लिखित,मौखिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है।अनुपस्थित पाए गए कर्मचारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर सम्बन्धित विभागाध्यक्ष,विभागाधिकारी से स्पष्टीकरण के परीक्षणोपरान्त प्राप्त आख्या में अकारण अनुपस्थित होने का दोषी पाए जाने पर सम्बन्धित कर्मचारी का अनुपस्थित दिवस का वेतन काटे जाने हेतु नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

बच्चे की सीवर होल में गिरकर मौत

जानकीपुरम विस्तार क्षेत्र एपीजे अब्दुल कालम यूनिवर्सिटी के पास खुले सीवर होल में गिरकर एक बच्चे की मौत गई। इसकी सूचना मिलने के बाद नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह भी उक्त घटना स्थल पर पहुंचे। अग्निशमन दल, एसडीआरफ, नगर निगम की टीम और स्थानीय पुलिस की मदद से बच्चे को निकाल गया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। इस दौरान नगर आयुक्त ने सम्बंधित लोगों के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए शहर सीवर लाइन के मैनहोल तथा कई तरह के ब्यौरे तलब किये है।इस सम्बंध में फायर स्टेशन बक्शी तालाब से मिली जानकारी में बताया गया कि समय 14.53 पर अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के बगल में सिवर लाइन में एक बच्चे के डूबने की सूचना प्राप्त हुई। मौके पर तत्काल वाहन संख्या1576 प्रभारी अग्निशमन अधिकारी प्रशांत कुमार के नेतृत्व में घटनास्थल हेतु प्रस्थान हुआ। मौके पर पहुंच कर देखा गया सीवर लाइन के अंदर एक बच्चे के डूबे होने की बात स्थानीय लोगों द्वारा कही जा रही थी। अग्निशमन विभाग अपने संसाधनों के साथ बच्चे को सीवर लाइन के अंदर खोजने में लग गया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी लखनऊ एवं प्रभारी अग्निशमन अधिकारी चौक भी घटनास्थल पर उपस्थित हुए साथ ही साथ एसडीआरएफ, नगर निगम एवं स्थानीय पुलिस के सहयोग से बच्चे के मृत शरीर को निकाल लिया गया। बच्चे की पहचान शाहरुख पुत्र सैफुद्दीन ग्राम अकबरपुर थाना लहरपुर सीतापुर का निवासी के रूप में की गई।

मृतक आश्रितों को आजीवन पेंशन की मांग

नगर निगम कर्मचारी संघ ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर नगर निगम कार्मिकों आश्रितों को पूर्वानुसार आजीवन पेंशन दिये जाने की मांग दुहाराई है। इस सम्बंध में कर्मचारी संघ कई बार पत्राचार कर चुका है। संध के अनुसार सिर्फ 24 वर्ष तक आयु तक पेंशन न्यायोचित नही है।
संघ के अध्यक्ष आनंद वर्मा ने नगर आयुक्त को लिख पत्र में कहा कि नगर निगम लखनऊ के कर्मचारियों पर आश्रित तलाकशुदा, विधवा एवं अविवाहित पुत्रीयो को आजीवन पारिवारिक पेंशन प्रदान की जा रही थी। परन्तु लेखा विभाग द्वारा उस पर रोक लगाकर 25 वर्ष आयु तक पारिवारिक पेंशन दिया जाने लगा जो न्याय संगत नही है। जिनको पारिवारिक पेंशन दी जा रही थी उनकी नियमों के विपरीत पारिवारिक पेंशन रोके जाने के कारण उन विधवा, तलाकशुदा एवं अविवाहित पुत्रीयो को जीवन व्यापन करना मुश्किल हो गया है। नगर निगम कर्मचारी संघ लखनऊ के प्रतिनिधियों एवं आपके मध्य कई बार प्रकरण पर सहमति भी दी जा चुकी है परन्तु संबंधितो द्वारा आज तक आदेश निर्गत जारी न किये जाने के कारण नगर निगम कर्मचारियों पर आश्रित विधवा, तलाकशुदा एवं अविवाहित पुत्रीयो को न्याय नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में इस प्रकरण का अतिशीघ्र निस्तारण कराया जाए।

सुरेन्द्र श्रीवास्तव संरक्षक, अमित अध्यक्ष और धनन्जय महामंत्री मनोनीत

पॉच साल बाद एकजुट हुआ मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन

]पॉच साल पूर्व विद्युत सुरक्षा निदेशालय मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश दो गुट में तब्दील हो गया था। एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने लिपिक संवर्ग को एकजुट रखने के लिए कई बैठक में एक होने का संदेष दिया। आज एक बार फिर राज्य कर्मचारी महासंघ के कार्यवाहक अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव और इन्दिरा भवन जवाहर भवन महामंत्री रामकुमार धानुक और मंत्री संजय शुक्ला की उपस्थिति में दूसरे गुट की तरफ से धनन्जय सिंह ने विद्युत सुरक्षा निदेशालय मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन , उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संगठन में विलय कर दिया। उनके द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ सतीष पाण्डेय से सम्बद्धदता की घोषणा भी की गई। नई कार्यकारिणी में सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव सलाहकार, संरक्षक और अमित कुमार श्रीवास्तव अध्यक्ष और धनन्जय सिंह महामंत्री मनोनीत किये गए।बैठक में सर्वसम्मति से पवन कुमार गौड़, शैलेन्द्र अवस्थी उपाध्यक्ष, समीर त्रिपाठी संयुक्त मंत्री, विवेक गौड़ संगठन मंत्री, सिराज मोहम्मद सिद्धीकी आडीटर, सुषील कुमार श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष मनोनीत किये गए। कार्यकारिणी सदस्य के रूप में  सुषीला परिहार, राकेष पाण्डेय,  जया चौहान, संतोश कुमार,  प्रिया, दुष्यंत कुमार, पवन कुमार द्वितीय और सुनील कनौजिया को मनोनीत किया गया। उप निदेषक विद्युत सुरक्षा लखनऊ रीजन के लिए सुनील कुमार श्रीवास्तव अध्यक्ष और सत्यम वत्स मंत्री मनोनीत किए गए। इस अवसर पर महामंत्री धनन्जय सिंह ने कहा कि संरक्षक एवं सलाहकार सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव को समस्त कार्यकारिणी ने आवष्यकतानुसार विभाग, शासन में पत्राचार का अधिकार दिया है। नई कार्यकारिणी समय पर अपना चुनाव कराने के साथ मासिक बैठक के लिए कटिबद्ध रहेगी। वि द्युत सुरक्षा निदेशालय मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन ,उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ जिसके अध्यक्ष सतीष कुमार पाण्डेय, कार्यवाहक अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव और महामंत्री रामराज दुबे के प्रति आस्था रखते हुए महासंघ से सम्बद्ध रहेगा।इस अवसर पर विद्युत सुरक्षा निदेशालय चालक संघ के संरक्षक वीरेन्द्र पाण्डेय भी मौजूद थे।

भाजपा सांसद बयान को उपभोक्ता परिषद का समर्थन

भारतीय जनता पार्टी की सुल्तानपुर की सांसद मेनका गांधी  ने आज बिजली के मामले पर एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें उनके द्वारा एक किसान की कहानी बताते हुए यह कहा जा रहा है कि उनके पास एक किसान आया वह अपने घर में एक बल्ब जलाता है उसका बिजली का बिल रुपया 8000 का था वह अधिशासी अभियंता के पास गया और उसने कहा कि हमारा बिल ठीक करो नहीं तो हम माननीय सांसद जी के पास जाएंगे और 10 मिनट के अंदर अधिशासी अभियंता ने किसान का बिजली का बिल रुपया 258 कर दिया आगे उन्होंने कहा यह रोज-रोज होता है। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने सांसद मेनका गांधी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि ऐसा होता है। पहले बिल अधिका बनाकर भेज दिया जाता है फिर समझौता कर उगाही की जाती है।

श्री वर्मा ने कहाकि सांसद ने एक घटना बयान करके ओवर बिलिंग की पोल खोल दी। पूरे उत्तर प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों में लाखों विद्युत उपभोक्ता बिजली बिल गडबडी को लेकर बिजली दफ्तरों के चक्कर लगाते रहते है।कहीं मीटर रीडिंग गलत है।कहीं भार गलत है। कहीं उनका बिल गलत है। ऐसे में अब सभी बिजली कंपनियों को सांसद की इस गंभीर बात को ध्यान में रखते हुए अपने में सुधार लाना चाहिए।इससे जहां बिजली विभाग की छवि भी सुधरेगा वहीं प्रदेश के उपभोक्ताओं के साथ न्याय भी होगा। अवधेश कुमार वर्मा ने कहा आज भारतीय जनता पार्टी की माननीय सांसद मेनका संजय गांधी ने एक वीडियो ट्वीट किया बिजली बिल के मामले में वह तो एक उदाहरण मात्र है। पावर कार्पाेरेशन प्रबंधन व बिजली कंपनियों को उसे एक उदाहरण मानकर एक बडा अभियान चलाना चाहिए। पूरे प्रदेश में इस प्रकार की घटनाएं बडे पैमाने पर हो रही हैं। उपभोक्ताओं की ओवर बिलिंग कोई नई बात नहीं है। इस पर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में भी कई बार मुद्दा उठा है। प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं के बिल को पहले ज्यादा बना दो फिर उसको सही करो यह उपभोक्ताओं के शोषण का एक बडा जरिया है। उपभोक्ता चाह कर भी मुआवजा कानून का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। क्योंकि प्रदेश में मुआवजा कानून को लागू हुए एक वर्ष से ज्यादा बीत गया। लेकिन उसे सही मायने में आज तक धरातल पर नहीं उतारा गया। ऐसे में बिजली कंपनियों को अपने में सुधार लाते हुए सांसद की बातों को ध्यान देते हुए एक बडा अभियान ओवर बिलिंग पर चलना चाहिए।

पेंशनर्स महासंघ की महिला विंग का गठन

अखिल भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ महिला विंग का गठन किया गया है। फिलहाल इस गठन में तीन पदाधिकारियों को नामित किया गया है।संयुक्त पेंशनर्स कल्याण समिति उत्तर प्रदेश के पदाधिकारी ओंकार नाथ तिवारी ने बताया कि समिति के संयोजक एन.पी. त्रिपाठी द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य महिला विंग के लिए कल्पना पाठक को संयोजक,  मिथलेश सिंह को सह संयोजक और  उषा पाठक को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। यह टीम जल्द ही अपनी टीम का विस्तार करेगी।

Aaj National

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