LUCKNOW:यूपीएसआईएफएस तथा आईआईएम मुम्बई के बीच हुआ महत्वपूर्ण एमओयू

-फाइनेंशियल  एन्ड  बैंकिग फोरेन्सिक विषय  पर  दोनों संस्थान मिलकर करेगें कोर्स डिजायन,तीन माह मे शुरू होगा कोर्स : डॉ0 जी0के0 गोस्वामी

-फोरेन्सिक साइन्स को स्कील डेवलपमेन्ट से जोड़ कर किया जाएगा इंडस्ट्री क्षेत्र हेतु कार्य : निदेशक 

लखनऊ:उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट आफ फॉरेन्सिक साइन्स लखनऊ को और अधिक प्रगति देने के क्रम में यूपी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फरेंसिक साइन्स लखनऊ तथा भारतीय प्रबंध संस्थान मुम्बई बीच आज एक महत्वपूर्ण एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। यह एमओयू आज मुम्बई में निदेशक डॉ0 जी0के0 गोस्वामी तथा भारतीय प्रबंधन संस्थान {आईआईएम) मुम्बई के निदेशक  मनोज कुमार तिवारी के बीच हस्ताक्षरित किया गया। यूपीएसआईएफएस के निदेशक डॉ0 जी0के0 गोस्वामी ने बताया कि दोनों संस्थाओ द्वारा फाइनेंशियल एन्ड बैंकिग फोरेन्सिक  विषय पर उच्च स्तरीय मिलकर कोर्स डिजायन किया जायेगा। इस कोर्स से पुलिस और बैंकिग सेक्टर सहित अन्य वित्तीय संस्थानों के लोगों को भी लाभ मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि इस कोर्स को तीन माह के भीतर ही डिजायन कर धरातल पर उतार दिया जायेगा। ताकि इस एमओयू का लाभ यथाशीघ्र संस्थान एवं फाइनेंशियल विषयों से जुड़े लोगो को  प्राप्त हो सकें। इस कोर्स का प्रमुख उद्देश्य आज के परिवेश में वित्तीय क्षेत्र में दिनो दिन बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के सिस्टम को सुरक्षात्मक ढंग से विकसित कर कार्य करना है। उन्होने बताया कि टीस मुंबई के साथ भी इन विषयों पर डिप्लोमा कोर्स तैयार किया जाएगा। टीस  मुंबई के साथ भी जनवरी ही  मे  एमओयू हुआ था।डॉ0 गोस्वामी ने बताया कि एमओयू के अवसर पर दोनो संस्थानों के बीच इस विषय पर भी विशेष चर्चा हुआ कि फोरेन्सिक साइन्स को स्कील डेवलपमेन्ट से कैसे जोड़े? इसके लिए भी दोनों संस्थान इन्डस्ट्री के कार्य एवं आवश्यकता के अनुसार अपने छात्रों के लिए संयुक्त रूप से एक अलग से कोर्स डिजायन करेगे जिससे उद्योग के हिसाब से छात्र  तैयार हो सकें। उन्होने बताया कि इस अवसर पर टीस  मुंबई के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।उन्होने यह भी बताया कि इस महत्वपूर्ण  एमओयू  से दोनों संस्थाओं  के बीच विभिन्न पेशेवरों जैसे न्यायिक अधिकारियों, अभियोजकों, पुलिस अधिकारियों, फोरेंसिक विशेषज्ञों, सार्वजनिक उत्साही पहचान, मास मीडिया आदि को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ संचालन प्रबंधन, विश्लेषिकी, वित्त, विपणन, परियोजना प्रबंधन, मानव संसाधन, सूचना प्रौद्योगिकी और स्थिरता प्रबंधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कुशलता पूर्वक कार्यवृत्ति एवं प्रशिक्षण को बढ़ावा मिल सकेगा । डॉ0 गोस्वामी ने बताया कि आईआईएम, मुंबई भारत में उत्कृष्ट संस्थानों में से एक है जिसके साथ मिलकर कार्य करने में हमें आईआईएम मुम्बई के अनुभवों का लाभ हमारे छात्रों एवं शिक्षकों को मिल सकेगा। संस्थान के संकाय सदस्यों को महत्वपूर्ण सेमिनारों, सम्मेलनों और विभिन्न स्तरों पर शिक्षण के लिए भी  आमंत्रित किया जाएगा ।इस अवसर पर भारतीय प्रबंधन संस्थान {आईआईएम) मुम्बई के निदेशक मनोज कुमार तिवारी, डॉ श्रीश सांगले ,डॉ शंकर मूर्ति तथा टीस  मुंबई के प्रो अरविंद तिवारी, प्रो0 मधु सेखर सहित विभिन्न संस्थानो के पदाधिकारी उपस्थित रहे ।

Aaj National

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