लखनऊ। राजधानी में साइबर जालसाजों ने पूर्व सांसद की पत्नी समेत तीन लोगों के खाते से 9.87 लाख रुपये उड़ा लिए। पीडि़तों की तहरीर
पर गोमतीनगर, बाजारखाला व सरोजनीनगर पुलिस मुकदमा दर्ज कर साइबर क्राइम सेल की मदद से छानबीन कर रही है। गोमतीनगर के विशालखण्ड निवासी सुल्तानपुर के पूर्व सांसद जय भद्र सिंह की पत्नी आशा सिंह के मुताबिक फोन पे के जरिए जालसाज ने उनके खाते से बीते शनिवार को 8 लाख रुपये पार कर दिए। मोबाइल पर रुपये कटने का मैसेज देख उनके होश उड़ गए। वहीं बाजारखाला मोहान रोड निवासी गिरधर राय चौधरी के मुताबिक एसबीआई क्रेडिट कार्ड का भुगतान करते समय जालसाज ने 151999 उड़ा लिए। वहीं सरोजनीनगर के हाउसिंग सोसायटी निवासी धरनी धर जोशी के मुताबिक वह हाइडिल के पास स्थित केनरा बैंक के एटीएम बूथ पर रुपये निकालने गए थे। मशीन में कार्ड लगाने पर डेबिट कार्ड फंस गया। बाहर खड़े लडक़े ने कहा कि कैंसिल और क्लियर बटन एक साथ दबाएं और पिन डालकर एक्सेप्ट करें कार्ड निकल आएगा। यह करने के बाद भी कार्ड नहीं निकला। कुछ देर बाद घर आए तो देखा कि मोबाइल पर खाते से 33,600 रुपये कटने का मैसेज देखा तो उनके होश उड़ गए।
विवाहिता ने लगाई फांसी, मौत
बीबीडी थाना क्षेत्र में विवाहिता ने मकान में दुप्पटे के सहारे फांसी पर लटक गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का मौका मुआयना किया। मौके से कोई सुइसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। उधर परिजनों ने पति पर आरोप लगाते हुए बीबीडी थाने में तहरीर दी है। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद प्रभारी निरीक्षक बीबीडी अतुल कुमार सिंह के मुताबिक बलसिंह खेड़ा थाना नगराम निवासी विक्रम सिंह पुत्र हनुमान सिंह दुर्गामीलपुर कालोनी तिवारीगंज थाना बीबीडी में किराए के मकान में पत्नी कांती सिंह(25)के संग रहता है। करीब दो साल से यहीं रहकर चाय की दुकान करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा है। रविवार को विक्रम सिंह की पत्नी कांती सिंह ने किराए के मकान में लगे टीनशेड के एंगल से दुप्पटे के सहारे फांसी लगा ली। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतका का पति आशियाना थाना क्षेत्र में चाय का होटल चलाता है। मृतका के परिजनों ने पति पर आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। आरोप सही पाए जाने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
अस्पताल मालिक ने खुद को मारी गोली, ट्रामा में मौत
पारिवारिक विवाद बताई जा रही है आत्महत्या की वजह
राजधानी के ठाकुरगंज इलाके में शनिवार देर रात नोवा अस्पताल के मालिक मनीष यादव ने खुद को गोली मार लिया था। गोली लगने के बाद बुलेट सिर के आर-पार हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने उसे ट्रामा सेंटर ले गए थे, जहां रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। आत्महत्या का वजह पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है।प्रभारी निरीक्षक ठाकुरगंज विजय यादव के मुताबिक ग्राम कठौली थाना काकोरी निवासी मनीष यादव (32)पुत्र हरिशंकर यादव आम्रपाली बरावन कला थाना ठाकुरगंज में रहते थे। वह नोवा हॉस्पिटल में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे। शनिवार शाम पारिवारिक विवाद के कारण उन्होंने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। जिन्हें तुरंत ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मौके से मनीष यादव की लाइसेंसी पिस्टल बरामद कर ली है। पुलिस सभी लोगों से बयान ले रही है लेकिन अभी तक ये नहीं पता चल सका है कि अखिरकार अस्पताल के मनीष यादव ने सुसाइड क्यों किया। पूछताछ के दौरान ये भी पता चला कि चार दिन पहले ही उनकी पत्नी तबीयत खराब होने के वजह से मायके चली गई थी। परिजनों ने बताया कि मनीश ने सात साल पहले मलिहाबाद से आवास विकास कॉलोनी आ गए थे। उनकी चार साल की एक बेटी भी है। मनीष यादव के परिजनों ने बताया कि साल 2018 में डकैतों ने उनके छोटे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
Post Views: 59