डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ की एक उच्चाधिकार समिति की बैठक में आन्दोलन की घोषणा
लखनऊ । डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ लोक निर्माण विभाग द्वारा संवर्ग की लम्बित समस्याओं के निराकरण के सम्बंध में लगभग तीस बार पत्राचार किया जा चुका है। विभाग की हठधर्मिता के चलते मुख्य सचिव के स्पष्ट शासनादेश के बावजूद विभाग लम्बित समस्याओ के निराकरण के लिए नियमानुसार बैठक तक नही कर रहा है। इन तीस पत्रों में से किसी का जबाब तक देने की जहमत उच्चधिकारियों द्वारा नही उठाई गई। विभाग के आला अफसरों की नाराजगी से संवर्ग में भारी आक्रोश के देखते हुए डप्लोमा इंजीनियर्स संघ उच्चाधिकार समिति की बैठक अक्टूबर 2022 को की जा रही है। संघ द्वारा विभाग को 30 सितम्बर तक समय समस्याओं के निपटारे के लिए दिया गया है। संघ द्वारा एक अक्टूबर की बैठक में प्रान्तव्यापी आन्दोलन की घोषणा की जाएगी। यह जानकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष इं. एन.डी. द्विवेदी और महामंत्री प्रकाशचन्द्र ने संयुक्त रूप से दी।संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रवण कुमार ने बताया कि 10 जनवरी 2022 से अब तक तीस पत्रों के माध्यम से प्रमुख अभियंता,(विकास) एवं विभागाध्यक्ष, लोनिवि को संवर्ग की विभिन्न समस्याओं के निस्तारण का अनुरोध किया गया था। परन्तु दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि न तो उनके द्वारा सदस्यों की संवर्गीय समस्याओं का निस्तारण किया गया, न ही संघ के पदाधिकारियों/प्रतिनिधि मण्डल से ग्रीवांष बैठक कर समस्याओं के निस्तारण के बारे में विचार-विमर्श किया गया। परिणामस्वरूप संवर्ग की विभिन्न समस्यायें लम्बित होती जा रही है। जबकि मुख्य सचिव , उ.प.शासन के द्वारा समय-समय पर सैकड़ों शासनादेश निर्गत दिये गये हैं जिसमें संघ के प्रतिनिधि मण्डल से वार्ता कर समस्याओं के निस्तारण हेतु निर्देष दिये गये है। विभागाध्यक्ष द्वारा मुख्य सचिव द्वारा निर्गत शासनादेशों की उपेक्षा किये जाने से प्रदेश के डिप्लोमा इंजीनियर्स संवर्ग में व्यापक आक्रोष व्याप्त है। संघ की मुख्यमांगो के सन्दर्भ में उन्होंने बताया कि स्थानांतरण नीति 2022-23 के प्रस्तर-5 एवं 12 के विपरीत किये गये अवर अभियंताओं के स्थानांतरण को तत्काल निरस्त किया जाये। चयन वर्श 2022-23 हेतु अवर अभियंता सिविल, प्राविधिक, विद्युतयॉत्रिक से सहायक अभियंता सिविल, वि.यॉ की पदोन्नति के सम्बन्ध में अधियाचन तत्काल षासन को प्रेशित कर पदोन्नति प्रक्रिया सम्पन्न करायी जाये। ऑन लाइन आगणन तैयार करने हेतु निर्मित स्टीमेटर को प्रथमतः पूर्ण सक्षम बनाया जाय। तब तक पूर्व की ऑफ लाइन व्यवस्था के अनुसार आगणन गठित कराया जाय। जिन प्रकरणों में जॉच आख्या परिवाद वर्ग को प्राप्त हो चुकी है उनका निस्तारण तत्काल कराया जाये। प्रारम्भिक स्तर पर पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने के उपरान्त ही जॉच संस्थित की जाये। जिन प्रकरणों में आरोप तय नही हो पा रहे हैे उनको समाप्त किया जाये।अवर अभियंता सिविल,विद्युत, यॉत्रिक,प्राविधिक के स्थाईकरण के लम्बित प्रकरणों का निस्तारण तत्काल कराया जाये। ज्येष्ठता सूची निर्गत की जाये।