सरकारी_गतिविधियाँ:AKTU में हुआ गौ ऐप का डेमो,बना हाइड्रोजन,क्लिक कर देखें और भी खबरें

गौमूत्र से बनाया गया हाइड्रोजन,गौ ऐप में फेस बायोमेट्रिक की तरह गायों के चेहरे से होगी उनकी पहचान

लखनऊ । डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में शुक्रवार को गौ ऐप और गौमूत्र से हाइड्रोजन और फिर बिजली बनाने का डेमो दिया गया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने ऐप को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड भी किया। साथ ही परिसर में मौजूद एक गाय का चेहरा ऐप में फीड कर खुद भी डेमो किया। आने वाले दिनों में यह ऐप गायों को पहचान देगा। इस ऐप में गायों की पूरी कुंडली रहेगी। वहीं, गौ मूत्र का इस्तेमाल हाइड्रोजन और फिर बिजली बनाने में किया जा सकेगा। गाय आधारित उन्नति यानी गौ ऐप को कुलपति प्रो प्रदीप कुमार मिश्र और आईआईएम अहमदाबाद के प्रो अमित गर्ग के मार्गदर्शन में इंडियन बायोगैस एसोसिएशन व टेक मशिनरी लैब ने मिलकर बनाया है। कान्हा उपवन की कुछ गायों का डाटा इस ऐप में दर्ज है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विशेष सचिव शहरी विकास डॉ राजेंद्र पेंसिया ने गाय आधारित पूरी अर्थव्यवस्था पर प्रकाश डाला।  इस मौके पर बतौर विशिष्ट अतिथि बोलते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अपर्णा बिष्ट यादव ने वर्तमान में गायों की दशा पर चिंता जाहिर की। कहा कि कभी माता के रूप में पूजी जाने वाली गाय आज पन्नी खाकर मर रही हैं। इस स्थिति को बदलने की जरूरत है। हमें अपनी संस्कृति की ओर लौटना पड़ेगा। उन्होंने गौ ऐप और गौमूत्र से हाइड्रोजन बनाने को काफी सराहा। इस तकनीक को अपने गौशाला में भी लगाने की इच्छा जाहिर की। गौ सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो गुरू प्रसाद सिंह ने कहा कि विश्व के लिए गाय चिंतन का विषय है तो भारत के लिए चिंता का। हमने गायों को जिस तरह से बेसहारा किया है वह बेहद शर्मनाक है। इससे न केवल हमारी संस्कृति और परंपरा प्रभावित हुई है बल्कि पर्यावरण को काफी नुकसान हुआ है। अतिथियों का स्वागत करते हुए कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने गौ ऐप को बनाने की जरूरत क्यों पड़ी इस पर प्रकाश डाला। इंडियन बायोगैस एसोसिएशन के चेयरमैन गौरव केडिया ने गौ ऐप और गौमूत्र से हाइड्रोजन बनाने की विधि पर विस्तार से चर्चा की। बताया कि आने वाले समय में इस ऐप वृहद स्तर लाने की योजना है। इस मौके पर उपकुलसचिव डॉ आरके सिंह, डॉ0 एआर शुक्ला, असीम कुमार, इंद्रजीत सिंह, वेद प्रकाश जायसवाल, राधेश्याम, संदीप द्विवेदी, अमिनव वर्मा, आरबी सिंह, रितेश सक्सेना सहित अन्य लोग मौजूद रहे। संचालन वंदना शर्मा ने किया, जबकि धन्यवाद महीप सिंह ने दिया।इंडियन बायोगैस एसोसिएशन के सहयोग से टेक मशिनरी लैब के निशांत कृष्णा और उनकी टीम ने मिलकर गौ ऐप बनाया है। ऐप और गोमूत्र से हाइड्रोजन बनाने का डेमो गौरव केडिया और डॉ0 रोहित श्रीवास्तव ने दिया। इंडियन बायो गैस एसोसिएशन के चेयरमैन गौरव केडिया का कहना है कि उर्जा के स्रोत खत्म हो रहे हैं ऐसे में जरूरी है कि ऊर्जा के लिए नये विकल्प की तलाश की जाए। इसी को ध्यान में रखते हुए हम गौ मूत्र से बायो हाइड्रोजन बनाने का प्रयास कर रहे हैं। आईआईएम अहमदाबाद के अमित गर्ग भी इस नई पहल में अपना योगदान दे रहे हैं। इस ऐप का एक फायदा ये भी होगा कि लोग अपने पालतू जानवरों को बेसहारा नहीं छोड़ पायेंगे। क्योंकि इस ऐप में पशुओं का पूरा ब्योरा फोटो के साथ डालने के सुविधा होगी। इसके बाद दोबारा ऐप पर पशुओं की फोटो डालने पर पता चल जाएगा कि उक्त पशु का मालिक कौन है।

पर्यटन मंत्री की अध्यक्षता में हुई संत कबीर अकादमी कार्यकारिणी की बैठक

पर्यटन संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज संत कबीर अकादमी की कार्यकारिणी की बैठक पर्यटन भवन में की। बैठक में अकादमी के अब तक कराए गए कार्यों और कार्यक्रमों के साथ कार्यक्रमों और कार्यवाहियों का अनुमोदन प्राप्त किया गया। जयवीर सिंह ने पदाधिकारियों और सदस्यों के सुझाव सुने और अकादमी के उद्देश्यों के अनुरूप सभी सुझावों के साथ अकादमी के कार्यों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।बैठक में प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम, विशेष सचिव संस्कृति और अकादमी के निदेशक आनंद कुमार, कार्यकारिणी सदस्य संत कबीर समाधि स्थल मगहर के महंत विचार दास, वरिष्ठ नाट्य लेखक, निर्देशक जितेंद्र मित्तल, गायक हरिप्रसाद सिंह, राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर विनोद चौधरी, लोकायन संस्थान राजस्थान से गोपाल सिंह चौहान, संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक तुहिन द्विवेदी, अकादमी के कोषाध्यक्ष अनिल कुमार खरे, अकादमी के प्रबंध सलाहकार आशुतोष द्विवेदी आदि उपस्थित रहे।

कायाकल्प: इटावा क्षेत्र के औरैया बस स्टेशन और कार्यशाला का सुन्दरीकरण

परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह के निर्देशों के अनुपालन में इटावा क्षेत्र के अन्तर्गत औरैया का एकमात्र डिपो,औरैया में स्थापित है। औरैया डिपो में मात्र 13 बसों के संचालन के साथ डिपो की स्थापना की गयी।  डिपो, बस स्टेशन परिसर में यात्रियों के सुविधार्थ पूछताछ काउन्टर पीआईएस सिस्टम पूर्ण रूप क्रियान्वित है,जिससे यात्रियों के वाहनों के आवागमन एवं सडक सुरक्षा के संबंध में अवगत कराया जाता है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के एमडी संजय कुमार ने बताया कि यात्री शेड में कोटा स्टोन लगाते हुए सीसी की नई बेंच स्थापित की गई है जहाँ यात्रियों के बैठने की सुविधार्थ चेअर, वाटर कूलर लगवाया गया है,जबकि सादे पानी की भी अलग से व्यवस्था है। डिपो बस स्टेशन परिसर में प्रकाश की उत्तम ब्यवस्था, सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे,बस स्टेशन पर बुकिंग काउन्टर को सुव्यवस्थित रूप से संचालित किया जा रहा है।एमडी परिवहन निगम ने बताया कि पूर्व में बस स्टेशन डिपो परिसर में ही सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक के लिये प्लाईवुड,लकड़ी से निर्मित कक्ष, कर्मचारियों हेतु टीम के कमरे एवं डिपो का स्टोर भी निर्मित था. जिस कारण शेडो में स्थान की अत्यन्त कमी होने के कारण बसों का रखरखाव करने में अत्यन्त कठिनाई होती थी. वर्तमान में कर्मचारियों हेतु  कमरें पेन्ट कराकर कार्यशाला के पीछे की तरफ एक सीध में लगा दिये गये है तथा सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक हेतु नये कक्ष शौचालय सहित का निर्माण कराया गया है।डिपो कार्यशाला परिसर के फर्श को उच्चीकृत कराते हुये सीसी पेबर इण्टरलोकिंग टायल्स लगाया गया है। शौचालय, बसों की धुलाई हेतु प्लेटफार्म का निर्माण किया गया है। डिपो के कार्मिकों की सुरक्षा हेतु क्षति ग्रस्त टीन शेड की मरम्मत करायी गयी है, डिपो के कार्मिकों हेतु पुरुष एवं महिला यूरिनल, पानी की व्यवस्था, डिपो परिसर में निर्मित भवन की रंगाई-पुताई , डिपो परिसर में परिवहन निगम एवं नगर पालिका के संयुक्त प्रयास से डस्टबिन लगवाये गये। संजय कुमार ने बताया कि इन कार्यों से बस स्टेशन परिसर में साफ सफाई की ब्यवस्था अच्छी है एवं यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है।

कुकरैल जू एवं नाइट सफारी के स्थापना का कार्य शुरू करने का फरमान

प्रदेश के पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अरूण कुमार सक्सेना ने कहा कि वर्ष 2023 के अंत तक कुकरैल जू एवं नाइट सफारी की स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और लखनऊ चिड़ियाघर का अगला स्थापना दिवस कुकरैल में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है इसलिए कुकरैल जू एवं नाइट सफारी के स्थापना का कार्य यथाशीघ्र शुरू कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि कुकरैल जू एवं नाइट सफारी के डिजिटल सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है। माह फरवरी के अंत तक कैंप स्ट्रक्चर एवं वॉर रूम के कार्य को पूरा कर लिया जाये। उन्होंने कहा कि इस संबंध में होने वाली आगामी समीक्षा बैठक वॉर रूम में ही की जायेगी।श्री सक्सेना ने यह निर्देश पारिजात सभागार में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान दिए। उन्होंने ओडीओपी स्कीम की तर्ज पर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में वन डिस्ट्रिक्ट-वन वेटलैंड का प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश सभी प्रभागीय वनाधिकारी को दिये। प्रत्येक जनपद में वेटलैंड को ईको-टूरिज्म के तहत विकसित किया जाये। अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि बंदरों की सुरक्षा के लिए एक अलग से रेस्क्यू सेंटर की स्थापना कराई जाये। वृक्षारोपण अभियान के दौरान रोपित पौधों में से यदि कोई पौधा सूख गया है तो उसके स्थान पर तत्काल पौधरोपण कराया जाये। इसकी थर्ड पार्टी से मॉनीटरिंग भी कराई जायेगी। लापरवाही पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध सख्त कदम उठाये जायेंगे। विकास कार्याें के लिए दी जाने वाली एनओसी को समय से निर्गत किया जाये । इसमें लापरवाही अथवा विलंब नहीं होनी चाहिए।श्री सक्सेना ने बैठक में पौधशाला प्रबंधन में अबतक की जनपदवार प्रगति की समीक्षा की। ग्राम पंचायतों में ग्राम नर्सरी स्थापित कराये जाने के निर्देश दिए। वन ट्रिलियन इकॉनामी के संबंध में वन विभाग को दिये गये दस हजार करोड़ के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु उत्तर प्रदेश में काष्ठ आधारित उद्योगों की स्थापना हेतु जनपदवार लक्ष्यों को निर्धारण करने के निर्देश दिए गए। साथ ही काष्ठ कला बोर्ड की स्थापना के संबंध में चर्चा की गई। उन्होंने शासन स्तर पर लंबित प्रकरणों को तत्काल निस्तारित करने के निर्देश दिए। साथ ही बरेली में जू स्थापना के प्रगति से अवगत हुए। सांडी नवाबगंज समसपुर पक्षीविहार, सारनाथ डियर पार्क, इन्दिरा गंधी वनस्पति उद्यान, रायबरेली के बेहतर प्रबंधन हेतु सोसायटी ट्रस्ट के गठन का प्रस्ताव यथाशीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने वन अग्नि व वन्य जीव एवं मानव संघर्ष की रोकथाम हेतु विभाग द्वारा उठाये जा रहे कदमों की समीक्षा की। बर्ड फेस्टिवल आयोजित किये जाने के संबंध में जानकारी प्राप्त की एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।समीक्षा बैठक के दौरान पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान राज्यमंत्री केपी मलिक, अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान मनोज सिंह सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे तथा प्रदेश के प्रभागीय वनाधिकारी वर्चुअल रूप से जुड़े थे।

खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री आज बस्ती में

उत्तर प्रदेश के खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री सतीश चन्द्र शर्मा कल 10 दिसम्बर को बस्ती के एक दिवसीय भ्रमण पर जा रहे हैं। राज्यमंत्री बस्ती के विकास खण्ड बहादुरपुर में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करेंगे। इसके पश्चात् मंत्री जनपद बस्ती में धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे और किसानों के साथ संवाद करेंगे।इसके उपरांत खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री जनपद बस्ती के विकास खण्ड-बहादुरपुर में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।

सीधे किसानों से की जा रही धान की खरीद,अब तक हुई 18.44 लाख मीट्रिक टन खरीद

 सरकार द्वारा किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के उद्देश्य से न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अन्तर्गत खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में सीधे किसानों से धान की खरीद की जा रही है। धान बिक्री हेतु किसानों को खाद्य विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य है। न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना का लाभ वास्तविक किसानों को ही दिलाने हेतु पारदर्शी ऑनलाइन खरीद की व्यवस्था की गयी है। विभिन्न क्रय केन्द्रों के माध्यम से अब तक 18.44 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीदा गया है।खाद्य एवं रसद द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार इस योजना के अन्तर्गत खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में अब तक 285940 किसानों का लाभान्वित करते हुए 2981.188 करोड़ रूपये का भुगतान उनके खातों में किया गया है।

कृषि नुकसान से बचने के लिए किसान कराए बीमा-शाही

जागरूकता के अभाव में किसानों द्वारा अपनी फसलों का बीमा नहीं कराया जाता जिस कारण आपदा के समय में उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है, इसलिए प्रत्येक किसान को चाहिए कि वह अपने नुकसान की क्षतिपूर्ति प्राप्त करने के लिए अपनी फसलों का बीमा अवश्य करवाएं। यह बात आज प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि निदेशालय में आयोजित राज्य स्तरीय फसल बीमा जागरूकता कार्यक्रम के दौरान उपस्थित किसानों से कही। उन्होंने फसल बीमा के अंतर्गत सर्वाधिक क्षतिपूर्ति प्राप्त करने वाले किसानों को भी सम्मानित किया।कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि भारत सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर किसानों को फसल बीमा के प्रति जागरूक कराने के लिए 01 से 07 दिसम्बर तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सप्ताह मनाया गया है। उत्तर प्रदेश में भी किसानों को जागरूक करने का कार्यक्रम व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रदेश में पूरे दिसंबर माह चलेगा। श्री शाही ने कहा कि कृषक द्वारा खरीफ मौसम के लिए 31 जुलाई तथा रबी मौसम के लिए 31 दिसंबर तक अपनी फसलों का बीमा कराया जा सकता है।उन्होंने कहा कि कृषकों द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर खरीफ में धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, उर्द, मूंग, अरहर, मूँगफली, सोयाबीन व तिल तथा रबी में गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, लाही-सरसों, अलसी व आलू का बीमा कराया जा सकता है। फसलों हेतु कृषक द्वारा वहन किये जाने वाले प्रीमियम दर को खरीफ में बीमित राशि के 2 प्रतिशत, रबी में बीमित राशि के 15 प्रतिशत तथा खरीफ रबी की वार्षिक नगदी फसल हेतु बीमित राशि के 5 प्रतिशत की अधिकतम दर तक सीमित रखा गया है। कृषक अंश के अतिरिक्त प्रीमियम की धनराशि को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा बराबर-बराबर वहन किया जायेगा, परन्तु प्रीमियम दर सिंचित क्षेत्र के लिए 25 प्रतिशत तथा असिंचित क्षेत्र के लिए 30 प्रतिशत से अधिक निर्धारित होने की दशा में अन्तर की बढ़ी हुई सम्पूर्ण धनराशि को राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा।श्री शाही ने कहा कि आपदा के समय कृषकों की आय को स्थिर रखने एवं कृषकों की आय दुगुनी करने की दिशा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक महत्वपूर्ण स्तम्भ है। यह कृषकों को किसी भी प्रकार की दैवीय आपदा के विरुद्ध उनकी अधिसूचित फसलों को बीमा कवर प्रदान करते हुए वित्तीय सहायता प्रदान करती है और उन्हें कृषि क्षेत्र में नवीन तकनीक, आधुनिक संसाधन एवं उन्नत किस्म के बीजों का उपयोग कर उत्पादन को बढ़ाये जाने हेतु प्रोत्साहित करती है। इस प्रकार बीमित कृषक न केवल अपनी आय में वृद्धि करता है बल्कि प्रदेश एवं देश की खाद्यान्न सुरक्षा में अपने योगदन की प्रमुखता को बनाये रखता है। इसलिए प्रदेश के सभी कृषकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ उठाना चाहिए।इस दौरान कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना के अंतर्गत बीमा का सर्वाधिक लाभ उठाने वाले कृषकों को भी सम्मानित किया गया। रबी मौसम 2021-22 में सर्वाधिक क्षतिपूर्ति प्राप्त करने वाले किसानों में फर्रुखाबाद के किसान धर्मेंद्र विक्रम सिंह 3.48 लाख सहित ललितपुर के नाथूराम, फर्रुखाबाद के राम प्रकाश सिंह, पीलीभीत के गुरमीत सिंह, बाराबंकी के लाल बहादुर तथा सतनलाल लखनऊ की किसान फूलमती को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि मंत्री द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उद्यान मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह, कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी, कृषि निदेशक विवेक कुमार सहित कृषि विभाग के अनेक उच्च अधिकारी शामिल हुए।

गोण्डा में कॉमन सर्विस सेन्टर के निर्माण कार्य हेतु 13.07 लाख रूपये अवमुक्त

उत्तर प्रदेश सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद गोण्डा के बभनजोत में कॉमन सर्विस सेन्टर के निर्माण कार्य हेतु 13.07 लाख रूपये अवमुक्त किये हैं। अवमुक्त की गई धनराशि निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ अनुभाग को उपलब्ध करा दी गई है।इस सम्बंध में अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग ने आवश्यक शासनादेश जारी कर दिये हैं। शासनादेश में निर्देश दिये गये हैं कि अवमुक्त धनराशि निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण द्वारा सम्बंधित कार्यदायी संस्था को हस्तान्तरित की जायेगी।

इटावा में राजकीय इण्टर कॉलेज  हेतु 83.453 लाख रूपये अवमुक्त

सरकार ने प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद इटावा के नगर पालिका परिषद में राजकीय इण्टर कॉलेज के निर्माण कार्य हेतु प्रथम किश्त के रूप में 83.453 लाख रूपये अवमुक्त किये हैं। चालू वित्तीय वर्ष के लिए अवमुक्त की गई यह धनराशि निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग को उपलब्ध करा दी गई है।अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग ने इस सम्बंध में आवश्यक आदेश जारी कर दिये हैं। आदेशानुसार निर्माण कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व विस्तृत आगणन तैयार कर सक्षम स्तर की स्वीकृति प्राप्त करने के साथ-साथ व्यवस्थानुसार प्रयोजन पर सक्षम स्तर से तकनीकी  स्वीकृति प्राप्त करने के पश्चात ही कार्य प्रारम्भ किया जायेगा तथा अवमुक्त धनराशि को किसी अन्य मद में व्यय नहीं किया जायेगा।

आस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमण्डल ने जलशक्ति मंत्री से की मुलाकात

जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के गोमतीनगर स्थित कार्यालय में आस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि मण्डल से मुलाकात की। करीब एक घंटे तक चली बैठक में उन्होंने उत्तर प्रदेश में आस्ट्रेलियाई निवेश की संभावनाओं को परखा। स्वतंत्र देव सिंह ने आस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमण्डल के साथ स्वास्थ्य, जल संरक्षण, जल संवर्धन, इंफ्रास्ट्रक्चर और कृषि के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को बढ़ाने पर विचार-विमर्श भी किया।जलशक्ति मंत्री ने आस्ट्रेलियाई एम्बेसी की डिप्टी हाई कमिशनर सराह स्त्रो के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात की। स्वतंत्र देव सिंह ने योगी सरकार द्वारा जल संसाधन, कृषि, शिक्षा, इंफ्रास्टक्चर, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था और आईटी सेक्टर में लगातार हो रहे सुधार,उपलब्धियों और परिवर्तनों की आस्ट्रेलियाई दल से चर्चा की। जल शक्ति मंत्री ने आस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि मण्डल से कहा कि उत्तर प्रदेश निवेश के लिए सबसे सुरक्षित है। योगी सरकार की नीतियों से यूपी देश की बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। अपराध, भ्रष्टाचार के लिए प्रदेश में कोई जगह ही नहीं है। प्रदेश सरकार निवेशकों को सुरक्षा और सहयोग की भी पूरी गारंटी दे रही है। उन्होंने प्रतिनिधि मण्डल को बताया कि यूपी में शिक्षा के स्तर में बड़े सुधार हुए हैं, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने पर भी लगातार काम हो रहा है।

Aaj National

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