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LUCKNOW:भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा: मनोहर लाल,क्लिक करें और भी खबरें

-अयोध्या के बाद अन्य 16 नगरों को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जायेगा

  • REPORT BY:PREM SHARMA ||AAJNATIONAL NEWS DEASK

लखनऊ। केन्द्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने उप्र में पहली बार आयोजित डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटी मीट (डीयूएम) 2024 के 8वंे वार्षिक सम्मेलन का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। उन्होंने विद्युत क्षेत्र में नई तकनीक और नवाचार को लेकर उद्यमियों द्वारा लगाई गयी प्रदर्शनी का भी फीता काटकर उद्घाटन किया और प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा उद्यमियों से उनके उत्पाद से संबंधित नई तकनीकियों की जानकारी भी ली। इस संबंध में देशभर से आये ऊर्जा क्षेत्र के प्रतिनिधियांे, केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय व प्रदेश के विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा विद्युत वितरण व्यवस्था को बेहतर बनाने, विद्युत उत्पादन, स्टोरेज, उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति, लाइनलास को कम करने तथा विभिन्न योजनाओं आदि के क्रियान्वयन को लेकर विस्तृत विचार विमर्श किया गया।
केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री ने गुरूवार को लखनऊ के द सेन्ट्रम में आयोजित डीयूएम 2024 सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। सभी विद्युत कम्पनियों को इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए समन्वय बनाकर उत्पादन, वितरण के लिए कार्य करें, जिससे विद्युत उपभोक्ताओं पर न ज्यादा बोझ पड़े और न ही कम्पनियों को घाटा हो। हमें देश में विद्युत उत्पादन को बढ़ाना भी है साथ ही पूरे देश में सभी क्षेत्रों को ऊर्जा सुलभ हो, इसके लिए भी कार्य करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश अपनी ऊर्जा जरूरतों को सकुशल पूरा कर रहा है बल्कि आने वाले समय में अपने पड़ोसी देशों को भी विद्युत आपूर्ति करने में सक्षम होगा। उन्होंने लाइन हानियों को कम करने पर जोर दिया और कहा कि कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए हरित ऊर्जा व सौर ऊर्जा पर अधिक ध्यान केन्द्रित किया जाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में देश में 250 गीगावाट विद्युत की मांग है, जो कि लगातार बढ़ रही है। उन्होंने राज्यों में भी परमाणु आधारित बिजली संयंत्रों की स्थापना पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा। वर्ष 2032 तक इसके 08 गीगावाट से बढ़कर 20 गीगावाट तक उत्पादन होने लगेगी। भारत सरकार 2030 तक 500 गीगावाट गैर जीवश्म ईधन से बिजली प्राप्त करने पर भी कार्य कर रही है।
केन्द्रीय मंत्री ने कार्यक्रम के पश्चात मीडिया प्रतिनिधियों को जानकारी दी कि देश के सभी राज्यों में ऊर्जा और शहरी विकास से संबंधित विभिन्न कार्यों, संचालित योजनाओं की प्रगति व इसमें आ रही कठिनाइयों की जाकर समीक्षा की तथा नई योजनाओं व मुद्दों के संबंध में भी चर्चा की। उप्र में भी 13 व 14 नवम्बर को दो दिवसीय दौरे पर प्रदेश के ऊर्जा व नगर विकास के कार्यों की समीक्षा की तथा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में देशभर में बहुत से कार्य किये जा रहे हैं। आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे देश का लाइनलास 2020-21 में जो 27 प्रतिशत था वह अब घटकर साढ़े सोलह प्रतिशत हो गया है। जबकि देशभर का औसत लाइनलास 15 प्रतिशत है। इसीलिए प्रदेश में भी लाइनलास को कम करने व उपभोक्ताओं की समस्याओं के त्वरित समाधान पर जोर दिया गया है। प्रत्येक राज्य में उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे। प्रथम चरण का कार्य 31 मार्च, 2025 तक में पूरा किया जाना है। प्रदेश में भी सबसे पहले सरकारी कार्यालयों, सरकारी कालोनियों व सरकारी कर्मचारियों के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का सुझाव दिया गया है। इसी प्रकार नगर विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, सिटी ट्रांसपोर्ट, स्वनिधि योजना, ई-बस सेवा को लेकर चर्चा हुई।
प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कहा कि विद्युत व्यवस्था की बेहतरी के लिए तकनीकी का अधिकतम प्रयोग किया जा रहा है। प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों को 18 घंटे से अधिक विद्युत आपूर्ति दी जा रही है। प्रदेश को 24 घंटे आपूर्ति देने के लिए घाटे को कम करना होगा, जिसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में सर्वाधिक 30,618 मेगावाट विद्युत आपूर्ति देने वाला राज्य बना है। उन्होंने कहा कि अयोध्या शहर को देश की पहली सोलर सिटी के रूप में विकसित किया गया है। यहां पर 40 मेगावाट का सोलर प्लांट भी लगाया गया है। साथ ही स्ट्रीट लाइट, हाईमास्ट, सरयू में बोट आदि भी सोलर से संचालित हैं। प्रदेश के अन्य 16 नगरों को भी आगे सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। तकनीकी आधारित बिलिंग का भी सिस्टम बनाया जा रहा है। साथ ही सभी बैलेंस सीट भी तैयार की जा रही है, जिससे प्रदेश की विद्युत आपूर्ति को बढ़ाने में सुविधा होगी।नियामक आयोग के अध्यक्ष अरविन्द कुमार ने कहा कि प्रदेश में पावर कास्ट को कम करना सबसे बड़ा चौलेंज है। प्रदेश के 3.45 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं को भी विद्युत देना है। इसके लिए आपूर्ति और मांग का सही डाटा होना जरूरी है। यूपीपीसीएल के चेयरमैन आशीष गोयल ने कहा कि सभी डिस्काम को घाटे से उबारने के लिए कार्य किया जायेगा, जिससे लोगों को 24 घंटे बिजली मिल सके। विद्युत वितरण और लाइन हानियों को कम करने में आधुनिक तकनीकी का अधिक से अधिक उपयोग किया जायेगा। कार्यक्रम में नगर विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरू, प्रबंध निदेशक ट्रांसमिशन एवं पारेसण श्री रणवीर प्रसाद, प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल पंकज कुमार, निदेशक नेडा अनुपम शुक्ला, केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारी अन्य राज्यों के ऊर्जा विभाग के अधिकारी, नियामक आयोग के सदस्य, बिजली कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।
डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटी मीट 2024 जो आज लखनऊ के एक पांच सितारा होटल में आयोजित होकर कल तक चलेगी उसमें 75 प्रतिसत स्मार्ट प्रीपेड मीटर निर्माता कंपनियां का कब्जा क्या वह माहौल बनाकर उत्तर प्रदेश में लगाना चाहती है घटिया मीटर पावर कॉरपोरेशन होस्ट की भूमिका में। इस पर उपभोक्ता परिषद चौकन्ना

उपभोक्ता परिषद ने डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटी मीट पर उठाए सवाल
कम्पनियॉ महौल बनाकर नही सप्लाई कर पाएगी घटिया मीटर: अवधेश वर्मा

इंडिया स्मार्ट ग्रिड फोरम की तरफ से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आठवीं डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटी मीट 2024 जो 5 सितारा होटल में आयोजित की गई। जिसका होस्ट पावर कॉरपोरेशन था। मीट में देश की 75 प्रतिसत स्मार्ट प्रीपेड मीटर निर्माता कंपनियों ने भाग लिया। अपने स्टाल लगाए निश्चित ही आयोजन में करोडों खर्च हो रहा है। यहां पर जो स्टाल् लगे हैं। इनमें छोटे स्टाल स्मार्ट प्रीपेड मीटर निर्माता कंपनियों ने 3 लाख में और बडे स्टॉल 6 लाख में 2 दिन के लिए बुक कराया है। राजधानी लखनऊ में एक फाइव स्टार सेंट्रम होटल में आयोजित इस मीट में ज्यादातर देश के स्मार्ट मीटर प्रीपेड मीटर निर्माता कंपनी बढ-चढकर भाग ले रहे हैं। यह मीट 2 दिन तक चलेगी। जहा आज रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा। सबसे बडा सवाल या उठता है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी में स्मार्ट प्रीपेड मीटर निर्माता कंपनियां इस मीट के माध्यम से क्या कोई ऐसा माहौल स्थापित करना चाहती है। जिसमें उनके घटिया मीटर भी आसानी से उत्तर प्रदेश के उपभोक्ताओं के परिसर पर लग जाए। लेकिन ऐसा कतई होने वाला नहीं है। उपभोक्ता परिषद ने मीट के आयोजन पर बडा सवाल उठाते हुए कहाकि इस मीट में देश के अनेकों राज्यों के डिस्काम के मुखिया भाग ले रहे हैं। देश के निजी घराने भाग ले रहे हैं। जिसमें केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सहित उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने भी भाग लिया विद्युत नियामक आयोग सहित पावर कॉरपोरेशन के मुखिया ने भी भाग लिया। सबने अपने-अपने स्तर से सुधार की बातें की लेकिन उपभोक्ताओं के मन मे भ्रम पैदा होना स्वाभाविक है। क्योंकि इस पूरी मीट से प्रदेश का उपभोक्ता किसान आम जनता नदारत रहे।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा पावर कॉरपोरेशन व कोई देश का निजी घराना कोई भी मीट आयोजित करें उस पर करोड़ो खर्च करें उसे उपभोक्ताओं को कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन उसके खर्च की भरपाई उपभोक्ताओं के टैरिफ से नहीं होनी चाहिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर की क्वालिटी अच्छी है तो स्वागत है। लेकिन अगर घटिया क्वालिटी माहौल बनाकर उपभोक्ताओं के परिसर पर लगाने की योजना है तो वह कतई उत्तर प्रदेश में सफल नहीं होने वाली है। सबसे पहले केंद्रीय पावर सेक्टर के उच्च अधिकारियों व ऊर्जा मंत्री को यह बात स्पष्ट करना चाहिए कि जब विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 47(5) में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का अधिकार वैकल्पिक है तो सभी उपभोक्ताओं के यहां अनिवार्य रूप से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का माहौल क्यों बनाया जा रहा है। इसके पहले एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश में 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का भारी भरकम ठेका लिया लेकिन आधे रास्ते से वह गायब क्यों हो गई। उत्तर प्रदेश में पुरानी तकनीकी के 12 लाख स्मार्ट मीटर का खामियाजा आज भी प्रदेश के उपभोक्ता भुगत रहे हैं। उस पर आज इस मीट में कोई बात नहीं हुई कि इसकी तकनीकी को अपग्रेड किया जाए केवल देश के निजी घराना को बढावा देकर ऊर्जा सेक्टर का उद्धार बिल्कुल नहीं हो सकता यह बात बिजली कंपनियों का डिस्काउंट को समझना होगा।

समाघान दिवस पर 18 आपत्तियों का निस्तारण

नगर में स्थित भवनों के जी.आई.एस. सर्वे में किए गए कर निर्धारण के विरुद्ध आपत्तियों के निराकरण हेतु 14 नवम्बर को जी.आई.एस. समाधान दिवस का आयोजन लखनऊ नगर निगम मुख्यालय स्थित त्रिलोकीनाथ हॉल में किया गया। समाधान दिवस में भवन स्वामियों से जी.आई.एस. द्वारा किए गए कर निर्धारण के विरुद्ध लिखित आपत्तियां साक्ष्य व भवन की वर्तमान फोटो सहित आमंत्रित की गई थी। उक्त जी.आई.एस. समाधान दिवस में महापौर सुषमा खर्कवाल के साथ नगर आयुक्त, सभी अपर नगर आयुक्त, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, सहायक नगर आयुक्त, सभी जोनल अधिकारी, कर अधीक्षक, राजस्व निरीक्षक व कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ जी.आई.एस. सर्वे की टीम मौजूद रही। आज के समाधान दिवस में जोनवार 18 आपत्तियां प्राप्त हुई जिसमें से सभी 18 आपत्तियों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया।

जी.आई.एस. समाधान दिवस में नगर आयुक्तइन्द्रजीत सिंह द्वारा अध्यक्षता करते हुए सभी भवनस्वामियों की शिकायतो को सुना गया एवं सभी जोनल अधिकारियों को शत-प्रतिशत निस्तारण के निर्देश दिये गये। नगर आयुक्त द्वारा स्वयं सुनवाई कर आपत्तियों का निराकरण कराये जाने पर भवन स्वामियों द्वारा नगर आयुक्त का आभार व्यक्त किया गया। आज सम्पन्न जी.आई.एस. समाधान दिवस में समस्त जोनल अधिकारीगण अपने अधीनस्थ कर अधीक्षक एवं राजस्व निरीक्षको के साथ उपस्थित रहे, जिनके द्वारा आवेदन प्राप्त होने पर तत्काल ही गणना व जाँच करते हुए मौके पर निस्तारण करते हुए जोन-1 से 1 जोन-2 से 2, जोन -3 से 3, जोन-4 से 5, जोन-6 से 5 जो न 7 एवं आठ से एक एक आपत्तियॉ प्राप्त की हुई थी।

चिल्ड्रेंस पैलेस में नौनिहाल पुरस्कृत

चिल्ड्रेंस पैलेस म्युनिसिपल नर्सरी स्कूल, 122-महात्मा गांधी मार्ग में बाल दिवस का आयोजन किया गया जिसके तहत छोटे- छोटे बच्चों को चाचा नेहरू  के बारे में बताया गया और बच्चों के लिए कई तरह की दौड़ का आयोजन किया गया और हर कक्षा से विजयी हुए तीन बच्चों को मुख्य अध्यापिका  सविता सिंह के द्वारा मेडल और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इधार कस्तूरबा कन्या इंटर कॉलेज सहादतगंज मे बाल दिवस के शुभ अवसर पर होने वाले मेले में महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल उपस्थित होकर बच्चों को आशीर्वाद देते हुए उत्साह वर्धन किया।
बाल दिवस के शुभ अवसर पर महापौर  सुषमा खर्कवाल द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में कस्तूरबा कन्या इंटर कॉलेज सहादतगंज में शिरकत करते हुए महापौर द्वारा कार्यक्रम में मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया- कस्तूरबा कन्या इंटर कॉलेज सहादत गंज में बाल दिवस समारोह आयोजित किया गया। इस असवसर पर प्राचार्य श्रीमती मोनिका सक्सेना, पूर्व पार्षद शिवपाल सांवरिया शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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