बरेली कम पढ़ लिखे लोग चला रहे हैं बरेली में अल्ट्रासाउंड सेंटर। अपनी जेबें भरने में लगा स्वास्थ्य विभाग। भोजीपुरा रिगार्ड अल्ट्रासाउंड सेंटर बिना डॉक्टर के रामभरोसे चलाया जा रहा है नोडल अधिकारी की नजर में लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं क्यूं?
लेकिन इतनी सुर्खियों में रहने के बाबजूद भी ये अल्ट्रासाउंड सेंटर किसकी सह पर चलाया जा रहा है । बरेली का स्वास्थ्य विभाग क्यूं मौन धारण करके बैठा है समझने वाली बात होगी।
भोजीपुरा रिगार्ड अल्ट्रासाउंड सेंटर दूसरा अल्ट्रासाउंड सेंटर देवचरा में है और एक पैथोलाजी लैव है ऐसे लोगों में धंधा बना रखा है मौतों के सौदागर बने हुए है विभाग के अधिकारी आंखें मूंदे पड़े हैं कोई कुछ करने को तैयार नहीं है सिवाय अपनी जेबें भरने के अलावा।
बरेली में धड़ल्ले से चलाए जा रहे हैं फर्जी अल्ट्रासाउंड और अस्पताल किसी भी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर नहीं बैठता केवल टेक्नीशियन के ही मरीज द्वारा अल्ट्रासाउंड करके रिपोर्ट हाथ में थमा दी जाती है सीधा साधा मरीज उसी रिपोर्ट के आधार पर अपना इलाज करवाना शुरू कर देता है।
बरेली में जितने भी अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं तथा फर्जी अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से फर्जी तरीके से चलाए जा रहे हैं। जिनके पास ना तो कोई डिग्री है और नाही कोई अनुभव और नाही कोई डाक्टर । कब होगी कार्यवाही सवाल ज्यों का त्यों बना हुआ है ?
रिपोर्ट रूपेंद्र कुमार