दूसरे राज्यों से तुलना कर स्वतः ले निर्णय
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प्रेम शर्मा
लखनऊ। प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों द्वारा निकाले गए लगभग 2.5 करोड स्मार्ट प्रीपेड मीटर के टेंडर की उच्च दरों पर अभी भी गतिरोध बना हुआ है। देश के निजी बिजली घराने नाराज ना हो जाए इसलिए आरईसी ने गोलमोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड लिया है। उपभोक्ता परिषद के भारी विरोध के बाद 25000 करोड की लागत के उच्च दरों वाले टेंडर पर पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक की तरफ से दिसंबर के आखिरी सप्ताह में भारत सरकार ऊर्जा मंत्रालय के अधीन रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन लिमिटेड (आरईसी) को यह प्रस्ताव भेजा था।,चूँकि उत्तर प्रदेश में मेसर्स जीएमआर अडानी व इन टेलीस्मार्ट की टेंडर की दरें भारत सरकार द्वारा बनाई गई स्टैंडर्ड बिल्डिंग गाइड लाइन में दर्ज बेंचमार्किंग एस्टिमटेड कॉस्ट रुपया 6000 से 48 से 65 प्रतिशत अधिक आई है। इस पर सवाल उठा कि आरईसी यह बताएं कि उच्च दरों वाले टेंडर को निरस्त किया जाए अथवा ऐस्टीमेटेड कॉस्ट पर क्या निर्णय लिया जाए। इसके जबाब में भारत सरकार ऊर्जा मंत्रालय के अधीन रूलर इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन लिमिटेड के एकजुकेटिव डायरेक्टर राहुल द्विवेदी की तरफ से पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक को जो जवाब आया है। उसमें आरईसी की तरफ से कहा गया है कि जब पुनरुत्थान वितरण क्षेत्र सुधार योजना (आरडीएसएस ) स्कीम बनाई जा रही थी उस समय जो स्टैंडर्ड बिल्डिंग गाइडलाइन में बेंच मार्क की दर 6000 ही है। लेकिन वर्तमान में उत्तर प्रदेश में जो बिल्डिंग प्रोसेस से टेंडर की उच्च दरें आई है उसे स्मार्ट प्रीपेड मीटर के टेंडर की अन्य राज्यों की दरों से मिलान करने के बाद प्रदेश की बिजली कंपनियां अपने स्तर से ही निर्णय लें। यानी कि भारत सरकार ऊर्जा मंत्रालय गोलमोल जवाब दे रहा है।उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा एक तरफ यह बात भी आरईसी मान रहा है कि बेंचमार्किंग रुपया 6000 की है। लेकिन उत्तर प्रदेश में निकले टेंडर की दर रुपया 10000 प्रति मीटर वाले टेंडर को निरस्त करने का आदेश देने की सलाह पर ऊर्जा मंत्रालय के पसीने क्यों छूट रहे हैं। शायद वह इसलिए क्योंकि उसे भी पता है यह देश के बडे निजी घराने का टेंडर है। यह पूरा मामला बहुत गंभीर है ऐसे में पूरे मामले की उत्तर प्रदेश सरकार अथवा केंद्र सरकार को सीबीआई अथवा सीएजी ऑडिट से जनहित में जांच कराना चाहिए। देश का कोई भी ऐसा कानून नहीं है जो ऐस्टीमेटेड कॉस्ट से 65 प्रतिशत अधिक दर वाले टेंडर को अवार्ड कराने का आदेश दे सकें। सभी को पता है कि इस पूरी योजना में भारत सरकार द्वारा मनमाने तरीके से बनाई गई स्टैंडर्ड बिल्डिंग गाइडलाइन के आधार पर पूरे देश में कुछ निजी घरानों ने आपस में तालमेल करके उच्च दर पर टेंडर डाला है। ऐसे में दूसरे राज्यों की तुलना ऐस्टीमेटेड कॉस्ट से अधिक दर वाले टेंडर की करना ही अपने आप में बडे भ्रष्टाचार को बढावा देगा। क्योंकि सभी राज्य में यही निजी घराने टेण्डर डाले है। उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने कहा सबसे बडा चौंकाने वाला मामला है कि इस पूरी योजना पर होने वाला 90 प्रतिशत खर्च की भरपाई प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं से की जाएगी। बडा लाभ देश के बडे निजी घराने कमाएंगे। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार को पूरे मामले पर हस्तक्षेप करते हुए अविलंब टेंडर को निरस्त कराने का आदेश देना चाहिए। पूर्व में आरडीएसएस योजना के अन्य टेंडर जो निरस्त किए गए थे उनकी दरें पांच से 28 प्रतिशत तक अधिक आई थी। अब जब टेंडर दोबारा खुला तो उसकी दरें 10 से 12 प्रतिसत कम हो गई।
शहर में नगर निगम के 1583 अलाव
नगर निगम लखनऊ द्वारा नगर के समस्त क्षेत्रो में 56 स्थाई/अस्थाई रैन बसेरे संचालित व क्रियाशील है। इनमें वर्तमान समय में 1583 लोगों को आश्रय मिला है। इसके अलावा 1583 अलाव भी नगर निगम जलवा रहा है।जिसमें निराश्रितो को आश्रय की व्यवस्था हेतु सभी आवश्यक सुविधायें यथा- बेड, बिस्तर, नहाने के गर्म पानी हेतु गीजर, कमरे को गर्म रखने के लिये ब्लोवर, शौचालय की व्यवस्था एवं साफ-सफाई की अनिवार्य रूप से समुचित व्यवस्था करायी गयी है। नगर निगम लखनऊ की जोनवार टीम द्वारा रात्रि में सभी क्षेत्रो में भ्रमण कर सड़क/फुटपाथ पर सोये हुए व्यक्तियों को वाहनो में बैठाकर रैन बसेरो/शेल्टर होम में लेकर जाने का कार्य प्रतिदिन किया जाता है। वर्तमान में इन रैन बसेरो में 1473 व्यक्तियों द्वारा आश्रय प्राप्त किया जा रहा है।आश्रयहीन, रैन बसेरो में ठहरे व्यक्तियों, रेलवे स्टेशनो के आगन्तुको, अस्पताल एवं चौराहो पर आने-जाने वाले व्यक्तियों को ठण्ड से बचाये जाने की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए नगर निगम लखनऊ द्वारा जगह-जगह कुल 1583 अलाव जलाये जाने की व्यवस्था इस वर्ष भी की गई है।
जोन दो और चार में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान
लखनऊ शहर में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के निर्देशन में सभी मुख्य मार्ग, फुटपाथ, सार्वजनिक स्थलों पर व्याप्त अतिक्रमण को वृहद स्तर पर अभियान चलाकर हटाने का कार्य किया जा रहा है। ज़ोन-2 क्षेत्रान्तर्गत वार्ड राजाबाजार मे मेडिकल कालेज एंव कान्वेशन सेण्टर के आस-पास से अतिक्रमण हटाया गया। ज़ोन-4- क्षेत्रान्तर्गत हुसड़िया चौराहा व विनीत खण्ड-1 आस-पास के क्षेत्र में अतिक्रमण विरोधी / गन्दगी फैलाने वालो के खिलाफ मइकिंग द्वारा स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। अतिक्रमण अभियान में 01 ठेला, 02 काण्उन्टर, 01 गुमटी एवं अन्य एक ट्रक समान को जब्त किया गया। उक्त अभियान जोनल अधिकारी जोन-के नेतृत्व में कर अधीक्षक, राजस्व निरीक्षक, एवं 296 टीम अन्य स्टाफ व प्रवर्तन दल एंव पुलिस बल की उपस्थिति में चलाया गया।
स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को शान से जीने की प्रेरणा दी: रीना त्रिपाठी
भारतीय नागरिक परिषद के तत्वावधान में आज स्वामी विवेकानंद की जयंती पर गोमती होटल में मेयर सायुक्ता भाटिया की अध्यक्षता में संगोष्ठी आयोजित की गई।संगोष्ठी में बोलते हुए भारतीय नागरिक परिषद की महामंत्री रीना त्रिपाठी ने कहा अदम्य साहसी और विलक्षण पराक्रमी स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को हमेशा शान से जीने की प्रेरणा दी। इसी कारण उनका जन्मदिन युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है ।धर्म के नाम पर छल और आडंबर से मुक्त होकर मानवता के धर्म के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने का भाव उन्होंने जगाया।स्वामी जी कहते थे चरित्रवान युवाओं के उस बड़े संगठन की आवश्यकता है जिस के कंधों पर बैठकर सभी जातियां और धर्म एक साथ ऊपर उठने का साहस बटोर सकें।उन्होंने कहा कि हमारा देश यदि सचमुच जगद्गुरु कहलाने के योग्य है तो वह केवल स्वामी विवेकानंद के कारण।यहां से वहां तक प्रसिद्धि हासिल करने के पश्चात अपने ही देश में स्वामी जी को ईर्ष्यालुओं और कूप मंडूकों की भारी भर्त्सना झेलनी पड़ी ।यह युद्ध भी उन्होंने उसी तरह लड़ा जिस तरह किसी भी क्षेत्र में अपराजेय योद्धा को लड़ना पड़ता है। स्वामी जी ने अपनी समरनीति से कभी समझौता नहीं किया। वे आध्यात्मिक जगत के चक्रवर्ती सम्राट थे।स्वामी विवेकानंद ने जिस नये भारत की कल्पना की थी उन्हीं के शब्दों में नया भारत निकल पड़े मोची की दुकान से, भड़भूँजे के भाड़ से ,मजदूर के कारखाने से ,हॉट से बाजार से ,निकल पड़े झाड़ियों, जंगलों, पर्वतों से। स्वामी विवेकानंद का सबसे बड़ा देव मंत्र था उठो जागो स्वयं को जगा कर औरों को जगाओ अपने नर जीवन को सफल करो और तब तक न रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त ना हो जाएष्। युवाओं को सनातन संस्कृति को विश्व पटल पर स्थापित करने वाले युवा नेतृत्व को ह्रदय में सर्वाेच्च स्थान देना होगा।संगोष्ठी में बोलते हुए धर्म जागरण प्रमुख अभय जी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत के युवाओं की मेधा और प्रतिभा का उभार दिख रहा है। अमेरिका तक अपने देश के युवाओं से आवाहन कर रहा है कि वह पढ़ने लिखने को ज्यादा तवज्जो दें वरना भारतीय युवा छा जाएंगे ।हमें आभारी होना चाहिए स्वामी विवेकानंद का जिन्होंने अकेले पहल की और दुनिया को भौचक्का कर दिया। भारत को उसका खोया गौरव वापस दिलाया। आज के युवाओं को नैतिकता का पालन करते हुए नशे जैसी बुराइयों से दूर रहना चाहिए। स्वामी जी आज होते तो वाकई भारतीय युवाओं की दुनिया में धाक देख अपने सपने को पूरा होते देख कितना खुश होते। संगोष्ठी में मुख्य रूप से कुलदीप पति त्रिपाठी,एच एन पांडेय, वाई एन उपाध्याय, सुमन दुबे, गीता वर्मा, आरती प्रसाद सिंह सम्मिलित हुए और अपने विचार रखें।
जोन चार के रैन बसेरों में निःशुल्क भोजन का वितरण
जोनल अधिकारी सुभाष त्रिपाठी एवं एहसास फाउंडेशन की फाउंडर सच्ची सिंह कि नववर्ष में नई पहल जोन चार स्थित सभी शेल्टर होम को निशुल्क खाना देने का कार्य प्रारंभ किया। जोन चार में 6 शेल्टर होम में लगभग 100 लोग आश्रय लिये हुए है।जोनल अधिकारी सुभाष त्रिपाठी ने बताया कि इस संस्था के अलाव कोई अन्य संस्था भी किसी तरह के सहयोग के लिए आगे आएगी तो निगम प्रशासन उनका स्वागत करते हुए सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। इंसान ही इंसान का सबसे बड़ा मददगार है। उन्होनें अपील की है कि रैन बसेरों के अलावा अन्य जीव भी इस भीषण ठण्ड से परेशान है ऐसे में जिससे जो सहयोग बनता है वह करना चाहिए। इस दौरान निगम निरीक्षक ग्रेड टू इमरान खान सहित अन्य सहयोगी उपस्थित रहे।