LUCKNOW:रायबरेली बहुत खास, 26 से नामांकन और सारे पत्ते बंद,क्लिक करें और भी खबरें

-बीजेपी को कांग्रेस के प्रत्याशी के नाम के ऐलान का इंतजार,रायबरेली छीनकर कांग्रेस मुक्त प्रदेश बनाना चाहती बीजेपी

  • ( के.के.वर्मा )

लखनऊ 21अप्रैल। लोकसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान हो चुका है,दूसरे चरण की तैयारी है,लेकिन उत्तर प्रदेश की वीवीआईपी रायबरेली लोकसभा सीट को लेकर अभी सन्नाटा है। रायबरेली लोकसभा सीट के लिए 26 अप्रैल से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।कांग्रेस, बीजेपी और बहुजन समाज पार्टी में से किसी ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। सांसद सोनिया गांधी के राज्यसभा चले जाने के बाद कयास हैं कि कांग्रेस प्रियंका गांधी या राहुल गांधी को रायबरेली से उतार सकती है।बीजेपी को कांग्रेस का इंतजार है और बीएसपी भी इन दोनों की घोषणा के इंतजार में है। बीजेपी रायबरेली सीट को लेकर काफी गम्भीर है। डिप्टी सीएम केशव मौर्य  कई बार मंचो से खुला ऐलान कर चुके हैं कि अबकी बार रायबरेली और मैनपुरी भी ले लेंगे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो कहते हैं कि कांग्रेस मुक्त प्रदेश होगा। लेकिन यह तो उत्तर प्रदेश और रायबरेली के मतदाताओं की मर्जी का विषय है, कौन जाने उन्हें क्या और कौन पसन्द है।   बीजेपी ने उत्तर प्रदेश से कांग्रेस के आखिरी किले को ध्वस्त करने की रणनीति तैयार कर ली है इस बार बीजेपी उत्तर प्रदेश के अमेठी के बाद रायबरेली से भी कांग्रेस को हराना चाहती है और इसे लेकर पार्टी ने बड़ी रणनीति तैयार की है। रणनीति के तहत ही बीजेपी ने अब तक रायबरेली से अपने उम्मीदवार का ऐलान नही किया है।बीजेपी पहले कांग्रेस के उम्मीदवार के नाम का इंतजार कर रही है, उसके बाद अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान करेगी। रायबरेली में गांधी परिवार से उम्मीदवार होगा तो बीजेपी उसके हिसाब से उम्मीदवार उतारेगी, उम्मीदवार गांधी परिवार से बाहर का हुआ तो उसके हिसाब से उम्मीदवार तय किया जाएगा।उत्तर प्रदेश में अमेठी व रायबरेली गांधी परिवार का मजबूत गढ़ रहे हैं।पिछले लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने अमेठी से स्मृति ईरानी को उतार कर अमेठी के किले को ध्वस्त कर दिया था। उन्होंने राहुल गांधी को परास्त किया था।अमेठी के बाद  रायबरेली में भी बीजेपी ने कांग्रेस को हराने के लिए रणनीति तैयार की है।रायबरेली के लिए बीजेपी ने चार नेताओं के नाम पर चर्चा की है, इनमें मनोज पांडे, दिनेश शर्मा, अदिति सिंह और दिनेश प्रताप सिंह शामिल हैं।कांग्रेस गांधी परिवार से बाहर का उम्मीदवार देती है तो मनोज पांडे दावेदार हैं और गांधी परिवार से प्रियंका या राहुल गांधी चुनावी मैदान में आते हैं तो बीजेपी यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा या अदिति सिंह को चुनावी मैदान में उतार सकती है।प्रियंका गांधी के सामने महिला उम्मीदवार देने पर भी बीजेपी का विचार है। रायबरेली से अदिति सिंह के नाम पर चर्चा हुई है अदिति सिंह के नाम को लेकर उत्तर प्रदेश के बड़े नेता ने पार्टी आलाकमान से सिफारिश भी की है।सोशल मीडिया पर वरुण गांधी के नाम को लेकर भी चर्चा चल रही है। बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक बीजेपी वरुण गांधी से बहुत नाराज है।पार्टी नेताओं के मुताबिक वरुण गांधी को बीजेपी ने बहुत कुछ दिया, सबसे कम उम्र में पार्टी का महासचिव तक बना दिया लेकिन वरुण गांधी ने कई मौकों पर पार्टी को असहज कर दिया था। सूत्रों की मानें तो बीजेपी वरुण गांधी को चुनाव लड़ाना तो दूर उनसे पार्टी के लिए प्रचार तक कराने को तैयार नहीं। वरुण गांधी न पीलीभीत में पार्टी के चुनाव प्रचार में दिख रहे हैं और न अपनी मां मेनका गांधी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
अदिति सिंह रायबरेली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं। अदिति सिंह  पहली बार 2017 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुनी गई थीं। 2021 में वह बीजेपी में शामिल हो गई थीं। इसके बाद 2022 में बीजेपी के टिकट पर विधायक बनीं।अदिति सिंह के पिता अखिलेश  सिंह भी रायबरेली सीट से पांच बार विधायक रहे थे।अदिति ने मसूरी और नई दिल्ली से तालीम हासिल की है।उच्च शिक्षा के लिए अमरीका गईं।उन्होंने ड्यूक विश्वविद्यालय से एमबीए किया है। अदिति सिंह के पति अंगद सिंह पंजाब के नवां शहर से ताल्लुक रखते हैं और पंजाब विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं।उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट शुरू से कांग्रेस का मजबूत गढ़ रही है। सोनिया गांधी यहां से लगातार चार बार सांसद हैं। इस बार उन्होंने लोकसभा छोड़कर राज्यसभा से संसद में एंट्री ली है। रायबरेली सीट पर 19 बार चुनाव हो चुके हैं।बीजेपी को केवल दो बार जीत सकी है।रायबरेली सीट से दो बार फिरोज गांधी, दो बार इंदिरा गांधी, चार बार सोनिया गांधी सांसद रही हैं।कांग्रेस की शीला कौल रायबरेली से चार बार सांसद रहीं।

कांग्रेस का प्लान तैयार,प्रदेश प्रभारी का दौरा आज से,सपा और सहयोगी दलों के साथ बनेगी रणनीति 

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय मथुरा से लेकर बरेली तक चुनावी तैयारियों खातिर गम्भीर हैं। वे कल 22 अप्रैल से तीन दिवसीय दौरे की शुरुआत मथुरा से करेंगे।वे कल मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद व मैनपुरी में लोकसभा कोआर्डिनेटर, जिला व शहर के पदाधिकारियों की बैठक करेंगे।विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सहयोगी सपा, लोकदल, आप व किसान यूनियन के साथ बैठक करेंगे। 23 अप्रैल को अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद शाहजहांपुर तथा 24 अप्रैल को बदायूं व बरेली में बैठक करेंगे। लोकसभा सीट मथुरा, फतेहपुर सीकरी, मैनपुरी, एटा, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, बदायूं, आंवला व बरेली की चुनावी तैयारियों को तेज करने के साथ ही आपसी समन्वय बढ़ाने पर जोर रहेगा। वह चरणवार सभी  80 सीटों का भ्रमण करेंगे।

जॉब कार्ड निरस्तीकरण प्रक्रिया पर लगाई जाये रोक

-जॉब दिया नहीं, कार्ड निरस्त करने पर उतारू

उत्तर प्रदेश में मोदी, योगी सरकार के आदेश पर जाब कार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया की उत्तर प्रदेश मनरेगा वर्कर यूनियन ने कड़ी निन्दा की। सरकार से जॉब कार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की।अध्यक्ष मनरेगा वर्कर यूनियन कामरेड कन्हैया शाही ने कहा कि तीन साल से जिन जाब कार्डधारियों ने काम नहीं किया, उसके लिए सरकार जिम्मेदार है कि उसने काम नहीं दिया। जॉब दिया नही और कार्ड निरस्त करने पर उतारू हैं। जाब कार्डधारियों ने काम की मांग नहीं की, उसके लिए भी सरकार जिम्मेदार है क्योंकि सरकारी अहलकारों एवं जिम्मेदार लोगों ने जाब कार्डधारियों को काम की मांग करने के लिए जागरूक नहीं किया। अरूचि और निष्क्रियता दिखाकर जाब कार्ड निरस्त करने की कार्रवाई  अनुचित है। भयंकर बेरोजगारी का दौर चल रहा है और मोदी सरकार की रोजगार की गारंटी नहीं है। मनरेगा वर्कर यूनियन ने जाब कार्ड निरस्त करने पर फौरन रोक लगाने की मांग करते हुए हर जाब कार्ड धारक को काम देने की मांग की है।

मेधा गांवों में भी है,सिर्फ तलाशने और तराशने की जरूरत

मेधा अकेले शहरी इलाकों में ही नही ग्रामीणांचल में भी होती है,केवल हमे उसे तलाशने और तराशने की जिम्मेदारी उठाने की जरूरत होती है। आज बोर्ड परीक्षा के नतीजों ने साफ प्रमाण दे दिया है।सुदूर अंचल सीतापुर के शिवम वर्मा ने इंटरमीडिएट और प्राची निगम ने हाईस्कूल में टॉप कर बता दिया है कि उनमें भी टैलेंट की कमी नहीं है।बाराबंकी जनपद के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सेठ जगदेव मेमोरियल सरदार वल्लभ भाई पटेल इंटर कॉलेज इसरौली भानमऊ के इंटरमीडिएट में अमृता यादव ने 500 में 466,अमरीश यादव ने 455,कोमल वर्मा ने 454 और सना बानो ने 452 अंक पाकर विद्यालय और अभिभावकों के साथ इलाके का नाम रोशन किया है। वही हाईस्कूल में शिवांशी वर्मा ने 600 में 576,शिप्रा वर्मा ने 563और अक्षरा गुप्ता ने 558 अंक हासिल कर अपने अभिभावकों के साथ स्कूल का मान बढ़ाया है। विद्यालय के शिक्षकों में इस बात की खुशी है कि अब गांव के बच्चों में भी आगे बढ़ने की ललक पैदा हुई है। केवल हमे  अपनी सही जिम्मेदारी निभानी है। हीरा कही भी हो चमकेगा जरूर, बस तराशने में कोताही न हो।
Aaj National

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