LUCKNOW:पारदी गैंग का शातिर दो साथियों सहित STF की मुठभेड़ में गिरफ्तार,क्लिक करें और भी खबरें

-महिलाओं और बच्चों के साथ देते है वारदात को अंजाम,डाली थी कन्नौज में डकैती

लखनऊ।स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ़) ने कन्नौज के थाना कोतवाली में बीते समय घटित डकैती की घटना में वांछित घूमन्तु जनजाति (पारदी) गिरोह का सक्रिय सदस्य एवं पच्चास हजार के पुरस्कार घोषित अपराधी विक्की पारदी सहित उसके दो अन्य साथियों को एक मुठभेड़ के बाद कोतवाली थाना क्षेत्र के जसौली अण्डरपास के दाहिनी ओर मण्डी जाने वाले कच्चे रास्ते के पास से गिरफ्तार कर लिया है।गिरफ्तार विक्की पारदी और मनोज उर्फ मनोहर तथा करन उर्फ बिरोजा के पास से दो तमन्चा तीन कारतूस जिन्दा तथा खोका कारतूस और प्लास तथा सब्बल और गुलेल और
दो पहचान पत्र तथा 2030 रूपये नगद बरामद हुए। यूपी एसटीएफ के मुताबिक गिरफ्तार किये गये व्यक्तियो ने पूछताछ के दौरान एक ने अपना नाम विरोजा उर्फ करन पारदी  निवासी आईआईटी के पास, थाना सीपरी बाजार, झाॅसी बताया तो दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम मनोज उर्फ मनोहर  निवासी माधवगढ, थाना कचनार, जिला अशोक नगर, म0प्र0 बताया यह बीती 28जून जो 2023 को कन्नौज में इत्र व्यापारी के घर में हुई डकैती की घटना में शामिल थे।वर्तमान में जमानत पर बाहर है। तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम विक्की पारदी निवासी माधवगढ थाना कचनार, जिला अशोक नगर, म0प्र0 बताया जो कन्नौज में घटित डकैती की घटना में वांछित था।इस पर पच्चास हजार रुपए का पुरस्कार भी घोषित है। विक्की और मनोज सगे भाई हैं।एसटीएफ के मुताबिक पुरस्कार घोषित अपराधी विक्की पारदी मूलरूप से ग्राम माधवगढ थाना कचनार, जिला अशोक नगर, म0प्र का रहने वाला है तथा पारदी गिरोह से सम्बन्धित है। पारदी गिरोह के इस ग्रुप का सरगना सूरज पारदी निवासी सेवडा शिवपुरी है। इस गिरोह के साथ महिलाए व बच्चे भी साथ में होते हैं।जो प्लास्टिक पन्नी आदि से छोटे-छोटे डेरे बनाकर रहते हैं। गुब्बारे खिलौने आदि बेचने का दिखावा करते हुए यह लोग दिन में क्षेत्र की रैकी कर मकान और दुकानो को चिन्हित कर रात में उनकी  ग्रिल और खिड़की तथा शटर काटकर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं और मकान मालिक के जागजाने या जानकारी हो जाने पर विरोध होने पर हमला करके गृह स्वामियोें को घायल कर मरणासन्न भी कर देते है। एक स्थान पर वारदात करने के पश्चात दूसरे शहर में चले जाते है।इस गिरोह द्वारा रेलवे स्टेशन, नुमाइश मैदान या बाग में अपना ठिकाना बनाया जाता है। वारदात के समय इनके द्वारा किसी प्रकार के इलेक्ट्रानिक उपकरण मोबाइल आदि का प्रयोग नही किया जाता है एवं घटना कारित करते समय इनके द्वारा चेहरे आदि को पूरी तरह ढक लिया जाता है।जिससे सीसीटीवी फुटेज आदि में भी इनकी पहचान करना सम्भव नही हो पाता है। घटना कारित करने के बाद विभिन्न माध्यमो से यह लोग स्थान परिवर्तित कर अलग अलग दूर सुदूर दूसरे ठिकाने पर चले जाते हैं। इनके गिरोहो के कई अलग अलग समूह है, जो अलग अलग घटनाओ में गिरोह के सदस्य बदलते रहते हैं। विक्की पारदी के विरुद्ध हरियाणा और पंजाब तथा कनौज में पांच मुकदमे दर्ज है।

वन्य जीव तस्कर गिरफ्तार,505 पक्षी बरामद

स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ़) ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर संरक्षित प्रजाति के वन्यजीवों व उनके अंगों की तस्करी करने वाले तस्कर को बस्ती जिले के हरैया के पास रामजानकी मार्ग रानीबगिया के पास से गिरफ्तार कर उसके पास  प्रतिबंधित और संरक्षित प्रजाति के 505 अदद पक्षी बरामद किया है।पकड़े गए शहजाद के पास से पक्षियों के अलावा तीन लोहे के पिंजरा और एक हीरो एच0एफ0 डीलक्स मोटर साइकिल बरामद की है।एसटीएफ की माने तो पकड़ा गया आरोपी बरामद प्रतिबन्धित पक्षियों को लेकर जनपद जौनपुर जा रहा था। प्रतिबन्धित पक्षियों की तस्करी का कार्य वह पिछले कई वर्षो से कर रहा है।पकड़े गए आरोपी के विरुद्ध  वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1977 की धारा 2, 16ख, 9, 39, 48, 49 बी, 50, 51, 52 क, 57 भारतीय वन अधिनियम के अनुसार कार्रवाई क्षेत्रीय वन अधिकारी हर्रैया रेंज कार्यालय द्वारा की जा रही है।
Aaj National

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