LUCKNOW:प्रबंध निदेशक दक्षिणांचल से अधीक्षण अभियंता ललितपुर को बहाल करने की मांग,क्लिक कर देखें और कई खबरें

  • प्रेम शर्मा

लखनऊ। पत्नी की बीमारी के लिए एक दिन के अवकाष के कारण निलंबित अधीक्षण अभियंता ललितपुर नरेंद्र पाल सिंह के निलम्बन वापसी के लिए विघुत अभियंता संघ का प्रतिनिधि मण्डल प्रबंधन निदेशक से मिला। प्रतिनिधि मण्डल ने अधिशासी अभियंता की तत्काल बहाली की मांग रखी।विद्युत अभियन्ता संघ के प्रतिनिधि मण्डल ने अमित किशोर प्रबंध निदेशक दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड आगरा से वार्ता कर अधीक्षण अभियंता ललितपुर नरेंद्र पाल सिंह को तत्काल बहाल करने व निलंबन आदेश निरस्त करने की मांग की। विदित हो की 13 अक्टूबर 2022 को सिर्फ इसलिए निलंबन की कार्रवाई की गई थी कि पीड़ित अभियंता 12 अक्टूबर 2022 की मध्यरात्रि को अपनी पत्नी का अचानक से स्वास्थ्य खराब होने के कारण व उनके घर पर कोई अन्य देखभाल करने के लिए व्यक्ति ना होने के कारण तत्काल अपनी पत्नी के उपचार के लिए अपने नियंत्रक अधिकारी को सूचित कर चले गए थे। इस अनैतिक पूर्ण निलंबन की कार्रवाई का विरोध तत्काल अभियंता संघ झांसी क्षेत्र, झांसी द्वारा दर्ज कराया गया था तदुपरांत अभियंता संघ के प्रतिनिधि मंडल द्वारा आज प्रबंध निदेशक दक्षिणांचल से मुलाकात कर अधीक्षण अभियंता ललितपुर को बहाल करने की पुरजोर मांग की गई।प्रतिनिधिमंडल में मुख्यत आरके वर्मा उपाध्यक्ष दक्षिणांचल ,राहुल बाबू सहायक सचिव दक्षिणांचल, सौरभ मंगला क्षेत्रीय सचिव अलीगढ़ ,सचिन द्विवेदी शाखा सचिव मथुरा आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।

 कूड़ा उठान में ढिलाई, महापौर नाराज

अधिकारियों के साथ बैठक कर दिए व्यवस्थाा सुधारने के निर्देश

महापौर संयुक्ता भाटिया ने संचारी रोग की रोकथाम के लिए सफााई और फॉगिग के साथ कूड़ा उठान में ढिलाई को लेकर नाराजगी जताई है। महापौर संयुक्ता भाटिया ने आज शहर में डेंगू, चिकनगुनिया एवं त्योहारों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग एवं मार्गप्रकाश विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाकर सफाई व्यवस्था की समीक्षा के साथ ही व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।महापौर संयुक्ता भाटिया ने सभी जोनल सेनेटरी ऑफिसर को दीपावली के मद्देनजर प्रत्येक घर के बाहर सफाई कराने एवं कूड़ा उठाने का स्वसत्यापित सर्टिफिकेट देने के लिए निर्देश दिए। साथ ही कूड़ाघरों पर कूड़ा न दिखाई दे इसके लिए विशेष सफाई अभियान चलाने के लिए भी निर्देशित किया। महापौर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि भगवान श्रीराम के छोटे भाई भगवान लक्ष्मण की पावन नगरी लखनऊ दीपावली को दुल्हन की तरह सजाई जाएगी। यहाँ के करीब प्रमुख 19 चौराहों को एलईडी स्ट्रिप लाइट से जगमग किया जायेगा।महापौर ने निर्देशित किया कि समस्त वार्डाे में साईकल और हैन्डहेल्ड मशीन दी जा चुकी है, जिससे वार्डाे में प्रतिदिन फोगिंग कराई जाए, वार्डों में फोगिंग के लिए पर्याप्त बजट की उपलब्धता है। वार्डाे में प्रतिदिन फॉगिंग के लिए एक जोन स्तर का कर्मचारी लगाया जाए जिसकी जिम्मेदारी होगी कि पूरे वार्ड के समस्त इलाको में फोगिंग हो सके।

ईईएसएल को 2 दिन का अल्टीमेटम

शहर में कई जगह से बंद पड़ी लाइटों की शिकायत पर महापौर संयुक्ता भाटिया ने ईईएसएल के लखनऊ मैनेजर अमित मिश्रा को कड़ी फटकार लगाई और नाराज़गी जाहिर की। साथ ही समस्त लाईटो को सही कराने के लिए 2 दिन का अल्टीमेटम दिया। ईईएसएल के मैनेजर अमित मिश्रा के बताया कि महापौर की पूर्व में दिए गए निर्देश पर के बाद 1 हफ्ते में करीब 20 हज़ार लाइटों को ठीक कराया गया है और अब सिर्फ 3000 लाईटे बची है जिसे ठीक कराने के लिए महापौर ने 2 दिन का अल्टीमेटम दिया है।

प्रतिदिन फोगिंग, जोनवार नंबर जारी

जोन 1, कुलदीप सिंह -9897513615।
जोन 2, आशीष श्रीवास्तव -8810721612।
जोन 3, आशीष बाजपेयी -8299705110।
जोन 4, प्रवीण वर्मा -9451121128।
जोन 5, राजेश -9451162825।
जोन 6, सतेंद्र कटियार -9140530492।
जोन 7, रुपेंद्र भास्कर -8932050160।
जोन 8, राजेश झा -8810721648।

अहाना एनक्लेव में मार्च 2023 में मिलेगा फ्लेट पर कब्जा

औरंगाबाद खालसा, ओमेक्स सिटी के समीप, शहीदपथ पर लखनऊ नगर निगम की म्युनिसिपल बाण्ड द्वारा निर्मित बहु मंजिलीय आवासीय योजना अहाना एनक्लेव में आज ही बुक करें अपने सपनों का आशियाना। नगर निगम के तहत तीन दिवसीय अहाना महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।अहाना महोत्सव सूरज की पहली किरण में पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पंजीकरण एंव फ्लोर चयन की सुविधा के साथ मार्च 2023 तक फ्लेट पर कब्जा दिलाया जाएगा। 1 जनवरी 2023 से पुनरीक्षित दर लागू हो जाएंगी।जिसमें वर्तमान की अपेक्षा लगभग 5ः से 7ः तक की वृद्धि हो जाएगी तो 31 दिसम्बर 2022 तक पुराने दरों पर ही आवंटन किया जाएगा।अहाना एनक्लेव में गुणवत्ता नियंत्रण का कार्य आईआईटी कानपुर द्वारा किया गया है।योजना के तहत फ्लैट्स एवं दुकानों का अनुमानित मूल्य एचआईजी जी$3 के 3 टावर एवं जी$8 के 9 टावरों का मूल्य 71 लाख, एचआईजी 1 जी $ के 2 टावरों का 39 लाख, एचआईजी 2 जी $6 के 3 टावर 31.50 लाख, ईडब्लूएस जी $3 का मूल्य 18.50 तो दुकानों का अनुमानित मूल्य 25 लाख का है।अहाना एनक्लेव में बैडमिंटन कोर्ट, बॉलीवॉल कोर्ट, ओपेन जिम, शॉपिंग काम्पलेक्स, अहाना इन्क्लेव सरोवर, परियोजना के चारों तरफ 40 एकड़ ग्रीन बेल्ट इत्यादि सुविधाओं एवं सेवाओं से लैस होगी।सबसे पहले योजना का लाभ उठाने के लिए 8810721573, 6381291713 नंबरों पर संपर्क करने के साथ नीचे दी गयी वेबसाइट पर बुकिंग करवा सकते हैं।

नगर विकास मंत्री ने त्योहारों के मद्देनज़र बेहतर सफाई व्यवस्था के दिये निर्देश

प्रदेश के नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने शुक्रवार को त्योहारों के मद्देनजर नगर निकायों में सफाई व्यवस्था एवं अन्य कार्यों की समीक्षा की। स्थानीय निकाय निदेशालय में नगर आयुक्तों एवं अधिशासी अधिकारियों के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने निर्देश दिए कि त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें। छठ पूजा के लिए घाटों की मरम्मत के साथ सफाई पर भी ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान सड़कों में काफी गढ्ढे़ हो गये हैं जिससे लोगों को आने जाने मंे दिक्कत हो रही है और लोग दुर्घटना के शिकार भी हो रहे हैं। इससे इन गढ्ढों को शीघ्र भरा जाए।ए.के. शर्मा ने नगर निकायों में अधिकारियों को बाग बगीचों का सौंदर्यीकरण करने एवं महत्वपूर्ण स्थानों की लाइटिंग की भी उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक महत्व एवं पर्यटन महत्व के स्थलों को सजाया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सभी सड़कों को गड्ढामुक्त बनाया जाए।ए.के. शर्मा ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत में दीपावली के मौके पर लोग अपने घरों की सफाई करते हैं, जिससे घरों से अधिक से अधिक कूड़ा कचड़ा निकलता है। ऐसे में हमारी ज़िम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। उन्होंने निकायों में रंगोली बनवाने और गौशालाओं में विशेष इंतज़ाम भी करने को कहा।उन्होंने दीपावली के बाद वाराणसी में मनाई जाने वाली देव दीपावली में भारी संख्या में आने वाले पर्यटकों को देखते हुए तैयारियां भी अभी से शुरू के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने सफाईकर्मियों को दीपावली के उपलक्ष्य में उपहार वितरित किए और उन्हें दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि कोई भी कर्मचारी दीपावली पर वेतन से वंचित नहीं रहना चाहिए।ए.के. शर्मा जी ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से गाजियाबाद, गोरखपुर, वाराणसी, मेरठ, सहारनपुर, अयोध्या, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मुरादाबाद, कानपुर, झांसी, प्रयागराज, मथुरा, रायबरेली और इटावा समेत अन्य जिलों के प्रतिनिधियों से बात की तथा सभी नगर निकायों की स्थिति का जायजा लिया। बैठक में नगर विकास राज्य मंत्री राकेश राठौर ’गुरू’ जी, निदेशक स्थानीय निकाय श्रीमती नेहा शर्मा, उपनिदेशक स्थानीय निकाय श्रीमती रश्मि सिंह, अपर निदेशक स्थानीय निकाय डॉ असलम अंसारी, उपनिदेशक स्वच्छ भारत मिशन श्री सुनील यादव के साथ अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

निदेशक वितरण कमलेश बहादुर सिंह को नियामक आयोग ने लगाई कडी फटकार
कॉस्ट बुक के विपरीत अधिक वसूली का मामला

उपभोक्ता परिषद की याचिका पर कॉस्ट बुक के विपरीत अधिक वसूली पर पावर कारपोरेशन की तरफ से आयोग में जवाब देने हेतु उपस्थित निदेशक वितरण कमलेश बहादुर सिंह को नियामक आयोग ने कडी फटकार लगाई लगाईं। आयोग ने कहा यहां नहीं चलेगा कोई खेल शपथ पत्र पर दाखिल करो जवाब और सभी बिजली कंपनियों के प्रबंध निदेशक व्यक्तिगत रूप से 1 नवंबर को हो आयोग के सामने उपस्थित हो।उपभोक्ता परिषद की याचिका पर सभी बिजली कंपनियों के प्रबंध निदेशक व पावर कॉर्पाेरशन के चेयरमैन की तरफ से पावर कारपोरेशन के निदेशक वितरण श्री कमलेश बहादुर सिंह ने आयोग में उपस्थित होकर दाखिल किया जवाब कहां सभी बिजली कंपनियों में केवल 2 करोड 27 लाख 49 हजार की की गई अधिक वसूली जिसमें 9000 रूपये वापस किया गया।प्रदेश के उपभोक्ताओं का पक्ष रखते हुए उपभोक्ता परिषद ने बिजली कंपनियों की पोल खोलते हुए कहा कि यह सब पैसा दबाने की साजिश है। उपभोक्ता परिषद ने सबूत के तौर पर दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम मैनपुरी का अधिक वसूली का प्रपत्र जिसमें कंपनी ने कहा था नहीं की है कोई अधिक वसूली पेश किया।प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों मध्यांचल पूर्वांचल पश्चिमांचल दक्षिणांचल केस्को में कास्ट डाटा बुक के विपरीत जाकर पावर कारपोरेशन द्वारा बनाए गए स्टॉक इशू रेट से लगभग 100 करोड से ज्यादा की वसूली पर विद्युत नियामक आयोग द्वारा उपभोक्ता परिषद की याचिका पर आज सभी बिजली कंपनियों के प्रबंध निदेशक व पावर कारपोरेशन के चेयरमैन अथवा उनके अधिकृत प्रतिनिधि को जवाब देने के लिए तलब किया गया था। जिसके तहत सभी बिजली कंपनियों की तरफ से आज पावर कारपोरेशन के निदेशक वितरण कमलेश बहादुर सिंह ने विद्युत नियामक आयोग को एक लिखित जवाब सौंपते हुए कहा कि पूर्वांचल में 25 लाख 26 हजार कि अधिक वसूली हुई है मध्यांचल में 2 करोड 1 लाख 63 हजार की अधिक वसूली हुई है।दक्षिणांचल वा पश्चिमांचल में अधिक वसूली नहीं हुई है। केस्को में केवल 60 हजार की अधिक वसूली हुई है। कुल 2 करोड 27 लाख 49 हजार की अधिक वसूली हुई है। जिसमें से रुपया 9000 रूपये अभी तक उपभोक्ताओं को वापस किया गया है। पूर्वांचल के प्रबंध निदेशक ने अपने जवाब में कहा की 22 अवर अभियंता 15 उपखंड अधिकारी 9 अधिशासी अभियंता के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए कठोर चेतावनी दी गई है। जिस पर विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन आर पी सिंह ने पावर कारपोरेशन के निदेशक वितरण को आडे हाथों लेते हुए जमकर फटकार लगाई और कहां इस प्रकार की हीला हवाली और गलत बयानी नहीं चलेगी यह बहुत गंभीर मामला है आप द्वारा केवल मनमाने तरीके से जवाब दिया जा रहा है जिसे आयोग ने बहुत गंभीरता से लिया है हमें सभी अपितु को वक्ताओं के पैसे की वापसी का शपथ पत्र चाहिए इसमें कोई भी हीला हवाली करेगा उस पर सख्त कदम उठाया जाएगा।उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं का पक्ष रखते हुए कहा सभी बिजली कंपनियों ने अपने तरीके से जो उनको सुविधा लगा वह जवाब दे दिया है वास्तव में करोडों की अधिक वसूली को यह छुपाना चाहते हैं। उपभोक्ता परिषद ने मध्यांचल की सूची दिखाते हुए कहा बडे पैमाने पर करोडों रुपया वसूला गया है उसको यह दबा नहीं सकते इनका झूठ का पर्दा उपभोक्ता परिषद उठाएगा दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक द्वारा जो सभी क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओं के लिखित बयान के क्रम में यह प्रमाण पत्र दिया गया है कि उनके निगम में कॉस्ट डाटा बुक का उल्लंघन नहीं हुआ है। यह सरासर गलत है और एक सफेद झूठ है। उपभोक्ता परिषद ने लिखित में साक्ष्य सौंपते हुए कहा मैनपुरी के एक उपभोक्ता आभा यादव का पूरा एस्टीमेट आयोग के सौंपते हुए कहा कि यह एस्टीमेट कॉस्ट डाटा बुक के विपरीत स्टॉक इशू रेट के आधार पर बनाया गया है। जो यह सिद्ध करता है कि प्रबंध निदेशक द्वारा दिया गया जवाब पूरी तरह सफेद झूठ है। उन्होंने कहा कि आज ही मैनपुरी के उपभोक्ता आभा यादव के पति जो बॉर्डर पर सैनिक है उनके द्वारा पूरा कागज एस्टीमेट एक न्याय कराने हेतु आवेदन व अधिक पैसा जमा करने की रसीद उपभोक्ता परिषद को भेजी गई है। ऐसे में बिजली कंपनियां झूठ बोलकर उपभोक्ताओं का पैसा मारना चाहती है। तत्काल विद्युत नियामक आयोग को एक कमेटी बनाकर मौके पर सभी बिजली कंपनियों में कुछ चुनिंदा उपखंडों का जांच कराई जाए तो बिजली कंपनियों का झूठ पकडा जाएगा। इस पर विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन आर पी सिंह व सदस्य बीके श्रीवास्तव ने बिजली कंपनियों को आडे हाथों लेते हुए कहा सभी बिजली कंपनियों के प्रबंध निदेशक विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 142 के तहत आयोग में व्यक्तिगत रूप से 1 नवंबर 2022 को उपस्थित होकर इस अधिक वसूली की वापसी पर एक शपथ पत्र दें। जरूरत पडने पर विद्युत नियामक आयोग कमेटी बनाकर पूरे मामले की सत्यता की मौके पर जांच भी करा सकता है। विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन आर पी सिंह ने कहां चूकी पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम देवराज व प्रबंध निदेशक पावर कारपोरेशन की तरफ से बिजली कंपनियों को स्पष्ट आदेश जारी किया गया है कि अधिक वसूल की गई धनराशि वापस की जाए और जो लोग दोषी हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। इसलिए 1 नवंबर को उन्हें व्यक्तिगत रूप से हाजिर नहीं होना। लेकिन बिजली कंपनियों ने उदासीनता बरता है उनके खिलाफ आयोग कठोर कदम उठाएगा।

Aaj National

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