LUCKNOW:2019 में हारी लोकसभा सीटों पर भाजपा का खास ध्यान, झोंकी ताकत,क्लिक करें और भी खबरें

2024 में लक्ष्य 80 में ये भी चारों शामिल, छोड़ेगी बीजेपी तरकश के सारे तीर

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की जिन लोकसभा सीटों पर भाजपा कभी नही जीत सकी,उनपर इस बार बीजेपी पूरी ताकत झोंक रही है। मोदी मैजिक भी नही चला श्रावस्ती, अम्बेडकर नगर,मैनपुरी और रायबरेली में। वजह कुछ भी हो ,बीजेपी इस बार अपने तरकश का हर तीर छोड़ेगी क्योंकि उत्तर प्रदेश की सभी अस्सी सीटों पर जीत दर्ज कराने को बीजेपी बेताब है। बीजेपी के दिग्गज लीडरान अपने भाषणों में कई बार यह बात दावे के साथ कहते हैं कि 80 की 80 में बीजेपी के खाते में जाएंगी। दावे हैं दावों के क्या, सियासी लोग अक्सर करते ही रहते हैं। असल निर्णय की कूबत नेता के नहीं बल्कि जनता के पास है। बीजेपी की इन चारों सीटो पर विशेष निगाह है।  दो सीटें रायबरेली और मैनपुरी हैं, जिनका अभेद्य किला अभी तक भगवा दल भेद नहीं पाया है।  दो सीटें श्रावस्ती और अंबेडकर नगर हैं,जहां भी जादू चला नही।भाजपा इन चार सीटों की पड़ताल  कर रही है कि आखिर क्यों नहीं मिली कामयाबी आजतक। पार्टी अपना कील कांटा दुरुस्तकर रही है।भाजपा में मोदी युग का आरंभ 2014 में हुआ। भारतीय जनता पार्टी ने तब 80 में 73 लोकसभा सीटें जीत ली थीं। 2019 में भाजपा की झोली में 62 और एनडीए के पाले में 64 सीटें आईं। हारी हुई सीटों में रायबरेली और मैनपुरी ऐसी सीटें थीं, जहां कभी कमल नहीं खिला। मोदी की आंधी में यह किले नहीं ढहे। रायबरेली कांग्रेस की और मैनपुरी सपा का गढ़ रही है। सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई मैनपुरी सीट के उपचुनाव में भी बीजेपी को शिकस्त मिली।इस फेहरिस्त में अमेठी भी था मगर 2019 में भाजपा ने कांग्रेस से छीन लिया था।भाजपा 2024 में इन सीटों पर कब्जा चाहती है। रायबरेली और मैनपुरी सीटों पर मुस्लिम आबादी कम है। बावजूद इसके भगवा की पराजय बीजेपी के लिए तो चिंता का विषय होना स्वाभाविक है।   मिशन-2024 की दृष्टि से भाजपा का फोकस इन दोनों सीटों के साथ ही अंबेडकरनगर और श्रावस्ती लोकसभा सीटों पर भी है। 2014 में जीती हुई इन दोनों सीटों को भाजपा ने 2019 में गंवा दिया था। तब इन दोनों सीटों पर भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग कामयाब नहीं हो पाई थी। यह दोनों सीटें भी सामाजिक समीकरण के हिसाब से पार्टी के लिए मुफीद मानी जाती हैं।

पदाधिकारियों के तबादले से खफा है राज्य कर्मचारी परिषद

स्थानांतरण सत्र समाप्त होने के बाद राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद एवं कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के कई पदाधिकारियों का स्वास्थ्य विभाग ने बदले की भावना से स्थानांतरण कर दिया है जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वीपी मिश्रा ने नाराजगी व्यक्त की है कि स्थानांतरण समाप्त होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बदले की भावना से अध्यक्ष ,मंत्री का स्थानांतरण कर दिया है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के हस्तक्षेप से किसी भी पदाधिकारी का स्थानांतरण नहीं हुआ था। हम उनके आभारी हैं। श्री मिश्रा ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से आग्रह किया है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दें कि स्थानांतरण सत्र के समाप्त होने के बाद किए गए स्थानांतरण को निरस्त कराएं जिससे आपसी सामंजस्य बना रहे वर्ना आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी।

यूपी के पेंशनरों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर किया अनशन 

ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा न्यूनतम पेंशन बढ़ाने के लिये दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनशन में लखनऊ सहित उ प्र के अनेक जिलों के पेंशनरों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।  कई वर्षो से ईपीएस-95 न्यूनतम पेंशन 7500 रूपये महीना व डीए और पति पत्नी को मुफ्त चिकित्सा सुविधा की मांग को लेकर पूरे देश में संघर्षरत है, पक्ष विपक्ष के सभी सांसदों को अनेको बार ज्ञापन देने के बावजूद कोई सार्थक परिणाम न निकलने से पेंशनरों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। संसद के वर्तमान सत्र में अपनी माँगे पूरी कराने और सरकार पर दबाव बनाने के लिए देशभर के पेंशनरों ने दिल्ली में डेरा डाला है। उत्तर प्रदेश से केएस तिवारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, ओम शंकर तिवारी राष्ट्रीय सचिव, सीबी सिंह कार्यकारी अध्यक्ष, राजीव भटनागर मुख्य समन्वयक के साथ अनेक वरिष्ठ पदाधिकारियों के नेतृत्व में प्रदेश के पेंशनर बड़ी संख्या में अनशन पर बैठे और सांसदों के दिल्ली स्थित आवास पर जाकर मांगों को पूरा कराने के लिए दबाव बनाया। पेंशनरों ने चेतावनी भी दी कि अगर उनकी मांगों को मॉनसून सत्र में पूरा नही किया गया तो देशभर में व्यापक रूप से आन्दोलन होगा और इसका प्रभाव आगामी चुनावों पर भी दिखेगा। मुख्य समन्वयक राजीव भटनागर ने बताया कि लखनऊ में प्रदेश महामंत्री राज शेखर नागर के नेतृत्व में डीएम कार्यालय पर धरना दिया गया और ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें प्रांतीय संगठन मंत्री   पीके श्रीवास्तव मध्य जोन के अध्यक्ष आरएन द्विवेदी, सुभाष चौबे, मंडलसचिव अशोक बाजपेई , गीता वर्मा , सुनीता सोनकर, लक्ष्मी कुरील सहित अनेक पदाधिकारी शामिल थे।

वो राज दूसरा था, यह राज दूसरा है’,महिलाओं को मिली सुरक्षा व इंपॉवरमेंट

-700 युवाओं को मिला ‘अप्वाइंटमेंट लेटर’

युवा योगीराज में निष्पक्ष भर्ती के कायल हैं।यूपी की समृद्धि में योगी आदित्यनाथ का अभिभावक रूप युवाओं को भा गया है। युवाओं के भविष्य को संवारते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ जुलाई के 20 में छह दिन नियुक्ति पत्र वितरित कर चुके हैं।आज गुरुवार को उन्होंने 700 नवचयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए थे।योगी सरकार की निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के बाद नौकरी पाने वाले नवचयनित अभ्यर्थियों ने कार्यों व जिम्मेदारी का निष्ठा से पालन करने का विश्वास दिलाया है।गुरुवार को एक युवा ने कहा कि मेरे पिताजी पीसीएस अभ्यर्थी थे। उनके दौर में पारदर्शिता का अभाव और लेटलतीफी थी लेकिन योगी सरकार में समयबद्ध तरीके से सारे कार्य संपादित किए जा रहे हैं। वो राज दूसरा था और यह राज दूसरा है। यूपी में अब योगीराज है, जहां निष्पक्षता-पारदर्शिता व समयबद्धता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।लखनऊ की रहने वाली कृतिका सिंह का चयन डिप्टी एसपी पद पर हुआ है. उन्होंने कहा कि सीएम का आशीर्वाद लेना चाहूंगी कि मैंने सभी तैयारी यूपी के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित आदर्शपुर परीक्षा केंद्र पर रहकर पूर्ण की। संस्थान आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को निःशुल्क आवासीय व प्रशिक्षण सुविधा उपलब्ध करता है। मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद करती हूं कि मेरे जैसी बहुत सी लड़कियों को वहां अवसर प्रदान किया जा रहा है।प्री से लेकर मेंस व इंटरव्यू तक की निःशुल्क सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।शिक्षण ही नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में लड़कियां निकलकर अपना योगदान दे रही हैं।देवरिया निवासी गौरव प्रताप सिंह का चयन नायब तहसीलदार पद पर हुआ है। गौरव ने कहा कि मेरे पिता भी पीसीएस परीक्षा के अभ्यर्थी रह चुके हैं। उनके समय में परीक्षाओं में लेटलतीफी व पारदर्शिता का अभाव आदि समस्याएं बनी रहती थीं।इस बार मात्र 10 महीने में परीक्षा पूर्ण कर कीर्तिमान स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए यह विश्वास दिलाता हूं कि अपने दायित्वों का सत्यनिष्ठा से पालन करुंगा।लखनऊ की सल्तनत परवीन का चयन नियुक्ति विभाग में डिप्टी कलेक्टर पद पर हुआ है। सीएम के हाथों नियुक्ति पत्र पाकर वे खुश नजर आईं। उन्होंने कहा कि यह क्षण  हमेशा अविस्मरणीय रहेगा।लोकसेवा परिणाम घोषित होने के बाद नियुक्ति पत्र वितरण में पहले काफी समय लगता था लेकिन आपकी सरकार में इस प्रक्रिया को पारदर्शी, निष्पक्ष व त्वरित कर नियुक्ति पत्र निर्गत करने में नया कीर्तिमान हासिल किया है। इस सरकार में महिलाओं को सुरक्षा व इंपॉवरमेंट मिला है। प्रयागराज के श्रीराज सोनकर का चयन पुलिस उपाधीक्षक पद पर हुआ है।श्रीराज सोनकर ने कहा कि एक वर्ष के भीतर यूपीपीसीएस 2022 की प्रक्रिया पारदर्शी व निष्पक्षता से पूरी हुई।मैं अभ्युदय योजना का विद्यार्थी रहा हूं।मैंने अधिकारियों के मार्गदर्शन में रहकर तैयारी की जिसकी मदद से मैं एस्पिरेंट्स से अधिकारी तक का सफर तय कर सका।लखनऊ की डॉ. रागिनी चौहान चिकित्साधिकारी पद पर चयनित हुई हैं। डॉ. रागिनी चौहान ने कहा कि सीएम का अभिनंदन करना चाहती हूं कि उन्होंने विगत छह वर्ष में प्रत्येक वर्ष आयुर्वेद व आयुष विभाग में भर्तियों में अधिक से अधिक चिकित्सकों को सरकारी सेवाएं प्रदान करने का अवसर दिया। पिछले 10-12 वर्षों से लंबित नियुक्तियों का समाधान कर अभ्यर्थियों को लाभान्वित किया। महायोगी गुरु गोरक्षनाथ यूनिवर्सिटी की स्थापना, औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा और यूपी को आयुष मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नए योग व वेलनेस सेंटर, आयुष डिस्पेंसरी आदि की योजनाएं लागू कीं।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित 1573 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किये थे। मात्र डेढ़ महीने में सीएम योगी ने सिर्फ स्वास्थ्य विभाग से जुड़े 10 हजार नियुक्ति पत्र वितरित किए है।बाढ़ से बचाव व राहत के लिए 41 जिलों में पूर्वाभ्यास सम्पन्न

आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के अधिकारियों ने की शिरकत

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के समन्वय से गुरूवार को  41 जनपदों पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच, बाराबंकी, गोण्डा, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बदायूं, फर्रूखाबाद, बिजनौर, बलरामपुर, श्रावस्ती, महाराजगंज, गाजीपुर, उन्नाव, बुलंदशहर, कासगंज, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, हमीरपुर, शामली, गौतमबुद्ध नगर, रामपुर, हरदोई, अलीगढ़, प्रयागराज, वाराणसी, मैनपुरी, शाहजहांपुर एवं लखनऊ में बाढ़ आपदा पर राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज आयोजित किया गया।मॉक एक्सरसाइज की अध्यक्षता  राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेज रविन्द्र प्रताप शाही एवीएसएम द्वारा किया गया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली से आये कर्नल कीर्ति प्रताप सिंह, सलाहकार ऑपरेशन एवं कर्नल नदीप अरशद सेनि द्वारा अभ्यास का समन्वय किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार ब्रिगेडियर प्रमोद कुमार सिंह ने किया।कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित अनूप प्रधान बाल्मीकी, राज्यमंत्री राजस्व विभाग ने कहा कि राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का उद्देश्य किसी भी आपदा से निबटने हेतु सरकारी मशीनरी के उपयोग व जन जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने जीएस नवीन कुमार, सचिव राजस्व एवं राहत आयुक्त व राज्य प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के साथ लखनऊ में सभी विभागों के स्टॉल, कमान्ड पोस्ट तथा राहत शिविर का भ्रमण किया एवं आपदा मित्रों के साथ बाढ़ आपदा में उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में चर्चा किया।राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि बाढ़ आपदा पर राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज तीन चरणों में सम्पन्न कराया जाता है, जिसका तीसरा चरण आज मॉक एक्सरसाइज है। जिसमें प्रदेश के चिन्हित जनपद भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस विभाग, अग्निशमन विभाग, पीएएस फ्लड यूनिट, सीआईएसएफ, कृषि विभाग, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, सिंचाई एवं स्वास्थ्य, पंचायतीराज, खाद्य एवं रसद विभाग, परिवहन विभाग, ऊर्जा विभाग, नागरिक सुरक्षा विभाग, दूरसंचार विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, पशुपालन, लोक निर्माण विभाग, आपदा मित्र के साथ अपने-अपने जनपद में राहत-बचाव के कार्य, राहत शिविर प्रबंधन, चिकित्सा शिविर प्रबंधन के साथ अन्य बिन्दुओं पर कार्यवाही एसओपी एवं इन्सीडेंट रिस्पांस सिस्टम के अनुसार किया गया।राहत आयुक्त ने बताया कि मॉक एक्सरसाइज के अन्तर्गत सबसे पहले राज्य स्तरीय कन्ट्रोल रूम से सभी जनपदों को बाढ़ अलर्ट की सूचना दी गयी। उसके उपरान्त जनपदों में एसओपी एवं इन्सीडेंट रिस्पांस सिस्टम के अनुसार कार्यवाही शुरू किया गया। बताया कि प्राधिकरण में उपस्थित राज्य स्तरीय अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सजीव चित्रण देखा एवं उनके कार्यों की समीक्षा भी की। जनपद बरेली में भारतीय वायु सेना ने हेलीकाप्टर द्वारा खाद्य सामग्री वितरण एवं बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। उसके उपरान्त प्राधिकरण के सभी सदस्यों ने लखनऊ में नागरिक सुरक्षा संस्थान, छठा मील, बख्शी का तालाब के पास आयोजित मॉक एक्सरसाइज के स्थल का निरीक्षण किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय व राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के शीर्ष अधिकारियों के अलावा लखनऊ के सम्बंधित अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

नगर विकास मंत्री 22 जुलाई को आगरा एवं मथुरा के वृक्षारोपण कार्यक्रम में करेंगे प्रतिभाग
-ताजनगरी फेस-2 जोनल पार्क के सामने चिन्हित स्थान पर करेंगे वृक्षारोपण
-पौधों को रोपित करने साथ ही सुरक्षा का भी रखा जाये ख्याल-शर्मा

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा मुख्यमंत्री के निर्देश पर 22 जुलाई को वृहद वृक्षारोपण अभियान-2023 में आगरा एवं मथुरा में जाकर वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। इस दौरान आगरा जनपद के प्रभारी मंत्री के रूप में ताज नगरी फेज-2, जोनल पार्क के मुख्य द्वार के सामने चिन्हित भूमि पर पौधरोपण करेंगे। जनपद के  अधिकारी एवं कर्मचारी स्वयं पौधरोपण करेंगे। विद्यालयों, कॉलेजों के बच्चों को इस अभियान से जोड़ा जायेगा और उनके माध्यम से भी पौधरोपण कराया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में हर ग्राम पंचायत तथा सभी नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्रों में भी पौधरोपण किया जायेगा। वृक्षारोपण अभियान-2023 में प्रदेशभर में 35 करोड़ पौधरोपण के सापेक्ष आगरा में 50 लाख एवं मथुरा में 35 लाख पौधरोपण किया जायेगा।नगर विकास मंत्री ने सभी निकाय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वृक्षारोपण अभियान के दौरान अधिकारी अपने निकायांे में लक्ष्य के अनुरूप पौधरोपण कराएं एवं पौधों के संरक्षण व देखभाल भी अवश्य करें, जिससे कि निकायों को हरा-भरा बनाया जा सके। इस बार सभी निकायों में 35 लाख पौधे रोपित किये जाने हैं। इसके लिए स्थान का चिन्हांकन और गड्ढा खुदाई कार्य को समय से पूर्ण कर लें, जिससे कि निर्धारित तिथियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि अपने निकाय के नवनिर्वाचित जन-प्रतिनिधियों, विधायकों, गणमान्य एवं वरिष्ठ नागरिकों, शहीदों के परिवारों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों एवं स्वयंसेवी संगठनों के पदाधिकारियों को भी कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए बुलाया जाय।उन्होंने निकायों के सभी जन-प्रतिनिधियों एवं विधायकों से भी अपील की है कि इस दौरान वे स्वयं भी अपने-अपने निकाय के क्षेत्रों में पौधरोपण कार्यक्रम का नेतृत्व करें और क्षेत्र के निवासियों को अधिक से अधिक पौधरोपण करने एवं इनके संरक्षण के लिए प्रेरित भी करेंनगर विकास मंत्री ने वन महोत्सव को उत्सव की तरह मनाने का आह्वान किया और कहा कि जनसहभागिता के द्वारा  अभियान को सफल बनाया जा सकता है। हरितिमा एप को डाउनलोड कर जो भी पौधारोपण कराएं उसका जियो टैग कराएं।
Aaj National

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