इटावा:10 साल बाद समाजवादी पार्टी ने अपने घर में की वापसी,क्लिक करें और भी खबरें

इटावा:सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के  पीडीए फार्मूले से निकाली इटावा लोकसभा सीट। यहां जितेंद्र दोहरे को हर एक वर्ग का वोट मिला, जबकि भाजपा के लोगों का घमंड ही उसे ले डूबा,इस बार यहां से पिछड़ा,दलित और अल्पसंख्यक वोट नहीं ले सकी भाजपा।
इटावा सुरक्षित सीट पर चाचा शिवपाल सिंह यादव के चरखा दांव में फंस गई।भाजपा यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,गृहमंत्री अमित शाह,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की जनसभाओं में उमड़ी भीड़ वोट में तब्दील नहीं हो सकी।इसी तरह यूपी में हिट रहा अखिलेश यादव का पीडीए फार्मूला।

 फ्रेंड्स कॉलोनी में सपा जनों ने की आतिशबाजी

इटावा सुरक्षित लोकसभा सीट पर जीत के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई एवं जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक उर्फ अंशुल यादव के घर फ्रेंड्स कॉलोनी में देर शाम जमकर चली आतिशबाजी।सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर मनाया जश्न,अखिलेश यादव के दूसरे चचेरे भाई आर्यन यादव एवं सपा से नवनिर्वाचित सांसद जितेंद्र दोहरे ने अखिलेश यादव की नीतियों एवं पी डी ए को माना गेम चेंजर।इस मौके पर सपा के जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य बब्लू व पूर्व सदर प्रत्याशी सर्वेश शाक्य सहित अन्य पार्टी नेता भी रहे मौजूद।

विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून पर विशेष:बढ़ता तापमान जीव जंतुओं सहित मानव जाति के लिए खतरे की घंटी

-धरती बन रही है आग का गोला अब केवल वृक्षारोपण ही है अंतिम विकल्प

बड़े भाग्य मानुष तन पावा जलवायु परिवर्तन के गंभीर संकट के दौर में यह प्रसिद्ध पंक्तियां अब मनुष्य लगातार भूलता ही चला जा रहा है। दूसरो को रास्ता दिखाने वाला मनुष्य अब उस शेखचिल्ली की तरह व्यवहार कर रहा है जो अपनी ही डाल को काट रहा था जिस पर वह कभी बैठा हुआ था। ईश्वर ने भी धरती पर मनुष्य जाति को बुद्धि प्रदान कर यह सोचकर एक सर्वश्रेष्ठ जीव की रचना की थी कि वह धरती को हरा भरा और सुंदर बनाएगा। लेकिन, आज  मनुष्य ने अपने ही कुछ न कुछ निजी स्वार्थ के लिए धरती पर मौजूद प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन करके धरती पर मौजूद सभी छोटे बड़े जीव जंतुओं सहित स्वयं अपनी ही मानव जाति के अस्तित्व को ही खतरे में डाल दिया है।
आज धरती के समस्त वायुमंडल में इतना ज्यादा उत्सर्जित कार्बन मौजूद है कि ग्रीन हाउस इफेक्ट के चलते धरती लगातार गर्म होती जा रही है और पृथ्वी के मौसम में भी लगातार आमूलचूल परिवर्तन होते जा रहे हैं,जो गर्म जलवायु,बाढ़, भूकम्प,सूखा,महामारी आदि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के रूप में भविष्य में हमारे सामने कभी न कभी आते ही रहेंगे। जलवायु परिवर्तन के शोध से जुड़े शीर्ष वैज्ञानिक इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि,लगातार बढ़ती वैश्विक जनसंख्या के साथ ऑटोमोबाइल कार्बन उत्सर्जन के साथ ग्रीन हाउस गैसों का बढ़ता दायरा, लगातार जंगल में लगने वाली आग या हाइवे के निर्माण के समय हजारों पेड़ों का कटान भी अब जलवायु परिवर्तन का प्रमुख कारण बनकर हम सबके सामने आ रहा है।
अब जरा इस महत्वपूर्ण बात को भी समझ लीजिए कि,पूरी पृथ्वी पर वैश्विक तापमान में वृद्धि का सीधा मतलब है पृथ्वी के सामान्य तापमान में असामान्य बढ़ोतरी जिसका सीधा संबंध होता है जलवायु परिवर्तन से और उसका संबंध होता है किसी भी देश की सामान्य वर्षा और वहां के वार्षिक मानसून से और चूंकि मानसून का सीधा संबंध होता ही हमारी फसलों की वृद्धि से और फसलों की वृद्धि का संबंध है उत्पादन के प्रतिशत से और फिर खाद्यान्न उत्पादन प्रतिशत का सीधा संबंध है विश्व की जनसंख्या के भोजन, महंगाई,स्वास्थ्य और जनता की औसत आयु से। अब जब जलवायु परिवर्तन का बढ़ते तापमान से इतना गहरा संबंध है तो हम सब यह भी जान ही लें कि, हमारी आज की ये बड़ी मानवीय भूल बार बार हम सभी से क्यों हो रही है? और उसका एक ठोस समाधान क्या हो सकता है ? और इन सब समस्याओं से भी महत्वपूर्ण एक बात यह भी है कि, मानव सभ्यता के लाखों करोड़ों वर्ष गुजर जाने और लंबे जीवन संघर्ष के बाद अस्तित्व में आई यही अति विकसित मानव जाति की सभ्यता अब स्वयं ही अपनी निजी स्वार्थ की इन्हीं करतूतों से किसी न किसी दिन लाखों करोड़ों वर्ष पीछे भी चली ही जायेगी। तब हमारे अध्यधिक विकसित प्रजाति होने समूची मानव जाति को एक बहुत बड़ा खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा। और फिर एक बार लाखों करोड़ों वर्ष के लिए विलुप्त होने के बाद न जाने किस ग्रह पर मानव जाति पुनः जन्म लेगी भी या नहीं या यह रहस्य भविष्य के गर्त में ही करोड़ों वर्षों तक  छुपा रहेगा। और शायद फिर से कभी शुरू होगा उसी प्रथम कोशा पुनर्जन्म या फिर किसी कीचड़ से किसी एक कोशकीय जीव की विकास की एक लम्बी यात्रा या मनुष्य की प्रथम जाति का कोई सुनहरा उद्भवकाल। इसी क्रम में विश्व के विभिन्न आर्कियोलॉजिस्ट के मत के अनुसार धरती पर मानव जाति आज से लगभग 53 लाख वर्ष पूर्व पैदा हुई थी । आज का विकसित मानव  भी लगभग 2,00,000 वर्ष पूर्व धरती पर अस्तित्व में आया था। अब इतने लंबे समय और बेतहाशा कड़े संघर्ष के बाद आज का मानव अपने जीवन संघर्ष के एक ऐसे मुहाने पर आकर खड़ा हो गया है जहां से अब उसके पास सोचने का नही बस सही समय पर सही निर्णय लेने का ही समय शेष मात्र है।यदि हम दस वर्ष पूर्व में दुनियां के सबसे गर्म स्‍थान को देखें तो वो जगह ईरान का बंदर-ए-महशाहर है जिसमे जुलाई 2015 में इस जगह का अधिकतम तापमान 74 डिग्री सेल्सियस था। इससे पूर्व यहां सबसे ज्‍यादा तापमान 51 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया था साल 2003 से 2009 के बीच जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार इसके बाद ईरान के ही दश्‍त-ए-लूट में अधिकतम तापमान 70.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था लेकिन ईरान का यह इलाका पूरी तरह से वीरान भी है जहां पर कोई भी इंसान ही नहीं रहता है। अब इसी जलवायु परिवर्तन के दौर में हमे यह भी जान ही लेना चाहिए की मानव शुक्राणु भी एक निश्चित अधिकतम तापमान पर ही जीवित रह सकते है। इसीलिए प्रकृति द्वारा भी इन्हें मानव शरीर मैं मौजूद अंडकोष में सुरक्षित रूप से अलग रखा गया है ।

डीएम-एसएसपी ने सकुशल संपन्न कराई मतगणना

जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 की मतगणना को कड़ी सुरक्षा- व्यवस्था में भ्रमणशील रहकर सकुशल संपन्न कराया ।जनपद इटावा में जसवन्तनगर, भरथना एवं सदर इटावा के लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के सम्पन्न हुते मतदान की मतगणना को मंगलवार को जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार द्वारा मतगणना स्थलों पर पुलिस बल के साथ पहुंचकर समस्त स्तरों पर सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबन्द रखते हुए मतगणना को सकुशल संपन्न कराया ।

यूपी में मुलायम परिवार से 5 सदस्यों ने जीती लोकसभा सीटें

इटावा के सैफई से स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव परिवार के 5 सदस्यों ने लोकसभा चुनाव जीतकर फिर इतिहास रच दिया।सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कन्नौज,उनकी पत्नी डिंपल यादव ने मैनपुरी, चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव ने आजमगढ़,दूसरे चचेरे भाई व चाचा शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य उर्फ अंकुर यादव ने बदायूं और रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव ने फिरोजाबाद सीट से जीत हासिल करके कीर्तिमान बना लिया।

Aaj National

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *