LUCKNOW:IT हेड की गिरफ्तारी को लेकर सपाइयों ने नारेबाजी कर दिया धरना,अखिलेश भी पहुंचे

-बैरिकेटिंग तोड़ अंदर घुस रहे कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज,अखिलेश ने लगाये आरोप

– मनीष जगन अग्रवाल से जेल मिलने गए अखिलेश यादव को होना पड़ा निराश,नही हुई मुलाकात

लखनऊ।समाजवादी पार्टी के ट्यूटर हैन्डल से  अभद्र टिप्पणी करने वाले सपा के आईटी सेल हेड मनीष जगन अग्रवाल को हजरतगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।उनकी गिरफ्तारी के बाद रविवार को सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पुलिस मुख्यालय नेताओं के साथ पहुँच गए।उनके डीजीपी कार्यालय पहुंचने की खबर लगते ही सैकड़ो सपाई आनन फानन में डीजीपी मुख्यालय पहुँच गए। रिहाई को लेकर धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ तीखी झड़प भी हुई।सुबह 9:55 बजे पर अखिलेश यादव पुलिस मुख्यालय पहुंच कर धरना शुरू किया। धरना प्रदर्शन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल व विधायक रविदास मल्होत्रा के साथ के साथ अखिलेश यादव मुख्यालय के अंदर धरनें पर बैठे। पुलिस मुख्यालय के गेट नंबर दो पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य सपाइयों के साथ धरने पर डटे रहे। पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन की सूचना के बाद पुलिस के बैरिकेटिंग कर सपाइयों को अंदर जाने से रोक दिया। कुछ देर बाद बैरिकेटिंग तोड़ कर सपाई अंदर घुसने लगे तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठी चार्ज किया। लाठी चार्ज के बाद स्थित नियंत्रण में हुई तो पुलिस ने दोबारा बैरिकेटिंग कर सपाइयों को मुख्यालय के बाहर ही रोक दिया। करीब 1:30 बजे धरना समाप्त कर अखिलेश यादव जेल के लिए रवाना हुये। 1:50 बजे अखिलेश यादव गोसाईंगंज होते हुए जिला कारागार पहुंचे। जहां पर अभद्र टिप्पणी  के आरोप में जेल भेजे गए मनीष जगन अग्रवाल से मुलाकात करने का प्रयाश किया,लेकिन करीब एक घण्टा इंतजार करने के बाद भी उनकी  मुलाकात नही हो सकी।इसके बाद सपा सुप्रीमों ने कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह निष्किय हो चुकी है। उसके खिलाफ आवाज उठाने वालों को दबाने का प्रयास किया जाता है या फिर उसे जेल भेज दिया जाता है। जनता अब इस बात को भली भांति समझ चुकी है। लेकिन बीजेपी के मंसूबो से सामाजवादी पार्टी डरने वाली नहीं है।

पुलिस अफसर ने दिया चाय का ऑफर,बोले अखिलेश, हम यहां की चाय नहीं पी सकते हैं, जहर दे दोगे तब…?

पुलिस मुख्यालय पहुंचे अखिलेश यादव वहां कार्यकर्ताओं के साथ बैठ गए।इस मौके पर अखिलेश यादव को ज्वाइंट सीपी पीयूष मोर्डिया ने चाय का ऑफर दिया तो उन्होंने साफ शब्दों में चाय पीने से इनकार करते हुए कहा कि हम  यहां की चाय नहीं पीएंगे। बाहर की पीएंगे।उन्होंने यह भी कहा कि हम यहां की चाय नहीं पी सकते हैं, जहर दे दोगे तब…? यही नही उन्होंने यह भी कहा कि हमें भरोसा नहीं है। आप अपनी चाय पीजिए, हम अपनी पीएंगे।इस मौके पर उन्होंने एक कार्यकर्ता को बाहर से चाय लाने को कहा।

एडीजी प्रशांत कुमार बोले अखिलेश यादव ने पी चाय

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के डीजीपी मुख्यालय पहुचने के बाद एक्शन में आये एडीजी कानून व्यवस्था ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तत्काल अपना पक्ष प्रस्तुत कर कहा कि पुलिस हेडक्वार्टर अखिलेश यादव मनीष की गिरफ्तारी के बारे में जानने आए थे। पुलिस हेडक्वार्टर में सपाअध्यक्ष ने प्रश्न किया कि मनीष जगन अग्रवाल को पुलिस क्यों गिरफ्तार कर लाई है। उन्होंने पहले से कोई जानकारी नहीं दी थी।उन्होंने अखिलेश यादव के चाय पीने पर कहा कि उन्हें चाय पीने के लिए ऑफर किया गया। उन्होंने यहां चाय पी । जिसके बाद वे यहां से प्रस्थान किए है।एडीजी कानून व्यवस्था ने कहा कि उन्होंने मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी को लेकर बात की।उनसे कहा दिया गया कि पुलिस ने जो कुछ किया है वह साक्ष्य के आधार पर किया है।गिरफ्तार व्यक्ति ने मर्यादाओं की सीमा लांघते हुए अभद्र ट्वीट किए हैं। जो आरोप हैं।उन्ही धाराओं में गिरफ्तार करके जेल भेजा दिया गया है।उन्होंने बताया कि ​​मनीष की गिरफ्तारी विश्व गौरव त्रिपाठी की तहरीर पर दर्ज केस में हुई है। यह केस हजरतगंज कोतवाली में मनीष जगन अग्रवाल समेत तीन लोगों के खिलाफ दर्ज है। इसके अलावा, एक अन्य मामले में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। उसमें पुलिस ने गिरफ्तारी की है।उन्होंने कहा कि डीजीपी मुख्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को लेकर उनके पास सभी वीडियो फुटेज मौजूद हैं।पुलिस उसके अनुसार कार्रवाई करेगी।

मनीष जगन पर यह लगे आरोप,जाने पूरा प्रकरण 

बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया प्रभारी ऋचा राजपूत ने मनीष जगन के विरुद्ध शिकायत की थी कि समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रेप करने व जान से मारने की धमकी दी जा रही है। ऋचा की शिकायत के बाद लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए मुकदमा दर्ज किया था।इसके अलावा एक महिला पत्रकार के साथ दो अन्य पत्रकारों ने भी सपा मीडिया सेल के खिलाफ लखनऊ के कई थानों में शिकायत दर्ज करवाई है। वहीं इसके अलावा बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के खिलाफ अदालत में परिवाद दायर किया है, जिसमें उन्होंने समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल द्वारा लगातार परिवार और अन्य मामलों पर धमकी और अभद्र भाषा की जाने का आरोप लगाया था।

संसद डिंपल यादव के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी के मामले में ऋचा राजपूत के खिलाफ मुकदमा दर्ज

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और मैनपुरी सांसद डिंपल यादव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में ऋचा राजपूत के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है।यह मुकदमा सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की तहरीर पर यूपी बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज डॉ. ऋचा राजपूत के खिलाफ हजरतगंज थाने में दर्ज कराया है।पुलिस को दी तहरीर में कहा गया है कि डॉ. ऋचा राजपूत  अपने वेरीफाइड ट्वीटर एकाउन्ट से समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव  के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करके ट्वीट किया है।प्रदेश अध्यक्ष ने तहरीर के साथ किये गए ट्वीट की छाया कॉपी भी संलग्न की है।तहरीर में कहा गया है कि ऋचा राजपूत की अभद्र टिप्पणी महिलाओं के विरुद्ध अपराध को बढ़ावा देती है, जिससे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता व अन्य जनमानस मे रोष व्याप्त है।तहरीर में आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी अपनी युवा नेता से  राष्ट्रीय अध्यक्ष की पत्नी और बेटी पर अभद्र टिप्पणियां करवा रही है।सपा प्रदेश अध्यक्ष की तहरीर पर अभद्रता करने वाली नेता पर एफआईआर दर्ज की गई है।

Aaj National

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *