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प्रेम शर्मा
लखनऊ।इकाना स्टेडियम में आयोजित भारत व न्यूजीलैंड के दिनांक 29 जनवरी 2023 के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच को जीरो वेस्ट व सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री मैच बनाए जाने पर लखनऊ नगर निगम को इनस्टिट्यूट ऑफ सस्टेंनेबल, कुरुक्षेत्र द्वारा आज प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।शहर के अंर्तराष्ट्रीय स्तर के इकाना स्टेडियम में सम्पन्न हुए भारत बनाम न्यूजीघ्लैंड के मध्य क्रिकेट मैच को लखनऊ नगर निगम स्वच्छता की दृष्टि से सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री एवं जीरो वेस्ट मैच बनाया गया था। इसके लिए मैच को देखने आए दर्शकों में पर्यावरण एवं स्वच्छता के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉलीथिन का उपयोग न करने हेतु जागरूकता संदेश जगह-जगह पर लगाये गए तथा टीम इंडिया और टीम न्यूजीलैंड के स्टैड के पास ही जीरो वेस्ट इवेंट से जुड़े सेल्फी कटआउट भी स्थापित किये गए। आयोजन को जीरो वेस्ट बनाये जाने के लिए क्रिकेट मैच के दौरान उत्सर्जित सूखे कचरे को ग्यारह प्रकार के पृथक-पृथक करने के उपरांत रिसाइकलर्स को भेजा गया। गीले कचरे को एकत्रित करने के उपरांत आर्गेनिक वेस्ट कर्न्वटर के माध्यम से प्रसंस्करण किया गया। जल संरक्षण के प्रति भी शहरवासियों को जागरूक किया गया।
परी सेनटरी पैड यूपी में करेगा भारी निवेश
ग्लोबल समिट में परी सेनेटरी पैड का स्टाल
जी 20 एवं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल हुए सूथ हेल्थ केयर के सीईओ साहिल धारिया ने कहा कि परी सेनेटरी पैड ने अपना प्लांट नोएडा में स्थापित किया है। यूरोपीय देशों में शत प्रति सेनेटरी पेड के उपयोग के साथ भारत की आबादी के बराबर चीन में 80 प्रतिशत के सापेक्ष भारत में अभी 25 प्रतिशत सेनेटरी पैड का उपयोग हो रहा है। हमारा लक्ष्य है कि हम इसे चीन के बराबर 80 प्रतिशत अगले दो वर्षो में ले आए। लगभग 23 रूपये महीने के खर्च में हम यह सुविधा उपलब्ध करा रहे है। हम उत्तर प्रदेश की 12 करोड़ की आधी आबादी को लक्ष्य बनाकर चल रहे है। हमारा ब्राण्ड 28 राज्यों में तीन लाख आउटलेट में उपलब्ध है।उन्होंने बताया कि हमने ग्लोबल समिट स्थल पर अपना परी पेड का स्टाल लगाया है। साहिल धारिया द्वारा स्थापित, सूथ हेल्थकेयर ‘‘ परी सेनेटरी पैड’’ के निर्माण, वितरण और विपणन में लगी हुई है। ब्रांड ने सरकार द्वारा प्रदान किए गए विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए यूपी में अपनी पहली विनिर्माण सुविधा स्थापित की है।जब हमने ब्रांड की शुरुआत की थी तब केवल 12 प्रतिशत भारतीय महिलाएं सैनिटरी पैड का इस्तेमाल कर रही थीं। हमने इस चलन को उलटने के लिए परी सेनेटरी पैड की शुरुआत की और यह ब्रांड अब लाखों महिलाओं को सैनिटरी पैड बेचता है। कम समय में उद्यम और अगले तीन वर्षों में 1000 करोड़ हासिल करने के रास्ते पर है। परी सैनिटरी पैड्स ने श्रेणी में वैश्विक दिग्गजों को टक्कर देते हुए तेजी से विकास किया है और इसने एक महत्वपूर्ण खुदरा उपस्थिति और एक शानदार टॉपलाइन बनाई है।ये उत्पाद पूरे भारत में 300,000 जनरल ट्रेड स्टोर्स, सुपरमार्केट्स, हाइपरमार्केट्स और प्रमुख ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस पर उपलब्ध हैं। इसके अलावा, महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से, ब्रांड महिलाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर पैदा कर रहा है। हम 80 प्रतिशत कॉर्पोरेट कर्मचारियों वाला एक संगठन हैं।
ग्रेड पे और उत्पीड़न को लेकर निदेशक से मिले राजस्व निरीक्षक
स्थानीय निकाय केन्द्रीयत राजस्व सेवा कर्मचारी कल्याण एसो. के साथ अगले सप्ताह होगी बैठक
उ.प्र. स्थानीय निकाय केन्द्रीयत राजस्व सेवा कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन के प्रतिनिधि मण्डल ने निदेशक स्थानीय निकाय से मुलाकात कर उन्हें ग्रेड पे , राजस्व वसूली के नाम पर राजस्व निरीक्षकों पर हो रही अनावश्यक कार्यवाही और स्थायीकरण के मुद्दे पर अपर मुख्य सचिव स्तर पर जारी कइ्र्र निर्देश के अनुसार निदेशक स्तर पर प्रस्ताव भेजने सहित कई मुद्दो ंपर वार्ता से पूर्व उन्हे स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस दौरान निदेशक स्थानीय निकाय श्रीमती नेहा शर्मा द्वारा जी 20 एवं लोबल इन्वेस्टर्स समिट के चलते प्रतिनिधि मण्डल से अगले सप्ताह बैठक का आश्वासन दिया। इस दौरान उप निदेशक रश्मि सिंह और उप निदेशक ट्रेनिग के साथ एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रशान्त मिश्रा, महामंत्री अभय प्रताप सिंह, प्रदीप शर्मा, शिखा त्रिवेदी, सचिन, रजनीश यादव, डा. अशोक कुमार, जितेन्द्र यादव, अवनीश पाण्डेय और प्रमोद मौर्या मौजूद थे।निदेशक को बताया गया कि राजस्व वसूली के नाम पर उच्च अधिकारियों को छोडकर सिर्फ राजस्व निरीक्षकों पर की जा रही कार्रवाई पर रोष जताया गया। इस दौरान प्रतिनिधि मण्डल ने अपर मुख्य सचिव कार्मिक की अध्यक्षता में संवर्ग पुनर्गठन, स्थायीकरण, पाॅच वर्ष अहंकारी सेवा पूर्ण करने पर पदोन्नति की कार्रवाई, कर अधीक्षकों का वेतनमान 4600 से बढाकर 4800 रूपये, केन्द्रीयत सेवा के कार्मिका का कार्य किसी अन्य वर्ग से लिए जाने पर भी प्रतिनिधि मण्डल ने रोष जताया।