वाराणसी:खुले में सोता हुआ कोई मिला तो सम्बंधित अफसर की खैर नहीं,क्लिक करें और भी खबरें

कमिश्नर और डीएम ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

  • REPORT BY: MUKESH JAISWAL||AAJNATIONAL NEWS DEASK

वाराणसी। कमिश्नर कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में मंडलीय समीक्षा बैठक हुई। कमिश्नर ने कहा कि कोई खुले में सोता हुआ न मिले। सभी अफसर निगरानी करते रहें।कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में कमिश्नर और डीएम ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने पुरानी फाइलों में दर्ज मामलों को लेकर भी चर्चा की। कहा कि नए-पुराने विवाद जल्द से जल्द निपटाएं। रैनबसेरों के संबंधित एसडीएम, एसीएम निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था, लाई-चना, पीने के पानी, शौचालय, सफाईकर्मी, अलाव की व्यवस्था की जांच करें। साथ ही शनिवार शाम तक फोटो भेजें। नेडा की ओर से बताया गया कि पीएम सूर्य घर योजना में पंजीकरण पहले से बढ़ा है। वाराणसी में 7800 लोगों को लाभ मिल चुका है। कमिश्नर ने सभी सीडीओ को लंबित कार्यों और डाटा फीडिंग का तेजी से कराने को कहा ताकि जिले को टॉप-20 में लाया जा सके। दुग्ध विकास विभाग की समीक्षा में मंडल के चारों जिले की निजी, सहकारी और सरकारी समिति की संख्या, विभिन्न संगठनों, किसानों की संख्या और दुग्ध की उत्पादकता की जानकारी एक सप्ताह में देने को निर्देशित किया गया। पेंशन के रिकॉर्ड को मैनुअल फीड करने को कहा गया। फैमिली आईडी बनाने के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। वन विभाग की कार्बन क्रेडिट योजना का लाभ सुनिश्चित करने के लिए सभी चारों जिले पौधरोपण में अच्छे पाए गए। इस पर दो ग्राम पंचायतों का नाम शासन में भेजने को कहा गया। निराश्रित गोवंशों की गोशालाओं का सीडीओ खुद निरीक्षण कर लें।कमिश्नर कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार को राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक की गई। उन्होंने कहा कि वाद निस्तारण में पुरानी फाइलों को ऊपर रखा जाए। इसकी रैंडम जांच भी की जाए। कमिश्नर ने कहा कि धारा-34 के वाद वर्षों तक लंबित न रहे और आपत्ति वाली फाइल को अनावश्यक रूप से लंबित न रखें। वहीं, रिस्टोर के नाम पर वर्षों तक फाइल लंबित न रहे इसका भी ध्यान दिया जाए। उन्होंने अंश निर्धारण, रियल टाइम खतौनी और पट्टों का आवंटन  भी पूरा करने को कहा। सभी डीएम को निर्देश दिए कि अगले डेढ़ महीनों में तहसीलों का निरीक्षण कर लें। पोर्टल पर कोई ऑडिट आपत्ति लंबित न रहे। बैठक में डीएम एस राजलिंगम, वन संरक्षक डॉ रवि कुमार सिंह, सीडीओ हिमांशु नागपाल समेत अन्य जिलों के अफसर वर्चुअल जुड़े।कमिश्नर कौशल राज शर्मा और महानिरीक्षक वाराणसी रेंज मोहित गुप्ता ने रविवार को उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली पीसीएस परीक्षा की भी समीक्षा की। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर कैमरे की व्यवस्था, क्लॉक रूम, प्रश्न पत्रों की उचित सुरक्षा सुनिश्चित करने को निर्देश दिए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त बैठक कर सकुशल परीक्षा के लिए सभी मापदंडों को पूरा करने और केंद्रों पर बिजली, पानी की उचित व्यवस्था करने को कहा। स्टेशन से परीक्षा केंद्रों तक यातायात सामान्य रहे पुलिस विभाग इसे भी सुनिश्चित करें।

आंबेडकर पर दिए बयान को समझने की जरूरत, राजनीतिक रोटियां न सेंके विपक्ष : अरुण पाठक

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पहले बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर एक बयान दिया था। इस पर विपक्ष लगातार भाजपा पर हमला बोल रहा है। कहा जा रहा है कि भाजपा ने आंबेडकर का अपमान किया है। वहीं, विश्व हिंदू सेना और अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष (युवा) ने अमित शाह का समर्थन किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान तो किया नहीं है कि विपक्ष इतना हंगामा कर रहा है। विपक्षी पार्टियां उस समय कहां रहती हैं जब रामचरितमानस का अपमान होता है। उक्त बातें विश्व हिन्दू सेना और अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्र अध्यक्ष (युवा) अरुण पाठक ने शुक्रवार को व्यक्त किए। उन्होंने सदन में अमित शाह द्वारा आंबेडकर पर दिए गए बयान का समर्थन किया।अरुण पाठक ने कहा कि भाजपा नेता अमित शाह ने किसी भी तरीके से बाबा साहब का अपमान नहीं किया है। उन्होंने आंबेडकर के जरिए विपक्षी और वामपंथियों से खास अपील की है जिसे समझने की जरूरत है। विहिसे अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में कोई भी खड़ा होकर सनातन, हिन्दुत्व और हमारे देवी-देवताओं को अपमानित करने लग रहा है। ऐसे समय में विपक्ष के लोग भी उनका समर्थन करते हैं। हिन्दू राष्ट के प्रति विपक्षियों की ओछी सोच को भाजपा ने हर वक्त आइना दिखाया है। इस बार भी ऐसा ही कुछ है, जिसका नेतृत्व अमित शाह ने किया है।हिन्दू नेता अरुण पाठक ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह के समर्थन में एक्स पर पोस्ट भी किया है। उन्होंने लिखा है कि जब हमारे पूजा पंडालों और मंदिरों पर हमले होते हैं तो विपक्ष मिठी मुस्कान मारता है। बांग्लादेश और संभल जैसे मामलों में विपक्ष का भाजपा के साथ एकजुट होना चाहिए लेकिन वे लोग इसमें भी अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं।

सांप्रदायिकता भड़काने के मामले में तीन गिरफ्तार

गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब आंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर आक्रोशित छात्रों ने गृहमंत्री की तस्वीर जलाई थी। इसे लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही तीन छात्रों को गिरफ्तार किया गया। लंका मालवीय चौराहा पर बृहस्पतिवार की देर शाम एनएसयूआई के क्षेत्रीय के अध्यक्ष सुमन आनंद अपने फोटोग्राफर विपिन सहित 10 से 15 अज्ञात लोगों के साथ पहुंचे। मालवीय चौराहा पर सांप्रदायिकता भावनाओं को भड़काने संबंधित नारे बाजी करते हुए बैनर झंडा लहराने लगे। देश के गृहमंत्री की तस्वीर वाले पोस्टर को लेकर नारेबाजी करते हुए पुतले में आग लगाकर सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया। लंका पुलिस ने इस मामले में मौके से सुमन आनंद और विपिन, रोहित बिहारी को हिरासत में लेकर थाने भिजवाया। उनके खिलाफ लंका प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्रा की शिकायत पर केस दर्ज कर शुक्रवार को जेल भेजा दिया। दोनों की गिरफ्तारी जानकारी मिलने पर कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ शुक्रवार दोपहर को लंका थाना पर पहुंचे। पुलिस द्वारा गिरफ्तारी को गलत बताते हुए रोष जताया है।

सड़क चौड़ीकरण, लोहता बाजार से हटाया जा रहा अतिक्रमण

लोहता बाजार में अतिक्रमण को हटाने का सिलसिला जारी है। ऐसे में सड़क चौड़ीकरण में जो भाग थाने का आया है, उसे तोड़ा गया है।वाराणसी-भदोही मार्ग पर चांदपुर से परमपुर तक फोर लेन बनाया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग की ओर से इस मार्ग पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में लोहता थाने की चहारदीवारी को पहले ही हटा दिया गया था। वहीं शुक्रवार को कार्यालय और रसोईघर घर को ध्वस्त कर दिया गया। शहर के मार्गों पर चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। ऐसे में अतिक्रमण हटाने में टीमें लगी हैं। लोहता बाजार में अतिक्रमण को हटाने का सिलसिला भी जारी है। ऐसे में सड़क चौड़ीकरण में जो भाग थाने का आया है, उसे तोड़ा गया है। जिसमें एक रसोईघर का कमरा और कार्यालय भी था। बता दें कि अतिक्रमण की जद में आ रहे सभी मकानों और दुकानों पर लोक निर्माण विभाग ने नापी करके निशान पहले ही लगा दिया था।

काशी में महाशिवरात्रि पर 13 अखाड़े करेंगे पेशवाई, घाटों पर धुनी रमाएंगे संन्यासी

महाकुंभ के बाद महाशिवरात्रि पर काशी में 13 अखाड़े पेशवाई करेंगे। साथ ही गंगा घाटों पर धुनी रमाए साधुओं की टोली भी डेरा डालेगी। इसे लेकर प्रशासन ने तैयारी की जिम्मेदारी भी सौंप दी है। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में भी महाकुंभ का वैभव दुनिया देखेगी। महाकुंभ में स्नान के बाद अखाड़ों का अगला पड़ाव काशी ही रहेगी। देवादिदेव महादेव का अभिषेक करके अखाड़ों के महामंडलेश्वर धर्मध्वजा को अनंत काल तक फहराने का आशीर्वाद मांगेंगे। इस दौरान काशी की सड़कों पर अखाड़ों की पेशवाई होगी, वहीं गंगा घाटों पर धुनी रमाए साधुओं की टोली भी डेरा डालेगी।महाकुंभ के समापन के बाद 13 अखाड़े बनारस में बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए पहुंचेंगे। महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को काशी में अखाड़ों की पेशवाई होगी। गाजे-बाजे, रथ, हाथी और घोड़े के साथ अखाड़ों की पेशवाई अखाड़ों से श्री काशी विश्वनाथ धाम के साथ ही शहर की सड़कों पर निकलेगी। इस दौरान काशी की जनता बाबा विश्वनाथ की सेना के रूप में मशहूर नागा साधुओं का वैभव देखेगी। अपनी-अपनी धर्मध्वजा के साथ अखाड़ों के महामंडलेश्वर पेशवाई का नेतृत्व करेंगे।श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा और उसके भ्राता अखाड़े कहे जाने वाले श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े और अग्नि अखाड़े के संन्यासी पूरे विधि विधान के साथ अपने-अपने अखाड़ों के इष्ट का आह्वान कर अपनी धर्म ध्वजा के साथ पेशवाई में शामिल होंगे। इसके अलावा महानिर्वाणी, निरंजनी, आनंद और अटल अखाड़े समेत सभी 13 अखाड़े नागा साधुओं के साथ काशी प्रवास करेंगे। जिला प्रशासन की ओर से पेशवाई के इंतजाम के लिए विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंप दी गई है।काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रो. रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि नागा साधु भगवान शिव की सेना कहे जाते हैं। 84 कोशात्मक काशी में महाकुंभ के बाद ये अपने इष्ट के जलाभिषेक के लिए काशी आएंगे। महाशिवरात्रि पर सभी 13 अखाड़ों की भव्य पेशवाई निकलेगी। अखाड़ों के महामंडलेश्वर पेशवाई के साथ ही बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करके सनातन की धर्मध्व को अनंत काल तक फहराने का आशीर्वाद लेंगे।महाकुंभ के पलट प्रवाह के दौरान गंगा के तट पर भी अखाड़ों के विविध रंग नजर आएंगे। साधु-संन्यासी गंगा के तट पर अपनी-अपनी धुनी रमाएंगे। कोई साधु एक पैर पर खड़ा होगा तो कोई धुनी रमाए होगा। कोई नागा वेश में होगा तो कोई भस्म रमाए होगा। कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे ही गंगा के तट पर साधुओं का डेरा जमेगा।

काशी के पुराने मंदिरों के लिए आगे आया अखाड़ा परिषद

मंदिरों के शहर काशी के प्राचीन मंदिरों का वैभव फिर से लौटाने की तैयारी है। अखाड़ा परिषद काशी के पुराने मंदिरों को पैसे जुटाकर खरीदेगा। महाकुंभ में इसका शंखनाद होगा। शहर के सभी मंदिरों में राग-भोग और जीर्णोद्धार की जिम्मेदारी अब अखाड़ा परिषद उठाएगा। मंदिरों की रक्षा के लिए सनातनधर्मियों और अखाड़ों के सहयोग से एक कोष का निर्माण किया जाएगा। अखाड़ा परिषद ऐसे मंदिरों को ढूंढकर उन्हें कब्जे से मुक्त कराएगा,जहां पूजन नहीं हो रहा है, वहां राग-भोग का इंतजाम होगा। इसके साथ ही जहां मंदिरों के जीर्णोद्धार की जरूरत होगी उसका जीर्णोद्धार भी कराया जाएगा। काशी विद्वत परिषद ने अखाड़ा परिषद से संपर्क किया है और महाकुंभ में 17 जनवरी को होने वाली बैठक में यह मुद्दा प्रमुख होगा। बनारस की गलियों में हिंदू और मुसलमानों के मोहल्लों में कई काशी खंडोक्त मंदिर विराजमान हैं। कहीं पूजा हो रही है तो कहीं पूजा बंद हो चुकी है और कई मंदिर तो अब लुप्तप्राय हैं। काशी विद्वत परिषद ने सनातन रक्षक दल के सहयोग से ऐसे मंदिरों की सूची तैयार करने का बीड़ा उठाया है। मंदिरों को कब्जे से मुक्त कराने के लिए वर्तमान सर्किल रेट से खरीद की जाएगी। अगर कोई उस मकान में रह रहा है तो उससे मंदिर के अंश को छोड़ने का भी आग्रह किया जाएगा। मोहल्ले में मिलने वाले मंदिरों में काशी विद्वत परिषद के निर्देशन में राग भोग का इंतजाम कराया जाएगा। पुजारी की नियुक्ति की जाएगी। काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रो. रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि अखाड़ा परिषद, आचार्य और महामंडलेश्वर से सनातन धर्म की रक्षा में सहयोग के लिए कोष बनाने का आग्रह किया गया है। अखाड़ा परिषद से इस मामले में संपर्क किया गया है और 17 जनवरी को होने वाली बैठक में नए बैंक खाते खोलने पर सहमति भी बन जाएगी।

 

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