JHANSI NEWS :चारधाम तीर्थयात्रा कर लौट रही महिला की मौत,क्लिक कर देखें और कई खबरें

JHANSI :झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर पतालकोट एक्सप्रेस ट्रेन में एक महिला यात्री की मौत हो गई। वह अपने ग्रुप के साथ चारधाम तीर्थयात्रा कर मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा लौट रही थी। तभी झांसी से पहले उनकी तबीयत बिगड़ गई। जीआरपी ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। परिजन शव लेकर छिड़वाड़ा के लिए रवाना हो गए। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के नोनिया गांव निवासी रक्खो धोरसे (60) पत्नी भाऊराव घोरसे हाउसवाइफ थी। वह बड़ी बहन बक्कू बाई समेत 40 लोगों के ग्रुप के साथ 24 मई को घर से चारधाम यात्रा पर निकली थी। शनिवार को हरिद्वार में दर्शन करने के बाद सभी पतालकोट एक्सप्रेस से घर लौट रहे थे। बक्कू बाई ने बताया कि शाम को डबरा के पास छोटी बहन ने ट्रेन में खाना खाया। फिर वह बॉशरूम से लौटकर आई तो अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद वह ट्रेन में बेहोश हो गई। झांसी रेलवे स्टेशन पहुंचने पर पुलिस को जानकारी दी। तब रक्खो को अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। बड़ी बहन ने कहा कि चारधाम की करीब 20 दिन की यात्रा में भगवान के दर्शन करके छोटी बहन मोझ को चली गई। आशंका है कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।

युवक की संदिग्ध अवस्था में मौत, घर से कपड़े लेने के लिए निकला था

एक युवक की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई।वह घर से कपड़े लेने के लिए निकला था। घर से करीब दो किलोमीटर दूर झांसी-ग्वालियर रेलवे लाइन के पास मैदान में उसका शव मिला है। दो हजार रुपए भी गायब थे। बड़े भाई ने हत्या की आशंका जताई है। बहरहाल पुलिस ने शव को मेडिकल कॉलेज के मुर्दाघर में रखवाया है। शाम तक पोस्टमार्टम होगा। पुलिस मौत के कारणों की जांच कर रही है। सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के सिद्धेश्वर नगर आईटीआई निवासी महेंद्र कुमार दुबे (25) पुत्र माखन लाल दुबे मजदूरी करता था। बड़े भाई रविंद्र ने बताया कि महेंद्र ने मजदूरी करके दो हजार रुपए जोड़े थे। वह दो हजार रुपए लेकर बाजार से कपड़े लेकर आने की बोलकर घर से निकला था। कुछ देर बाद उसी के मोबाइल से फोन आया कि महेंद्र रेलवे लाइन किनारे मैदान में पड़ा है। इसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे तो महेंद्र की मौत हो चुकी थी। तब परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। भाई ने कहा कि मौके पर पहुंचे तो महेंद्र की जेब में दो हजार रुपए नहीं थे। हाथ पर चोट के निशान थे। सिर्फ उसका मोबाइल मिला है। उनको किसी घटना होने का अंदेशा है। महेंद्र शराब भी पीता था। 5 भाई और तीन बहनों में महेंद्र चौथे नंबर का था और अविवाहित था।

किसान कांग्रेस ने लगाई चौपाल, बोले, सरकार ठगने के लिए बनाती है योजनाएं, जल्द होगा बड़ा आंदोलन

गरौठा के गांव गुढ़ा में किसान कांग्रेस के बैनर तले विशाल किसान पंचायत हुई। जिसमें किसान ज्वलंत समस्याओं को लेकर
खूब गरजे। जिम्मेदारों को खरी-खोटी सुनाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी। पंचायत में 2021 खरीफ फसल मुआवजा, बीमा क्लेम, वृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन किसान सम्मान निधि प्रधानमंत्री आवास स्वच्छ शौचालय महंगाई विद्युत कटौती आदि समस्याओं पर चिंतन मंथन करते हुए किसानों ने आंदोलन की रणनीति बनाई। पंचायत में किसानों ने अपनी अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा साहब 1 साल हो गए हमारी उर्द तिली मूंग मूंगफली की फसल नष्ट हुई थी। जिसका सरकार ने अभी तक ना मुआवजा दिया ना बीमा क्लेम दिया। हमारी फिर से खरीफ फसल की बुवाई का समय आ गया है। खेतों में लागत लगाने के लिए पैसे नहीं है। इस महंगाई में डीजल महंगा हो गया अगर सरकार समय पर हमको मुआवजा दे दे तो फसल की बुवाई में ज्यादा कठिनाई नहीं होगी, वरना कर्जा लेकर फसल की बुवाई करनी पड़ेगी। किसान भागीरथ ने बताया कि दिव्यांग पेंशन नहीं आ रही है, वृद्धा पेंशन नहीं मिल रही है। हमारे गांव में कई ऐसे लोग दिव्यांग हैं, जिनको पेंशन नहीं मिल रही है और वृद्ध लोगों को वृद्धा पेंशन नहीं दी जा रही है। किसान परमलाल ने बताया प्रधानमंत्री आवाज स्वच्छ शौचालय का लाभ गरीब किसानों को नहीं मिल रहा है। हम लोगों को आवास स्वच्छ शौचालय दिलाया जाए। किसान सेवक शेखर राज बडोनिया ने कहा किसानों की समस्याओं का निराकरण करने में अधिकारी व क्षेत्रीय प्रतिनिधि पूरी तरह नाकाम किसान दर-दर की ठोकरें खा रहा है किसान की सुनने वाला कोई नहीं है। उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा भाजपा सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील में सालों साल बीत जाने के बाद बीमा क्लेम व बर्बाद फसलों का मुआवजा सरकार देने में पूरी तरह नाकाम है। किसान सरकारी योजनाओं के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। प्रधानमंत्री आवास स्वच्छ शौचालय वृद्धा पेंशन विकलांग पेंशन सम्मान निधि विद्युत कटौती को लेकर ग्रामीण अंचलों में किसान परेशान है। परिहार ने कहा सरकार की नाकामी के चलते किसानों की उपज का सही मूल्य न मिलने से किसान अपने आपको आज ठगा सा महसूस कर रहा है। समस्याओं का निराकरण ना होने पर 15 दिनों बाद जिम्मेदारों का घेराव किया जाएगा। पंचायत में सैकड़ों किसान और किसान महिलाएं उपस्थित रहे।

मऊरानीपुर में जिंदा बुजुर्ग को दिखा दिया मृत,आठ महीनों से नहीं मिला वृद्धा पेंशन

जिंदा साबित करने के लिए  अधिकारियों से लगाई गुहार

मऊरानीपुर में 80 साल का बुजुर्ग खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। ब्लॉक से लेकर एसडीएम ऑफिस तक गुहार लगाया लेकिन, अभी तक सरकारी कागज में मृत ही घोषित है। उसका वृद्धा पेंशन भी बंद कर दिया गया है। पुरानी मऊ निवासी मोहम्मद शमी ने बताया कि मेरी उम्र 80 वर्ष है। मैं लगभग 10 वर्ष से वृद्धा पेंशन पा रहा हूं लेकिन, लगभग 8 माह से पेंशन नहीं आने पर अधिकारियों से शिकायत की। जन सूचना पर पत्र भेजकर जानकारी चाही तो समाज कल्याण विभाग के द्वारा जानकारी हुई की कागज में मृतक घोषित कर दिया। जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। जीवित व्यक्ति अपने आपको जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के घूम रहा है। इसके बाद भी अधिकारियों का अपनी गलतियों का अहसास नहीं हुआ है। मोहम्मद शमी बोल रहा है कि साहब मैं मृतक नहीं हूं। मैं जीवित हूं। एडीएम को प्रार्थना पत्र देकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित ने नगरपालिका प्रशासन, पार्षद, तहसीलदार और उप-जिलाधिकारी से अभी तक शिकायत की लेकिन, कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित ने एडीएम से शिकायत करते
हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की है। वहीं एडीएम संजय कुमार ने जांच कर कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

Aaj National

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