-मोहनलालगंज के कालेबीर बाबा मंदिर में श्री रामकथा के समापन पर आज हवन-पूजन के बाद विशाल भंडारे का होगा आयोजन
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-अनुपम मिश्रा
लखनऊ।मोहनलालगंज कस्बे के कालेबीर बाबा मंदिर प्रांगण में चल रही श्री रामकथा में नवें दिन सोमवार को समापन पर कथा व्यास मारुति नंदन जी महाराज ने श्रीराम के पंचवटी निवास, सीता हरण, हनुमान जी द्वारा माता सीता की खोज, लंका दहन राम-रावण युद्ध और राम राज्याभिषेक की कथा का रसपान कराया।श्री रामकथा के समापन पर मगंलवार को मंदिर परिसर में हवन पूजन व कन्याभोज के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा।
कथा व्यास मारुति नन्दन जी महाराज ने सीता हरण और उसके बाद राम विरह की कथा सुनाते हुए हे खग मृग हे मधुकर श्रेनी, तुम देखी सीता मृग नैनी और गीधराज सुनि आरति बानी, रघुकुल तिलक नारि पहिचानी, गाकर भक्तों को भावविभोर कर दिया। कथा व्यास ने हनुमान जी द्वारा लंका दहन से सम्बंधित कथा को सुनाते हुए कहा कि रावण ने यह कहते हुए कि बंदरों को अपनी पूंछ से बड़ा प्यार होता है, इसलिये इसकी पूंछ पर कपड़े लपेट कर, तेल डालकर आग लगा दो। जब यह बिना पूंछ का होकर अपने स्वामी के पास जाएगा, तब फिर उसे भी साथ लेकर लौटेगा। रावण का आदेश पाकर राक्षस हनुमान जी की पूंछ पर तेल से भिगो-भिगोकर कपड़े लपेटे और हनुमान जी की पूंछ में आग लगा दी। पूंछ में आग लगते ही हनुमान जी फुर्ती से उछलकर एक ऊंची अटारी पर जा पहुंचे। वहां से चारों ओर कूद-कूद कर वह लंका को जलाने लगे। देखते ही देखते पूरी नगरी आग की विकराल लपटों में घिर गई। सभी राक्षस, राक्षसियां जोर-जोर से रोने और चिल्लाने लगे किन्तु हनुमान जी ने केवल विभीषण का घर छोड़कर पूरी लंका जलाकर नष्ट कर दी। संगीतकार यज्ञ शरण मिश्रा, रितेश मिश्रा और हर्ष द्विवेदी ने विभिन्न भजनों को गाकर भक्त जनों को आनन्दित किया।
इस मौके पर समिति के अध्यक्ष हरि गोविन्द मिश्र, उपाध्यक्ष गोपाल शुक्ला,कोषाध्यक्ष विजय द्विवेदी, सदस्य देवी शंकर त्रिवेदी,वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश द्विवेदी,अजय शुक्ला,अवधेश मिश्र, कमलेश द्विवेदी,बसन्त मिश्रा व कथा व्यवस्थापक पं० कृष्णा नंद महाराज समेत क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।