LUCKNOW:कागजों पर बत्ती फुल, धरातल में गुल,क्लिक करें और भी खबरें

-बत्ती गुल की सच्चाई,घटिया कंडक्टर,एरियल पांच कंडक्टर उपभोक्ताओं के लिए अभिशाप-अवधेश कुमार वर्मा

  • प्रेम शर्मा

लखनऊ। प्रदेश में कागजों में बिजली फुल लेकिन अनेको जनपदों में कई कई घंटे उपभोक्ता की बिजली गुल जब इसकी पडताल की तो सामने आया मई के महीने में पावर कारपोरेशन ने उपभोक्ताओं को बिजली देने के अपने ही रिकॉर्ड को अनेकों बार तोडा और कुल 29261 मेगावाट बिजली आपूर्ति का नया रिकॉर्ड बनाया। आकड़ो में बिजली की उपलब्धता भरपूर होने के बावजूद भी धरातल पर उपभोक्ता पसीने बहा रहे है पूरे उत्तर प्रदेश में उपभोक्ताओं के पसीने बहाने का जो मुख्य कारण है वह 50 से 70 एरियल बंच कंडक्टर के घटिया क्वालिटी के कारण उनके जलने और गलने की वजह से हुए। व्यवधान मुख्य रूप से सामने आए खास तौर पर बिजली चोरी को रोकने और विद्युत दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए एरियल बंच कंडक्टर का उपयोग बिजली कंपनियों ने करना शुरू किया। आज बिजली चोरी भी अपेक्षित रूप से नहीं रुकी विद्युत दुर्घटना में भी बढोतरी हुई। विद्युत उपभोक्ताओं के ब्रेकडाउन के रूप में व्यवधान एक अभिशाप साबित हो रहा है। अब केवल पावर कारपोरेशन के जी का जंजाल बन गया। पूरे उत्तर प्रदेश में पिछले दो वर्षों में लगे 1 अप्रैल 2022 से 30 अप्रैल 2024 तक 89596 किलोमीटर एरियल बंच कंडक्टर लगाये गए। शायद यदि इसकी उच्च गुणवत्ता को देखा गया होता तो आज यह उपभोक्ताओं के लिए हितकर साबित होता। ज्यादातर एरियल बंच कंडक्टर घटिया क्वालिटी की वजह से जल रहे है। बीस से 25 प्रतिशत अब केवल ओवरलोड के चलते जल रहे है। पहले जो एरियल बंद कंडक्टर लगे वह उपभोक्ताओं के लिए रामबाण है। लेकिन इधर आरडीएसएस सहित अन्य योजनाओं में जो एरिया बच कंडक्टर लगे वह उपभोक्ताओं के लिए अभिशाप साबित है।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा वर्तमान में प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में विद्युत व्यवधान के चलते चाहे जितने कीर्तिमान आपूर्ति करने में बिजली कंपनियां बना रही है। इसका फायदा उपभोक्ताओं को प्राप्त नहीं हो पा रहा है। यह बात बिल्कुल सही है कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 29 हजार के ऊपर विद्युत आपूर्ति की जा रही है यदि बिजली कंपनियों मे मिनिमम ब्रेकडाउन हुए होते तो शायद उपभोक्ताओं को राहत मिलती। ऐसे में बिजली कंपनियों को यह सोचना होगा कि उनकी थोडी सी लापरवाही और घटिया क्वालिटी का नतीजा यह होता है जब भीषण गर्मी पडती है तो उनकी पोल खुल जाती है। इसी प्रकार अंडरग्राउंड केबल की क्वालिटी हो चाहे ट्रांसफार्मर की क्वालिटी हो चाहे कंडक्टर की क्वालिटी हो सब में उच्च गुणवत्ता का होना बहुत जरूरी है। देश के अनेकों राज्य इसलिए परेशान है कि वह बिजली का इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं उत्तर प्रदेश में उपभोक्ता इसलिए परेशान है की 90 प्रतिशत बिजली का इंतजाम अगर हो भी जा रहा है तो उसका बटवारा सुचारू रूप से ना होने की वजह से व्यवधान के चलते उपभोक्ता परेशान है। उपभोक्ता परिषद ने कहा यूपीएसएलडीसी की 28 मई की दैनिक प्रणाली रिपोर्ट पर नजर डालें तो ग्रामीण को 23 घंटा 21 मिनट बिजली मिली है का जिक्र किया गया है। नगर पंचायत तहसील जनपद मंडल बुंदेलखंड महानगर औद्योगिक सभी को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति मिली है का दावा किया गया है। ऐसे में यह कहना बिल्कुल सही है कि कागजों में बत्ती फूल है धरातल पर बत्ती कई कई घंटे गुल है।इसलिए आप बिजली कंपनियों को सोचना होगा और सही इंतजाम करके कागजों की फुल बिजली को उपभोक्ताओं के घर तक पहुंचाना होगा।

जीरो वेस्ट माह का पहला बड़ा मंगल

नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के निर्देशन में बड़े मंगल के भंडारे को शून्य अपशिष्ट माह बनाने के लिए जो तैयारियां की गई थीं, उनका परिणाम आज सफलता के साथ संपन्न प्रथम बड़े मंगल के भंडारे के बाद देखने को मिला।शहरवासियों द्वारा भारी संख्या में पंजीकरण करवा कर तय नियम व शर्तों को अपनाते हुए भण्डारों का आयोजन किया गया। लोगों ने नियंत्रण कक्ष के टोल फ्री हेल्प लाइन नम्बरों के साथ लखनऊ वन एप एवं एलएमसी के पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण की प्रक्रिया को पूर्ण किया।

बड़े मंगल को ज़ीरो वेस्ट एवं स्वच्छता के साथ संपन्न कराने के लिए नगर निगम द्वारा इसे प्लास्टिक मुक्त बनाने की अपील का शत प्रतिशत पालन होता दिखाई दिया और लगभग सभी भण्डारा आयोजकों द्वारा प्लास्टिक मुक्त भण्डारे आयोजित करवाये गए।साथ ही भंडारे स्थल पर आयोजन के बाद उसी प्रकार साफ सफाई करवाई गयी जैसे भंडारे से पूर्व में थी।इसी के साथ भंडारे के पश्चात कूड़ा संग्रहण, पृथक्करण एवं उठान इत्यादि भी समय पर सुनिश्चित कराया गया। आगामी भंडारों में भी जनहित में नगर निगम अपनी पूर्ण रूप से सेवाए देगा। नगर आयुक्त ने एक बार फिर जनता से अपील की है कि प्लास्टिक का प्रयोग कतई न करे।वॉर रूम (9219902914, सुबोध सिंह)में पंजीकरण अवश्य कराए जिससे साफ सफाई हो सके।

भीषण गर्मी के प्रकोप और लू से निपटने को तैयार नगर निगम टीम

नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के निर्देशानुसार नगर निगम लखनऊ द्वारा हीट-वेव से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों का चिन्हीकरण कराते हुए उन क्षेत्रों में तथा नगर निगम के अन्तर्गत आने वाले समस्त पार्कों एवं दर्शनीय स्थलों पर आने वाले पर्यटकों हेतु छाया एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था कराए जाने के निर्देश जारी किए गए। साथ ही नगर निगम के अन्तर्गत कार्य करने वाले समस्त कर्मचारियों के कार्य के समय में परिवर्तन कराते हुए उन्हें प्रातः जल्दी तथा सायं को देर तक कार्य करने के निर्देश दिये गए। नगर आयुकत ने नगर निगम के अन्तर्गत आने वाले समस्त स्थायी रैन बसेरों में भीषण गर्मी से बचाव हेतु पेयजल, पंखे इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने हेतु आदेशित कियाा।

नगर आयुक्त द्वारा प्राथमिकता के आधार पर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जनमानस हेतु शीतल एवं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, गर्मी से बचाव हेतु शेल्टर्स की व्यवस्था, व्यस्त स्थानों पर मौसम के पूर्वानुमान तथा तापमान का डिस्प्ले, हीटवेव से बचाव हेतु उपायों का जनमानस में व्यापक प्रचार-प्रसार, विद्यालयों में हीटवेव से बचाव हेतु उपायों का जनमानस में व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिय। नगर आयुक्त द्वारा हीट वेव से बचाव हेतु बेहतर व्यवस्थाओं हेतु जलकल विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि नगरीय निकायों में पेयजलापूर्ति के लिये विशेष अभियान चलाकर समस्त नलकूप चालू हालत में रखे जायें तथा बन्द पड़े नलकूपों को ठीक कराकर चालू किया जाय। नलकूपों की मुख्य पाइपलाइनों से बस्तियों में आपूर्ति होने वाली पाइपलाइनों की टूट-फूट की मरम्मत एवं जल रिसाव के स्थानों को चिन्हित करते हुए उनकी मरम्मत करायी जाय ताकि बस्तियों में स्वच्छ जल की आपूर्ति हो सके।समय-समय पर जल शुद्धिकरण हेतु क्लोरीनीकरण कराया जाय। पेयजल की गुणवत्ता के अनुश्रवण के लिये यूजर एण्ड प्वाइन्ट (उपभोक्ता द्वारा उपयोग प्वाइंट) पर जल के नमूने एकत्र कर उनका नियमित रूप से बैक्टीरियोलॉजिकल,वायरोलॉजिकल जाँच करायी जाय। जिन क्षेत्रों में पेयजल की सप्लाई हैण्डपम्प से हो रही है, उन इलाकों में यथावश्यक क्लोरीन के टेबलेट का उचित मात्रा में वितरण कराया जाय। जिन क्षेत्रों में पेयजल बाधित हो, वहाँ पर के माध्यम से पेयजल आपूर्ति करायी जाय।नगरीय क्षेत्र में सीवर लाइन तथा पानी की पाइप लाइन की चेकिंग की जाय, यदि कही सीवर अथवा पानी की पाइप लाइन में ब्रेकेज अथवा लीकेज पायी जाती है, तो उसे तत्काल सही किया जाय। उक्त लीकेज के सही होने तक संबंधित क्षेत्र में सुरक्षित पेयजल आपूर्ति हेतु वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

एक दिन में 642 मिलियन यूनिट विद्युत आपूर्ति का रिकॉर्ड

प्रदेश में 27 मई को लगभग 29261 मेगावाट की पीक डिमांड को पूर्ण कर विद्युत आपूर्ति के क्षेत्र में नया रिकॉर्ड बना। अभियन्ता संघ के महासचिव जितेंद्र सिंह गुर्जर ने जारी बयान में बताया कि 27 मई 2024 को प्रदेश में रिकॉर्ड 29261 मेगावाट की अधिकतम मांग को सफलतापूर्वक पूरा कर विद्युत आपूर्ति का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया और 27 मई को ही पूरे दिवस लगभग 642 मिलियन यूनिट की विद्युत आपूर्ति की गयी है जो कि एक नया कीर्तिमान है। पिछले वर्ष 2023 में किसी दिवस की अधिकतम विद्युत आपूर्ति 579 मिलियन यूनिट विद्युत आपूर्ति की गयी थी और 18 मई को वह रिकार्ड भी टूट गया था जब 588 मिलियन यूनिट की विद्युत आपूर्ति की गयी। मई माह में ही कई दिवसों में 29000 मेगावाट से ज्यादा की पीक डिमांड और 600 मिलियन यूनिट से ज्यादा की विद्युत अपूर्ति को भी सफलतापूर्वक पूरा किया गया। इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का मुख्य श्रेय प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन व मा० ऊर्जामंत्री जी व शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन के कुशल नेतृत्व में अभियंताओं द्वारा सुनियोजित तरीके से विभागीय कार्यों के संपादन है। इस महाभीषण गर्मी में विद्युत आपूर्ति के क्षेत्र में दिन प्रतिदिन कीर्तिमान स्थापित किये जाने के लिए संघ ने ऊर्जा निगम प्रबंधन के नेतृत्व में उत्पादन निगम, ट्रांसमिशन एवं वितरण निगमों में समस्त अभियंताओं द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सराहा।
इसी के साथ प्रदेश के समस्त अभियंताओं से पुनः अपील भी की है कि प्रदेश में बढ़ती भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष अधिकतम 30000 मेगावाट से अधिक की विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए और अतिरिक्त प्रयास करें। पिछली वर्ष की तुलना में इस वर्ष विद्युत आपूर्ति में और अधिक गुणात्मक सुधार हुआ है ।यह सुधार फील्ड स्तर पर कराए जा रहे त्क्ैै योजना, बिजनेस प्लान, अतिरिक्त बिजनेस प्लान के साथ-साथ अन्य मदों में हुये कार्याे एवं उन कार्यों की प्रबन्धन स्तर पर नियमित समीक्षा के फलस्वरूप हुआ है। साथ ही जब इन सभी योजना के कार्य के पूर्ण हो जाने पर निश्चित तौर पर राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के समस्त शहरी क्षेत्रों में शत प्रतिशत ट्रिपिंग फ्री एवं ग्रामीण क्षेत्र में भी अनवरत विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी।

Aaj National

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