ट्रेन में यात्रा के दौरान 38दिन पहले चारबाग रेलवे स्टेशन से लापता दो साल के मासूम को जीआरपी पुलिस ने हरिद्वार से सकुशल किया बरामद,माता-पिता को सौपा
LUCKNOW:चंडीगढ एक्सप्रेस ट्रेन में पिता संग यात्रा के दौरान 38दिन पहले दो वर्षीय मासूम चारबाग रेलवे स्टेशन से लापता हो गया था,पीड़ित पिता की तहरीर पर गुमशुदगी दर्ज कर मासूम की तलाश में जुटी जीआरपी पुलिस ने शुक्रवार को लापता मासूम को उत्तराखंड के हरिद्वार से सकुशल बरामद किया।जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित माता- पिता को चारबाग थाने बुलाकर मासूम बेटे को उनके सुपुर्द किया।मासूम को सामने देख माता- पिता की आंखो से खुशी के आंसू छलक पड़े।जिसके बाद वो जीआरपी पुलिस को धन्यवाद कहकर ट्रेन से मासूम बेटे संग लेकर पंजाब के अमृतसर स्थित घर को रवाना हुये।पुलिस उपाधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने बताया 1जून को चंडीगढ एक्सप्रेस ट्रेन में यात्री अजय निवासी मेहता रोड मकबूलपुरा,अमृतसर,पजांब अपने दो वर्षीय मासूम बेटे के साथ यात्रा कर रहे थे,ट्रेन के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचने पर मासूम को कोच में छोड़कर अजय नीचे उतरकर स्टेशन पर सामान खरीदने लगे,इस दौरान ट्रेन आगे चली गयी,ओर वो स्टेशन पर ही छुट गये जिसके बाद मासूम लापता हो गया।काफी खोजबीन के बाद भी मासूम का पता ना चलने पर पीड़ित पिता ने चारबाग जीआरपी थाने पहुंचकर लिखित शिकायत करते हुये लापता बेटे को तलाशने की गुहार लगायी।जिसके बाद गुमशुदगी दर्ज कर मासूम को तलाशने के लिये जीआरपी व आरपीएफ की सयुक्त टीमो को लगाया गया।प्रभारी निरीक्षक अजंनी कुमार मिश्रा के नेतृत्व में मासुम की तलाश में जुटे विवेचक उधम सिहं तालान ने ट्रेन के जाने वाले रास्तो की सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर बीटीएस समेत चाइल्ड लाइन व सर्विलांस टीम की मदद ली,इस दौरान जांच में जुटी पुलिस टीम को मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर एक महिला द्वारा ट्रेन में मिले दो साल के मासूम को पुलिस को सूचना देने के बाद अपने घर हरिद्वार,उत्तराखंड ले जाने का पता चला।जिसके बाद उक्त पते पर हरिद्वार पहुंची पुलिस टीम ने मासूम को महिला के घर से सकुशल बरामद कर चारबाग लेकर आयी ओर पीड़ित पिता अजय को मासूम के सकुशल मिलने की जानकारी दी।शुक्रवार को पीड़ित माता- पिता के जीआरपी थाने पहुंचने पर पुलिस ने मासूम को उनके सुपुर्द किया।बेटे के सकुशल मिलने की उम्मीद खो चुकी मां ने कलेजे के टुकड़े को अपने सामने देखा तो सीने से लगा कर बिलखने लगी वही पिता अजय की आंखो से खुशी के आंसू छलक पड़े।जिसके बाद दोनो पुलिस को धन्यवाद कहकर मासूम बेटे को अपने साथ लेकर पजांब के अमृतसर स्थित घर को रवाना हुये।