LUCKNOW:पर्यवेक्षण में 25 सफाई कर्मी अनुपस्थित मिले,क्लिक कर देखें और कई खबरें

-प्रेम शर्मा-

लखनऊ। शहर की सफाई व्यवस्था के सतत पर्यवेक्षण में नियत हाजिरी स्थल पर पहुंचकर क्षेत्र में तैनात सफाई कर्मचारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति की जॉच में आज आठ वार्डो में 25 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। पर्यवेक्षणीय अधिकारीयो द्वारा 311 ऐप के माध्यम से फोटोग्राफ लगाकर उपस्थिति दर्ज की गयी।पर्यवेक्षण में जोन 1 के वजीरगंज मशकगंज वार्ड मे कुल 97 कर्मचारीयो मे से 7,जोन-2 वार्ड ऐशबाग का निरीक्षण मे कुल 72 कर्मचारीयो मे से कोई भी कर्मचारी अनुपस्थित नहीं पाया गया।जोन 3 वार्ड मनकामेश्वर का निरीक्षण मे कुल 63 कर्मचारीयो मे से 7 कर्मचारी जोन-4 वार्ड राजीव गांधी- प्रथम का निरीक्षण मे कुल 99 कर्मचारीयो मे से कोई भी कर्मचारी अनुपस्थित नहीं पाया गया। जोन-5 वार्ड गीतापल्ली का निरीक्षण 63 कर्मचारीयो मे से 2, जोन-6 वार्ड कल्बे आबिद द्वितीय का निरीक्षण 34 कर्मचारीयो मे से 1 कर्मचारी , जोन-7 वार्ड लोहिया नगर का निरीक्षण 74 कर्मचारीयो मे से 3 कर्मचारी और जोन-8 वार्ड हिन्दनगर का निरीक्षण 90 कर्मचारीयो मे से 5 कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये,

बड़े बकाएदारों से 4.33 लाख गृहकर जमा, दर्जनों भवन, दूकाने सील

नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह के निर्देशानुसार लखनऊ नगर में गृहकर के बड़े बकायेदारो के विरूद्ध कुर्की व वसूली अभियान चलाया जा रहा है। शहर के तीन जोनों में दो दर्जन के लगभग बड़े बकाएदारों के खिलाफ सिलिंग की कार्रवाई की गई। इस दौरान कुल 4.33 लाख रूपये गृहकर जमा कराया गया।ज़ोन-5 जोनल अधिकारी सुजीत कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में वार्ड ओम नगर में इन्द्रजीत छाबड़ा 102597,पी एन कुमार 145216,  रोमा तलवार 100670, हरजीत कौर 150104, अशोक कुमार मंगलानी 88741, नीतिन अरोड़ा 116640, परमानन्द खत्री 60193 रूपये गृहकर बकाए का भुगतान न करने पर सील किये गये भवनों के सापेक्ष 170000का भुगतान नगर निगम कोष में जमा कराया गया।ज़ोन-7 जोनल अधिकारी जोन-7  संगीता कुमारी के नेतृत्व में वार्ड बाबू जगजीवनराम लगभग 11.60 लाख रूपये बकाए का भुगताना जमा न होने पर कुल 05 दुकान,प्रतिष्ठान पर सीलिंग कार्यवाही की गयी। ज़ोन-8 जोनल अधिकारी डा.प्रज्ञा सिंह के नेतृत्व में वार्ड विद्यावती- प्रथम एवम् हिन्द नगर में हनीफ मोहल्ला – किला मोहमदी नगर का बकाया गृहकर 114726 रूपय, कृष्णा मेडिकल स्टोर 118084, नीलम अग्रवाल का मोहल्ला – हिन्दनगर कानपुर रोड 134036 रूपये बकाए पर सीलिंग की कार्यवाही की गयी। इस दौरान 263000 रूपये गृहकर वसूला गया।

सेवा संकल्प दिवस पर सफाई कार्मिका का उत्साह वर्धन कई योजनाओं का शुभारम्भ
महापौर जन्म दिवस बना समारोह, राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष सहित कई मंत्रियों ने की भागीदारी

महापौर संयुक्ता भाटिया ने अपने जन्मदिवस को सेवा संकल्प दिवस के रूप में मानते हुए सेवा कुम्भ का आयोजन झुलेलाल वाटिका में किया। जहाँ लखनऊ में कार्यरत नगर निगम के समस्त सफाईकर्मियों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके परिजनों के लिए विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में, मुख्य अथिति के रूप में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा किया गया। कुल मिलाकर महापौर का जन्मदिन आज एक समारोह में तब्दील हो गया। इस अवसर पर सफाई कार्मिकों से जुड़ी कई योजनाओं का शुभारम्भ किया गया। इस मौके पर अतिथियों द्वारा सेवा कुम्भ में सर्वप्रथम भगवान लक्ष्मण जी की प्रतिमा के समक्ष पुष्पार्चन करते हुए द्वीप प्रज्वलन किया गया।इस मौके पर महापौर संयुक्ता भाटिया ने सेवा कुम्भ में अथितियों का स्वागत करते हुए इस आयोजन की सम्पूर्ण प्रस्तावना रखते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ महानगर के लगभग 50 लाख नागरिकों को स्वच्छ एवं सुन्दर लखनऊ का सर्वाेत्तम उपहार उपलब्ध कराने वाले लखनऊ नगर निगम परिवार के 11 हजार से अधिक सेवाव्रती योद्धाओं और उनके हजारों परिवारीजनों पर आप सब के साथ मिलकर पुष्प वर्षा कर अभिन्दन करने की अभिलाषा मेरी इस मनोरथ की पूर्ति होते देख आज मैं अभिभूत हूं। लखनऊ नगर निगम से सम्बद्ध सभी स्तरों के स्वच्छता योद्धाओं और उनके परिजनों द्वारा सेवा संकल्प दिवस के उपलक्ष में आयोजित ‘‘सेवा कुम्भ‘‘ के अवसर पर आप सभी को अपने बीच पाकर नगर निगम परिवार धन्यता की अनुभूति कर रहा हैं।महापौर ने आगे कहा कि यहां जिन योजनाओं का आज शुभारंभ अध्यक्ष  एवं समस्त उपस्थित विशिष्टजनों के हाथों से हो रहा है वही इन योजनाओं से निश्चित ही आपके परिवारजनों एवं स्वयं आपको संबल प्रदान होगा। महापौर ने आगे कहा कि लखनऊ नगर निगम एक परिवार के रूप में है और परिवार के सबसे अहम सदस्य होने के नाते से आपकी चिंता करना, आपके परिजनों की चिंता करना, आपके बच्चों की चिंता करना हमारा नैतिक दायित्व है। सफाई कर्मियों का परिवार बेहद ही अल्प आय में अपने परिवार का भरण पोषण करता है, ऐसे में किसी कर्मचारी के आकस्मिक गोलोकवासी होने पर उसके परिवार को अर्थिक रूप से बहुत ही कठिनाईयो का सामना करना पड़ता है, उसके निदान के लिए एवं परिवार के भविष्य की चिंता करते हुए लखनऊ नगर निगम के द्वारा समस्त सफाईकर्मियों को 40 लाख रूपये का परिवार बीमा प्रदान किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ आज यहां पर उपस्थित सभी महानुभावों के कर कमलों से होने जा रहा है, जिससे हमारे समस्त सफाईकर्मियों को आर्थिक संबल प्रदान करने के साथ ही उनके परिवारों को विपत्ति के समय सहायता प्राप्त हो सकेगी। इसके लिए आज यहाँ पर पंजाब एवं सिंध बैंक से एमओयू हस्ताक्षर किया जा रहा है, इस नाते मैं पंजाब एवं सिंध बैंक के अधिकारियों का आभार प्रकट करती हूँ। लखनऊ नगर निगम के इन सेवाव्रती स्वच्छता योद्धाओं ने कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी जी की गरिमामयी वाणी को अपने सेवा धर्म का आधार बनाकर काम किया। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने महापौर को जन्मदिवस की शुभकामनाएं प्रदान करते हुए जन्मदिवस को सेवा संकल्प दिवस के रूप में भव्य आयोजन करने की सराहना करते हुए कहा कि आज के इस आयोजन से स्पष्ट होता है कि भारतीय जनता पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता कितने भी पड़े पद पर क्यू न पहुंच जाए वह गरीब और आम जनता के लिए लगातार काम करता रहता है। महापौर ने कहा कि लखनऊ नगर निगम की प्रथम महिला महापौर होने के नाते नगर निगम में कार्यरत रही समस्त सेवानिवृत्त महिला सफाई कर्मियों को अपनी सेवाकाल के दौरान अच्छा काम करने हेतु आभार स्वरूप उत्कर्ष प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।लखनऊ नगर निगम के समस्त सफाई कर्मियों की बालिकाओं को लखनऊ नगर निगम के विद्यालयों / महाविद्यालय में 12वीं और ग्रेजुएशन तक निशुल्क शिक्षा प्रदान करने की योजना का शुभारंभ आज किया गया, सफाई कर्मियों की बालिकाओं को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओश् को सार्थक करने का कार्य महापौर ने सार्थक किया।महापौर ने बताया कि नगर निगम के कर्मचारियों के बच्चों को उच्चतम शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु पुस्तके एवं अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम लखनऊ की लाइब्रेरी का शुभारंभ भी आज किया गया। जिससे इन समस्त कर्मचारियों के बच्चों को निशुल्क अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। महापौर ने बताया कि नगर निगम लखनऊ के समस्त सफाई कर्मियों एवं उनके परिजनों का निशुल्क नेत्र परीक्षण करने के लिए नेत्र कुम्भ लगाया गया, साथ ही कर्मचारियों और उनके परिवारजनों को निशुल्क चश्मा वितरण भी किया गया। महापौर ने कहा कि करीब 800 कर्मचारियों का नेत्र परीक्षण आज किया गया, जिसमें अधिकतर को निशुल्क चश्मा भी प्रदान किया गया। जांच के दौरान 6 कर्मचारियों को मोतियाबिंद पाया गया है, जिनका निशुल्क इलाज भी कराया जाएगा, बाकी कर्मचारियों का कल से प्रतिदिन जोनवार नेत्र परीक्षण जोनल कार्यालय पर किया जाएगा और चश्मा भी वितरित किया जाएगा।महापौर ने बताया कि लखनऊ नगर निगम के पांच स्कूलों को स्मार्ट बनाने हेतु कार्य प्रारंभ किया गया। जिसका शुभारंभ आज दिनांक 19 अक्टूबर 2022 को आयोजित सेवा कुंभ में किया गया। जिसमें लखनऊ नगर निगम के पांच स्कूलों को पूर्ण स्मार्ट बनाया जाएगा एवं उसमें समस्त सुविधाओं को उपलब्ध कराते हुए डिजिटल शिक्षा पर कार्य प्रारंभ किया गया। ताकि हमारे बच्चों को सर्वश्रेष्ठ तकनीकी द्वारा उत्कृष्ठ शिक्षा प्रदान की जा सकें।इस मौके पर महापौर संयुक्ता भाटिया संग उत्तर प्रदेश के राज्यपाल  आनंदी बेन पटेल, उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, विधायक अशुतोष टण्डन, नीरज बोरा, विधानपरिषद सदस्य रामचन्दर प्रधान, सिंधी अकादेमी के उपाध्यक्ष नानक चंद लखमानी उपविजेता रजनीश गुप्ता, अंजनी श्रीवास्तव, जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, भाजपा पार्षद दल नेता कौशलेंद्र द्विवेदी, उपाध्यक्ष प्रदीप शुक्ला टिंकू सहित समस्त पार्षदगण, नगर निगम के अधिकारी, नगर निगम कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों सहित, हज़ारों की संख्या में सफाई कर्मियों उनके परिवारी जन सहित अन्य जन मौजूद रहे।

सेवाधर्मी योद्धा है सफाईकर्मी: राज्यपाल

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन ने महापौर को जन्मदिन की बधाई देते हुए जन्मदिन को सेवा संकल्प दिवस के रूप में मनाने की भूरी भूरी प्रशंसा की। प्रदेश की राज्यपाल  आनंदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष से ऑनलाइन जुड़कर नगर निगम, लखनऊ द्वारा सेवा संकल्प दिवस के अवसर पर आयोजित ‘‘सेवाकुम्भ‘‘ समारोह को बतौर अध्यक्ष सम्बोधित किया। महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा झूलेलाल पार्क में यह आयोजन स्वच्छता कर्मियों एवं उनके परिवार के सदस्यों के अभिनंदन तथा उनके लिए विविध हितकारी योजनाओं के शुभारम्भ हेतु किया गया। अपने सम्बोधन में राज्यपाल जी ने कहा कि शहर को साफ सुथरा रखना एक दायित्व है, जिसे हमारे सेवाधर्मी स्वच्छता कर्मी पूरा करते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब हर कोई घर से बाहर निकलने में भय महसूस कर रहा था, उस समय सफाई कर्मियों द्वारा जान जोखिम में डालकर सफाई करना प्रेरणादायक है।उन्होंने स्वच्छता कर्मियों को स्वच्छता धर्मी योद्धा बताते हुए उनके कार्य को अभिनंदन ही बताया और बधाई दी।

कोरोना संकटकाल में इन्होंने निभाई योद्धाओं की भूमिका: सतीश महाना

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सेवा संकल्प दिवस के उपलक्ष्य में सेवा कुम्भ के आयोजक के रूप में संयुक्ता भाटिया को बधाई देते हुए जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। श्री महाना ने कहा कि जिस प्रकार मोतियों की माला में यदि धागा कमजोर हो जाए तो पूरी माला कमजोर हो जाती है उसी प्रकार यदि समाज में कोई भी वर्ग कमजोर रह जाता है तो समाज रूपी माला कमजोर हो जाती है। इसीलिए समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को आगे बढ़ाकर,उनको अपने बराबर खड़ा करके,उन्हे स्वावलंबी बनाना,यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।जबसे मानवता बनी उस व्यवस्था में सभी कुछ न कुछ कार्य करते है और यदि उस व्यवस्था में कोई भी व्यक्ति कार्य करना बंद करदे तो व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हो जाती है। देश में कोरोना के रूप में जब संकट काल आया, लोग जब अपने घरों से निकलने में डरते थे उसी समय हमारे इन्हीं कोरोना योद्धाओं ने जिन्हे हमारे प्रधानमंत्री ने बवतवदं ूंततपवत कहा था चाहे वह डॉक्टर हो, पुलिस हो या नगर निगम के कर्मचारी बिना अपने जान की परवाह किए देश को सेवा को। श्री महाना जी ने महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया को धन्यवाद देते हुए कहा की आपके नेतृत्व में नगर निगम के समस्त कर्मचारियों को आज निःशुल्क बीमा का लाभ, अतुल्य सेवा प्रमाण पत्र, 60 वर्ष पूर्ण कर सेवानिवृत्त हुई मातृ शक्ति को उत्कृष्ट सेवा सम्मान प्रमाण पत्र, लखनऊ नगर निगम कर्मियों एवं उनके परिवारजनों का निशुल्क नेत्र परीक्षण इत्यादि योजनाओं का शुभारंभ कर एक मिसाल पेश की है। यह स्वच्छता कर्मियों के प्रति उनके भाव को दर्शाता है।

सफाई कर्मियों को 40 लाख तक परिवारिक पेंशन योजना का लाभ

इस दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा पंजाब एंड सिंध बैंक के महाप्रबंधक ने कर्मचारियों के हितार्थ बीमा योजना के लिए एमओयू हस्ताक्षर कर मोमेरेण्डम एक्सचेंज करते हुए इस विशेष योजना का शुभारंभ किया। साथ ही महापौर संयुक्ता भाटिया संग विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना एवं उपमुख्यमंत्री सहित गणमान्यजनो ने प्रतीकात्मक मंच से 16 नगर निगम सफाई कर्मियों (प्रत्येक जोन के 2 (1 महिला – 1 पुरुष) को बीमा प्रमाण पत्र वितरण कर प्रदेश की इस प्रथम कल्याणकारी योजना का शुभारंभ किया। महापौर ने बताया कि सफाई कर्मियों का परिवार बेहद ही अल्प आय में अपने परिवार का भरण पोषण करता है ऐसे में किसी कर्मचारी की आकस्मिक गोलोकवासी होने पर उसका परिवार को आर्थिक रूप से बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, इसके निदान के लिए एवं परिवार के भविष्य की चिंता करते हुए नगर निगम के द्वारा समस्त सफाई कर्मचारियों को सेवाकाल के दौरान 40 लाख तक बीमा योजना का शुभारंभ किया गया। जिससे सफाई कर्मियों को आर्थिक संबल प्रदान करने हेतु उनके परिवारों को दुखद एवं विपत्ति के समय में सहयोग/सहारा प्राप्त हो सकेगी। महापौर ने बताया कि लखनऊ नगर निगम के समस्त स्वच्छता कर्मियों को उनके खाते खुलवाकर बीमा कराया जायेगा, जिसका शुभारंभ आज यहां पर किया गया है।

कार्यक्रमों में गूंजे शंख घड़ियाल

कर्मचारियों को सम्मानित करते समय मंच से शंख गढियाल बजते रहे। प्रत्येक वर्ष महापौर संयुक्ता भाटिया अपने जन्मदिवस पर 19 अक्टूबर को जहां नगर निगम सफाई कर्मियों के परिवार रहते है उन सेवा बस्तियों में स्वयं वहाँ पहुंचकर उनके एवं उनके परिजनों संग भोजन करते हुए समरसता का संदेश देते हुए अपना जन्मदिन मनाती रही है। इसी क्रम में आज सेवा कुम्भ में आये हुए समस्त नगर निगम कर्मियों एवं उनके परिजनों को जहाँ एक ओर भोजन एवं मिष्ठान का वितरण कराया वही दूसरी ओर जिन सफाई कर्मियों का सम्मान कराया था उनके संग अपने परिवार सहित (पुत्रवधु रेशु भाटिया, पौत्र दक्ष और पौत्री कात्यायनी संग) कार्यक्रम स्थल पर ही भोजन किया।

सफाई कर्मचारियों पर मंत्रियों ने बरसाए फूल

सेवा कुम्भ का दृश्य दुर्लभ था, जहाँ एक ओर उनपर उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सहित उपमुख्यमंत्री और महापौर पुष्प वर्षा कर रही थी, साथ ही जिस समय मंच से सफाई कर्मचारियों पर पुष्पवर्षा कर रहे थे, वही पण्डाल में लगी 10 मशीनों से पण्डाल में बैठे समस्त सफाई कर्मचारियों पर पुष्पवर्षा हो रही थी। वही सफाई कर्मचारियों और उनके परिजनों के लिए पहली बार हुए इतने बड़े आयोजन को देख कई सफाई कर्मचारी नेताओ और सफाई कर्मियों की आंखे नम दिखी।

सफाई कर्मियों को मिला सम्मान

महापौर ने बताया कि कोरोना की भीषण महामारी के दौरान नगर निगम के सफाई कर्मियों ने लखनऊ वासियों की सेवा और समर्पण भाव से कार्य कर अपनी एक अलग पहचान बनाई थी, चाहे वह संक्रमित घरों से कूड़ा उठान हो अथवा सैनिटाइजेशन। महापौर संयुक्ता भाटिया के नेतृत्व में सफाई कर्मियों ने अपने कर्तव्य का बखूबी निर्वहन किया था। इसके लिए महापौर के आवाहन पर कोरोना काल के दौरान उपमुख्यमंत्री, मंत्री सहित प्रशासनिक अधिकारियों एवं लखनऊ की जनता ने दिल खोलकर सफाई कर्मियों पर पुष्प वर्षा कर उनका धन्यवाद ज्ञापन किया था। महापौर संयुक्ता भाटिया ने स्वयं सफाई कर्मियों की आरती उतार कर उनका अभिवादन भी किया था। आज कोरोना काल के दौरान समर्पित एवं सेवा भाव से कार्य किए ऐसे समस्त सफाई कर्मचारियों को ष्अतुल्य सेवा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया और उनकी सेवाओं के प्रति लखनऊ की जनता की ओर से आभार प्रकट किया गया।

जल दीवाली का जश्न 5 करोड़ दीयों से जगमग होंगे गांव

यूपी में घर-घर शुद्ध पानी पहुंचने का जश्न मनेगा। दीवाली से पहले घरों में दीप जगमगाएंगे। उत्साह और उल्लास के बीच गुरुवार को दीपोत्सव मनेगा। जल जीवन मिशन हर घर जल दीवाली मनाने की अनूठी पहल करने जा रहा है। यह आयोजन देश और दुनिया में सबसे अनोखा होगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।हर घर जल दीवाली उत्सव में प्रदेश के 51 लाख परिवारों को जोड़ा गया है। प्रदेश इस दिन पांच करोड़ से अधिक दीयों से रोशन होगा। घरों में दीयों की रोशनी झिलमिलाएगी तो पंचायत भवन रंग-बिरंगी झालरों से सजेंगे। मिठाई बांटी जाएगी। रंगोली भी बनेगी। लोग शुद्ध पेयजल घर तक पहुंचने की बधाई एक-दूसरे को देंगे। पंचायतों पर सांस्कृतिक आयोजन कर लोगों को शुद्ध पानी पीने के लिए जागरूक किया जाएगा। गांव-गांव काम कर रही स्वयंसेवी संस्थाएं इस दिन पंचायत प्रतिनिधियों को जल से भरा घड़ा भेंट करेंगी।जल जीवन मिशन के तहत जिन ग्राम पंचायतों में पाइप लाइन बिछाकर पीने के पानी की आपूर्ति शुरु कर दी गई है। उन गांव में 20 अक्टूबर को जल दीवाली मनाने की तैयारी नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने की है। गुरुवार तक विभाग प्रदेश भर के 51 लाख परिवारों को शुद्ध पेयजल से जोड़ने का लक्ष्य पूरा करने जा रहा है। अधिकारी इसे पूरा करने में जुटे हैं। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बुधवार को वर्चुअल कांफ्रेंस कर प्रदेश के समस्त जिलों में हर घर जल दीपावली की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा की अब तक 50, 58,783 ग्रामीण परिवारों तक नल से शुद्ध पेयजल पहुंचा दिये गये हैं। 51 लाख से अधिक परिवारों को पानी सप्लाई से जोड़ने का लक्ष्य पूरा किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को दीपावली पर्व की बधाई भी दी।स्वतंत्र देव सिंह जलशक्ति मंत्री, उत्तर प्रदेश ने कहा कि योगी सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गांव, गरीब, किसान और जरूरतमंदों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के सपने को पूरा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन प्रगति के नए रिकार्ड कायम कर रहा है।

बिल पहुचाने के लिए खर्च हो रहे 13 करोड़, 50 प्रतिशत बिलों में गड़बडी

बिलिंग में शीघ्र सुधार न होने पर सख्त कार्रवाई करने की दी चेतावनी

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने बिलिंग व्यवस्था में सुधार न होने तथा उपभोक्ताओं को अक्सर गलत बिल देकर उत्पीड़न करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए बिलिंग एजेंसियों के प्रतिनिधियों को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि गलत बिलिंग व मीटर रीडिंग में शीघ्र सुधार नहीं हुआ तो बिलिंग एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पावर कारपोरेशन के चेयरमैन को निर्देशित किया कि उपभोक्ताओं को स्वयं रीडिंग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए।ए.के.शर्मा आज शक्ति भवन में बिलिंग, मीटर रीडिंग एवं राजस्व वसूली की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार की मंशा भ्रष्टाचार पर जीरो टॉरेंस की नीति है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व संलिप्तता किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की गलत बिल को लेकर शिकायतें आ रही हैं। बार-बार चेतावनी देने के बाद भी इसमें अभी तक सुधार नहीं हुआ है। अंतिम मौका दिया जा रहा है। एजेंसियों के कार्यों की मॉनिटरिंग होगी। उन्होंने कहा कि कार्यों में गड़बड़ियों को रोकने के लिए तथा समयबद्ध मॉनिटरिंग के लिए एजेंसियां आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर सॉफ्टवेयर बनाएं और मीटर रीडिंग के डाटा को अपलोड करें। कार्यों की क्रास चेकिंग के लिए भी सिस्टम बनाएं। बिलिंग एजेंसियों को अपने कार्यों पर ध्यान देना होगा और क्वॉलिटी ऑफ बिलिंग पर जोर देना होगा।श्री  शर्मा ने सभी डिस्कॉम के डायरेक्टर (कामर्शियल) को निर्देशित किया कि अपने डिस्काम में एक लाख रुपये या इससे ऊपर के ऐसे सभी गलत बिलों की 03 दिन के भीतर मॉनिटरिंग की जाए, जिनका सुधार किया गया है और किसी खास स्थान पर ऐसे बिलों को सुधारने में ज्यादा ध्यान दिया गया हो उसे चिन्हित कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी करें। उन्होंने मीटर रीडर के कार्यों की विभाग द्वारा मॉनीटरिंग करने को कहा। उन्होंने टेबल पर बैठकर बिलिंग, रीडिंग करना तथा स्टोर रीडिंग की समस्या को जड़ से खत्म करने के निर्देश दिए। कहा कि रीडिंग के दौरान मीटर की फोटो लेकर रीडिंग करने से बिलिंग में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि 13 करोड़ प्रतिमाह बिलिंग एजेंसियों पर खर्च किया जा रहा है, फिर भी 50 प्रतिशत शिकायतें खराब बिलिंग को लेकर आ रही हैं। क्वालिटी ऑफ बिलिंग पर ध्यान दें या कार्यों से अपने आप को हटा लें अन्यथा सख्त कार्रवाई के लिए भी तैयार रहें।अपर मुख्य सचिव ऊर्जा महेश कुमार गुप्ता ने कहा कि बिलिंग एजेंसियों को लक्ष्य के अनुरूप बिलिंग, कलेक्शन, मीटर खराबी, जंक डाटा क्लीन, केवाईसी डाटा, डाउनलोडेड बिलिंग आदि के कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से करना होगा। उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक महीने एजेंसियों के इन कार्यों की समीक्षा के लिए इनके साथ बैठक होगी। उन्होंने कहा कि 25 प्रतिशत बिलिंग ऐसी है, जिसमें प्रतिमाह 10 यूनिट से भी कम रीडिंग आ रही है। ऐसे मामलों की भी जांच की जाएगी। बिलिंग एजेंसियों को अपने इन सभी कार्यों को सुधारने के लिए उन्होंने 30 नवंबर 2022 तक अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।बैठक में चेयरमैन पावर कारपोरेशन एम0 देवराज, प्रबंध निदेशक पावर कारपोरेशन पंकज कुमार, सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक, बिलिंग एजेंसियों के प्रतिनिधिनियों ने प्रतिभाग किया।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर के टेंडर में मीटर निर्माता कंपनियां बाहर और बडे घराने अंदर
टेण्डर खुलाते ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर में खुली निजी घरानों की पोल

केंद्र सरकार ऊर्जा मंत्रालय के दबाव में 2.5 करोड 4जी स्मार्ट प्रीपेड मीटर जिस स्कीम का अनुमोदन अभी नियामक आयोग से नहीं प्राप्त हुआ है। इसी बीच 25 हजार करोड लागत वाले इस टेंडर की ओपनिंग आज बिजली कंपनियों ने शुरू कर दी है। उपभोक्ता परिषद की बात सच साबित हुई देश में पहली बार ऐसा हुआ जब स्मार्ट प्रीपेड मीटर के टेंडर में कोई भी मीटर निर्माता कंपनी ने भाग नहीं लिया।देश के चुनिंदा निजी घरानों ने टेंडर भरा यानी कि मीटर बनाने वाली कंपनी की औकात मीटर टेंडर भरने की नहीं है और जिसकी क्षमता टेंडर लेने की है वह मीटर निर्माता कंपनी नहीं है ? उपभोक्ता परिषद के अनुसार आने वाले समय में जब इस पूरे गोलमाल का खुलासा होगा तो एक बार फिर साबित हो जाएगा कि केंद्र सरकार के दबाव में राज्य सरकारों ने देश के निजी घरानों को टेंडर देने के लिए पूरी पर कार्य योजना तैयार कर बडी क्षमता का टेंडर निकाला। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह कि जब देश में प्रधानमंत्री जी 5जी की तकनीकी लांच कर चुके हैं उस समय प्रदेश की बिजली कंपनियां 4जी के टेंडर पर टूट पडी है।उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने कहा बिजली क्षेत्र में निजीकरण का विरोध करने वाले चद्दर तान के सो रहे हैं और आज चोर दरवाजे से स्मार्ट प्रीपेड मीटर का जो टेंडर खुला है इसमें वहीं निजी घराने सामने आ रहे हैं जो भविष्य में ऊर्जा क्षेत्र पर निजीकरण के रूप में अपना कब्जा जमा आएंगे । निजी घरानों की पहली चाले यही होती है कि उपभोक्ताओं के तराजू पर कब्जा करो और उसकी नीति में वह काफी हद तक वह सफल होते दिख रहे है। श्रीवर्मा ने कहा आज मध्यांचल में 4 जिन निजी घरानों का टेंडर का पार्ट वन खुला है उसमें देश की बडी कंपनी अडानी ग्रुप, जी,एमआर ग्रूप, एलएनटी ग्रुप व ईईएसएल की सहभागी कंपनी इंटेली स्मार्ट प्रमुख है। इसी प्रकार प्रदेश की दूसरी बिजली कंपनियों में भी टेंडर खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। उपभोक्ता परिषद ने विद्युत नियामक आयोग सहित सभी को पहले ही बता दिया था कि केंद्र सरकार के दबाव में देश के कुछ निजी घराने स्मार्ट प्रीपेड मीटर का टेंडर लेने की जुगत में है। बिजली कंपनियां पहले जब मीटर या ट्रांसफार्मर का टेंडर निकालती थी तो उसकी मुख्य शर्त यही होती थी कि निर्माता कंपनी ही भाग ले। क्योंकि सभी को पता है कि बिचौलिया को जब टेंडर प्राप्त हो जाता है तो वह टेंडर को सबलेट करके अपना बडा लाभ कमा कर निर्माता कंपनियों से मीटर खरीदेगा। यह दुर्भाग्य है कि मीटर निर्माता कंपनियां टेंडर में भाग न लेने पाए उसके लिए 8 क्लस्टर के टेंडर को निरस्त करके 4 कलेक्टर का टेंडर केवल इसलिए निकाला गया। जिससे प्रत्येक टेंडर की लागत से 6000 करोड या उससे ऊपर हो जाए। कुल मिलाकर मीटर निर्माता कंपनियों की क्षमता इतने बडे टेंडर को लेने की नहीं होगी और फिर एक बार देश के निजी घराने टेंडर को लेने में कामयाब हो जाएंगे। इसका खामियाजा प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को भुगतना पडेगा। क्योंकि लगभग एक स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर रुपया 9000 का कुल खर्च आएगा। जिसमें केवल 900 केंद्र सरकार अनुदान और 8100 प्रति मीटर उपभोक्ताओं के बिजली दर में पास होगा। उपभोक्ता परिषद इसका हर स्तर पर विरोध करेगा।

आरटीआई का खुलासा:रबदहाल यूपी उर्दू एकेडमी

उर्दू भाषा और साहित्य के विकास और संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए साल 1972 में स्थापित की गई। उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी वर्तमान अध्यक्ष चौधरी कैफुलवरा के कार्यकाल में बदहाली के दौर से गुज़र रही है। उर्दू एकेडमी की बदहाली का खुलासा राजधानी लखनऊ के राजाजीपुरम निवासी कंसलटेंट इंजीनियर संजय शर्मा की आरटीआई अर्जी पर एकेडमी के जन सूचना अधिकारी आमिर द्वारा दिए गए जबाव से हुआ है। संजय बताते हैं कि बीते साल के सितम्बर महीने की 10 तारीख को चौधरी कैफुलवरा को एकेडमी का अध्यक्ष बनाया बनाया गया था इसीलिए उन्होंने कैफुलवरा के कार्यकाल की बीती अगस्त माह की 29 तारीख तक की सूचनाएं मांगीं थीं।आमिर ने संजय को जो सूचना दी है उससे इस बात का खुलासा हुआ है कि उर्दू एकेडमी के वर्तमान अध्यक्ष चौधरी कैफुलवरा के अब तक के कार्यकाल में उर्दू भाषा का संरक्षण करने, उर्दू को बढाने और उर्दू का विकास करने से सम्बंधित कोई भी सूचना एकेडमी में नहीं है। आमिर ने बताया है कि इस कालखंड में प्रकाशित होने वाली साहित्यिक और अकादमिक योग्यता की मूल रचनाएँ और उर्दू में लोकप्रिय और बच्चों की किताबें लिखने वाले लेखकों के नामों की सूचना भी एकेडमी में नहीं है। इस अवधि में साहित्यिक और वैज्ञानिक कार्यों के साथ-साथ अन्य विषयों की उर्दू भाषा में अनुवादित कार्यों की सूचना एकेडमी में नहीं होने की बात भी आमिर ने संजय को बताई है। आमिर ने बताया कि उपरोक्त अवधि के दौरान उर्दू में तैयार और प्रकाशित संदर्भ कार्यों के और प्रकाशित कराये गए पुराने उर्दू साहित्य के वैज्ञानिक रूप से संपादित ग्रंथों के नामों की भी कोई सूचना एकेडमी के रिकॉर्ड में नहीं है। इस अवधि में एकेडमी में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किए गए प्रख्यात विद्वानों और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों के नामों के साथ-साथ एकेडमी द्वारा अर्जित की गई चल एवं अचल संपत्ति की सूचना भी एकेडमी में नहीं होने की बात भी संजय को बताई गई है। संजय का कहना है कि उनको दी गई सूचना से यह बात सीधे सीधे सामने आ रही है चौधरी कैफुलवरा के कार्यकाल में उर्दू अकादमी अपने संस्थापन प्रलेख ( मेमोरंडम ऑफ एसोसिएशन ) में दिए गए अनेकों प्रमुख कार्यों और उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए कोई भी काम नहीं कर सकी है। आमिर ने बताया है कि इस अवधि में 6 पुस्तकें अप्रकाशित हैं जिनका प्रकाशन किया जाना है। आमिर द्वारा दी गई सूचना के अनुसार इस अवधि में उर्दू के 19 लेखकों की पुस्तकों के प्रकाशन के लिए आर्थिक सहायता दी गई है जिनका पूरा व्योरा भी आमिर ने संजय को दिया है। इस अवधि में साल 2020 की पुस्तकों पर पुरस्कार भी दिए गए हैं जिनकी 9 पेजों की उर्दू में लिखी सूची भी दी है। इस अवधि में 125 से अधिक बूढ़े, जरूरतमंद लेखकों को मासिक सहायता देने के साथ-साथ कक्षा 6 से पी.एच.डी. तक के 2301 छात्रों को मेरिट के आधार पर 76 लाख से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति दिए जाने की बात बताई है।आमिर ने बताया है कि इस अवधि में मुशायरा,सेमिनार, शाम-ए-ग़ज़ल,उर्दू ड्रामा,दास्तान-गोई,बैत-बाजी के 62 कार्यक्रम कराये गए हैं। इस अवधि में उर्दू अकादमी ने मासिक खबरनामा,त्रैमासिक अकादमी और मासिक बागीचा नाम की 3 पत्रिकाओं का प्रकाशन करने के साथ-साथ सेल डिपो से पुस्तकें बेंचकर 7 लाख से अधिक की आय भी प्राप्त की है।संजय ने चौधरी कैफुलवरा से सार्वजनिक अपील की है कि वे उर्दू अकादमी के मेमोरंडम ऑफ एसोसिएशन में दिए गए सभी कार्यों और उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए काम करें ताकि उर्दू अकादमी अपने गठन के उद्देश्यों को पूरा कर सके।

धनतेरस और दीपावली पर मिलेगी 24 घंटे बिजली

प्रदेश वासियों को दीपावली के मौके पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रकाश पर्व पर धनतेरस और दीपावली पर सभी क्षेत्रों में 24 घंटे कटौती मुक्त बिजली की आपूर्ति की जाएगी। यह जानकारी देते हुए प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि अधिकारियों को दीपावली पर निर्बाध बिजली सप्लाई के निर्देश दे दिए गए हैं।पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने बताया कि सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशकों, मुख्य अभियंताओं सहित विद्युत निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश के सभी क्षेत्रों में कटौती मुक्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों में इसे लेकर पूरी सतर्कता बरतने को कहा गया है। स्थानीय स्तर पर विद्युत आपूर्ति में होने वाले व्यवधानों (लोकल फॉल्ट) को भी जल्द ठीक कराने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।कारपोरेशन की ओर से इस संबंध में डिस्कॉम के प्रबंध निदेशकों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि सभी ट्रांसफारमरों का पहले से मेंटीनेंस करा ली जाए। वे कहीं ओवरलोड तो नहीं हैं। डिस्कॉम और जिला स्तर पर विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएं। अप्रत्याशित ब्रेकडाउन होने की स्थिति में शीघ्र बिजली की आपूर्ति चालू करने के लिए पर्याप्त संख्या में गैंगों की पूर्व में ही व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

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