- REPORT BY:A.S.CHAUHAN || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ। सरोजनीनगर थाना क्षेत्र में एक बंद मकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों ने लाइसेंसी बंदूक सहित लाखों रुपए कीमत के जेवरात तथा अन्य सामान पार कर दिया।पत्नी का इलाज कराने बेटे के पास गए दंपति मंगलवार की सुबह जब वापस घर लौटे तो यह दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए।सरोजनीनगर थाना क्षेत्र के कृष्णा लोक कॉलोनी फेस 2 स्थित मकान संख्या सी 209 के रहने वाले राम सजीवन सिंह ने मंगलवार को थाने पर चोरी के संबंध में लिखित सूचना दी। राम सजीवन ने बताया कि बीती 29 जुलाई 24 को अपनी पत्नी शकुंतला देवी का इलाज करने के लिए अपने बेटे के पास बेंगलुरु गए हुए थे, वो मंगलवार की सुबह जब अपने घर वापस लौटे तो देखा कि घर का ताला टूटा हुआ है, इस पर उन्हें चोरी की आशंका हुई और जब उन्होंने अंदर जाकर देखा तो सामान बिखरा हुआ था। पीड़ित के अनुसार उनकी लाइसेंसी बंदूक व लाखों रुपए के सोने चांदी के जेवरात सहित घर के तमाम बर्तन आदि सामान गायब थे। चोर राम सजीवन के घर से उनकी लाइसेंसी बंदूक, चांदी के दो पायल, कमर की पेटी, एक सोने का हार, एक मंगलसूत्र, पीतल के बर्तन, कीमती साड़ियों के साथ घर के अन्य कुछ सामान उठा ले गए । थाने की पुलिस रिपोर्ट दर्ज करके मामले की छानबीन कर रही है।
नशेड़ी युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
बंथरा थाना क्षेत्र में एक नशेड़ी युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी जैसे ही जानकारी परिजनों को हुई उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मंगलवार को थाना क्षेत्र की ग्राम सभा खटोला थाना बंथरा में रोहित कुमार पुत्र राममिलन उम्र लगभग 22 वर्ष ने फांसी के फंदे से झूलकर जाने दे दी। बताया जाता है कि मृतक रोहित कुमार शराब पीने का आदी था, प्रति दिन की तरह मंगलवार को भी वो शराब पीकर घर आया और बहनों के साथ झगड़ा करने लगा, उसके बाद उसके पिता राममिलन खेत में काम करने चले गये और कुछ समय बाद मृतक की बहन लक्ष्मी और रागिनी कमरे में जाकर देखी तो रोहित साड़ी से लटका हुआ था।जिसकी सूचना बहनों द्वारा उसके पिता को दी गई। मृतक के पिता घर पर आए इलाज के लिए संजीवनी हॉस्पिटल मोहनलालगंज ले गए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दशकों से चलती अवैध लकड़ी की आढ़तों पर प्रशासन मौन,अब तक शासन को लग चुका है लाखों,करोड़ों रुपए का चूना
एक ही गेट पास पर चल रहे हैं सरपट दौड़ रहे हैं लकड़ी के वाहन, बनी मोहान मार्ग के किनारे सादुल्लाहनगर में आढ़त पर पड़ी लकड़ियां
बंथरा थाना क्षेत्र में अवैध तरीके से चल रही लकड़ी की अड्डियों /आढ़तों पर वन विभाग ही नहीं बल्कि मंडी परिषद के अधिकारी भी लगभग एक दशक से अधिक समय से मेहरबानी दिखा रहे है, जिसकी वजह से शासन के राजस्व को अब तक लाखों करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है, लेकिन इस बात से इनको विभाग के अधिकारियों को क्या मतलब इनका तो मुनाफा लकड़ी की अवैध अड्डियां/ आढ़ते चला रहे लकड़ी माफिया कर रहे हैं। बंथरा क्षेत्र में ग्राम सभा सादुल्लाहनगर तीन में और एक ग्राम सभा कंजाखेड़ा मजरा ऐंन में बनी मोहान मार्ग के किनारे बिना लाइसेंस के संचालित हो रही हैं। बताया जाता है कि इनके मालिकांनो द्वारा वन विभाग और मंडी परिषद के अधिकारी से सांठ-गांठ करके खुलेआम लकड़ी की आढ़ते धर्मकांटा के आड़ में संचालित की जा रही है। मजेदार बात यह भी है कि यह अवैध तरीके से लकड़ी की आढ़त चलाने वाले लकड़ी के ठेकेदार भी है, जो क्षेत्र में प्रतिबंध पेड़ों को किसानों से औने-पौने दामों में खरीदकर अपनी आढ़तों पर गिराकर महंगे दमों में बिक्री करते हैं। इतना ही नहीं अपने ही कांटे से लकड़ी की तौल भी की जाती है जिसमें भी घटतौली का खेल किया जाता है। सूत्र बताते हैं कि इन आढ़तों पर कभी-भी मंडी परिषद टीम के द्वारा सख्त कदम नहीं उठए गए, अगर कोई भी क्षेत्रीय अधिकारी कर्मचारी जांच पड़ताल के लिए आया अभी तो वसूली कर वापस चला गया। इन अवैध संचालित लकड़ी की अड्डियों पर बनी मोहान रोड के किनारे ट्रकों लकड़ी के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए हैं जो आज तक मंडी परिषद के किसी अधिकारी को दिखाई नहीं दिया है। जबकि मंडी परिषद को लकड़ी संचालित आढ़तियों से डेड प्रतिशत राजस्व वसूले जाने का प्रावधान है, लेकिन आज तक किसी ने एक पैसे की वसूली नहीं की जिससे नुकसान शासन को लाखों-करोड़ों रुपए अब तक उठाना पड़ा है। जानकार यह भी बताते है कि एक ही गेट पास पर मंडी परिषद के अधिकारियों की मिली भगत से कई बार गाड़ियां लकड़ी लेकर चक्कर लग रही हैं, जिससे भी राजस्व को लाखों रुपए क्षति पहुंच रही है। यह करारनामा खुलेआम काफी अरसे से चल रहा है। फिर भी मंडी परिषद के अधिकारी कुंभकर्णी नींद सो रहे हैं,या फिर जानबूझकर इस तरफ देख नहीं रहे हैं आम लोगों में तमाम चर्चाएं होती रहती हैं और हो रही हैं। फिलहाल जिस तरीके से सड़क के किनारे बिना किसी लाइसेंस के यह आढ़ते चल रही हैं वो भी राजधानी से मात्र कुछ किलोमीटर की दूरी पर और इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया यह अपने आप में दर्शाता है कि इन अवैध संचालित लकड़ी आढ़तों के मालिकांनो का प्रशासन में बैठे अधिकारियों तक ही नहीं बल्कि शासन तक में इनकी अच्छी खासी पकड़ है।डिप्टी डायरेक्टर मंडी परिषद लखनऊ चंदन पटेल ने बताया कि मैं इसकी जांच करवाता हूं यह आढ़ते अवैध तरीके से चलाई जाती पाई जा रही है तो इनके लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।