LUCKNOW:भण्डारों स्थलों पर दिखाई पड़ी नगर निगम की भूमिका,अन्दर देखें और कई खबरें

भड़ारा स्थलों पर  साफ-सफाई एवं चूने का छिड़काव किया गया

  • प्रेम शर्मा

लखनऊ। लखनऊ की श्रेष्ठ परम्पराओं में से ज्येष्ठ-माह में पड़ने वाले बड़ा मंगल एक पावन परंपरा है । आज बड़े मंगल के अवसर पर नगर निगम लखनऊ द्वारा विशेष रूप से सभी भड़ारा स्थलों पर  साफ-सफाई एवं चूने का छिड़काव किया गया एवं समस्त भड़ारा स्थ्लों पर कूडादान की व्यवस्था की गयी है। ताकि भडारा स्थलों में स्वच्छता बनी रहें। नगर निगम द्वारा संचालित विशेष सफाई अभियान के अन्तर्गत मुख्य मार्गों, ऐसिहासिक स्थलों, मंदिरों एवं चिकित्सालयों की व्यापक साफ सफाई के साथ-साथ शहर के सैंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।साठ दिवसीय सफाई अभियान में आज जोन-01 के बटलर पैलेस, बहुखण्डी, जी0पी0ओ0 विधानसभा, बापू भवन चौराहा, शहीद स्मारक, कैसरबाग चौरहा से लाटूष रोड़,नवीन मार्कट, अमीनाबाद, योजना भवन मार्ग, कैसराबग बस अड्डा, राजभवन रोड़, कालीदास मार्ग, जोन-02 के अन्तर्गत बिलौचपुरा, भदेवा, ऐशबाग, तालकटोरा, बालाजी मंदिर,यहियागंज सुभाष मार्ग, पुरी लेबर कालोनी ऐशबाग, सी-ब्लाक राजाजीपुरम, चारबाग, जोन-03 के अन्तर्गत खदरा बाजार, मड़ियाव जानकीपुरम, लाल कॉलोनी, एनडी आर0आई कालोनी, डालीगंज, हसनगंज, जानकीपुरम, महानगर, मुबारकपुर, गुडम्बा ,त्रिवेणी नगर, जानकी पुरम, मदेयगंज मेंहदीगंज, आदिल नगर, जोन-04 के विभुति खण्ड, विशाल खण्ड, विकास खण्ड, शिवाजी नगर, सिगनेचन बिल्ंिडग पुलिस मुख्यालय, मधुरिमा गोमती नगर, न्यू हैदराबार , राजीव गांधी द्वितीय विराम खण्ड-05 गोमती नगर संजयगांधी पुरम में विशेष साफ सफाई एवं संक्रामक रोगों के रोकथाम के दृष्टिगत फॉगिंग का कार्य कराया गया।जोन-05 में ऐयरपोर्ट, कपूर आटा चक्की, सेक्टर एफ एलडीए कालोनी, अजाद नगर, सरोजनी नगर प्रथम के हिन्दु खेड़ा, हड़ाईन खेड़ा, हरिओम नगर आजाद नगर मोहल्ला, इन्द्रलोक कालोनी, हाईडिल कालोनी, गीतापल्ली के पकरी गॉव, आलमबाग,जोन-06 के वार्ड अशर्फाबाद के मोहल्ला शाहगंज, बालागंज वार्ड के जल निगम रोड़, गढ़ी पीर खां के पारस लॉन के करीम गंज पुलिया, हुसैनाबाद, घास मण्डी नैपियर कालोनी पार्ट-02, चौक कालीजी के सोधी टोला, मल्लाही टोला प्रथम के ठाकुर गंज थाना रोड, भुइयन देवी मन्दिर, जोन-7 के विकास नगर , इन्दिरा नगर और जोन-08 के हिन्दनगर के बल्दी खेड़ा खरिका प्रथम के गाँधी नगर, शारदा नगर द्वितीय के साउथ सिटी, नाई टोला शहीद पथ, तेलीबाग, मवईया, इब्राहिमपुर द्वितीय के ईश्वरी खेड़ा, शारदा नगर प्रथम के रूचि खण्ड 2 में विशेष साफ सफाई एवं संक्रामक रोगों के रोकथाम के दृष्टिगत फॉगिंग का कार्य कराया गया।

ऊर्जा मंत्री का एकल और सामूहिक सौर उत्पादन पर जोर
अपनी बिजली अपने घर व खेत में पैदा करें: एके शर्मा

प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा है कि इस समय हमारे पास ऐसी टेक्नॉलाजी है कि हम अपनी बिजली अपने घर व खेत में पैदा करें। किसान समूह बनाकर सोलर ऊर्जा संयंत्र लगाएं। जो बिजली प्रयोग करनी हो करें शेष बिजली को ग्रिड पर दें। राज्य में एमएसएमई को भी सोलर पर लाने की जरूरत है। ऐसा करके ही हम प्रदेश में कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकते हैं।मंगलवार को शहर के एक होटल में आयोजित यूपी स्टेट इनर्जी इफिशिएंसी एक्शन प्लान (राज्य विशिष्ट ऊर्जा दक्षता कार्ययोजना) पर चर्चा के लिए आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का खतरा सिर पर है। तापमान देखें कहां जा रहा है। इस खतरे को हमें ही टालना है।मंत्री ने उदाहरण के लिए होटल के हाल में लटक रहे तीन विशालकाय झूमरों की लाइट को दिखाया। कहा इससे कम रोशनी में भी यह कार्यक्रम इतनी ही खूबसूरती से संचालित हो सकता है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन पर दुनिया की दादागिरी को रोका। उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर काम को भारतीय शैली में करने के लिए क्लाइमेट जस्टिस नाम दिया। हर गांव व हर घर को बिजली देंगे लेकिन कार्बन उत्सर्जन कम करने का काम भी उससे अधिक करेंगे। जो भी कार्ययोजना बने उसमें कृषि, उद्योग, ट्रांसपोर्ट भवन निर्माण क्षेत्र पर अधिक ध्यान दिया जाए। इन क्षेत्रों में अधिक ऊर्जा बचाई जा सकती है। ऊर्जा मंत्री द्वारा बार-बार ऊर्जा बचत की बातें किए जाने का असर यह हुआ कि उनका संबोधन समाप्त होने से पहले ही झूमरों की बत्ती बुझा दी गई।विशिष्ट अतिथि वन व पर्यावरण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि तामपान ऐसे ही बढ़ता रहा तो नये वायरस आएंगे। कम ऊर्जा खपत वाले उपकरणों को ही प्रयोग में लाने की जरूरत है। 2030 तक 50 फीसदी ऊर्जा सोलर व अन्य नवीनीकृत ऊर्जा के माध्यम से लेने का लक्ष्य है। एक जुलाई से 15 अगस्त तक वृक्षारोपण अभियान चलेगा। उन्होंने अपील की कि परिवार के हर सदस्य के नाम से एक पौध लोग जरूर लगाएं। इस कार्यशाला में प्रमुख सचिव ऊर्जा व चेयरमैन उ.प्र. पावर कारपोरेशन एम. देवराज, प्रमुख सचिव वन व पर्यावरण मनोज कुमार सिंह आदि ने तकनीकी सत्रों को संबोधित किया।

कठौता झील का जल स्तर घटा, गोमतीनगर-इन्दिरानगर में पानी की कटौती

कठौता झील का जलस्तर 24 घंटे के अंदर अचानक तीन फुट घट गया। झील में मात्र 15 फुट बचने के चलते जलकल विभाग को गोमतीनगर और इंदिरानगर में तय शेड्यूल से एक दिन पहले ही मंगलवार को सुबह-शाम एक-एक घंटे पानी कटौती करनी पड़ी। बुधवार से दोनों इलाकों में दो-दो घंटे कटौती की जाएगी। इसकी जानकारी मिलने पर महापौर ने समस्या के निदान के लिए सिंचाई मंत्री से बात की है।गोमतीनगर और इन्दिरानगर को कठौता झील से पानी सप्लाई होती है। झील में पानी शारदा नहर से आता है। सिंचाई विभाग ने मरम्मत के लिए नहर आठ मई से बंद कर रखी है। इससे कठौता झील को पानी कम मिल रहा है। सोमवार कठौता में करीब 18 फुट पानी था, जो मंगलवार घटकर साढ़े 15 फुट ही रह गया। जलकल के अधिशासी अभियन्ता वीके श्रीवास्तव ने बताया कि पानी तेजी से खत्म हो रहा है। इसी वजह से मंगलवार से ही कटौती का निर्णय लिया गया। दोपहर में दोनों इलाकों में एक-एक घंटे की कटौती की गयी। बुधवार से दो-दो घंटे की कटौती होगी। पानी और ज्यादा कम हुआ तो कटौती और बढ़ाई जाएगी।जलकल ने शारदा नहर से पानी खींचने के लिए मंगलवार को पम्प लगा दिया है। पहले दिन पांच पम्प लगाए गए हैं। इन पम्पों से पानी खींचकर कठौता झील में लाया जाएगा। जब तक शारदानहर में पानी रहेगा तब तक जलकल पम्प से पानी लाएगा। शारदानहर में पानी कम होने पर पम्प हटाए जाएंगे। इन दोनों कॉलोनियों में पानी संकट कम करने के लिए जलकल ने 168 पम्प तैयार किए हैं। इन सभी पम्प का ट्रायल कर लिया गया है, जो चालू हालत में मिले हैं। इनमें 68 इन्दिरानगर के और करीब 100 नलकूप गोमतीनगर के हैं। झील में ज्यादा पानी कम होने पर इन क्षेत्रों में पम्पों से सप्लाई की जाएगी।पानी की समस्या से निजात के लिए महापौर भी सक्रिय हो गयी हैं। उन्होंने सिंचाई मंत्री से फोन पर बात की है। उनसे नहर को 30 मई तक शुरू करने का आग्रह किया है, ताकि शहर में पानी का संकट न पैदा होने पाए। अधिशासी अभियन्ता, जलकल वीके श्रीवास्तव के अनुसार अभी इन्दिरानगर, गोमतीनगर में कहीं पानी का संकट नहीं है। मगर झील में बहुत तेजी से पानी घट रहा है। फिलहाल 30 मई तक का पानी है। इसके बाद संकट बढ़ेगा। 168 पम्प भी पानी सप्लाई के लिए तैयार हैं। कठौता झील से भी सप्लाई होगी। मंगलवार से दोनों कॉलोनियों में एक-एक घंटे सप्लाई में कटौती की गयी है। बुधवार से इसे और बढ़ाया जाएगा। महापौर ने सिंचाई मंत्री से बातकर 30 मई तक नहर शुरू कराने का अनुरोध किया है।

Aaj National

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