-हजरतगंज में पहले से दर्ज है मुकदमा,एसटीएफ ने पूंछताछ के लिए था बुलाया,हलाल काउंसिल ऑफ इण्डिया के कई पदाधिकारियों से एसटीएफ कर रही पूंछतांछ
लखनऊ।यूपी एसटीएफ ने अवैध रूप से हलाल प्रमाण-पत्र जारी कर विभिन्न कम्पनियों से अवैध रूप से वसूली करने वाली संस्था हलाल काउंसिल ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष सहित चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।पकड़े गए मुम्बई महाराष्ट्र (अध्यक्ष) मौलाना हबीब युसुफ पटेल और मौलाना मुइदशीर सपाडिआ महराष्ट्र (उपाध्यक्ष) और मो0 ताहिर जाकिर हुसैन चैहान मुम्बई (जनरल सेक्रेटरी) और मोहम्मद अनवर मुम्बई महाराष्ट्र (ट्रेजरार) के विरुद्ध राजधानी के हजरतगंज थाने में पूर्व से धारा-120बी और 153ए तथा 298 व 384 तथा 420 और 467 व 468 तथा 471 व 505 आईपीसी का मुकदमा दर्ज है।यह लोग विभिन्न कम्पनियों को अवैध रूप से हलाल प्रमाण पत्र जारी कर धोखाधड़ी के माध्यम से लाखो रुपयों की वसूली करते थे।इनके पास से चार आधार कार्ड और चार पैन कार्ड और तीन मोबाइल फोन व चार एटीएम कार्ड और नकद 21,820 रुपए तथा तीन ड्राइविंग लाइसेन्स और एक आर0सी0 और दो वोटर कार्ड बरामद हुए है।
अलग -अलग कम्पनी से लिये जाते थे अलग -अलग रूपये
एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि कुछ कम्पनियों द्वारा जैसे हलाल इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई, जीमयत उलेमा हिन्द हलाल ट्रस्ट दिल्ली, हलाल काउंसिल ऑफ इण्डिया मुम्बई आदि ने विभिन्न उत्पादों पर उसकी ब्रिकी बढाने के उद्देश्य से आर्थिक लाभ लेकर छल करते हुए हलाल प्रमाण पत्र विभिन्न उत्पादन के लिए निर्गत किये गये है।इस मामले की विवेचना यूपी एसटीएफ कर रही है।विवेचना के दौरान आज हलाल काउंसिल ऑफ इण्डिया, मुम्बई के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष को अपना बयान अंकित कराने एस0टी0एफ0 कार्यालय लखनऊ बुलाया गया था। बयान से ज्ञात हुआ कि कई कम्पनियों को हलाल सम्बन्धी प्रमाण पत्र जारी किये गये है।उनकी छानबीन में पाया गया कि हलाल काउंसिल ऑफ इण्डिया मुम्बई ने अवैध रूप से हलाल सर्टिफिकेट मीट व मीट प्रोडक्ट के अतिरिक्त अन्य खाद्य पदार्थों पर भी जारी किया जा रहा है।हलाल काउंसिल ऑफ इण्डिया मुम्बई ने इसके लिए प्रति वर्ष सर्टिफिकेट व प्रति प्रोडक्ट अलग अलग कम्पनी से अलग अलग रूपये लेती है। जिसमें से लगभग 10 हजार रूपये सर्टिफिकेट व 1 हजार रूपये प्रति प्रोडक्ट के लिए चार्ज करते हैं।
प्रोडक्ट का लैब टेस्ट नहीं करवाये बिना ही जारी हो रहा हलाल प्रमाण पत्र
STF की मानें तो हलाल काउंसिल ऑफ इण्डिया, मुम्बई को एनएबीसीबी व अन्य किसी सरकारी संस्था को हलाल प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है।हलाल काउंसिल ऑफ इण्डिया मुम्बई ने विभिन्न कम्पनियों को देश व विदेश में अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए हलाल प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। जिसके लिए यह अधिकृत नहीं हैं। एडीजी ने बताया कि विवेचना के दौरान पता चला कि हलाल काउन्सिल आफ इण्डिया मुम्बई द्वारा जारी हलाल प्रमाण पत्र धारी कम्पनियों के मालिक एवं कर्मचारियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि काउन्सिल आफ इण्डिया मुम्बई ने हलाल प्रमाण पत्र जारी करने के लिए किसी भी प्रोडक्ट का लैब टेस्ट नहीं करवाया गया है। इन लोगों द्वारा कम्पनी में आकर किसी भी प्रोडक्ट का सैम्पल जांच के लिए लिया गया और न ही हलाल काउसिंल का कोई भी सदस्य पूछताछ के लिए कम्पनी में आया। इस प्रकार हलाल काउन्सिल आफ इण्डिया मुम्बई द्वारा हलाल प्रोडक्ट के उपभोक्ताओं को बिना किसी जांच के व बिना किसी लैब टेस्ट के केवल ‘‘हलाल’’ का लोगो देकर जबरन वसूली की जा रही है।
कम्पनियों पर डाला जा रहा है वित्तीय बोझ
एडीजी ने बताया कि अनावश्यक रूप से एक अलग प्रकार का वित्तीय बोझ कम्पनियों पर डाला जा रहा है। इनके द्वारा जारी किये गये हलाल प्रमाण पत्र के अवलोकन से यह भी जानकारी मिली कि रेस्टोरेन्ट इत्यादि को भी इनके द्वारा हलाल प्रमाण पत्र दिया गया है।जबकि रेस्टोरेन्ट द्वारा परोसी जाने वाली खाद्य सामग्री के बनने के तरीके एवं उपलब्ध सामानों पर इनका कोई नियंत्रण नहीं है। जिससे यह पता चलता है कि यह लोग मनमानी तरीके से केवल पैसा लेने के उद्देश्य से हलाल प्रमाण पत्र जारी करते है। साथ ही इस प्रकार से प्राप्त आय-व्यय का कोई जानकारी नहीं दे सके।उन्होंने बताया कि दस्तावेजों की जांच करने पर हलाल काउंसिल ऑफ इण्डिया, मुम्बई व अन्य किसी सरकारी संस्था द्वारा हलाल प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अधिकृत नहीं पाया गया। जिसके आधार पर हलाल काउन्सिल आफ इण्डिया, मुम्बई के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव व कोषाध्यक्ष को आज गिरफ्तार किया गया।पकड़े गए सभी आरोपियों को हजरतगंज में दाखिल किया गया है।https://aajnational.com