LUCKNOW:अभियान चलाकर 250 किलों से अधिक प्रतिबंधित प्लास्टिक,पॉलिथीन का संग्रहण,क्लिक कर देखें और भी ख़बरें

  • प्रेम शर्मा

लखनऊ। शासन के आदेशानुसार नगर आयुक्त द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन मे 29 जून, से 03 जुलाई तक सिंगल यूज प्लास्टिक के एकत्रीकरण, पुनर्चक्रमण तथा उसके सम्बन्ध में लगाये गये प्रतिबन्ध को प्रभावी तरीके से लागू कराये जाने के उद्देश्य से वृहद जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अभियान चलाकर आज 250 किलों से अधिक प्रतिबंधित प्लास्टिक,पॉलिथीन का संग्रहण किया गया। आज थ्री आरएस – रिड्यूस, री-यूज, रिसाइकलश् थीम के अंतर्गत अभियान के तहत आज महाशपथ तथा महासफाई ड्राइव का आयोजन किया गया।अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी वस्तु बनाने हेतु अपसाइकिलिंग की जानकारी कार्यशालाओं के माध्यम से दी गयी। सकार्यशालाओं में अनुपयोगी से उपयोगी बनाई गई वस्तुओं को “इको मेला” के द्वारा प्रदर्शित किया किया गया। इसके अतिरिक्त मॉल्स, पार्क तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर “प्लास्टिक की कहानीष् फ्लैश मॉब शो के माध्यम से प्रसारित कर जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया गया।समस्त वार्डों में मॉक ड्रिल/प्लाग रन चला कर प्रतिबंधित प्लास्टिक,पॉलिथीन संग्रहित की गई। जोन 1- क्षेत्र के समस्त 14 वार्डों में प्लाग रन अभियान के तहत लगभग 66 किलो प्रतिबंधित प्लास्टिक,पॉलिथीन का संग्रहण किया गया।उक्त अभियान जोनल अधिकारी के नेतृत्व में समस्त जोनल टीम की उपस्थिति में चलाया गया। ज़ोन 02- क्षेत्रान्तर्गत 12 वार्डों में प्लाग रन में 237 लोगों ने प्रतिभाग कर अभियान को सफल बनाया।अभियान के तहत लगभग 10 किलो प्रतिबंधित प्लास्टिक,पॉलिथीन का संग्रहण किया गया। ज़ोन 3- क्षेत्रान्तर्गत समस्त 19 वार्डों में यथा इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा, बड़ा चांदगंज, गोल मार्केट, पुरनियां,अलीगंज, जानकीपुरम, प्रियदर्शनी कालोनी मोहिबुल्लापुर, कपूरथला, मामा चौराहा आदि जगहों पर प्लाग रन के रहत लगभग 76 किलोग्राम प्रतिबंधित पॉलिथीन,प्लास्टिक एकत्र की गई। ज़ोन 4- क्षेत्र के अन्तर्गत हुसड़िया चौराहा, निशातगंज बाजार, प्राथमिक विद्यालय नवाब पुरवा गाँव, जुलसा देवी गर्ल्स इण्टर कालेज नवाब पुरवा, प्राथमिक विद्यालय उजरियांव, आदर्श विद्यालय उजरियांव व बाजार में प्लाग रन अभियान चलाया गया।अभियान के तहत लगभग 20 बोरी प्रतिबंधित प्लास्टिक/पॉलिथीन संग्रहित की गई।ज़ोन5-क्षेत्रान्तर्गत समस्त 10 वार्डाे में प्लाग रन के तहत लगभग 22 किलोग्राम प्रतिबंधित प्लास्टिक/पॉलीथिन एकत्रीकरण की कार्यवाही की गई। जोन 6-क्षेत्रान्तर्गत जोन-6 के समस्त वार्डाे में प्लाग रन के तहत 297 पैकेट में लगभग 48 किलो प्रतिबंधित प्लास्टिक,पॉलीथिन का सग्रण किया गया। जोन 7- क्षेत्रान्तर्गत 13 वार्डों में प्लाग रन अभियान चलाकर लगभग 28 किला और ज़ोन 8- क्षेत्रान्तर्गत सभी वार्डाे में प्लाग रन अभियान के तहत लगभग 22 किलो प्रतिबंधित प्लास्टिक/पॉलीथिन का संग्रहण किया गया। एक जुलाई को लॉन्च ऑफ प्लास्टिक फ्री जोनश् के अंतर्गत अभियान का अनुश्रवण किया जाएगा। महाशपथ तथा महासफाई ड्राइव का आयोजन किया जायेगा। सार्वजनिक स्थलों पर बर्तन बैंक, प्लास्टिक बैंक तथा झोला बैंक की स्थापना की जायेगी। मॉल्स, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के सहयोग से प्लास्टिक के विकल्पों तथा जीरो वेस्ट लाइफस्टाइल हेतु प्रदर्शनी किए जाने के निर्देश दिये गये।

साईं मंदिर ट्रस्ट के बच्चों उपहार में मिला कंप्यूटर सिंस्टम

स्वयं सिद्धा फाउंडेशन के मेंबर्स ने गुरुवार को साईंधाम मंदिर फाउंडेशन ट्रस्ट के मंदिर प्रांगण में आकर पढ़ने वाले बच्चों पर अपना स्नेह बरसाते हुए एक कंप्यूटर गिफ्ट किया है। जिसे पाकर बच्चों में खूब उत्साह बड़ा और सभी नन्हे-मुन्ने बच्चों ने संस्था से आई हुई माया यादव, मीनू कृपाल, नम्रता चौहान व शालिनी श्रीवास्तव को ढेरो आशीर्वाद व शुभकामनाएं दी। बच्चों ने इस दौरान संस्था के लोगों से कहा कि तकनीकि युग में कंप्यूटर का अत्याधिक महत्व है। इससे हमें तकनीकि ज्ञान प्राप्त करने के साथ अन्य शैक्षाणिक लाभ मिलेगा।सर्वप्रथम मीनू कृपाल ने साईंनाथ महाराज जी को भंडारे का भोग लगाया तद्पश्चात सभी बच्चों को प्रसाद बांटा तथा ऐसा कर वो साईं की कृपा की पात्र बनी।बच्चों को पेंसिल बॉक्स व खानपान की चीज़ें भी उपहार स्वरूप दी गई। साईंधाम ट्रस्ट के संस्थापकों अमित शर्मा व उनकी पुत्री पायल ने बताया कि माया यादव पूर्व में भी अपनी संस्था के माध्यम से विभिन्न मलिन बस्तियों से आकर निःशुल्क शिक्षा प्राप्त करने वाले इन बच्चों को पठन-पाठन में उपयुक्त सामग्री देती रही है। माया यादव ने अवसर पर साई मंदिर ट्रस्ट के कर्ताधर्ता अमित शर्मा से भविष्य में भी अपनी संस्था द्वारा पूर्ण सहयोग देने का वादा किया।

बरिश के दौरान महापौर ने किया नालों का निरीक्षण

महापौर संयुक्ता भाटिया ने आज भारी बारिश के मध्य शहर के कई इलाकों में नाला/ नाली सफाई कार्य का औचक निरीक्षण किया। और सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।इस दौरान बारिश के मध्य महापौर संयुक्ता भाटिया ने डालीगंज, गोमतीनगर, निशातगंज, निरालानगर, भापटामाऊ आदि क्षेत्रों में नाली/ नाला सफाई कार्य का निरीक्षण किया और अधिकारियों को सम्यक निर्देश दिए।हालांकि संतोष की बात रही कि लखनऊ में कही भी भारी जलभराव नही देखने को मिला और बारिश के उपरांत पानी निकल गया। उन्होंने इस दौरान जलभराव की स्थिति पैदा न होने देने तथा पम्पों पर तैनात कार्मिकों को मुस्तैद रहने की सलाह दी।

लघु सिंचाई के हर इंजीनियर को मिली मनचाही पोस्टिंग

9 मिनट में सबके सामने ट्रांसफर, 2 मिनट में नियुक्ति पत्र

एक दो नहीं, तबादले के दायरे में 2 दर्जन से ज्याद इंजीनियर और सबको मनचाही तैनाती दी गई। यह सब वह भी केवल 9 मिनट में लघु सिंचाई विभाग में हुआ। तबादलों का यह पारदर्शी और सबसे अलग उदाहरण पेश किया प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव ने जल निगम सभागार में तबादले के दायरे में आने वाले इंजीनियरों को एक साथ बुलाया और सबको मेरिट व वरिष्ठता के आधार पर स्कीन पर दिख रहे रिक्तियों को चुनने का मौका दिया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान हैदाराबाद से जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये जुड़े रहे। जलशक्ति मंत्री ने तबादले की इस पारदर्शी प्रक्रिया की सराहना करते हुए मनचाहा विभाग पाए इंजीनियरों से इसी पारदर्शी तरीके से काम करने का आह्वान किया। प्रमुख सचिव ने जल निगम सभागार में ही इंजीनियरों को नई तैनाती का नियुक्ति पत्र भी दे दिया।जल निगम मुख्यालय के सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हैदराबाद से जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह स्क्रीन पर थे। दूसरी तरफ सभागार में एक टेबिल पर प्रमुख सचिव नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव और तबादले के दायरे में आने वाले इंजीनियर साथ बैठे थे। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने इंजीनियरों से पूछा कि बताइये आप कहां पोस्टिंग चाहते हैं। प्रमुख सचिव की मौजूदगी में एक-एक करके इंजीनियरों ने जलशक्ति मंत्री को अपनी मनचाही पोस्टिंग बताई। जिसको उन्होंने स्वीकार करते हुए नियमानुसार रिक्त स्थानों पर प्रमुख सचिव को नियुक्ति के निर्देश दिये। जल निगम मुख्यालय में पारदर्शी तरीके से तबादले देने की प्रक्रिया के दौरान जो इंजीनियर वीडियो कांफ्रेंसिंग से नहीं जुड़ पाए उनको प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने खुद फोन लगाया और पूछा कहां चाहते हो तैनाती।जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने मनचाही पोस्टिंग पाने वाले इंजनियरों को बधाई दी। उन्होंने इंजीनियरों से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों को पूरा करने के लिए पूरी ईमानदारी, निष्पक्षता और मेहनत से काम करें। उन्होंने कहा कि जिस पारदर्शी तरीके से आप सबका तबादला किया गया है उसी पारदर्शी तरीके से अपने जिलों में बेहतरीन काम करके दिखाएं। बरसात को देखते हुए सारी तैयारियां समय से की जाएं। उन्होंने इंजीनियिरों से कहा कि योजनाओं को समय पर पूरा कराएं और शिकायत का कोई मौका न दें।

डीएम ने सात दिन में नाला सफाई की रिपोर्ट मांगी

लगातार हो रही बारिश को देखते हुए डीएम ने कलेक्ट्रेट में जलभराव और तटीय इलाकों में बाढ़ से बचाव के लिए बैठक की। डीएम ने नाला सफाई की जांच के लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व को नोडल अधिकारी बनाते हुए उनसे सात दिनों में रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा अस्थायी पम्पिंगसेट रखे जाएंगे। कहीं जलभराव होता है तो इनकी मदद से तुरंत पानी निकाला जाएगा।पिछली साल जैसी लापरवाही या गड़बड़ी अबकी बार न हो। तेज बारिश में नाले उफनाने से कहीं शक्तिनगर समेत अन्य कालोनियां जलमग्न न हो जाएं, इसके लिए प्रयास तेज हो गए हैं। बैठक में डीएम सूर्य पाल गंगवार ने निर्देश दिया कि बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए सम्बंधित विभाग तैयारियां तेज कर दें। डीएम ने गोमती नदी और कुकरैल के दोनों ओर के 44 बैरलों के फाटक की स्थिति समझी। कहा कि यदि इनके रखरखाव या मरम्मत में कोई कमी हो तो उसे बिना देरी दुरुस्त कर लें। सिंचाई विभाग से पम्पिंग स्टेशनों से गोमती नदी तक नगर निगम की सीमा में आने वाले नालों की सफाई के बारे में जानकारी ली। सिंचाई विभाग ने बताया कि जिले में तीन मीटर से चौड़े 88 बड़े नाले हैं जो 64 किलोमीटर लम्बे हैं। इनके अलावा तीन मीटर से छोटे 536 मझोले और 929 छोटे नाले है। सभी की सफाई कराई जा रही है। डीएम ने एडीएम वित्त एवं राजस्व बिपिन मिश्रा को नोडल बनाते हुए सात दिनों में सभी नालों की सफाई का निरीक्षण कर फोटो सहित रिपोर्ट देने को कहा है। तहसील स्तर पर अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बाढ़ से बचाव के बारे में कार्य योजना बना कर शनिवार तक सौंप दें।जलकल विभाग को डीएम ने बाढ़ या जलभराव वाले इलाकों में तुरंत साफ पीने के पानी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इसके लिए टैंकरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।ग्रामीण इलाकों में बाढ़ग्रस्त और जलभराव वाले इलाके, गांव चिह्नित किए जाएंगे। ग्रामीणों को निकटतम सुरक्षित स्थानों की सूची बनाई गई है। डीएम ने तहसीलों के एसडीएम को निर्देश दिया कि पशुओं के लिए भी ऐसी ही सूची बनाएं ताकि बाढ़ की स्थिति में ग्रामीण अपने पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा सकें।

Aaj National

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