-पहले बिजली विभाग की जमीन को हथियाने का किया प्रयास, अब बनी गांव सभा की जमीन पर किया जा रहा निर्माण
लखनऊ। बनी मोहान मार्ग के किनारे स्थित बंथरा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बनी में पीटीसी कंपनी द्वारा लगातार सरकारी जमीनों पर किए जाने का कार्य किया जा रहा है। विद्युत विभाग के अवर अभियंता के हस्तक्षेप के बाद बिजली विभाग की जमीन का कुछ हिस्सा छोड़कर ग्राम समाज की सरकारी जमीन पर पिलर बनाकर कब्जा किए जाने का कार्य हो रहा है जिसको लेकर गांव के ग्रामीणों में आक्रोश उत्पन्न है। बनी में काफी समय पहले पीटीसी कंपनी ने किसानों की जमीन खरीद कर उसमें निर्माण कराकर कंपनी को स्थापित किया था। जिस समय कंपनी ने किसानों से जो जमीन खरीदी थी उसमें भी सरकारी जमीन को, ग्रामीण किसानो की जमीन खरीदने के बाद हथिया लिया गया था। गाटा संख्या 22 ऊसर दर्ज हैं,जिसमें से लगभग 15 विश्वा जमीन विद्युत उपकेंद्र स्थापित करने के लिए गांव सभा ने लिखित में बिजली विभाग को दे दी थी, शेष हिस्सा अभी भी पीटीसी कंपनी के बगल में खाली पड़ा हुआ था। पीटीसी कंपनी ने अपनी बाउंड्री वॉल कर ली थी, उसके बाद बाउंड्री के बगल में कंपनी से निकलने वाला केमिकल्स युक्त पानी खाली पड़ी गांव सभा की जमीन पर कंपनी निकालने लगी और कंपनी से निकलने वाला कचरा भी बाउंड्री के बगल में काफी समय से डाला जा रहा था।पुरानी बाउंड्री वॉल को तोड़कर अभी बीती 8 मई को कंपनी के अधिकारियों कर्मचारी ने जेसीबी मशीन से नींव खुदाई कराने का कार्य शुरू कर दिया। इसकी जानकारी जैसे ही विद्युत विभाग के अवर अभियंता रूपेश कुमार सिंह को हुई तो उन्होंने मौके पर जाकर नींव खुदाई का कार्य रुकवा दिया ,क्योंकि जो गांव सभा द्वारा विद्युत उपकेंद्र के लिए जगह दी गई थी, उसमें नीव खुदाई का कार्य कंपनी के द्वारा किया जा रहा था। बीते बुधवार और गुरुवार को पीटीसी कंपनी के द्वारा एक बार फिर जहां पर विद्युत विभाग की जमीन अपनी होने का दावा कर रहा था। उसके बगल में सीमेंट के पिलर ढालकर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है, जो गाटा संख्या 22 से बची हुई जमीन है। अवर अभियंता रूपेश कुमार सिंह से संबंध में बात की तो उन्होंने बताया कि विद्युत उपकेंद्र की जमीन को छोड़कर कंपनी द्वारा निर्माण-कार्य कराया जा रहा है जिससे मेरा कोई मतलब नहीं है। क्षेत्रीय लेखपाल सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पीटीसी कंपनी की जो जमीन थी उसमें उसने निर्माण-कार्य पहले ही कर रखा है और जो शेष जमीन खाली पड़ी हुई है वो गांव सभा और विद्युत उपकेंद्र की है कंपनी के द्वारा जो निर्माण कार्य किया जा रहा है वह गलत है।उपजिलाधिकारी सरोजनीनगर फाल्गुनी सिंह का कहना था कि मौके पर भेज कर मामले की जांच करवाऊंगी अगर जमीन पर गलत तरीके से निर्माण-कार्य कंपनी के द्वारा कराया जा रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
पकरिया तालाब में हो रहा सफेद बालू का अवैध खनन,बंथरा थाना क्षेत्र के खांड़े देव का मामला
-लगभग तीन चार महीने से चल रहे अवैध खनन के बारे में नहीं है प्रशासनिक अमले को जानकारी, लोग खड़े कर रहे हैं सवाल
बंथरा थाना क्षेत्र में मिट्टी का अवैध खनन का कार्य परवान चढ़ रहा है ।जिस पर किसी प्रकार की कोई रोक-टोक नहीं की जा रही है,लेकिन
अब तालाब से सफेद बालू निकालकर अवैध काला कारोबार तेजी के साथ फलने और फूलने लगा । बंथरा थाना क्षेत्र की नगर पंचायत बंथरा के खांडे देव में पकरिया तालाब में अवैध तरीके से सफेद बालू की खुदाई करके ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर दुकानों पर बेचने का कार्य खुलेआम रात के अंधेरे में नहीं बल्कि दिन के उजाले में किया जा रहा है। ट्रैक्टर ट्रालियों को लगा करके मजदूर के द्वारा बेलचा से यह बालू भरी जाती है। हो रहे खनन के चलते लगभग 15 मीटर गहरी खुदाई अब तक हो चुकी है। शनिवार को मौके पर मौजूद मजदूरों से अवैध खनन करने वाले के बारे में पूछा तो वो टाल मटोल कर गए और कहा हम लोग मजदूर नहीं है ताड़ी पीने आए हैं।जबकि तालाब में जहां पर खनन हो रहा था उसमें मजदूर के तीन बेलचा मौजूद थे।खांडे देव भौकापुर जाने वाले चकमार्ग के पास चल रहे इस खनन की जानकारी क्षेत्रीय प्रशासनिक अधिकारियों कर्मचारीयों सभी को है, लेकिन फिर भी इस पर किसी प्रकार की कोई रोक-टोक नहीं की गई। लोगों का कहना है कि यह सफेद बालू निकालकर बेचे जान का काम पिछले तीन-चार महीने से चल रहा है लगातार अवैध खनन करने वाले माफिया द्वारा इसे अंजाम नहीं दिया जाता है बीच-बीच में काम रोक कर कार्य किया जा रहा है।स्थानीय लोगों का यह भी कहना है अवैध खनन करने वाला व्यक्ति दबंग व अपराधिक किस्म का व्यक्ति है इसके खिलाफ कोई भी सामने से शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पता है क्योंकि पता चलने पर उसके द्वारा नाना प्रकार की घिनौनी आरोप लगाकर पुलिस थाने में बंद कराने की भी हरकत की जाती है।फिलहाल इतने समय से बड़े पैमाने पर अवैध सफेद बालू खनन का कार्य चल रहा है।रात्रि के अंधेरे के अलावा दिन में भी यह कार्य फल फूल रहा है।फिर भी थाने से लेकर राजस्व और खनन विभाग किसी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया है।इस बात को लेकर लोगों के बीच सवालिया निशान लग रहे हैं।उपजिलाधिकारी सरोजनीनगर फाल्गुनी सिंह ने इसको लेकर कहा कि अवैध तरीके से सफेद बालू खनन करने वाले माफिया के खिलाफ राजस्व टीम को मौके पर भेजकर जांच कराने के बाद कार्यवाही की जाएगी।