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LUCKNOW:एनसीआर की तर्ज पर बनेगा एससीआर,विधानसभा में एससीआर बिल पास,क्लिक करें और भी खबरें

लखनऊ 31 जुलाई।यूपी विधानसभा में सोमवार से मानसून सत्र जारी है। मानसून सत्र के तीसरे दिन उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से एससीआर यानि स्टेट कैपिटल रीजन बनाने के प्रस्ताव को सदन में पेश किया गया,जो पास हो गया। एनआरसी की तर्ज पर एससीआर बनाने की तैयारी का विधेयक विधानसभा से पास हो गया है।एससीआर में लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली और बाराबंकी को शामिल किया गया है। इन जिलों की 27,826 वर्ग किमी भूमि को एससीआर में शामिल किया गया है।इसका मुख्यालय राजधानी में बनाया जाएगा। नवगठित उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र में राजधानी लखनऊ 2,528 वर्ग किमी के साथ-साथ हरदोई 5,985 वर्ग किमी, सीतापुर 5,743 वर्ग किमी, उन्नाव 4,558 वर्ग किमी, रायबरेली 4,609 वर्ग किमी और बाराबंकी 4,402 वर्ग किमी के आसपास के क्षेत्र शामिल हैं।लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली और बाराबंकी के कई हिस्सों को मिलाकर एससीआर बनाने का फैसला किया है।अब एनसीआर की तर्ज पर एससीआर बनेगा।इसके अलावा योगी सरकार ने यूपी में नजूल संपत्ति को लेकर विधानसभा में विधेयक पेश कर उसे भी पास कराया।इस बिल के पास होने के बाद यूपी में नजूल भूमि को पट्टे पर नहीं दिया जा सकेगा। नजूल भूमि को लेकर सरकार ने अध्यादेश पास किया था. आज सदन में बिल पेश कर इसे पास कराया गया।

विश्व धरोहर समिति की बैठक में कन्नौज के इत्र, लखनऊ की चिकनकारी ने विदेशी अतिथियों का मोहा मन,यूपी की धरती धर्म और अध्यात्म से सराबोर-जयवीर

प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि ’विश्व धरोहर समिति की बैठक में उत्तर प्रदेश पर्यटन न केवल हिस्सा ले रहा है, बल्कि हमारा प्रयास है कि राज्य की विशेषताओं से हम अपने अतिथियों को अवगत कराएं ताकि वह यहां घूमने के लिए आकर्षित हों। उत्तर प्रदेश के पयर्टन विकास में यह बैठक मील का पत्थर साबित होगी। जयवीर सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित भारत मंडपम में चल रही विश्व धरोहर समिति की 46वीं बैठक  हुई। आयोजन स्थल पर उत्तर प्रदेश पर्यटन के स्टॉल ने विदेशी अतिथियों को आकर्षितकिया। कन्नौज का इत्र, लखनऊ की चिकनकारी, आगरा की जरदोजी, वाराणसी का वुडन टॉय सहित अन्य हस्तशिल्प कला ने सुर्खियां बटोरी। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से आयोजित बैठक में 150 से अधिक देशों के 2500 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।विश्व धरोहर समिति की 46वीं बैठक में भारत की विविध, अनूठी सांस्कृतिक तथा प्राकृतिक विरासत को दुनिया के सामने पेश किया गया। 21 जुलाई से 31 जुलाई तक चले  कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश पर्यटन ने भी स्टॉल लगाया। यूपी के स्टॉल पर काशी विश्वनाथ मंदिर, बुंदेलखंड सर्किट, बौद्ध सर्किट और उत्तर प्रदेश के हेरिटेज, आर्ट एवं क्राफ्ट को दर्शाया गया। विश्व धरोहर समिति की बैठक का शुभारंभ 21 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। प्रतिनिधियों को लखनऊ की चिकनकारी, कन्नौज का इत्र और सहारनपुर का वुडन वर्क उपहार स्वरूप दिया गया है।  उत्तर प्रदेश अपनी अतुल्य संस्कृतिक धरोहरों और सभ्यता के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। फतेहपुर सीकरी, ताज महल और आगरा फोर्ट जैसे तीन वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स हैं। यहां की धरती धर्म और अध्यात्म से सराबोर है। पर्यटन की अपार संभावनाएं लिए प्रदेश में 12 टूरिज्म सर्किट हैं। यहां की कला-संस्कृति और व्यंजन भी बेजोड़ हैं। प्रदेश की इन्हीं विशेषताओं से विश्व के प्रतिनिधियों को परिचित कराने का प्रयास किया गया।

नंदी के बेटे और बहू का हाल जानने पहुंचे  कपिल देव 

प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने मंगलवार रात मेदांता हॉस्पिटल में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के नवविवाहित बेटे और बहू का हालचाल लिया, जो हाल ही में एक सड़क दुर्घटना में घायल हुए थे। उन्होंने भीषण सड़क दुर्घटना में सुरक्षित बचने के लिए ईश्वर का धन्यवाद देते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामनाकी।

योगी के लिए केशव ने छोड़ी सीट,ब्रजेश पाठक ने की बात

दोनों ही डिप्टी सीएम योगी से नाराज हैं और यूपी बीजेपी में एक बड़ी फूट हो गई है। इन सवालों पर विधानसभा सत्र के पहले दिन ही विराम लग चुका था जब दोनों डिप्टी सीएम मुख्यमंत्री के साथ खड़े हुए थे। आज भी जब विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सीएम योगी विधान परिषद पहुंचे। सीएम को देखते ही डिप्टी सीएम के‌शव मौर्य खड़े हुए। उन्होंने सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ दी। इसके बाद दोनों नेता अलग-बगल बैठे।यही नहीं नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के सवालों पर जवाब देने से पहले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सीएम योगी से बातचीत की। इस दौरान केशव मौर्य मुस्कराते हुए सीएम की ओर देखते रहे। विधानसभा में सपा विधायक अनिल प्रधान ने कहा, अगर ऊर्जा मंत्री किसी गांव में चले जाएं। ये बात वहां के लोगों पता चल जाए कि ये ऊर्जा मंत्री हैं, तो उन्हें बैठा लेंगे, जाने नहीं देंगे।विधानसभा में बिजली समस्या को लेकर घिरी सरकार। बिजली कटौती को लेकर विपक्ष ने ऊर्जामंत्री एके शर्मा को घेरा।ऊर्जा मंत्री एके सिंह से बोले सपा विधायक अनिल प्रधान। सरकार पैसा देने के बावजूद नहीं दे पा रही बिजली उपकरण। ऊर्जा मंत्री अगर किसी गाँव चले जाए, तो गांव के लोग इन्हे बैठा लेंगे गाँव से बाहर नहीं जाने देंगे।

योगी बनाम केशव पर बोली अनुप्रिया पटेल

यूपी में सब ठीक,विपक्ष बेवजह देता रहता हवा-अनुप्रिया

उत्तर प्रदेश में मिली हार के बाद बीजेपी के बीच जो घमासान छिड़ा वो कई दिनों तक मीडिया की सुर्खियों में छाया रहा।सीएम योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य
खुलकर आमने-सामने दिखाई दिए।  केंद्रीय नेतृत्व के दखल के बाद मामला शांत होता दिख तो रहा है लेकिन सबकुछ ठीक हो गया है ये कहना मुश्किल हैं।यूपी बीजेपी में मचे घमासान पर एनडीए की सहयोगी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने प्रतिक्रिया दी है।अनुप्रिया पटेल ने दावा किया यूपी में सब कुछ ठीक है। केशव प्रसाद मौर्य और योगी आदित्यनाथ पिछले दिनों जितनी भी मुलाक़ातें कर रहे थे वो सब सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है और मीडिया में ही इस तरह की खबरे फैलाई जा रही हैं।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजनीतिक परिदृश्य से इस तरह के कयास स्वाभाविक हैं, केशव प्रसाद मौर्य डिप्टी सीएम है।वो पहले भी दिल्ली आए थे, वो दिल्ली आते रहते हैं और सरकार की काम काज की जानकारी देते रहते हैं। दिल्ली में आकर टॉप लीडरशिप से मिलते हैं। ये उनका दायित्व है। वो आम तरीके से दिल्ली आए, ये सामान्य परिस्थिति है।जहां तक सीएम योगी आदित्यनाथ की बात है तो वो राज्यपाल से मिलते रहते हैं।इस बार भी मिलने गए थे। मीडिया में इस तरह की कयासबाजी चलती रहती है।विपक्ष कुछ न कुछ अफवाहों को हवा देता रहता है।उन्होंने अपने पत्रों को लेकर कहा कि जहां तक उनकी चिट्ठी की बात है तो हम पहले भी चुके हैं कि हम पिछड़े और गरीब समाज का नेतृत्व करते हैं। उनके जो भी मसले हैं उन पर चुप नहीं सकते।अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सरकार को उन मसलों का ध्यान भी देना होगा और इनका हल भी निकालना होगा। ये संवेदनशील सरकार का दायित्व होता है. ये हमारा भी नैतिक दायित्व है कि अगर उनके अधिकारों का हनन हो रहा है तो हम उसे उठाए।उन्होंने दावा किया कि चिट्ठी से पहले इस मुद्दे को वो राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों के सामने उठा चुकी हैं।

यूपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल,कई आईपीएस इधर उधर

उत्तर प्रदेश में अफसरों के तबादलों का दौर चल रहा है। जुलाई महीने के खत्म होने से पहले राज्य की योगी सरकार ने आठ आईपीएस अफसरों के तबादले किए हैं। दो जिले फतेहपुर और कुशीनगर के पुलिस कप्तान बदले गए है। दो जिले क्रमशः फतेहपुर और कुशीनगर के पुलिस कप्तान भी बदले गए है।फतेहपुर के एसपी उदयशंकर सिंह हटाकर एसपी ट्रेनिंग एंड सिक्योरिटी लखनऊ बनाया गया है।कुशीनगर के एसपी धवल जायसवाल को अब फतेहपुर की कमान सौंपी गई है।
गाजियाबाद के डीसीपी शुभम पटेल को हटाकर एसपी इंटेलिजेंस मुख्यालय लखनऊ भेजा गया है।संतोष मिश्रा को एसपी कुशीनगर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अभिषेक यादव को एसपी रेलवे प्रयागराज और अजय कुमार को सेनानायक 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ बनाया गया है।श्रद्धा नरेंद्र पांडेय को 38वीं वाहिनी पीएमसी अलीगढ़ में कमांडेट बनाया गया है। विवेक चंद्र यादव को अपर पुलिस आयुक्त. पुलिस कमिश्नरेट प्रयागराज भेजा गया है।

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