लखनऊ 31 जुलाई। यूपी की राजधानी लखनऊ में आज बुधवार दोपहर हुई कुछ घंटे की बारिश में यूपी विधानसभा पानी-पानी हो गई। इस पर तंज कसते हुए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक शिवपाल सिंह यादव ने योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है।उन्होंने एक्स पोस्ट पर जलभराव का वीडियो शेयर कर लिखा कि बजट की सबसे अधिक आवश्यकता उत्तर प्रदेश विधानसभा को है, एक मूसलाधार बारिश में यह हाल है तो बाकी प्रदेश भगवान भरोसे है। यूपी की राजधानी लखनऊ में बुधवार दौपहर को हुई मूसलाधार बारिश से शहरवासियों को उमस भरी गर्मी से तो राहत मिल गई, लेकिन इसकी वजह से जनजीवन भी प्रभावित हो गया है। शहर में जगह-जगह जलभराव की स्थिति बन गई है। यहां तक कि विधानसभा परिसर में भी बारिश का पानी भर गया है। इतना ही नहीं बारिश की वजह से लखनऊ नगर निगम के कार्यालय की छत भी लीक हो गई है। यूपी विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। इस बीच विधानसभा के परिसर में पानी भरने से विधायकों, कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
विधानसभा सत्र के कारण इन दिनों विधानसभा में काफी ज्यादा लोगों की आमद रफ्त है। आज जलभराव के कारण लोग बहुत देर तक आ जा नही सके। बारिश की वजह से उनका आना-जाना बाधित हुआ है। भारी बारिश के चलते लखनऊ नगर निगम में भी पानी घुस गया है। नगर निगम की छत भी लीक हो गई है, जिसकी वजह से निगम में जलभराव की स्थिति बन गई है।
भाजपा के लोग मर्यादा खो रहे,जो जनता को पसंद नहीं-अजय राय,राहुल गांधी से पूछना चाहिए आजादी की लड़ाई का हिसाब
भाजपा नेताओं को राहुल गांधी से आजादी की लड़ाई का हिसाब पूछना चाहिए। 1947 तक जिस देश में सुई भी नहीं बनती थी वह चांद पर कैसे पहुंच गया और मंगल पर जा रहा है, पांचवी अर्थव्यवस्था बन गया। 5 सैन्य ताकतों में एक बन गया।इन सब का हिसाब पूछना चाहिए और खुद भी बताना चाहिए की आजादी की लड़ाई में आरएसएस और भाजपा के आकाओं ने देश के साथ गद्दारी क्यों की और पिछले 10 साल से देश को बर्बाद क्यों कर रहे हैं।
अनुराग ठाकुर सहित भाजपा नेताओं द्वारा दिए गए निम्न स्तरीय बयानों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी के परिवार ने आजादी के लिए सिर्फ जेल नहीं काटी बल्कि देश के दुश्मनों से लड़ते हुए अपनी जान निछावर कर दी और शहीद हो गए। संघ और भाजपा के लोगों को राहुल गांधी के परिवार के बहते हुए रक्त की एक-एक बूंद का हिसाब भी मांगना चाहिए और खून की जाति भी पूछनी चाहिए।श्री राय ने कहा कि ऐसा लगता है आरएसएस और भाजपा में घटिया से घटिया बोलने तथा कीचड़ में नहाने की होड़ लगी है, यह शर्मनाक है। देश और प्रदेश की सत्ता में बैठे भाजपा के लोग अपनी मर्यादा खो रहे हैं जो देश की जनता को बिल्कुल भी पसंद नहीं है, अगले चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।
डिप्टी सीएम केशव मौर्य के बयान के खिलाफ याचिका दायर
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के द्वारा हाल ही में दिए गए बयान के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता मंजेश कुमार यादव ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है,जिसमें कहा गया है कि केशव ने संवैधानिक पद पर रहते हुए 14 जुलाई को एक सार्वजनिक तौर पर बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार से बड़ा पार्टी का संगठन होता है।
उनका बयान संवैधानिक पद की गरिमा और सरकार की पारदर्शिता और शुचिता पर सवालिया निशान खड़े करता है।इस बयान का न अब तक भाजपा ने खंडन किया और न ही राज्यपाल और चुनाव आयोग ने ही कोई प्रतिक्रिया जाहिर की है, जो कि एक गंभीर मामला है। अधिवक्ता ने केशव के आपराधिक इतिहास का भी जिक्र किया है। याचिका में कहा है कि केशव प्रसाद के विरुद्ध उप मुख्यमंत्री बनने से पहले सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। फिर भी इनकी नियुक्ति संवैधानक पद पर की गई है जो कि गलत है।
मूसलाधार बारिश ने खोल दी व्यवस्था की पोल, विधानसभा में घुसा पानी,गेट नम्बर एक से निकले मुख्यमंत्री
-तालाब बन गया हजरतगंज चौराहा,हर ओर पानी ही पानी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को मूसलाधार बारिश हुई।इस कारण लोगों को गर्मी से कुछ निजात मिली लेकिन बारिश का असर विधानसभा से लेकर दूसरे इलाकों में देखने को मिला।सरकारी तंत्र की व्यवस्था की पोल खुल गई।एक तरफ विधानसभा का ग्राउंड फ्लोर पानी से भर गया। दूसरी तरफ लखनऊ का मुख्य हजरतगंज चाैराहा भी तालाब बन गया।बुधवार दोपहर हुई जोरदार बारिश से लोगों को गर्मी से निजात तो मिली, कई इलाकों में जलजमाव का नजारा भी देखने को मिला।लगातार बारिश से लखनऊ विधानभवन के अंदर पानी भर गया और बाहर भी जलभराव जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।नगर निगम कार्यालय सहित कई प्रमुख कार्यालयों में भी जलभराव हो गया।मंत्री आवास में भी पानी भरने की खबर आई। बारिश का असर यूपी विधानसभा तक पहुंच गया। विधानसभा का ग्राउंड फ्लोर पूरी तरह से बारिश के पानी से भर गया। हर बार की तरह इस बार भी कुछ घंटे की बारिश ने पूरी व्यवस्था की पोल खोल दी और प्रशासन के दावों को भी बेनकाब कर दिया। लखनऊ के मुख्य चौराहा हजरतगंज भारी बारिश के कारण तालाब बन गया। हजरतगंज चौराहे पर भारी जलभराव हो गया। हजरतगंज चौराहे पर जलभराव ने नगर निगम के दावे की पोल खोल दी है।राजधानी में सीवर सफाई नहीं होने का खामियाजा आम जनता भुगत रही है।अगर सीवर की सफाई जिम्मदारों ने कराई होती तो अव्यवस्था देखने को नहीं मिलती।मौसम विभाग ने भारी वर्षा केमद्देनजर लोगों से अनावश्यक घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। विभाग ने एडवाइजरी में कहा है कि असुरक्षित भवनों और पेड़ों के संपर्क में आने से बचें।लोगों से घरों में ही रहने की अपील की गई है। विधानसभा जाने में लोगों को कठिनाई हो रही ।विधानसभा परिसर में पानी भरने के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गेट नंबर 1 से बाहर किया गया। विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। इस बीच विधानसभा के परिसर में पानी भरने से विधायकों कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।बारिश की वजह से उनका आना-जाना भी बाधित हुआ है।विधानसभा में बारिश के पानी लगने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा ।उन्होंने कहा कि एक मूसलाधार बारिश में ये हाल है तो बाकी प्रदेश भगवान भरोसे है.ल। सबसे ज्यादा बजट की जरूरत तो उत्तर प्रदेश की विधानसभा को है।लखनऊ के नगर निगम की छत से पानी टपक रहे हैं। कर्मचारियों ने वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया पर डाला है।वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।लखनऊ के हजरतगंज रेलवे स्टेशन के बाहर भी सड़कों पर पानी भरा हुआ है। गाड़ियों के आने जाने से पानी का वेग दुकानों घरों तक पहुंच रहा है। लखनऊ में पिछले कई घंटों से बारिश हो रही है।तेज बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है। पानी भरने के चलते आवागमन भी बाधित है।
करवरिया की रिहाई के विरोध में सपा सदस्यों का हंगामा, बेल में आकर की नारेबाज़ी
समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने अपनी विधायक विजमा यादव की सुरक्षा व पूर्व विधायक उदयभान करवरिया की रिहाई के विरोध में खासा हंगामा किया। नारेबाजी करते विपक्षी सदस्य वेल में आ गए।सरकार की ओर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सपा विधायक विजमा यादव की सुरक्षा की गारंटी ली जाती है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि रिहाई का फैसला राज्यपाल ने लिया है। राज्यपाल के निर्णय पर यहां सवाल नहीं उठाया जा सकता।असल में सपा विधायक विजमा यादव ने अपनी सुरक्षा व उदयभान करवरिया की रिहाई का मामला लगातार दूसरे दिन भी उठाया। विजमा यादव ने कहा कि सुरक्षा में लगे गनर भी वापस हो गए। इस रिहाई से उनकी जान का खतरा बढ़ गया है। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि इस महिला विधायक की सुरक्षा का मामला है। सरकार इस पर उन्हें बुला कर बात कर ले और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करे। इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने सहमति जताते हुए कहा कि इनकी सुरक्षा की समीक्षा करवा लेंगे जहां जैसी जरूरत होगी वहां कार्रवाई करवा देंगे। असल में उदयभान करवरिया को सपा के जवाहर यादव की हत्या के मामले में आजीवन कारवास की सजा हुई थी। उनकी दया याचिका पर राज्यपाल ने मंजूर कर लिया।
आजम खां को एमपी एमएलए कोर्ट से मिली बड़ी राहत,डूंगरपुर मामले में आजम खां बरी
रामपुर के चर्चित डूंगरपुर प्रकरण से जुड़े जानलेवा हमले और छेड़खानी के एक केस में एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट ने बुधवार को अपना फैसला सुनाया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व सांसद मोहम्मद आजम खां समेत छह आरोपियों पर दोष सिद्ध न हो ने पर कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। इस मामले में नामजद दो अन्य आरोपियों की पत्रावली अभी विचाराधीन है। निर्णय के दौरान आजम खां वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीतापुर जेल से कनेक्ट हुए। सपा सरकार में गंज कोतवाली क्षेत्र के डूंगरपुर में घरों को खाली कराया गया था। इस मामले में सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद 2019 में एक के बाद एक 11 मुकदमे दर्ज हुए थे। इन्हीं में से एक केस के वादी ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां के इशारे पर तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन, बरकत अली ठेकेदार, दरोगा फिरोज खां, परवेज आलम, इमरान खां, इकराम खां, सज्जाद खां और अब्दुल्लाह परवेज ने जबरन घर में घुसकर उसकी पत्नी के साथ मारपीट और छेड़खानी की। साथ ही इकराम ने तमंचा निकालकर जान से मारने की नीयत से फायर झोंक दिया। आरोप था कि ये लोग घर में रखे सोने-चांदी के गहने और बीस हजार रुपये भी लूट ले गए थे।पुलिस ने विवेचना के दौरान आजम को साजिशकर्ता के रूप में नामजद किया और आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया। इस केस की सुनवाई एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट में चल रही थी। बुधवार को पत्रावली निर्णय पर लगी थी। बचाव पक्ष के अधिवक्ता नासिर सुल्तान ने बताया कि अभियोजन आरोप साबित नहीं कर सका, साथ ही बरामदगी भी झूठी साबित हुई। लिहाजा, अदालत ने आजम खां समेत सभी छह आरोपियों को दोषमुक्त कर दिया है। केस में नामजद परवेज आलम और फिरोज की चार्जशीट बाद में आई थी, लिहाजा इनकी पत्रावली अभी विचाराधीन है। एक अन्य नामजद सज्जाद की दौरान-ए-मुकदमा मृत्यु हो चुकी है।