-उत्तर प्रदेश ने दिया सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ-अमृत अभिजात
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REPORT BY: K.K.VARMA ||AAJNATIONAL NEWS DEASK
लखनऊ 16 नवम्बर।प्रजातंत्र 2024 के दो दिवसीय 16-17 नवम्बर ग्रैंड फिनाले का आयोजन स्थानीय निकाय निदेशालय में किया गया। प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग अमृत अभिजात ने ग्रैंड फिनाले का उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रजातंत्र युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर आदर्श शहर शासन के लिए अपने दृष्टिकोण और विचारों को साझा करने में सक्षम बनाने के लिए प्रमुख राष्ट्रीय युवा महोत्सव है जिसे नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ अर्बन अफेयर्स केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय का थिंक टैंक, यूएन-हैबिटेट इंडिया और प्रजा फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया और नगर विकास विभाग इसका गवर्नेंस पार्टनर है। प्रजातंत्र 2024 के आयोजन में 124 अनुदान फाइनलिस्टों की मौजूदगी और नागरिक भागीदारी में युवाओं को सशक्त बनाने के लिए माहौल तैयार करता है।प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने नगर विकास विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न मिशन और योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि उपवन की स्कीम के माध्यम से मियावाकी तकनीक से शहरी वनीकरण पर कार्य किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन एक बहुत ही महत्वपूर्ण मिशन है और इसके अंतर्गत कचरा प्रबंधन और उसके निस्तारण और उसे पुनः प्रयोग में लाने पर ध्यान दिया गया। वहीं जनमानस के स्वभाव में परिवर्तन लाते हुए उन्हें स्वच्छता का पाठ पढ़ाया गया। स्वच्छ भारत मिशन 2.0 में हम तकनीक और मशीनरी के प्रयोग से शहरों को स्वच्छ बनाते हुए पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दे रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजनाओं को विश्व की सबसे प्रसिद्ध योजना बताते हुए कहा कि उन्होंने भारत सरकार के साथ भी इस योजना के लिए बहुत काम किया। देश में उत्तर प्रदेश ही एक ऐसा राज्य है जिसने सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ जनमानस को दिया है। विगत 07 वर्षो में 17 लाख 54 हज़ार से अधिक मकान लाभार्थियों को प्रदान कर उन्हें अपना आशियाना योगी सरकार के सहयोग से दिया गया। इसी प्रकार एनयूएलएम में भी प्रदेश की महिलाओं के सशक्तिकरण में बहुत सहयोग मिला है। यह योजना महिलाओं को रोजगार के नये अवसर प्रदान करता है और सम्मान के साथ ही परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है। उन्होंने कहा कि नगर विकास उत्तर प्रदेश में सभी के विचारों और सुझावों का सम्मान करते हुए प्रदेश को विकसित बनाने के साथ ही वन ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने में सहायक होगा।
प्रजातंत्र 2024 का आयोजन लखनऊ में इस प्रकार यह पहला कार्यक्रम है,जिसमें शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय एवं शासन भागीदार है। इस आयोजन में 22 राज्यों और 02 केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 110 प्रतिभागियों ने ग्रैंड फिनाले में प्रतिभाग करते हुए आपने विचारों को प्रस्तुत किया। नितिन मेहता ने उपस्थित छात्रों और अतिथियों का स्वागत किया। लवलेश शर्मा ने शहरी विकास सुनिश्चित करने में सिविल इंजीनियरिंग और विकास कार्य की भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किये। आईएएस अमित जी ने शहरी विकास बजट आवंटन के बारे में बात की और विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर गहन अवलोकन किया। लखनऊ की पूर्व महापौर सयुक्ता भाटिया ने जन सहभागिता के महत्व पर प्रकाश डाला तथा सभी प्रतिभागियों को उच्च लक्ष्य रखने तथा स्थानीय शासन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं शिमला के पूर्व डिप्टी मेयर टिकेंद्र सिंह पवार ने शहरी विकास के लिए एक टिकाऊ मॉडल की आवश्यकता पर प्रकाश डाला तथा जलवायु परिवर्तन और मजदूरों के अधिकार जैसे मुद्दों पर युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित किया।
प्रजातंत्र 2024 के उद्घाटन अवसर पर पूर्व मेयर संयुक्ता भाटिया, पूर्व उप मेयर शिमला नगर निगम टिकेंद्र सिंह पंवार, पारुल अग्रवाल, कंट्री प्रोग्राम मैनेजर, यूएन हैबिटेट, लवलेश शर्मा हेड यूथ यूनिट एनआईयूए, निताई मेहता संस्थापक और ट्रस्टी, प्रजा फाउंडेशन ने प्रतिभाग किया।
राज्यपाल ने दो जिलाधिकारियों को किया सम्मानित
राजभवन में राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने आज दो जिलाधिकारियों को सम्मानित किया। उन्होंने तत्कालीन जिलाधिकारी बलिया रविन्द्र कुमार जिन्होंने भीषण
अग्निकाण्ड में 121 घर जल गये थे वहां के लोगों को पुर्नवास की सहायता एवं शासन के सहयोग से भरपूर मात्रा में राहत सामग्री का वितरण कराया गया था।तत्कालीन जिलाधिकारी गाजीपुर मंगलाप्रसाद सिंह द्वारा इण्डियन रेडक्रास सोसाइटी का सदस्यता अभियान चलाकर 7 वाँ स्थान प्राप्त किया।दोनो अधिकारियों को राज्यपाल ने प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया ।प्रदेश प्रबन्ध समिति के सदस्य एवं लखनऊ इण्डियन रेडक्रास सोसाइटी के सचिव अमरनाथ मिश्र जी ने बताया कि 16जुलाई को हुई एजीएम में प्रदेश के उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलाधिकारियों एवं सदस्यों को सम्मानित किया गया था, प्रशासनिक कार्यो में व्यस्त होने के कारण दोनो अधिकारी नहीं आ सके थे।इस अवसर पर राज्यपाल के साथ प्रदेश कार्यसमिति के अमरनाथ मिश्र,स्वेता सिंह तलवार ,रविन्द्र कुमार,मंगलाप्रसाद सिंह उपस्थित रहे।
बिरसा मुंडा जयंती पर ‘मेरा युवा भारत’ ने मनाया जनजातीय गौरव दिवस
मेरा युवा भारत लखनऊ द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर लखनऊ के मोहनलालगंज में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का
शुभारंभ भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। भगवान बिरसा मुंडा के त्याग और बलिदान के विषय में जिला युवा अधिकारी मेरा युवा भारत लखनऊ विकास सिंह ने उपस्थित युवाओं को संबोधित किया। जनजातीय गौरव दिवस के महत्व के विषय में बताया। ए एस डिफेंस अकादमी के निदेशक अजीत कुमार ने भी भगवान बिरसा मुंडा और उनके साथ और भी जनजातीय योद्धाओं के विषय में जानकारी दी।उनके बलिदान से सभी युवाओं को परिचित कराया, की किस प्रकार उन्होंने भारत भूमि के लिए अंग्रेजों से लड़ाई की थी। देश के प्रधानमंत्री ने बिरसा मुंडा के जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में जो मनाने का फैसला लिया। यह बहुत ही सराहनीय था।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मोहनलालगंज क्षेत्र के मेरा युवा भारत के युवा स्वयंसेवक शामिल हुए, जिसमें राज्य सरकार द्वारा स्वामी विवेकानंद पुरस्कार विजेता अंशिका यादव और विशाल आदि युवा प्रमुख रूप से सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का आयोजन जिला युवा अधिकारी मेरा युवा भारत विकास सिंह द्वारा किया गया।
उद्यमिता, रोजगार एवं कौशल विकास को बढ़ावा देने में सहकारिताओं की भूमिका’’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन
71वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के तीसरे दिन आज उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं श्रम सहकारी संघ एवं आईसीसीएमआरटी के संयुक्त तत्वाधान में
उद्यमिता, रोजगार एवं कौशल विकास को बढ़ावा देने में सहकारिताओं की भूमिका, विषय पर गोष्ठी का आयोजन इंदिरानगर स्थित आईसीसीएमआरटी सेमिनार हॉल में हुआ।इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य निर्माण एवं श्रम सहकारी संघ के अध्यक्ष यशवीर सिंह ने कहा कि कौशल का अधिक से अधिक उपयोग ही सहकारिता है। कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को रोजगार मिले तथा उनकी योग्यता का अधिकतम सदुपयोग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यवसाय में बढ़ोतरी के लिए हमारे उत्पादों में गुणवत्ता होनी चाहिए। अच्छे विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्य ईमानदारी व जिम्मेदारी से करना चाहिए।प्रबंध निदेशक यूपीसीएलडीएफ रामप्रकाश ने कहा कि सहकारी सप्ताह पूरे देश में मनाया जा रहा है। आज का युग तकनीक, इंटरनेट व एआई कृत्रिम बुद्धिमता का है। इन उपलब्ध तकनीक का उपयोग कर निर्माण की गुणवत्ता व समयबद्धता सुनिश्चित की जा सकती है। कार्यों में कुशलता व गुणवत्ता लाने हेतु विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की पदोन्नति की गयी।निदेशक आईसीसीएमआरटी राजीव यादव ने कहा कि सहकारिता जन्म से प्रारंभ हो जाती है। मिलकर कार्य करना ही सहकारिता है। सहकारिता के बिना उद्यमिता, रोजगार और कौशल विकास संभव नही है। उन्होंने कहा कि सहकारिता प्रबंधन पर नया कोर्स शुरू किया जायेगा तथा नमो ड्रोन दीदी को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा।कार्यक्रम में निदेशक आईसीसीएमआरटी राजीव यादव की पुस्तक ‘मेरी अयोध्या मेरा रघुवंश’’ का विमोचन भी किया गया।
सामूहिक विवाह योजना,अधिकारी वर-वधु के परिजनों से गरिमापूर्ण करें व्यवहार-असीम
उत्तर प्रदेश सरकार की प्राथमिकता वाली मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को और अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी तरीके से आयोजित करने के लिए समाज
कल्याण राज्य मंत्री स्वतन्त्र प्रभार असीम अरुण ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिख कर विभाग द्वारा बनायी गई एसओपी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं ताकि योजना का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े परिवारों को सुगमता से मिल सके। समाज कल्याण मंत्री ने निर्देशों का पालन कराने की जिम्मेदारी सभी मंडलायुक्तों को सौंपी है।समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार की अति महत्वपूर्ण मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की एसओपी विभाग द्वारा निर्गत की गयी है। इसका अनुपालन करते हुए विवाह समारोह आयोजित किया जाना है ताकि प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप सामूहिक विवाह समारोह को सुरूचिपूर्ण एवं गरिमामय तरीके से विभाग द्वारा जारी एसओपी का अनुपालन करते हुए आयोजित किया जा सके। वर-वधु के परिजनों से गरिमापूर्ण व्यवहार किया जाये, अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान रखें। 100 से अधिक जोड़ों के विवाह समारोह में जिलाधिकारी की व्यक्तिगत उपस्थिति अनिवार्य की गयी है। जिससे बड़े आयोजन व्यवस्थित एवं पारदर्शी तरीके से आयोजित हो सकें। समारोह में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से आमंत्रित करने का निर्देश भी जिलाधिकारियों को दिया गया है।
संस्कृति पर गर्व करना सिखाते है महर्षि दयानंद सरस्वती के उपदेश – जयवीर
स्वामी दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती का 3 दिवसीय समारोह शनिवार से प्रारम्भ हो गया। पहले दिन धूमधाम से रथयात्रा निकाली गई। जिसमें बडी संख्या
में स्कूली बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने बीच बीच में व्यायाम का प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लेकर बच्चों ने अंधविश्वास को दूर भगाने और धर्म को मानवता की सेवा का साधन बनाने के नारे लगाए। बच्चों का मार्ग में जगह-जगह स्वागत भी किया गया। आज से फिरोजाबाद जिले में सिरसागंज में करहल रोड स्थित आर्य गुरूकुल महाविद्यालय में प्रारंभ हुए विराट आर्य महाकुंभ में सुबह योगाभ्यास एवं नाड़ी विज्ञान चर्चा का आयोजन किया गया। इसके बाद पर्यावरण एवं विश्व कल्याण अग्निहोत्र में सभी ने आकर आहुतियां प्रदान की। सुबह साढे नौ बजे गांधी मण्डी से दिव्य ज्ञान ज्योति रथ शोभायात्रा निकाली गई। जिसका कैबिनेट मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर शुभारम्भ किया। शोभायात्रा में बच्चे अपने हांथों में अंधविश्वास को दूर भगाये, ज्ञान का दीप जलाये व ईश्वर के गुणों का अनुकरण करें जैसे नारे लिखे हुए थे।शोभायात्रा गांधी मण्डी से प्रारंभ होने के बाद मण्डी रोड, मो.गडरियान, मैन रोड, सब्जी मंडी गेट, थाना रोड, डाकखाना तिराहा, सुभाष पार्क, विजय नगर चौक, सोथरा चौराहा व करहल चौराहा होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। जहां कैबिनेट मंत्री ठा.जयवीर सिंह ने डीएम रमेश रंजन, सीडीओ शत्रुघ्न वैश्य, एडीएम विशु रजा व एडीएम न्यायिक संगीता सिंह की उपस्थिति में 25 फुट ऊंचे ओम ध्वज को फहराकर कार्यक्रम का शुभारम्भ कराया।कैबिनेट मंत्री ने कहा कि स्वामी दयानंद ने अंधविश्वास के अंधेरे में डूबे समाज को जगाने का काम किया था। अंग्रेजों के वैचारिक तिलिस्म को तोडकर उन्होंने समाज को नई दिशा दी थी। जब ब्रिटिश साम्राज्य हमारे विचारों पर हावी हो रहा था तो उन्होंने ही अपनी भारतीय संस्कृति पर गर्व करना सिखाया था। हमें आज भी अपनी संस्कृति पर गर्व करके रहना चाहिए और सदैव अपनी संस्कृति से जुडे रहें क्योंकि बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे।
पर्यटन मंत्री ने दयानंद सरस्वती जयंती पर प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
ज्ञान ज्योति पर्व एवं स्मरणोत्सव, विराट आर्य महाकुम्भ“ कार्यक्रम के अन्तर्गत युग प्रवर्तक महर्षि दयानन्द सरस्वती के द्विजन्म शता. के अवसर पर राज्य ललित कला अकादमी, संस्कृति विभाग द्वारा चित्रकला प्रदर्शनी एवं रंगोली का बृहत् आयोजन किया जा रहा है। प्रदर्शनी का उद्घाटन जयवीर सिंह मन्त्री पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया गया, निदेशक, डॉ श्रद्धा शुक्ला, राज्य ललित कला अकादमी द्वारा मन्त्री को प्रदर्शनी का अवलोकन करवाया गया एवं चित्रों में व्याप्त प्रदेश की संस्कृति एवं विरासत से अवगत करवाया गया। इस अवसर पर डीएम रमेश रंजन तथा सीडीओ शत्रुध्न वैश्य सहित देश के जाने माने आचार्य एवं विद्वान उपस्थित रहे।प्रदर्शनी 16 से 18 नवम्बर तक आर्य गुरूकुल महाविद्यालयसिरसागंज, फिरोजाबाद में सुबह 10 बजे से साय 6 बजे तक अवलोकन हेतु खुली रहेगी, जिसमें चित्रों के साथ कलाकारों द्वारा सृजित महर्षि दयानन्द सरस्वती के व्यक्ति चित्र से शोभायमान चित्ताकर्षक वृत्ताकार रंगोली विशेष रूप से दर्शनीय है। प्रदेश की विविध संस्कृति पर आधारित चित्रों के अतिरिक्त महापुरुषों, वीर नायकों एवं स्वतन्त्रता सेनानियों आदि के चित्रों को अकादमी द्वारा प्रदर्शित किया गया है।