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REPORT BY:MUKESH JAYASWAL || EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS DEASK
वाराणसी। मंडल क्रीड़ा संघ एवं मनोरंजन संस्थान, वाराणसी पूर्वोत्तर रेलवे, के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर विभागीय वार्षिक खेल प्रतियोगिता- 2024 “उन्नयन” का रविवार को पूर्वान्ह 9.30 बजे से पूर्वोत्तर रेलवे मिनी स्टेडियम,लहरतारा में क्रिकेट प्रतियोगिता के शुभारंभ के साथ किया गया।टी 20 क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ अपर मंडल रेल प्रबंधक(इंफ्रास्ट्रक्चर) रोशन लाल यादव द्वारा क्रिकेट खेलकर,खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त कर एवं आज खेलने वाली रेलवे सुरक्षा बल एवं यांत्रिक समाडि टीम का टॉस कराकर किया गया।इस वर्ष प्रतियोगिता अपने दसवें वर्ष में प्रवेश कर रही है एवं रंगीन कपड़ों एवं सफेद गेंद के साथ इस प्रतियोगिता को आरंभ कराया गया है । प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले वार्षिक खेल समारोह के प्रथम चरण में अंतर विभागीय क्रिकेट प्रतियोगिता के बाद, द्वितीय चरण में वालीबाल एवं बैडमिंटन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा ।
टॉस जीतकर रेलवे सुरक्षा बल ने पहले बैटिंग करते हुए इस सीजन के पहले मैच का आरंभ किया। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी एवं मंडल क्रीड़ा अधिकारी बालेंद्र पाल,मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आर जे चौधुरी, मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री रमेश पाण्डेय, सहायक सुरक्षा आयुक्त श्री एस ततियाल, सहायक संरक्षा अधिकारी श्री अभिषेक राय समेत वरिष्ठ खिलाड़ी तथा खेल प्रेमी उपस्थित थे। पूर्वोत्तर रेलवे अंतर विभागीय वार्षिक खेल प्रतियोगिता 2024 का क्रिकेट प्रतियोगिता के साथ शुभारंभ किया गया उद्घाटन मैच रेलवे सुरक्षा बल और यांत्रिक विभाग के बीच खेला गया । आर पी एफ ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट पर 144 रन बनाएं ।आरपीएफ की तरफ से जावेद ने 27 बॉल पर चार चौके और एक छक्के की मदद से 34 रन, अविनाश राय ने 29 बॉल पर तीन चौंके और एक छक्के की मदद से 40 रन तथा राम बहादुर यादव ने 11 बॉल पर 14 रन बनाये ।यांत्रिक विभाग की तरफ से विनीत रंजन ने चार ओवर में 28 रन देकर दो विकेट लिए विशाल सिंह । मुकेश, प्रशांत और ऋषभ को एक-एक विकेट प्राप्त हुआ हुआ ।145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए यांत्रिक विभाग की पूरी टीम 18 ओवर में 120 रन बनाकर ऑल आउट हो गई ।आरपीएफ ने 24 रनों से मैच जीत कर पूरे 2 अंक प्राप्त कर लिए ।यांत्रिक की तरफ से दीपक श्रीवास्तव ने शानदार बैटिंग करते हुए 44 बॉल पर आठ चौके और दो छक्के की मदद से 60 रन बनाएं नीतीश ने 22 बॉल पर चार चौकों की मदद से 22 रन और सुजीत ने 13 रन का योगदान दिया ।आरपीएफ की तरफ से सतीश चंद्रा ने दो ओवर में 11 रन देकर तीन विकेट लिए जावेद ने दो विकेट और संतोष ने एक-एक विकेट लिया । दो ओवर में 11 दिन देकर तीन विकेट लेने वाले आरपीएफ के सतीश चंद्रा को वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी और मंडल क्रीड़ा अधिकारी पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी श्री बलेन्द्र पाल के द्वारा मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया ।इस प्रतियोगिता का दूसरा मैच कल 18 नवम्बर को प्रातः परिचालन एवं विद्युत(ऑपरेशन) के मध्य खेला जाएगा।
तीन दिन तक स्वास्थ्य मनोविज्ञान पर होगी चर्चा
काशी विद्यापीठ के कुलपति ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की कई जानकारियां दीं। पत्रकारवार्ता में उनके साथ प्रबंधन के अधिकारी भी रहे।महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और इंडियन एकेडमी ऑफ हेल्थ साइकोलॉजी की ओर से 22 से 24 नवंबर तक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में स्वास्थ्य मनोविज्ञान पर देश, विदेश के शिक्षाविद, डॉक्टर और छात्रों की ओर से चर्चा की जाएगी। ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के निवारण पर नया रोड मैप तैयार होगा। कुलपति प्रो. एके त्यागी ने बताया कि कोरोना काल के बाद जिस तरह से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ी हैं, उसको लेकर हर कोेई चिंतित है। इंडियन एकेडमी ऑफ हेल्थ साइकोलॉजी के अध्यक्ष प्रो. आनंद कुमार ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम से पहले 21 नवंबर को कुल चार प्री-कॉन्फ्रेंस कार्यशाला होगी। 100 से ज्यादा प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। बताया कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अमेरिका, फ्रांस, स्वीडन, दुबई, फिलिस्तीन, श्रीलंका, नेपाल से मनोवैज्ञानिक अनुभव साझा करेंगे। 600 प्रतिभागियों ने अब तक पंजीकरण कराया है।
इलेक्ट्रॉनिक जकार्ड से बुनकर 24 घंटे में तैयार कर सकेंगे पांच साड़ी
मशीन की खासियत ये है कि इसमें ज्यादा मैन पावर की जरूरत नहीं है। साथ ही तैयार होने वाली साड़ियों की फिनिंशिंग भी बहुत अच्छी होती है। यदि एक साड़ी तैयार करने में यदि 1500 रुपये खर्च हुए तो वह साड़ी मार्केट में पांच हजार से कम में नहीं बिकती है। साड़ी उत्पादन में काशी के बुनकर सूरत को भी टक्कर दे सकते हैं। चाहे साड़ी की बुनाई, डिजाइन हो या फिर प्रिंटिंग, सभी में वे अपना दबदबा रखते हैं। बरेका के तीन दिवसीय ग्रेट इंंडिया मार्ट टेक्सटाइल शो में ऐसी अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक जकार्ड मशीन है, जिससे 24 घंटे में बुनकर चार से पांच साड़ी तैयार कर सकेंगे। अब तक पावरलूम पर बुनकर एक दिन में एक से डेढ़ साड़ी ही तैयार कर पाते हैं। खास बात कि इलेक्ट्राॅनिक जकार्ड में पेनड्राइव से डिजाइन सेट करके बुनाई की प्रक्रिया आसान होती है। इससे समय, परिश्रम और लागत में कमी तो वहीं गुणवत्ता भी काफी बेहतर होती है। इस मशीन को पूर्वी से लेकर पश्चिमी यूपी के कई जिलों से आए उद्यमी और बुनकर पसंद कर रहे हैं।एसवीएम इंडस्ट्रीज के निदेशक योगेश दुबे ने बताया कि इस तरह के टेक्सटाइल शो हमेशा सूरत, अहमदाबाद, गुजरात, दिल्ली, मुंबई आदि शहरों में लगते आ रहे हैं। पहली बार उत्तर प्रदेश के वाराणसी में टेक्सटाइल शो लगाया है, ताकि यहां के उद्यमी और बनारसी बुनकरों को लाभ मिल सके। इलेक्ट्राॅनिक जकार्ड मशीन का चलन तेजी से बढ़ा है, अब तक एक हजार से अधिक बुनकरों, उद्यमियों ने इस मशीन को अपना बनाया है।
डिजिटल प्रिंटिंग मशीन से एक बार में होगी 4000 साड़ियों की प्रिंटिंग
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में टेक्सटाइल शो सूरत की एक कंपनी ने ऐसी डिजिटल प्रिंटिंग मशीन उतारी है, जो एक बार में चार हजार साड़ियों पर प्रिंट करती है। कंप्यूटर से डिजाइन और कलर सब कुछ सेट होगा। इस मशीन को चलाने में एक व्यक्ति की जरूरत होगी। सूरत में इस तरह की डिजिटल प्रिंटिंग से साड़ियों पर प्रिंट का काम आसान हुआ है। इस नई तकनीक से सूरत के मुकाबले काशी के बुनकर और बेहतर उत्पादन को अपग्रेड करने के लिए ही बरेका में तीन दिवसीय ग्रेट इंंडिया टेक्सटाइल शो लगाया गया है। इसमें धागे, जरी, डायमंड, कलर, डिजिटल सिलाई मशीन आदि की प्रदर्शनी लगाई है। बरेका के सूर्य सरोवर के सामने खेल मैदान में आयोजित तीन दिवसीय ग्रेट इंडिया टेक्सटाइल शो का आज अंतिम दिन है।