सरकारी_गतिविधियाँ:पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन, अल सुबह ली अंतिम साँस,क्लिक कर देखें और भी खबरें

सेवा और बुद्धिमत्ता के लिए जाने जाते थे केशरी नाथ त्रिपाठी-मोदी

लखनऊ/ प्रयागराज । पश्चिम बंगाल और बिहार के पूर्व राज्यपाल एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता केशरी नाथ त्रिपाठी का रविवार सुबह प्रयागराज में उनके निवास पर निधन हो गया। वह 88 साल के थे। केशरी नाथ त्रिपाठी की बहू कविता यादव त्रिपाठी ने बताया कि तीन बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके केशरी नाथ त्रिपाठी हाल ही में घर में गिर गए थे, जिससे उनकी कंधे की हड्डी टूट गई थी। कविता ने कहा कि तीन दिन पहले वह अस्पताल से घर आ गए थे और रविवार सुबह पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूती प्रदान करने वाला एक प्रमुख नेता बताया। मोदी ने ट्वीट किया, श्री केशरी नाथ त्रिपाठी जी अपने सेवा और बुद्धिमता के लिए जाने जाते थे। वह संवैधानिक मामलों में दक्ष थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूत बनाने में अहम भूमिका अदा की और राज्य की प्रगति के लिए कठिन मेहनत की। उनके निधन से काफी पीड़ा हुई। उनके परिजनों और प्रशंसकों को सांत्वना। ओम शांति।” प्रयागराज में 10 नवंबर 1934 को जन्मे केशरी नाथ त्रिपाठी जुलाई 2014 से जुलाई 2019 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे। इससे पहले, उनके पास कुछ समय तक बिहार, मेघालय और मिजोरम के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी था। वह 6 बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे और जनता पार्टी के कार्यकाल में 1977 से 1979 तक संस्थागत वित्त एवं बिक्री कर के कैबिनेट मंत्री थे। केशरी नाथ त्रिपाठी कवि और लेखक भी थे। उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता के तौर पर वकालत की थी और कुछ समय के लिए उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष पद भी संभाला था।

सुप्रीम कोर्ट के सम्मान में टॉयलेट भी नही गये थे केशरी नाथ त्रिपाठी
बहुमत परीक्षण होने तक बैठे रहे थे त्रिपाठी,संविधान के मर्मज्ञ केशरी नाथ नही रहे

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल व बिहार के पूर्व राज्यपाल रह चुके केशरी नाथ त्रिपाठी नही रहे। आज रविवार को अल सुबह उनका निधन हो गया। 88 वर्ष की उम्र में उन्होंने प्रयागराज में अपने निवास पर आखिरी सांस ली। हाल ही में घर में गिरने की वजह से उनकी कंधे की हड्डी टूट गई थी। तीन दिन पहले वो अस्पताल से घर आए थे। स्व. त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के दिग्गज नेताओं में शुमार थे। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के अलावा उनके पास कुछ समय तक बिहार, मेघालय और मिजोरम के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी था।केशरी नाथ त्रिपाठी से जुड़ा एक किस्सा, उनकी काम के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 1998 में कल्याण सिंह की सरकार थी लेकिन राज्यपाल रोमेश भंडारी ने रातो रात कल्याण सिंह को सीएम पद से हटाकर कांग्रेस नेता जगदंबिका पाल को मुख्यमंत्री बना दिया। इसके बाद बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट से बहुमत परीक्षण का आदेश आ गया।  कोर्ट के सख्त आदेश थे कि फ्लोर टेस्ट खत्म होने तक विधानसभा स्थगित नहीं होगी और न ही स्पीकर अपनी सीट से उठेंगे। उस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा में केशरी नाथ त्रिपाठी  स्पीकर थे। केशरी उस समय ऐसी बीमारी से ग्रसित थे कि उन्हें बार-बार टॉयलेट के लिए वॉशरूम जाना पड़ता था लेकिन कोर्ट के आदेश के आगे वो विवश थे।सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना न हो इसके लिए उन्होंने पानी से भी दूरी बना ली थी ताकि उन्हें बार-बार टॉयलेट न जाना पड़े।कार्यवाही शुरू हुई तो सत्ता पक्ष की कुर्सी पर कौन बैठे, इसे लेकर दोनों पक्ष भिड़ गए। समय की नजाकत  देख केशरी नाथ त्रिपाठी ने अपने अगल-बगल दो कुर्सियां लगवाईं और एक तरफ जगदंबिका पाल तो दूसरी तरफ कल्याण सिंह को बैठाया। बहुमत परीक्षण होने तक त्रिपाठी टॉयलेट रोककर बैठे रहे और अपनी सीट से हिले नहीं। बहुमतत परीक्षण में बीजेपी को 225 वोट मिले जबकि कांग्रेस को 196 वोट ही मिल सके। बीजेपी बहुमत हासिल कर चुकी थी।

पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन , मुख्यमंत्री ने जताया शोक
संसदीय नियमों के गहरे जानकर और अनुभवी राजनेता थे केशरी नाथ त्रिपाठी-योगी

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व उप्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष, पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का रविवार सुबह लगभग पांच बजे निधन हो गया।वह 89 वर्ष के थे। लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।10 नवम्बर 1934 को जन्मे पं. केशरी नाथ त्रिपाठी अपने पिता की सात संतानों में चार बेटियों और तीन बेटों में सबसे छोटे थे। उनका घर पर ही इलाज चल रहा था। वह तीन बार विधानसभाध्यक्ष  रहे। 30 दिसम्बर को उनकी तबियत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके बाद चार जनवरी को सुधार होने पर डिस्चार्ज होकर घर आ गए थे। वहीं पर उनका इलाज चल रहा था। तबियत में सुधार होने पर केशरी नाथ त्रिपाठी को आज ही लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया जाना था लेकिन हार्टअटैक आने से उनकी सांसें थम गईं।पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहने के अलावा उन्होंने बिहार और त्रिपुरा के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था। केशरी नाथ त्रिपाठी इलाहाबाद हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट और संविधान विशेषज्ञ थे। इसके अलावा 2004 में जौनपुर सीट से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। वहीं केशरी नाथ त्रिपाठी यूपी विधानसभा में कई बार स्पीकर के पद पर भी रहे चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष समेत कई महत्वपूर्ण सांगठनिक पदों की जिम्मेदारी निभाई है।पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल तथा प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित अन्य ने गहरा शोक व्यक्त किया है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने जारी एक संदेश में कहा है कि केशरी नाथ त्रिपाठी एक वरिष्ठ और अनुभवी राजनेता थे। वे संसदीय नियमों, परम्पराओं और विधि के गहरे जानकार के साथ-साथ एक विद्वान अधिवक्ता और संवेदनशील साहित्यकार भी थे। उनके निधन से समाज की अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता, पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल, उप्र के गौरव, हम सभी कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शक पं. केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन से अत्यंत दुःखी हूँ। भारतीय जनसंघ से भाजपा तक जीवन भर कार्य करने वाले पंडित जी का निधन पार्टी व राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज में होने वाला कार्यक्रम स्थगित कर दिया है।

विधानसभा अध्यक्ष ने केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर जताया शोक

उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष अध्यक्ष सतीश महाना ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व राज्यपाल, वरिष्ठ अधिवक्ता,  एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया हैं। श्री महाना ने कहा कि वह संसदीय परंपराओं नियमों और संसदीय मामलों के मर्मज्ञ थे। उनके निधन से सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति हुई है।श्री महाना ने ईश्वर प्रार्थना की है कि वह पुण्य आत्मा को चिर-शांति व शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें।

पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर जनप्रतिनिधियों ने जताया शोक,पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह समेत कई मंत्री दुखी 

पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया है।उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने उत्तर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपालकेसरीनाथ त्रिपाठी के निधन पर गहरी शोक एवं संवेदना व्यक्त की है।एक शोक संदेश में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि  केसरीनाथत्रिपाठी एक प्रख्यात अधिवक्ता, साहित्यकार एवं संसदीय मामलों केविशेषज्ञ थे, इसके अलावा प्रखर-वक्ता एवं समर्पित जननेता थे। उनके निधनसे प्रदेश की अपूरणीय क्षति हुयी है। उन्होने शोक संतृप्त परिजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुये दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है। उनके द्वारा प्रदेश के विकास में दिये गये योगदान को स्मरण करते हुये भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी है। वही प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल, माध्यमिक शिक्षाराज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गुलाब देवी, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशलविकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल, दिव्यांगजन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभारनरेंद्र कश्यप तथा उद्यान, कृषि-विपणन, कृषि-विदेश व्यापार, कृषि निर्यातराज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह  ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल  केशरी नाथत्रिपाठी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति की प्रार्थना करते हुए शोक संतृप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मंत्री गणों ने जारी शोक संदेश में कहा कि  केशरीनाथ त्रिपाठी के निधन सेसमाज की अपूरणीय क्षति हुई है। वे एक वरिष्ठ और अनुभवी राजनेता के साथ संसदीय नियमों, परंपराओं और विधि के  जानकार थे।

संसदीय मामलों के मर्मज्ञ और कुशल राजनेता थे केशरी नाथ त्रिपाठी-केशव

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेशविधानसभा के पूर्व स्पीकर और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल पंडित केशरीनाथ त्रिपाठी  के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष  केशरी नाथत्रिपाठी  के निधन पर लखनऊ से प्रयागराज पहुंचकर  उनके  पार्थिव शरीर परपुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।श्री मौर्य ने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए शोक संतप्तपरिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। परिवारी जनो को ढांढस बंधाया।उन्होंने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि  केशरी नाथत्रिपाठी संसदीय मामलों के मर्मज्ञ ,एक कुशल और अनुभवी राजनेता थे। उनकेनिधन से प्रदेश को अपूर्णीय क्षति हुयी है। उन्होंने लम्बे समय तक समाजसेवा की। कहा सहज, सरल व्यक्तित्व के धनी, उत्तर प्रदेश के गौरव, वरिष्ठराजनेता श्री त्रिपाठी ने हमेशा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप  में उनकी जन सेवा,व समाज सेवा के लिए किये गये योगदान को हमेशा स्मरण किया जायेगा।

एकीकृत बागवानी विकास मिशन: कृषक गोष्ठी और प्रशिक्षण का उद्यान मंत्री ने किया शुभारम्भ

प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यातमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने आज प्रतापगढ़ के बीएसएस एकेडमी फूलवारीमें आयोजित एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अन्तर्गत कृषक गोष्ठी प्रशिक्षण मेला कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मंत्री ने हाइटेक वेजिटेबल सिडलिंगप्रोडक्शन इकाई मिनी सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फार वेजीटेबल राजकीय पौधशाला नारायनपुर एवं कृषि विज्ञान केन्द्र ऐंठू कालाकांकर का बटन दबाकरशिलान्यास किया। इस दौरान मंत्री ने बीएसएस एकेडमी में विभिन्न कृषकोंद्वारा अपने उत्पाद के प्रदर्शनी की लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन कियाएवं उसके सम्बन्ध में किसानों से जानकारी प्राप्त की।इस अवसर पर मंत्री ने प्रतापगढ़ के कृषकों का आवाहन करते हुये कहा कि अपने बच्चों को पारम्परिक खेती पर आधारित न रखे उनको आसमान में उड़ने दें,बच्चे पाली हाउस की खेती करके ज्यादा से ज्यादा आमदानी प्राप्त कर सकतेहै क्योकि बच्चे जानते है कि किस जनपद में कौन सी खेती करने से आय दुगुनीबढ़ सकती है। प्रतापगढ़ के पावन मिट्टी पर लोग अच्छी खेती करके अपनी आयदुगुनी कर रहे है। किसान यदि तकनीकी ढंग से खेती करे तो अपनी आय मेंनिरन्तर वृद्धि कर सकता है। उन्होने किसानों से कहा कि उद्यान विभाग मेंविभिन्न प्रकार की योजनायें संचालित है और सब्सिडी भी प्रदान की जाती हैइसलिये अपने बच्चों को औद्यानिक खेती में लाये, निःसन्देह औद्यानिक खेतीमें अपार सम्भावनायें है जिनमें अधिक से अधिक आमदनी प्राप्त कर हम अपने को अपने राज्य को और देश को आगे ले जा सकते है। प्रतापगढ़ आंवले के लिये जाना जाता है और आंवले से सम्बन्धित उद्योग लगाने के लिये किसान बिल्कुलनिराश न हो केन्द्र एवं प्रदेश सरकार सदैव आपके साथ खड़ी है, प्रदेश सरकार आंवलें से सम्बन्धित उत्पादन हेतु सब्सिडी प्रदान करती है। प्रतापगढ़ केनौजवान आंवले से सम्बन्धित कोई भी उद्योग लगाकर स्वयं को, प्रतापगढ़ कोएवं राज्य सरकार को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग कर सकते है। इसके अलावाप्रदेश सरकार फल, फूल, सब्जी एवं औषधि फसलों में भी किसानों को सहयोगप्रदान कर रही है।उन्होने उद्यान विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देशित कियागया है कि वह किसानों की चौखट पर जाये, चौपाल लगाकर योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करें जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। मंत्री ने कहा कि प्रदेश स्तरीय आम महोत्सव जिस तरह लखनऊ में आयोजित कियाजाता है की भांति जनपद प्रतापगढ़ में राज्य स्तरीय आंवला महोत्सव आयोजितकिया जायेगा जिससे प्रतापगढ़ के अमृत फल आंवला के बागवानों कृषकों को अधिकसे अधिक लाभ मिल सके। आंवला महोत्सव कार्यक्रम हेतु मंत्री ने निदेशक उद्यान लखनऊ को निर्देशित भी किया।कार्यक्रम के अन्त में पश्चिम बंगाल के पूर्वराज्यपाल एवं उत्तर प्रदेशके पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केशरीनाथ त्रिपाठी जी के निधन पर उनके आत्माकी शान्ति के लिये 02 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।कार्यक्रम में जिला स्तरीय अधिकारी, उद्यान विभाग के मण्डलीय अधिकारी,उद्यान विभाग के अधिकारी एवं समस्त कर्मचारी तथा 500 कृषक उपस्थित रहे।

धर्मवीर प्रजापति ने आगरा जेल में बांटे 45  कंबल, कैप व मोजे

उत्तर प्रदेश के कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति ने आज जिला जेल आगरा में बंदियों के साथ संवादन किया। संवाद के उपरान्त  ऐसे बन्दी जेल में जिनसे मिलने कोई आता ही नही उन बंदियों को 245 कम्बल वितरित किया। कम्बल वितरण कार्यक्रम आगरा की ही एक स्वयं सेवी संस्था के तत्वाधान में आयोजित किया गया था।  जिसमे बंदियों के लिए कंबल, सर पर ओढ़ी जाने वाली कैप और मोजों को जिला कारागार आगरा में वितरित किया गया। श्री प्रजापति ने कहा कि संवाद का उद्देश्य है कि बंदी अपने जीवन में सुधार लाये और एक अच्छा इंसान बनकर जेलों से बाहर निकलें। संवाद के दौरान बहुत से बंदी अपने किये पर पश्चात करते हैं और अपने में सुधार लाने की भी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। धर्मवीर प्रजापति ने संवाद के दौरान बंदियों से अपील की कि वेदिनचर्या में सुधार लाये, मंत्रों का उच्चारण करें और नकारात्मक चर्चा सेदूर रहें। उन्होंने कहा कि आपके ऊपर आपका पूरा परिवार निर्भर है। जब तकयह भावना आपके मन में नहीं बैठेगी तब तक आप छोटे-मोटे अपराध करते रहेंगे।कारागार मंत्री के बंदियों से संवाद कार्यक्रम जेल में बंद बंदियों केकार्यशैली एवं जीवन में सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। जेलों का वातावरण भी अब मानवीय सोच और दूसरों के लिए अच्छा करने की भावना से ओत प्रोत हो रहा है।

नवनीत सहगल ने जी-20 स्पोटर्स इवेन्टस की ली बैठक

अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल की अध्यक्षता में रविवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जी-20 स्पोर्ट्स इवेन्टस के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गयी।  बैठक के दौरान  अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव, नगर विकास, धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, विशेष सचिव, नगरविकास, उपाध्यक्ष, लखनऊ विकास प्राधिकरण, इन्द्रजीत सिंह, नगर आयुक्त, लखनऊ, डा आरपी सिंह, निदेशक खेल एवं अन्य सम्बन्धित पदाधिकारी उपस्थित थे।जी-20 के आयोजन तथा जी-20 के महत्व को आम जन तक पहुँचाने के लिए खेलविभाग चार शहरों लखनऊ, वाराणसी, आगरा एवं गौतमबुद्धनगर में विभिन्न खेलप्रतियोगितायें करायेगा और इस सम्बन्ध में शुरुआत 21 जनवरी कोवैकाथन और मैराथन से होगी।इसके अतिरिक्त गौतमबुद्धनगर में बन रहे खेल स्टेडियम का नामकरणजी-20 के नाम से एवं जनपद लखनऊ के के0डी0सिंह बाबू स्टेडियम में बने बहुउद्देशीय क्रीड़ा हाल का नामकरण जी-20 के नाम से किया जायेगा। क्रिकेट एसोसिएशन 21 जनवरी से युवाओं के लिए जी-20 क्रिकेट लीग शुरू करेगा। आगामी 15 फरवरी तक जो भी खेल प्रतियोगितायें खेल विभाग द्वारा आयोजित करायी जायेंगी वह जी-20 के नाम से जानी जायेंगी। वैकाथन 03 किलीमीटर एवं मैराथन 05 किलोमीटर की आयोजित की जायेगी।  वैकाथन का शुभारम्भ 5 कालीदास मार्ग से किया जायेगा तथा मैराथन का शुभारम्भ‘‘हैरिटेज स्थान’’ से किया जायेगा।

परिवहन मंत्री को निरीक्षण में मिली गलत नंबर प्लेट वाली गाड़ियां,जताई नाराजगी, दिये कार्रवाई के निर्देश

उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने बीती रात सोनभद्र से वाराणसी आते समय एक मालवाहक वाहन को संदिग्ध परिस्थितियों में देख रुकवाया एवं गहनतापूर्वक जांच की तो मालूम हुआ किगाड़ी पर ग़लत नंबर प्लेट लगा है।  निरीक्षण के दौरान वाहन की बाडी भीमानक के विपरीत पाई गयी। साथ ही ये संज्ञान में आया की वाहनों के नम्बरप्लेट में कुछ अंको को मिटा या छिपा दिया जाता है। सही नंबर प्लेट को ड्राइवर निकाल कर अपने साथ रखते हैं एवं ज़रूरत पड़ने पर ही उसका उपयोग करते हैं।श्री सिंह ने कहा कि यह एक आपराधिक कृत है। साथ ही उन्होंने वाहन स्वामीएवं ड्राइवर के विरुद्ध एफ़आईआर करवाने व वाहन को सीज करने के निर्देशसंबंधित अधिकारियों को दिए। दयाशंकर सिंह ने कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर भी कड़ीकार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे विभाग को राजस्व की हानि होतीहै एवं कई अन्य तरह की भी दिक्कतें भी आती है। अक्सर ड्राइवर गलत नंबरप्लेटों की वजह से दुर्घटना में शामिल होने के बावजूद भी पकड़ में नहीं आते हैं और ऐसी गाड़ियां बच निकलने में कामयाब होती है। दयाशंकर सिंह ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसेफर्जी नंबर प्लेट लगाकर चलने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त से सख्त करवाईकिया जाए , जिससे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं के पुनरावृत्ति को रोका जा सके।

Aaj National

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