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REPORT BY: MUKESH JAISWAL||AAJNATIONAL NEWS DEASK
वाराणसी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने पुलिस झंडा दिवस पर ध्वज फहराया और अपने कर्तव्य की गरिमा बनाए रखने की बात कही। बताते चलें कि प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 23 नवंबर 1952 को सर्वप्रथम यूपी पुलिस को पुलिस कलर (ध्वज) प्रदान किया था।पुलिस झंडा दिवस पर शनिवार को वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने पुलिस लाइन में पुलिस ध्वज फहराया। इस अवसर पर पुलिस आयुक्त ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी के संदेश को पढ़कर पुलिस अफसरों और कर्मियों को सुनाया। साथ ही, सभी को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए पुलिस ध्वज की गरिमा बनाये रखने के लिए प्रेरित किया। पुलिस आयुक्त ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के वीर जवानों के शौर्य, कर्तव्यपरायणता और उत्कृष्ट कर्तव्यनिष्ठा के फलस्वरुप भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 23 नवंबर 1952 को सर्वप्रथम यूपी पुलिस को पुलिस कलर (ध्वज) प्रदान किया था।उत्तर प्रदेश पुलिस पूरे भारत का प्रथम राज्य पुलिस बल है, जिसे उसके अप्रतिम योगदान के फलस्वरूप पुलिस कलर अर्थात पुलिस ध्वज प्रदान किया गया है। यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है।
वाराणसी कमिश्नरेट में 103 चौकी, सिर्फ पांच की प्रभारी हैं महिला सब इंस्पेक्टर
वाराणसी कमिश्नरेट में 103 पुलिस चौकी है, लेकिन सिर्फ पांच की प्रभारी महिला सब इंस्पेक्टर हैं। हैरान करने वाली बात ये है कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए पुलिस मिशन शक्ति अभियान चला रही है, मगर अपने ही मामले में पीछे है। महिलाएं सशक्त बनें, अपने अधिकारों के बारे में जानें और कहीं उत्पीड़न हो तो मुखर होकर आवाज उठाएं। इसके लिए इन दिनों पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में जोर-शोर से मिशन शक्ति अभियान का फेज-5 चल रहा है। मगर, महिलाओं को सशक्त करने वाली पुलिस अपने ही मामले में पीछे है। हालत यह है कि कमिश्नरेट के तीन जोन में 103 पुलिस चौकियां हैं। मगर, उनमें से महज पांच चौकी की ही इंचार्ज महिला सब इंस्पेक्टर हैं। इसके अलावा कमिश्नरेट के किसी अन्य चौकी या थाने की इंचार्ज महिला सब इंस्पेक्टर या इंस्पेक्टर नहीं हैं। ऐसे में यह विचारणीय सवाल है कि महिलाओं को सशक्त बनाने का बीड़ा उठाने वाली पुलिस आखिरकार अपने ही मामले में पीछे क्यों है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया की पुलिस कमिश्नरेट में मौजूदा समय में 848 महिला पुलिस कर्मी तैनात हैं। इनमें एक इंस्पेक्टर, 99 सब इंस्पेक्टर, 20 हेड कांस्टेबल और 728 कांस्टेबल शामिल हैं। राजपत्रित अधिकारियों की बात की जाए तो एक डिप्टी एसपी और तीन एडिशनल एसपी स्तर की महिला पुलिस अधिकारी कमिश्नरेट में तैनात हैं। कमिश्नरेट के दो थानों में महिला थानाध्यक्ष हैं। थानों की महिला हेल्प डेस्क का संचालन महिला पुलिस कर्मी ही करती हैं। साइबर क्राइम थाने से लेकर ट्रैफिक पुलिस तक महिला पुलिस कर्मी फील्ड ड्यूटी में सक्रिय हैं। तीनों जोन के डीसीपी को निर्देशित किया जाएगा कि महिला चौकी इंचार्जों की संख्या भी बढ़ाई जाए।
श्री राणी सती मंदिर की ओर से वार्षिक तेरह दिवसीय मंगल कलश व ध्वज शोभायात्रा निकाली गयी
-कलाकारों ने भी संगीतमय भजन कार्यक्रम प्रस्तुत कर अद्भुत छटा बिखेरी
श्री राणी सती मंदिर की ओर से वार्षिक तेरह दिवसीय मंगल कलश व ध्वज शोभायात्रा मैदागिन होते हुए रामकटोरा स्थित मंदिर तक निकाली गयी। रोड पर सुबह ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो राजस्थान का झुन्झुनू शहर उतर आया है। काशी गौशाला से प्रस्थान की राणी सती दादी शोभा यात्रा में सैकड़ो श्रद्धालु जय दादी के उद्घोष के साथ ध्वज लहराते और भजन गाते चल रहे थे। शोभायात्रा में सैकड़ो महिलाएं मंगलकलश लेकर चल रही थी। मार्ग में मैदागिन पर कृष्ण गोपाल तुलस्यान, मनोज देव अग्रवाल ने एवं कबीरचौरा पर पप्पू साबू ने क्षेत्रीय श्रद्धालुओ के साथ शोभायात्रा में राणीसती दादी की आरती उतारकर स्वागत किया। पिपलानी कटरा पर अतुल जी ने सपरिवार शोभायात्रा की अगवानी की। कबीर रोड व्यापार मंडल की ओर से सरोजा पैलेस पर सनी जौहर, कीर्ति प्रकाश पांडेय के नेतृत्व में व्यापारियों ने शोभायात्रा की पुष्प वर्षा और आरती से अगवानी की। रामकटोरा तीराहे पर मारवाड़ी समाज की ओर से प्रदीप तुलस्यान, मनोज जाजोदिया, हेमदेव अग्रवाल, रवि बूबना इत्यादि ने शोभायात्रा का स्वागत किया। रामकटोरा चौराहे पर लाॅयन्स क्लब वाराणसी रायल की ओर से श्याम अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, प्रदीप माहेश्वरी, सौमित्र अग्रवाल, महेश अग्रवाल ने अन्य सदस्यो के साथ स्वागत एवं आरती उतारी। मार्ग में कई घरों से भी पुष्प वर्षा की गई। श्री राणी सती मंदिर की ओर से वर्ष 1999 में प्रारम्भ वार्षिक तेरह दिवसीय मंगल कलश व ध्वज प्रभातफेरी का इस वर्ष रजत जयंती वर्ष होने से आयोजन को काफी भव्य स्वरूप दिया गया है। सुबह काशी गौशाला से प्रारम्भ शोभायात्रा मे सबसे आगे ज्योति (मशाल) के पीछे बैनर के साथ रमेश चौथरी, दीपक बजाज इत्यादि बड़े ध्वज के साथ, उसके बाद कलश वाली घोड़ी, ऊंट, दादी स्वरूप का रथ, वेद के बच्चे, बैंड, नित्य रथ, डमरू दल, साऊण्ड ट्राली, कलशधारी महिलाएं, साऊण्ड ट्रक, भजन-कीर्तन मंडली, ध्वजधारी पुरुष एवं अंत में राणीसती दादी की झांकी का रथ। रथ से प्रसाद वितरण भी हो रहा था। राणी सती धाम पहुंचने पर मंदिर के ट्रस्टी संजय झुनझुनवाला, आनंद तुलस्यान, जगदीश सरावगी, सत्यनारायन झुनझुनवाला इत्यादि ने शोभायात्रा की अगवानी की। कविता भालोटिया, उमा अग्रवाल, मधु तुलस्यान, कुसुम अग्रवाल, ज्योति झुनझुनवाला ने महिलाओ से दादी के समक्ष मंगलकलश अर्पित करा प्रसाद स्वरूप नारियल प्रदान किया। विश्वनाथ अग्रवाल, अरविंद जैन, शरद शाह, महेश अग्रवाल इत्यादि ने ध्वजधारियों से दादी के समक्ष ध्वज अर्पित कराया। निधिदेव अग्रवाल के सानिध्य में सामूहिक दादी चालीस पाठ के बाद महिलाओ ने भजन प्रस्तुत किया। दोपहर एक बजे से तीन सौ से अधिक महिलाओं ने संगीतमय माहौल में ढाई घंटे का दादी मंगल पाठ किया। विभिन्न अनुष्ठानों के साथ सायंकाल सात बजे 51 दम्पतियों द्वारा विशेष महाआरती के बाद राणी सती श्याम भक्त मंडल के कलाकारों ने संगीतमय भजन कार्यक्रम प्रस्तुत किया।