LUCKNOW:मजबूत बूथ संरचना बनेगी 2027 में बीजेपी की जीत का माध्यम-धर्मपाल,क्लिक करें और भी खबरें

-गरीब व वंचित वर्ग के उत्थान को समर्पित हैं केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनायें

  • REPORT BY:K.K.VARMA || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK 
लखनऊ।बीजेपी के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने आन शुक्रवार को अयोध्या में अवध क्षेत्र के नव निर्वाचित मंडल अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी बैठक में संवाद किया। अनुसूचित जाति संवाद कार्यक्रम में अयोध्या महानगर एवं जिले के अनुसूचित वर्ग के पदाधिकारियों के साथ में चर्चा की। श्री सिंह ने मंडल अध्यक्षों से संवाद करते हुए कहा कि चुनाव से लेकर संगठनात्मक गतिविधियों का आधार मंडल है। मंडल की मजबूत संरचना से मजबूत शक्ति केन्द्र और मजबूत बूथ की संरचना तैयार होगी, जो 2027 में भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत का माध्यम बनेगी।
उन्होंने अनुसूचित जाति संवाद के कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर के स्वप्न का भारत निर्माण हो रहा है। जिसमें सामाजिक न्याय एवं संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों से अनुसूचित जाति सहित सभी वर्गों की आर्थिक, सामाजिक उन्नति तथा राजनैतिक भागीदारी निहित है।
उन्होंने मंडल अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा, मंडल कार्यसमिति गठित की जानी है। 61 सदस्यीय मंडल कार्यसमिति में 15 पदाधिकारी तथा शेष सदस्य होंगे। शक्तिकेन्द्रों का प्रतिनिधित्व भी मंडल कार्यसमिति में सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मंडल कार्यसमिति गठन ने सुनिश्चित किया जाए कि अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, महिला सहित सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व हो और पार्टी के निष्ठावान, समर्पित, परिश्रमी एवं अनुशासित कार्यकर्ताओं को स्थान मिले। मंडल अध्यक्षों से संवाद करते हुए कहा कि मंडल पर पार्टी के कार्यक्रम एवं अभियान प्रभावी रूप से सम्पन्न हो। इसके लिए मंडल पर निवास करने वाले पार्टी के केन्द्र से लेकर बूथ स्तर तक के सभी पार्टी पदाधिकारियों, पार्टी के पुराने नेताओं तथा कार्यकर्ताओं से सतत सम्पर्क व संवाद होना चाहिए। मंडल कार्यसमिति की प्रत्येक माह बैठक हो तथा मंडल अध्यक्ष अपने प्रवास सहित सभी कार्यों की डायरी मेन्टेन करने का स्वभाव बनाए।
निर्वाचन प्रक्रिया पूर्ण होने वाले मंडलों में मंडल कार्यसमिति का गठन किया जाना है। अनुसूचित जाति संवाद कार्यक्रम में कहा कि भारतीय जनता पार्टी संवैधानिक मूल्यों का पालन करते हुए देश को विकसित बनाने का लक्ष्य लेकर चलने वाली एकमात्र पार्टी है। कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी की राजनीति का उददेश्य नेहरू-गांधी परिवार तथा सैफई परिवार की राजनैतिक उन्नति में निहित है। बाबा साहेब ने संविधान की प्रस्तावना को संविधान की आत्मा कहा था। लेकिन कांग्रेस ने संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर दिया। कांग्रेस ने सदैव बाबा साहेब का विरोध किया। यहां तक कि बाबा साहेब का अंतिम संस्कार भी दिल्ली में नही होने दिया। संविधान में 100 से अधिक संशोधन करने वाली तथा अनुसूचित जातियों को अपने राजनैतिक लाभ में उपयोग करने वाली कांग्रेस ने सत्ता के लिए सदैव अनुसूचित व पिछड़े वर्गोें का शोषण किया है। मुस्लिम तुष्टीकरण के ऐजेंडे पर राजनीति करने वाली कांग्रेस व सपा ने गुंडों, अपराधियों, माफियाओं तथा भ्रष्टाचारियों को राजनैतिक संरक्षण देने का काम किया। जिसमें सबसे अधिक शोषण अनुसूचित जातियों का हुआ। मां, बहन, बेटियों में असुरक्षा, घर, प्लॉट, खेत खलिहान में अवैध कब्जे सपा सरकार की पहचान रहे है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहेब से जुडे़ स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित कर सच्चे अर्थों में बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की है। सबका साथ-सबका विकास की नीति से केन्द्र व प्रदेश सरकार की सभी योजनाएं बिना भेदभाव के गरीब व वंचित वर्ग के उत्थान को समर्पित है। जिसका सबसे अधिक लाभ अनुसूचित वर्ग को मिल रहा है। भाजपा ने सदैव अनुसूचित वर्ग के आरक्षण सहित सभी संवैधानिक अधिकारों की मजबूती के लिए काम किया है।  विपक्ष लगातार देश व प्रदेश में झूठ व भ्रम फैलाकर राजनैतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहा है। भाजपा के परिश्रमी कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर विपक्ष के षड़यंत्र को विफल करना है। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार की योजनाओं से लाभान्वित अनुसूचित वर्ग तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा सरकार की अपराध पर जीरो टॉलरेन्स नीति से बने भयमुक्त वातावरण में अनुसूचित जाति सहित सभी वर्गों का घर, दुकान, प्लॉट, खेत खलिहान तथा मां, बहन, बेटी का सम्मान सुरक्षित है। हमें अनुसूचित वर्ग के बीच भाजपा के जनकल्याण के कार्य को लेकर पहुंचना है तथा विपक्ष के काले कारनामे भी उजागर करना है।

यूपी को ‘वन ट्रिलियन डॉलर’ इकॉनमी बनाने में विश्व बैंक की अहम भूमिका-योगी

-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने की मुलाकात

उत्तर प्रदेश को उन्नत प्रदेश बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने पहल करते हुए दो प्रमुख कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। शुक्रवार को विश्व बैंक के सहयोग से उत्तर प्रदेश में यूपी-एग्रीस कार्यक्रम को लागू किया गया। इस कार्यक्रम के जरिए प्रदेश के पूर्वांचल व बुंदेलखंड क्षेत्रों में आधुनिक तकनीक आधारित खेती को बढ़ावा मिलेगा। इससे कृषि उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलेगी और 10 लाख किसानों को फायदा होगा। इसी प्रकार, योगी सरकार के एक और बड़े प्रोजेक्ट ‘एआई प्रज्ञा’ का भी शुक्रवार को सीएम योगी द्वारा शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के जरिए उत्तर प्रदेश को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के हब के तौर पर स्थापित करने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम के जरिए प्रदेश में 10 लाख युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न पहलुओं में दक्ष बनाया जाएगा। इन दोनों कार्यक्रम को लॉन्च करते हुए सीएम योगी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश देश की विकास गाथा का पर्याय है, आज सारे विश्व ने मान लिया है कि उत्तर प्रदेश बैरियर नहीं बल्कि भारत का ग्रोथ इंजन है। दोनों ही कार्यक्रम प्रदेश के ‘वन ट्रिलियन डॉलर’ की इकॉनमी बनने का सपना साकार करेंगे। यूपी-एग्रीस प्रोजेक्ट में विश्व बैंक की सहभागिता का आभार जताते हुए कहा कि यूपी-एग्रीस के जरिए प्रदेश के कृषि उत्पादकता को बढ़ाने में मदद मिलेगी जो किसानों की उन्नति का कारण बनेगा।मुख्यमंत्री आवास पर विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा संग मुलाकात के बाद दोनों प्रोजेक्ट्स को लॉन्च करते हुए सीएम योगी ने विश्व बैंक की तारीफ की और सहयोग के लिए आभार जताया। विश्व बैंक हमेशा उत्तर प्रदेश की उन्नति में बड़ा भागीदार बनकर उभरता है। चाहे पर्यावरण संरक्षण हो, प्रदेश में टूरिज्म को बढ़ावा देना हो या फिर अवस्थापना से जुड़ी परियोजनाओं का संचालन हो, विश्व बैंक हमेशा से महती भूमिका निभाता है। आज का दिन कई मायनों में महत्वपूर्ण है। प्रदेश को कृषि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रयोग के नए युग में प्रवेश कर रहा है। यूपी एग्रीस प्रोजेक्ट 4 हजार करोड़ की परियोजना है जिसमें से 2737 करोड़ रुपए का ऋण विश्व बैंक द्वारा 6 वर्षों की अवधि के लिए उपलब्ध कराया है। यूपी एग्रीस परियोजना से प्रदेश के किसानों, कृषक संगठनों, मत्यस्य पालकों एवं कृषि क्षेत्र से जुड़ी एमएसएमई इकाइयों को सीधा लाभ होगा।  2737 करोड़ विश्व बैंक लोन देगा जबकि 1166 करोड़ राज्य सरकार का अंश होगा। वहीं लोन वापसी की अवधि 35 वर्ष रखी गयी है, जबकि लोन अमाउंट पर 1.23 प्रतिशत का इंट्रेस्ट लिया जाएगा। परियोजना से 10 लाख किसानों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा, जिसमें 30 प्रतिशत हिस्सेदारी महिलाओं की होगी। 10 हजार महिला उत्पादक समूहों को परियोजना से जोड़ा जाएगा। 500 किसानों को सर्वोत्तम कृषि तकनीकी जानकारी के लिए विदेशों में भेजा जाएगा। इससे छोटे किसानों को सशक्त बनाने और क्षेत्रीय विषमताओं को खत्म करने में मदद मिलेगी। परियोजना के अंतर्गत पूर्वी उत्तर प्रदेश के 21 जिले श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, महराजगंज, संतकबीर नगर, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मीरजापुर, सोनभद्र और संत रविदास नगर तथा बुंदेलखंड के जालौन, झांसी, हमीरपुर, महोबा, बांदा, ललितपुर और चित्रकूट जैसे जिलों के किसान लाभान्वित होंगे।सीएम योगी ने प्रदेश में बच्चों को पोषक आहार उपलब्ध कराने के लिए नए मिशन को जल्द लॉन्च करने की बात कही। सीएम पोषण मिशन के जरिए छह महीने से छह साल तक के बच्चों को शामिल किया गया है। ‘एआई प्रज्ञा’ योजना के तहत 10 लाख युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल तकनीकों में प्रशिक्षित किया जाएगा। यह कार्यक्रम शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ग्रामीण विकास, राजस्व और सचिवालय प्रशासन जैसे विभिन्न विभागों के सहयोग से संचालित किया जाएगा।  कार्यक्रम में माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, एचसीएल, वाधवानी फाउंडेशन, अमेजन, गूगल और 1एम1बी जैसे वैश्विक दिग्गज कंपनियां योगी सरकार के साथ मिलकर अपस्किलिंग प्रोग्राम चलाएंगी। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित शुभारंभ कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की विकास गाथा को लेकर लघु फिल्म का भी प्रदर्शन हुआ। इस अवसर पर विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा समेत विश्व बैंक की टीम उपस्थित रही जिसमें उपाध्यक्ष आगस्ते तानो कौमे, कंट्री डायरेक्टर इंडिया जॉन और मार्क मौजूद रहे।

योगी आदित्यनाथ में है विजन, दृढ़ता और ऊर्जा -अजय बंगा

-छोटे किसान ही उत्तर प्रदेश का असली सोना 

वर्ल्ड बैंक प्रेसिडेंट अजय बंगा शुक्रवार को अपनी टीम के साथ लखनऊ पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान बंगा ने राज्य में हो रहे विकास कार्यों और मुख्यमंत्री के नेतृत्व की जमकर सराहना की। लखनऊ में मिले गर्मजोशी भरे स्वागत से अभिभूत बंगा ने कहा कि ऐसा लग रहा है मानो मैं अपने घर वापस आ गया हूं। यूपी में मेरा ससुराल है और 12 साल बाद यहां आकर मैं हर क्षेत्र में बदलाव देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ में विजन, दृढ़ता और ऊर्जा है।
अजय बंगा ने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश का विकास भारत को वैश्विक मंच पर एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि विकसित यूपी ही विकसित भारत का आधार बनेगा। बंगा ने प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व सुधारों, मजबूत कानून व्यवस्था और सुदृढ़ कनेक्टिविटी की प्रशंसा की।विश्व बैंक अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के क्षेत्र में आए सकारात्मक बदलावों पर खुशी जताई। मजबूत कानून व्यवस्था और बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर ने यूपी को निवेश और विकास के लिए एक आदर्श स्थान बनाया है।विश्व बैंक अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के छोटे किसानों को राज्य की सबसे बड़ी ताकत करार दिया।  छोटे किसान ही उत्तर प्रदेश का सोना हैं। किसान जमीन बेचकर अमीर नहीं बन सकते, उन्हें उन्नत खेती के लिए प्रोत्साहित करना होगा। उन्नत खेती के जरिए ही वे समृद्धि हासिल कर सकते हैं। बंगा ने किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और नवाचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यूपी के कृषि क्षेत्र में हो रही प्रगति की सराहना की और इसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया।बंगा ने प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि धार्मिक, सांस्कृतिक और ईको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं, जो इसे वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिला सकती हैं। विश्व बैंक अध्यक्ष ने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में उत्तर प्रदेश की क्षमता को असाधारण बताया।अजय बंगा ने योगी आदित्यनाथ सरकार के विभिन्न प्रयासों की प्रशंसा की। अजय बंगा के साथ वर्ल्ड बैंक के उपाध्यक्ष आगस्ते तानो कौमे, कंट्री डायरेक्टर इंडिया जॉन और मार्क मौजूद रहे।

भारत की रक्षा जरूरतों के साथ रोजगार के द्वार खोलेगा डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर,योगी सरकार ने अब तक किए 170 समझौता ज्ञापन

-कॉरिडोर में हो रहा है करीब 30 हजार करोड़ का अनुमानित निवेश

पाकिस्तान के साथ मौजूदा संबंधों को देखते भारत अपनी हर रक्षा जरूरतों को पूरा कर रहा है। निकट भविष्य में भारत की इन जरूरतों को पूरा करने में उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर न सिर्फ रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ा रहा है, बल्कि प्रदेश में रोजगार सृजन का भी मजबूत आधार तैयार कर रहा है। कॉरिडोर के तहत अब तक 170 समझौता ज्ञापनों एमओयू के माध्यम से करीब 30 हजार करोड़ रुपये का अनुमानित निवेश आकर्षित किया गया है, जिससे लगभग 50 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। अब तक 57 निवेशकों को भूमि पट्टे पर आवंटित की गई है, जो अपनी उत्पादन इकाइयों को स्थापित करने के विभिन्न चरणों में हैं। 9462.8 करोड़ रुपए का निवेश जमीनी स्तर पर साकार हो चुका है, जिससे 13,736 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। पहला पट्टा जून 2021 में निष्पादित किया गया था और मात्र चार वर्षों से कम समय में 57 उद्योग इस कॉरिडोर में  सुविधाएं विकसित कर रहे हैं।उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रहा है बल्कि भारत को रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। कॉरिडोर में स्थापित होने वाली इकाइयां भारतीय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए आधुनिक उपकरण और हथियारों का निर्माण करेंगी, जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी। योगी सरकार का लक्ष्य कॉरिडोर के सभी नोड्स में निवेश और रोजगार के अवसरों को और विस्तार देना है। आगरा और चित्रकूट नोड्स में भी जल्द ही भूमि आवंटन और उद्योग स्थापना की प्रक्रिया तेज की जाएगी। यह कॉरिडोर न केवल प्रदेश को औद्योगिक हब के रूप में स्थापित कर रहा है, बल्कि हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार भी खोल रहा है। यह ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को साकार करने की दिशा में भी एक ठोस कदम है।कॉरिडोर के छह नोड्स लखनऊ, अलीगढ़, कानपुर, झांसी, आगरा और चित्रकूट में निवेश और रोजगार सृजन की व्यापक योजना कार्यान्वित हो रही है। प्रत्येक नोड में विशिष्ट रक्षा उत्पादों के निर्माण की दिशा में तेजी से प्रगति हो रही है।झांसी नोड में 16 कंपनियों को 531.09 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है, जिसके तहत 4372.81 करोड़ रुपए का निवेश और 2928 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रस्तावित है। यहां विस्फोटक, गोला-बारूद, प्रणोदन प्रणाली, और मिड-कैलिबर इन्फैन्ट्री हथियारों के लिए मोबाइल प्लेटफॉर्म जैसे उद्यम स्थापित होंगे।कानपुर नोड में 5 कंपनियों को 210.60 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है, जिससे 1758 करोड़ रुपए का निवेश और 2200 लोगों को रोजगार मिलेगा। यहां छोटे, मध्यम और बड़े साइज के गोला-बारूद, बुलेटप्रूफ जैकेट, विशेष कपड़े, और छोटे हथियारों की इकाइयां स्थापित की जा रही हैं।अलीगढ़ नोड में सर्वाधिक 24 कंपनियों को 64.001 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है, जिसमें 1921 करोड़ रुपए का निवेश और 5618 लोगों को रोजगार प्रस्तावित है। यह नोड ड्रोन, लोइटरिंग गोला-बारूद, काउंटर ड्रोन सिस्टम, सटीक उपकरण, मेक्ट्रोनिक्स, छोटे हथियार, और रडार निर्माण का केंद्र बन रहा है।लखनऊ नोड में 12 कंपनियों, जिनमें ब्रह्मोस एयरोस्पेस भी शामिल है, को 117.35 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है। इससे 1411 करोड़ रुपए का निवेश और 2930 लोगों को रोजगार मिलेगा। यहां विश्व की सबसे शक्तिशाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के अलावा मिसाइल सिस्टम, गोला-बारूद, रक्षा पैकेजिंग, ड्रोन, और छोटे हथियारों का निर्माण होगा।

अब 13 जिलों में ग्रामीणों को इलाज के लिए नहीं काटने होंगे शहर के चक्कर

प्रदेश की योगी सरकार ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल की है। राज्य के 13 जिलों में नवनिर्मित 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों सीएचसी को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इससे अब गांव के मरीजों को इलाज के लिए शहर की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा। योगी सरकार का उद्देश्य है कि ग्रामीणों को उनकी ही तहसील और ब्लॉक स्तर पर बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए। इस संबंध में शासन की ओर से महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को शीघ्र व्यवस्था सुचारु करने के लिए कहा गया है। योगी सरकार की यह पहल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न सिर्फ लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी, बल्कि समय और पैसे की भी बचत होगी।योगी सरकार की ओर से चयनित 13 जिलों में नए स्वास्थ्य केंद्रों को आधुनिक मशीनों और विशेषज्ञ चिकित्सकों की सुविधाएं दी जाएंगी। यह पहल स्वास्थ्य सुविधाओं के विकेंद्रीकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाएं जनसामान्य की बुनियादी जरूरत हैं।इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।इस योजना से पीलीभीत, रायबरेली, प्रयागराज, मीरजापुर, महराजगंज, मऊ, कानपुर देहात, प्रतापगढ़, हरदोई, चन्दौली, बलरामपुर, बरेली और मेरठ जिलों के लाखों ग्रामीण लाभान्वित होंगे। सरकार का लक्ष्य है कि इन सभी केंद्रों को जल्द से जल्द क्रियाशील कर प्रदेशभर में स्वास्थ्य सुविधाओं का स्तर सुधारा जाए।

देश की सेनाओं के साथ खड़ा है पूरा हिंदुस्तान-केशव

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हमारे देश की बहादुर सेना ने पाकिस्तान को ईंट का जवाब पत्थर से दिया है। वीर -बांकुरे सैनिकों ने आतंकवादियों को मिट्टी में मिला देने का काम किया है ।भारत के सुदर्शन चक्र के सामने पाकिस्तान का कोई हथियार  टिक नहीं पा रहा है और न ही टिक पाएगा ।श्री मौर्य आज बाबू केडी सिंह स्टेडियम के अटल बिहारी वाजपेई बहुउद्देशीय कीड़ा संकुल मे 13वीं राष्ट्रीय सीनियर पेंचकसिलाट चैंपियनशिप के शुभारंभ के उपरांत खिलाड़ियों को संबोधित कर रहे थे।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारत  छेड़ता नहीं है, लेकिन उसे कोई छेड़ता है तो फिर भारत उसे छोड़ता भी नहीं है । प्रधानमंत्री मोदी  के नेतृत्व में हमारी तीनों सेनाओं के साथ पूरा हिंदुस्तान खड़ा है। देश के दुश्मनों को सबक सिखाया जा रहा है।देश की सेनाओं को प्रणाम करते हुए कहा कि भारतीय सेना विजेता सेना है ।उन्होंने मार्शल आर्ट के प्रतिभागियों खिलाड़ियों में जहां नई ऊर्जा व नई उत्साह का संचार किया, वहीं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वे खेलों में आगे बढ़ें और देश की सेवा में भी आगे बढ़े।  उन्होंने चैंपियनशिप में देश के कोने-कोने से आए खिलाड़ियों की उज्जवल भविष्य की कामना की ।कहा कि चैंपियनशिप भारतीय संस्कृति से  ओतप्रोत है। उत्साहपूर्ण माहौल में चैंपियनशिप हो रही है।  खेल हमारे जीवन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, बल्कि मानसिक विकास और सामाजिक सौहार्द को भी प्रोत्साहित करते हैं। खेलों से व्यक्ति में अनुशासन, टीम भावना, सहनशीलता और नेतृत्व जैसी आवश्यक गुणों का विकास होता है।तनाव मुक्त रखने, ऊर्जा से भरपूर बनाए रखने और प्रतिस्पर्धात्मक भावना को विकसित करने में सहायता करता है।खेलों से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की पहचान भी बनती है।खेलों की महत्ता केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास और राष्ट्र की प्रगति में भी सहायक है।

राजकीय आईटीआई में रोजगार मेला 14 को

मुख्यमंत्री मिशन रोजगार योजना के अन्तर्गत 14 मई को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आईटीआई अलीगंज लखनऊ में 5 प्रतिष्ठित कम्पनियों के रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। प्रधानाचार्य राज कुमार यादव ने बताया कि मेले में प्रशिक्षार्थियों को अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभाग कराने के लिए कार्यदेशकों एवं अनुदेशकों को प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं।रोजगार मेले में प्रतिभाग करने वाली कम्पनियों में टाटा मोटर्स लखनऊ एवं पंतनगर शिवा एन्टरप्राइजेज, डीलक्स बेयरिंग्स जेबीएम एजेस फेड्रल लाइफ इन्श्योरेन्स शामिल हैं। ट्रेनिंग काउंसिलिंग एण्ड प्लेसमेन्ट अधिकारी  एम ए खाँ ने जानकारी दी कि मेले में 18 से 30 वर्ष की आयु के अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं। पात्रता के अंतर्गत शैक्षिक योग्यता न्यूनतम 10वीं उत्तीर्ण से स्नातक तक रखी गई है। चयनित अभ्यर्थियों को 10,000 से 21,000 रूपए तक मासिक वेतन प्रदान किया जाएगा।

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की तिरंगा यात्रा 11 मई को

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी के नेतृत्व में 11 मई को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष में एक तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की सभी जनपद शाखाओं द्वारा प्रदेश भर के सभी जनपदों में सायं 6 बजे से 7 तक होगा। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की महामंत्री अरुणा शुक्ला ने बताया कि लखनऊ में तिरंगा यात्रा सरोजिनी नायडू पार्क से 6 बजे शुरू  होगी तथा सायं 7 बजे शहीद स्मारक पर भारतीय सैनिकों के शौर्य को नमन एवं पहलगाम आतंकी हमले में शहीद सैलानियों को श्रद्धांजलि के साथ  समाप्त होगी। शहीद स्मारक पर  कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी कर्मचारियों को संबोधित करेंगे।

भगवान श्रीराम व निषादराज के मिलन स्थली पर विकसित निषादराज पार्क बनेगा विशेष आकर्षण केन्द्र -जयवीर

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा पौराणिक एवं धार्मिक स्थलों के विकास के क्रम में प्रयागराज स्थित निषादराज एवं भगवान श्रीराम के मिलन स्थली श्रृंगवेरपुर में विकसित निषादराज पार्क धार्मिक आस्था को संरक्षित करने के साथ आगन्तुकों के लिए ध्यान और योग सहित विभिन्न गतिविधियों का साक्षी बनने जा रहा है। इस पार्क में फूडकोर्ट, आर्ट गैलरी, बच्चों के लिए खेलने की जगह तथा हराभरा पार्क तथा शांतिपूर्ण वातावरण दर्शकों के लिए विशेष अनुभूति प्रदान करेगा।  त्रेतायुग में बनवास के दौरान निषादराज का आतिथ्य स्वीकार किया था। दोनों का मिलन मित्रता के लिए प्रेरणा माना जाता है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पार्क का संचालन और रख-रखाव पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर किया जाएगा। इस संबंध में टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। निजी संचालक द्वारा पार्क में भोजन, योग-ध्यान केंद्र सहित अन्य सुविधाओं का संचालन किया जायेगा। संचालक को प्रदत्त सेवाओं की गुणवत्ता और शुद्धता का विशेष रखना होगा। पार्क परिसर में बना योग एवं ध्यान केंद्र पर्यटकों को योगाभ्यास, मेडिटेशन का अवसर प्रदान करेगा।  निषादराज पार्क रामायण सर्किट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह स्थल धर्म, योग, कला, व्यंजन और ग्रामीण संस्कृति में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। श्रृंगवेरपुर को पर्यटक गांव के रूप में विकसित किया गया है, जिससे ग्रामीण पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पार्क का निर्माण उस ऐतिहासिक क्षण की स्मृति में हुआ है जब निषादराज ने भगवान श्रीराम, सीता और लक्ष्मण को गंगा पार करवाया था और वे श्रृंगवेरपुर में एक रात ठहरे थे।  निषादराज पार्क फेज-1 के तहत यहाँ भगवान श्रीराम और निषादराज की 56 फीट ऊँची भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है, जो सामाजिक सौहार्द्र का प्रतीक है। इस पहल से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय रोजगार, सांस्कृतिक चेतना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

दिव्यांग कलाकारों को आजीविका हेतु मिलेगा दो माह में एक कार्यक्रम,उत्तर प्रदेश के कलाकारों का ही संस्कृति विभाग में होगा पंजीकरण 

संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के अंतर्गत संस्कृति निदेशालय एवं उससे सम्बद्ध अन्य संस्थाओं द्वारा प्रदेश व देश में आयोजित एवं प्रायोजित कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों को दिये जाने वाले मानदेय एवं अन्य सुविधाओं के संबंध में 27 दिसम्बर, 2022 को जारी दिशा-निर्देश में आंशिक संशोधन करते हुए समस्त दिव्यांग कलाकारों को उनकी आजीविका के दृष्टिगत दो माह में एक कार्यक्रम दिया जा सकता है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री  जयवीर सिंह ने बताया कि दिव्यांग कलाकारों की रोजी-रोटी की व्यवस्था के लिए जनहित में दो माह में एक कार्यक्रम दिये की व्यवस्था की गई है। इस संबंध में पूर्व में जारी कार्यालय ज्ञाप 27 दिसम्बर, 2022 में आंशिक संशोधन करते हुए आदेश जारी करा दिया गया है।

Aaj National

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