-नवोदय विद्यालय समिति के द्वारा अयोजित जूनियर क्लर्क एवं लैब अटेन्डेण्ट भर्ती परीक्षा में करा रहे थे नकल
- REPORT BY:AAAJ NATIONAL NEWS || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ।स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) नवोदय विद्यालय समिति के द्वारा अयोजित जूनियर क्लर्क एवं लैब अटेन्डेण्ट भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ के माध्यम से नकल कराने वाले गिरोह के सात सदस्यों को सरगना सहित प्रयागराज के सेन्ट मेरी कान्वेन्ट स्कूल घूरपुर से गिरफ्तार किया है।
यूपी एसटीएफ द्वारा पकड़े गये मौर्या गैंग लीडर व शम्भूनाथ प्रजापति गैग सदस्य व अरविन्द कुमार व रितेश मौर्या परीक्षार्थी व हरिकेश यादव परीक्षार्थी तथा शिवम सिंह परीक्षार्थी व अंजली मौर्या परीक्षार्थी के पास से नौ ब्लूटूथ डिवाइस सिम कार्ड सहित व तीन ओएमआर शीट और ग्यारह एडमिट कार्ड व तीन प्रश्न पत्र व पांच सिम कार्ड व चार मोबाइल फोन व चार आधार कार्ड तथा एक पैन कार्ड व
6,520 रूपये बरामद किये।
यूपी एसटीएफ की टीम प्रयागराज में भ्रमण कर रही थी। उसे जानकारी मिली कि नवोदय विद्यालय समिति द्वारा आयोजित विभिन्न पदों की भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाईस के माध्यम से नकल कराने वाले गिरोह का सरगना सूरज मौर्या नें विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर ब्लूटूथ डिवाईस के साथ परीक्षार्थियों को भेजा है और एक दिन पूर्व ब्लूटूथ डिवाईस के उपयोग के लिए उन्हे प्रशिक्षित भी किया है।सोमवार को सेन्ट मेरी स्कूल, घूरपुर में होने वाली इस परीक्षा के प्रथम पाली में सूरज मौर्या का भाई रितेश मौर्या ब्लूटूथ डिवाइस सहित बैठेगा तथा स्प्रिंगर पब्लिक स्कूल में तीन परीक्षार्थी परीक्षा देने हेतु बैठेगे।इस पर एसटीएफ टीम नें स्थानीय पुलिस व सम्बन्धित परीक्षा केन्द्रों के केन्द्र व्यवस्थापको के सहयोग से अनुचित साधनों का प्रयोग कर प्रतियोगी परीक्षा दे रहे।परीक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।
एसटीएफ चीफ नें बताया कि ब्लूटूथ डिवाईस के माध्यम से परीक्षार्थियों को उत्तर कुन्जी लिखाने वाले गैंग के सरगना सूरज मौर्या सहित दो अन्य को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि सूरज मौर्या वर्तमान समय में इफ्को कम्पनी फूलपुर में नौकरी करता है। उसके छोटा भाई रितेश मौर्या की नवोदय विद्यालय जूनियर क्लर्क एवं लैब अटेन्डेण्ट पद की परीक्षा सेन्ट मेरी कन्वेट स्कूल घूरपुर में थी। जिसे ब्लूटूथ डिवाइस देकर परीक्षा में बैठने हेतु भेजा गया था। परीक्षा का उत्तरकुन्जी बच्चा यादव नें अरविन्द यादव को भेजी थी। अरविन्द यादव इसके व्हाटसएप पर भेजता था। उत्तरकुन्जी को शम्भू, अरविन्द एवं द्वारा प्रयागराज, लखनऊ, सिक्किम व दिल्ली के परीक्षा केन्द्रों पर ब्लूटूथ डिवाईस के माध्यम से परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों को नोट कराया जा रहा था।
इस परीक्षा में नकल कराने के एवज में प्रति अभ्यर्थी 10 लाख रूपये की बात तय थी।उन्होंने बताया कि इसके पूर्व ग्राम पंचायत अधिकारी, पेट (पी०ई०टी०), आरओ/एआरओ, ट्रिपल-सी, रेलवे व बैंक भर्ती की परीक्षा में भी कई अभ्यर्थियों को ब्लूटूब डिवाइस के माध्यम से नकल कराया था। इन परीक्षाओ की उत्तरकुन्जी भी बच्चा यादव द्वारा ही उपलब्ध करायी गयी थी। परीक्षा शुरू हाते ही बच्चा यादव को व्हाट्सएप पर पेपर मिल जाता है, जिसकी उत्तरकुन्जी बनाकर तत्काल भेज देता है। परीक्षार्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से उत्तर नोट कराकर हल कराया जाता है। इस गिरोह का नेटवर्क दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल व उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में फैला है। इसके अतिरिक्ति कई परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की ओ०एम०आर० शीट परीक्षा केन्द्र में न भरवाकर उसे सेन्टर से मिलीभगत कर बाहर भरवाया जाता है।