LUCKNOW:परिषद ने जॉच समिति सदस्यों को भेजी स्थानान्तरण धांधली की तत्थात्मक रिपोर्ट

 परिषद का पत्र बनेगा जॉच समिति के लिए रामबाण

लखनऊ । लोक निर्माण विभाग में विभागाध्यक्ष द्वारा सरकार की स्थानान्तरण नीति की आड़ में की गई मनमानी पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्वंय स्थानान्तरण में धांधली की शिकायत कड़ा रूख अपनाते हुए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस सम्बंध में परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी और महामंत्री शिवबरन सिंह यादव ने बताया कि तबादलों में मनमानी करते हुए जहॉ स्थानान्तरण नीति की मंशारूप प्रास्तर पॉच के तहत एक भी तबादला नही किया गया वही मृतक और सम्बंधित जगह पर तैनात न होने पर भी अवर अभियंता का तबादला कर दिया गया। इस तरह की तमाम खामियों के साथ विभाग द्वारा जारी 16 स्थानान्तरण सूची जो 29 जून की जगह दो जुलाई को बैकडेट की गई इसकी भी जानकारी समिति को दी गई है। इस संबंध में परिषद के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा विभागीय मंत्री एवं विभागाध्यक्ष को पूर्व में मौखिक रूप से अवगत भी कराया जा चुका था। परिषद की तरफ से जॉच समिति के सभी सदस्यों को बीस बीस साल से जमे अफसर और अभियंताओं की सूची भी प्रेेषित की गई है।परिषद के अध्यक्ष इं. हरिकिशोर तिवारी ने बताया कि समिति के सदस्य आईएएस मनोज कुमार सिंह कृषि उत्पादन आयुक्त,अपर मुख्य सचिव नियुक्ति देवेश चतुर्वेदी को भेजे गए तथ्यों में विभागध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता और स्टाफ अफसर ई शैलेन्द्र यादव द्वारा अवर अभियंता के तबादले के 16 आदेश जारी किए गए जिनमें से 9 आदेश 29 जून 2022 और 7 आदेश 30 जून 2022 को किए गए दर्शाया गया हैं। जबकि वास्तविकता है यह कि पहले 4 आदेश दो जुलाई, दूसरे छह आदेश तीन जुलाई और पॉच आदेश चार और एक आदेश सात जुलाई को किया गया। इसकी पुष्टि आफिसीयल वेबसाइड, मेल आईडी, रजिस्टर्ड डाक और विभागीय वाट्सअप गु्रप से की जा सकती है। यही नही तबादला सूची जारी होने के उपरान्त नियमानुसार इसकी प्रति संबंधित समय पर संघ और संगठन को उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन संगठन को इसकी प्रति 11 जुलाई 2022 तक उपलब्ध नही कराई गई। तथ्यों में यह भी बताया गया कि स्टाफ अफसर शैलेन्द्र यादव द्वारा बैकडेटिंग का कार्य 12 जुलाई तक किया गया इसका साक्ष्य कक्ष में लगे सीसी टीवी कैमरे में रिकार्ड है। बैकडेटिंग के लिए जिस प्रधान सहायक का तबादला एक जून 2022 को कर दिया गया था उसका सहयोग भी लिया गया। तबादला सूची जारी करने में हड़बड़ी और मनमानी का अलाम यह कि 17 जून 2019 को दिवंगत हुए अवर अभियंता धनश्याम दास कास्तवाल का तबादला कर दिया गया। यही नही इटावा से राजकुमार अवर अभियंता का तबादला कर दिया गया जबकि इटावा में उक्ता नाम का कोई अवर अभियंता तैनात ही नही था। अवर अभियंता धर्मपाल का अलीगढ़ से इटावा और मैनपुरी कर दिया गया। इसी तरह अवर अभियंता सालिंग सिंह सुमन का बुलंदशहर से लखनऊ और बदायू तबादले के आदेश जारी कर दिए गए। यही नही कई अभियंताओं को प्रताडित करने के उद्देश्य से उनका तबादला 500 किमी दूर किया गया। इसके साथ ही परिषद ने एक सूची जॉच समिति को उपलब्ध कराई है जिसमें पॉच से 18 वर्ष एक ही स्थान में जमें अभियंताओं के नाम है। यही नही सूची में एक अधिाशसासी अभियंता के दस दिन में तीन तबादले और एक खण्ड में दो अधिशासी अभियंता तैनात करने की जानकारी दी गई है।

Aaj National

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *