-पिस्टल और मैगजीन बरामद,मध्य प्रदेश से करते थे असलहा तस्करी
लखनऊ। अवैध शस्त्रों की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के दो सदस्यों को यूपी एसटीएफ ने राजधानी के पारा थाना क्षेत्र के जीरो प्वाइण्ट आगरा एक्सप्रेस – वे से गिरफ्तार किया है।जिनके पास से आठ बत्तीस बोर के पिस्टल और सोलह मैगजीन बरामद की है।पकड़े गए मनीष गुप्ता और शैलेन्द्र शर्मा के पास से इकतीस सौ रुपए नकद और दो मोबाइल फोन तथा एक स्विफ्ट डिजायर कार और एक डेबिट कार्ड तथा एक क्रेडिट कार्ड बरामद किया है।
एसटीएफ की माने तो मनीष कादीपुर ( सुलतानपुर ) निवासी प्रमोद श्रीवास्तव उर्फ गुरूजी उसके बड़े भाई के दोस्त है जो मध्य प्रदेश से असलहा तस्करी करता था । लगभग 04 वर्ष पूर्व उसने ही इसकी मुलाकात मध्य प्रदेश के असलहा तस्करों से कराया था । तभी से यह भी अवैध असलहे की तस्करी में लिप्त है । मध्य प्रदेश के खण्डवा खरगौन व बुरहानपुर में अवैध असलहे बनते है।जहाँ से विभिन्न प्रदेशो में सप्लाई होती है । यह पिस्टल की क्वालिटी के हिसाब से लगभग 10-15 हजार रूपये में मध्य प्रदेश से पिस्टल खरीदकर 20-25 हजार में सप्लाई करता है ।32 बोर तथा 9 एमएम व 30 बोर की सेमी आटोमैटिक एवं आटोमैटिक पिस्टल वहाँ पर बनती है । 30 बोर की पिस्टल की खरीद लगभग 50 हजार में होती है । ब्रस्ट फायर करने वाली आटोमैटिक पिस्टल 80 हजार में मिलती है । सामान्यतः 10-12 हजार तक की सादी पिस्टलों की ज्यादा बिक्री होती है । इन पिस्टलों में लगभग 10 हजार तक का इसे फायदा होता है । शुरूवात में यह मध्य प्रदेश से राजस्थान में असलहा सप्लाई करता था । करीब तीन साल पहले टोंक कोतवाली , राजस्थान में मुकदमा दर्ज होने के कारण वहाँ जाना छोड़ दिया । अब उ ० प्र ० के इटावा , लखनऊ , अमेठी , सुलतानपुर , अम्बेडकरनगर आदि जिलों में असलहो की सप्लाई करता है ।
बीते 3-4 साल में लगभग 200 से अधिक पिस्टलें बेच चुका है । 2-3 दिन पहले ही अपने दो साथियों के साथ इसी कार से भीकनगाँव खरगौन ( म ० प्र ० ) गया था । जहाँ सरदार केन सिंह से पिस्टले खरीदकर ग्वालियर लाया था । एक दिन ग्वालियर रूकने के बाद आज अपने साथी शैलेन्द्र शर्मा के साथ लखनऊ व अमेठी के लिए निकला था । प्रत्येक ट्रिप में अपने अलग – अलग साथी को साथ लेकर आता – जाता है । यात्रा के दौरान उनका ही मोबाइल फोन इस्तेमाल करता है । जिसको साथ ले जाता है । उसके रहने , खाने – पीने के अलावा रू 0 02-03 हजार अलग से दे देता है ।आरोपी शैलेन्द्र शर्मा मनीष का दोस्त है तथा लालच वश पिस्टलों की डिलेवरी हेतु उसके साथ आ गया था ।पकड़े गए दोनो आरोपी पारा थाने में दाखिल किए गए।