-30 गाडि़यों को मंत्री ने दिखाई हरी झंडी
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REPORT BY: K.K.VARMA ||AAJNATIONAL NEWS DEASK
लखनऊ,20 नवंबर 2024 ।राजधानी लखनऊ में सस्ते दाम पर आटा, दाल, चावल और प्याज मिलेगा। केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने बुधवार को 1090 चौराहे पर 30 गाडि़यों का काफिला रवना किया। उन्होंने कहा कि जब तक सब्जियां, दाल, चावल और आटा सस्ता नहीं होता यह अभियान जारी रहेगा। इसमें
30 गाडि़यां शहर के अलग-अलग इलाकों में प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक दौड़ेंगी।
उन्होंने बताया कि लखनऊ के बाद यह अभियान बनारस में शुरू होगा।25 नवंबर को वहां भी 30 गाडि़यों का काफिला निकलेगा। इसके अलावा शहर में
पराग के बूथ पर भी यह सुविधा उपलब्ध होगी। केंद्र सरकार की तरफ से इसको लेकर बड़ा बजट आया है। उन्होंने बताया कि भारत ब्रांड के नाम से यह सभी
सामान मिलेगा। इसकी गुणवत्ता काफी अच्छी होगी। भारत आटा पूरे देश में 3 लाख 70 हजार मीट्रिक टन, भारत चावल 3 लाख मीट्रिक टन, भारत दाल 1 लाख
मीट्रिक टन और प्याज 3 लाख मीट्रिक टन पहले फेज में कम रेट पर दिया जाएगा। इसमें आटा और चावल की 5 और 10 किलो की पैकेट उपलब्ध होगी। मंत्री ने कहा कि इसका सबसे ज्यादा लाभ मध्यम वर्ग को मिलेगा।
यह सभी आइटम ब्रांडेड है। बाजार में इसकी कीमत काफी ज्यादा होती है। उन्होंने कहा कि यह अभियान पूरे उत्तर प्रदेश में चलेगा। यहां तक की एक-एक गांव तक इसको पहुंचाया जाएगा। इसमें स्थानीय सोसाइटियों की मदद भी जरूरत पड़ने पर ली जा सकती है। मंत्री ने कहा कि इसमें जरूरत के हिसाब से अनाज और अन्य सामान की सूची बढ़ या घट सकती है। लहसून 400 से 600 रुपए किलो पहुंचने पर उन्होंने कहा कि इसको भी सूची में शामिल करने पर विचार किया जा सकता है।
121 चीनी मिलों में 102 ने जारी किया गन्ना इण्डेन्ट,90 चीनी मिलों ने शुरू की गन्ना पेराई
गन्ना आयुक्त प्रभु एन सिंह ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व एवं गन्ना किसानों के व्यापक हितों के दृष्टिगत मंत्री, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास लक्ष्मी नारायण चौधरी व राज्य मंत्री संजय गंगवार के मार्गदर्शन में वर्तमान पेराई सत्र 2024-25 का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। प्रदेश की 102 चीनी मिलों ने गन्ना खरीद हेतु इण्डेन्ट जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 90 चीनी मिलों में पेराई कार्य प्रारम्भ हो चुका है, जिनमें निगम क्षेत्र की 01, सहकारी क्षेत्र की 10 तथा निजी क्षेत्र की 79 चीनी मिलें शामिल हैं। प्रदेश की संचालित चीनी मिलों में सहारनपुर परिक्षेत्र की 19 में से 18 चीनी मिलें, मेरठ परिक्षेत्र की 16 में से 16, बरेली परिक्षेत्र की 17 में से 11,मुरादाबाद परिक्षेत्र की 23 में से 22, लखनऊ परिक्षेत्र की 19 में से 13, अयोध्या परिक्षेत्र की 05 में से 04, देवीपाटन परिक्षेत्र की 10 में से 04 तथा देवरिया परिक्षेत्र की 7 में से 02 चीनी मिलों ने पेराई कार्य प्रारम्भ कर दिया है। प्रदेश की अन्य 12 चीनी मिलों द्वारा अपना पेराई कार्य शुरू करने की समस्त औपचारिकतायें पूर्ण कर गन्ना खरीद हेतु इण्डेंट जारी कर दिया है। इन चीनी मिलों का संचालन भी अगले 02 से 03 दिवस में शुरू हो जाएगा। अवशेष 19 चीनी मिलें भी शीघ्र ही संचालित हो जाएगी।गन्ना आयुक्त के मुताबिक वर्तमान पेराई सत्र 2024-25 के देय गन्ना मूल्य का नियमानुसार त्वरित भुगतान करने हेतु चीनी मिलों को निर्देश भी जारी कर दिये गये हैं। तदक्रम में 39 चीनी मिलों द्वारा वर्तमान पेराई सत्र के देय गन्ना मूल्य का भुगतान भी शुरू कर दिया गया है। समय से चीनी मिलों के संचालन से गेंहू बुवाई हेतु खेत खाली होगा।
रिहैबिलीटेशन ऑफ ओल्डर चिल्ड्रेन थ्रो फॉस्टर केयर एंड फॉस्टर एडॉप्शन कान्क्लेब आज
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश के क्रम में राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण जागरूकता माह के अंतर्गत पालक देखभाल और पालक दत्तक ग्रहण के माध्यम से बड़े बच्चों का पुनर्वास विषयक कान्क्लेब का 21 नवम्बर को पूर्वान्ह्न 10 बजे से अपराह्न 03 बजे के मध्य इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर, लखनऊ के मार्स आडीटोरियम में राज्य स्तरीय कान्क्लेब का आयोजन किया जा रहा है।निदेशक महिला कल्याण संदीप कौर ने बताया कि कान्क्लेब में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री भारत सरकार, सावित्री ठाकुर, प्रदेश की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री, बेबी रानी मौर्य तथा महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री, प्रतिभा शुक्ला मौजूद रहेंगी। कार्यक्रम में लगभग 500 व्यक्तियों द्वारा प्रतिभाग किया जाना है। कार्यक्रम का उद्देश्य है कि पालक देखभाल कार्यक्रम के तहत जैविक ना होने पर 18 वर्ष आयु तक किसी बच्चे के सर्वोत्तम हित को देखते हुए उसे पारिवारिक वातावरण में देखरेख और संरक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से वैकल्पिक परिवार में पुर्नवासित कराना है।
झांसी में सड़क निर्माण से संबंधित हेतु 82.57 लाख रूपये मंजूर
उत्तरप्रदेश सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में त्वरित आर्थिक विकास योजना के अन्तर्गत झांसी में सड़क निर्माण से संबंधित पांच कार्यों हेतु कुल 82.57 लाख रूपये मंजूर किये हैं। मंजूर की गयी धनराशि जिलाधिकारी, झांसी के निवर्तन पर रखी गयी है। इस संबंध में जारी शासनादेश की प्रति जिलाधिकारी, झांसी को प्रेषित कर दी गई है। विधान सभा क्षेत्र गरौठा में सीसी संपर्क मार्ग के निर्माण कार्य हेतु 19.85 लाख रूपये, एआरएच गुरसरांय से नहर की पटरी रामनगर गुरसराय रोड की ओर सीसी संपर्क मार्ग हेतु 20.67 लाख रूपये, ब्लाक मोठ के ग्राम पहाडपुरा में कुटी माता मंदिर होते हुए हनुमान जी के मंदिर की ओर सीसी संपर्क मार्ग के निर्माण हेतु 14.39 लाख रूपये, विधान सभा क्षेत्र गरौठा रोड से विजय प्रजापति के मकान तक सी0सी0 संपर्क मार्ग के निर्माण हेतु 13.14 लाख रूपये तथा ब्लाक गुरसराय के ग्राम गुढा में तपोभूमि विश्वामित्र मेला ग्राउण्ड से नदी की ओर सीसी संपर्क मार्ग के निर्माण हेतु 14.52 लाख रूपये मंजूर किये गये है।
आयुष विभाग के चिकित्सालयों में दवाईयों की कमी न होने पाए,निर्माण कार्यों को समय पर पूर्ण कराए – दयालु
उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार आयुष, खाद्य सुरक्षा एमओएस डा दयाशंकर मिश्र दयालु ने आज विधानभवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आयुष विभाग की समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी आयुष आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथ चिकित्सालयों में दवाईओं की कमी न होने पाये, जिससे कि मरीजों के उपचार में किसी भी प्रकार की कठिनाई न होने पाए।डा दयालु ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आयुष विभाग द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों में गुणवत्ता एवं समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि जो निर्माण कार्य अधूरे हैं उनको प्राथमिकता पर पूरा कराया जाए। उन्होंने निर्माण कार्यों को युद्ध स्तर पर कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने चिकित्सालयों के परिसरों में साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये हैं। चिकित्सालयों के कैम्पस में कूड़ा आदि न इकट्ठा होने पाए।आयुष मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश में आयुष चिकित्सालयों के निर्माण हेतु जन प्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों से सम्पर्क कर जमीन उपलब्ध कराने का प्रयास करें। डीपीसी एवं एसीपी की कार्यवाही प्राथमिकता पर करायें।समीक्षा बैठक में विशेष सचिव आयुष हरिकेश चौरसिया, महानिदेशक आयुष मानवेन्द्र सिंह, आयुष मिशन निदेशक महेन्द्र वर्मा, निदेशक होम्योपैथ प्रो. एके वर्मा, निदेशक यूनानी जमाल अख्तर सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
सपा ने अपने गुंडा प्रकोष्ठ को आगे कर दिया है-भूपेंद्र चौधरी
-इसे बर्दाश्त नहीं करेगी जनता
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सपा पर हमलावर होते हुए कहा कि उपचुनाव में पराजय जानकर समाजवादी पार्टी ने अपने गुंडा और माफिया प्रकोष्ठ को आगे कर दिया है।उपचुनाव शांति और सौहार्द के माहौल में सम्पन्न हो, यह सपा को कभी नहीं सुहाता, इसीलिए यह लोग उपचुनाव को रक्तरंजित करने पर उतारू हैं। मीडिया से मुखातिब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बुधवार को कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव की बदहवासी का परिचायक है। राजनीतिक जमीन खिसकने की खिसियाहट है। पूरा उत्तर प्रदेश लाल टोपी वालों के काले कारनामों का ताजा संस्करण देखकर स्तब्ध है। गुंडागर्दी की हदें पार करते और इंसानियत को शर्मसार करते हुए करहल की बूथ संख्या 13 गांव कझरा में एक दलित समाज की बेटी की निर्मम हत्या का दुःखद समाचार मिला है। लड़की के माता पिता का कथन है कि उनकी बेटी की हत्या सपा नेताओं ने सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि बेटी ने भाजपा को वोट देने की बात की थी।उन्होंने कहा कि लाल टोपी वाले गुंडों का कुकृत्य एक बार फिर सबके सामने है। पीडीए का नारा देने वाले अखिलेश यादव के लाल टोपी वाले गुंडों ने करहल में दलित बेटी की निर्मम हत्या कर दी। सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपनी पार्टी के गुंडों को नियंत्रण में रखना चाहिए, बाकी पुलिस और प्रशासन तो अपनी कार्यवाही करेगा ही। उपचुनाव वाले क्षेत्रों में सपा ने बड़ी संख्या में बाहर अराजक तत्वों को बुलाकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की है। मैनपुरी में सैफई परिवार और अखिलेश यादव के गुंडे फिर से आंतक का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसे न भाजपा बर्दाश्त करेगी। न सरकार और न ही उत्तर प्रदेश की जनता। इनका कहना है लोगों की आईडी पुलिस चेक न करे, ऐसा कैसे हो सकता है फर्जी मतदान सपा की पहचान है। इस पर प्रहार उपचुनावों की शुचिता और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।सपा और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव निर्वाचन आयोग पर सवाल उठाकर यह खुद पर ही कुठाराघात कर रहे हैं। गुंडई, अराजकता और अनिश्चितता फैलाना इनका ट्रेड मार्क है। जनता इस बात को समझती है। सपा की ये बेचैनी उनकी ‘आउटसोर्सिंग नीति’ का फल है। वे फर्जी पहचान पत्र बनाकर मतदाता प्रदेश में आउटसोर्स कर रहे हैं, आरक्षण में भी ये धर्म विशेष को संविधान को ताक पर रख कर आउट ऑफ द कंटेक्स्ट जाकर आरक्षण देना चाहते हैं जो स्वीकार्य नहीं है।सपा की यह तिलमिलाहट इसीलिए है क्योंकि जनता इनके खिलाफ है, जनता ने सपा के जंगलराज को पहचान लिया है इसीलिए ये निर्वाचन कार्य में जुटे अधिकारियों को धमकाने पर उतर आए हैं।