- REPORT BY:PREM SHARMA || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा लगभग 4500 संविदा कर्मियों की छटनी के विरोध मे विद्युत संविदा मज़दूर संगठन उप्र के प्रान्तीय प्रभारी पुनीत राय द्वारा किए जा रहे अनिश्चित क़ालीन भूख हडताल के तीसरे दिन विद्युत संविदा मज़दूर संगठन के संस्थापक वरिष्ठ मज़दूर नेता आर एस राय के निर्देश पर संगठन के मिडिया प्रभारी एवं विद्युत मज़दूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विमल चन्द्र पांडेय द्वारा जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया गया।कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न ज़िलों से आए हुए संगठन के पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए पुनीत राय ने कहा कि संविदा कर्मियों के रोज़ी रोटी को समाप्त करने के दुश्चक्र के विरूद्ध हमारा संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि संगठन का आंदोलन मात्र रोज़गार की रक्षा का नहीं, बल्कि श्रमिकों के सम्मान, अधिकार और न्याय की लड़ाई है।
निजीकरण से केवल उद्योगपतियों का लाभ: उपभोक्ता परिषद
बिजली आवश्यक सेवाओं में आती है वर्तमान में भारत और पाकिस्तान के बीच सीमाओं पर गंभीर तनाव जो युद्ध जैसे स्थिति का आकार ले लिया है। इसको देखते हुए उपभोक्ता परिषद ने प्रदेश के तीन करोड़ 45 लाख विद्युत उपभोक्ताओं की तरफ से उत्तर प्रदेश सरकार से यह मांग उठाई है कि फिलहाल निजीकरण के फैसले को तत्काल उत्तर प्रदेश सरकार को वापस ले लेना चाहिए। वैसे भी वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 42 जनपदों के निजीकरण का मसौदा तैयार करने वाली आसंवैधानिक रूप से नियुक्त ग्रांट थॉर्नटन कंपनी पर कार्यवाही की तलवार लटकी हुई है। आज ही उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष को निदेशक वित्त निधि कुमार नारंग ने बताया मामले पर विधिक राय ली जा रही है इसके बाद पूरा मामला बोर्ड आफ डायरेक्टर में रखा जाएगा। फिर सरकार को झूठ शपथ पत्र दाखिल करने के मामले में पूरी रिपोर्ट भेजी जाएगी। निश्चित तौर पर कंसलटेंट को पावर कॉरपोरेशन बचाने की पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन वह बचाने वाला नहीं है।दूसरी ओर प्रदेश की बिजली कंपनियां द्वारा मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन 2025 के तहत दाखिल वार्षिक राजस्व आवश्यकता के आंकड़ों का मामला हो आयोग में दाखिल किया जा चुका है। उसे पर आयोग और पावर का ऑप्शन के बीच तकनीकी वैधता पर मीटिंग भी हो चुकी है। फिलहाल निजीकरण की प्रक्रिया कानूनंन मार्च 2026 तक आगे नहीं बढ़ाई जा सकती।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा वर्तमान में पूरा देश भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनका उत्साह बढ़ा रही है देश के सभी उपभोक्ताओं व नागरिकों को भारतीय सेना पर गर्व है। ऐसे में पावर कॉरपोरेशन व उत्तर प्रदेश सरकार को निजीकरण के फैसले पर विराम लगाते हुए प्रदेश के ऊर्जा सेक्टर को सरकारी क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आगे बढाना चाहिए। निजीकरण से केवल और केवल उद्योगपतियों का लाभ होता है और उसका नुकसान प्रदेश की आम जनता ग्रामीण जनता किसान व्यापारी व सभी वर्गों को उठाना पड़ता है। जिस प्रकार से देश के बड़े निजी घराने आपदा में अवसर तलाशने का काम करते हैं वह बहुत तेजी से प्रदेश के 42 जनपदों के निजीकरण को आगे बढ़ाने के लिए बिजली कंपनियों के कुछ उच्च अधिकारियों के साथ मिले हुए हैं। उसी का नतीजा है कि झूठा शपथ पत्र दाखिल करने वाली कंसलटेंट कंपनी पर अभी तक कार्यवाही नहीं हुई।
युद्ध की स्थिति को देखते हुए फिलहाल कोई आन्दोलन नहीं
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने सीमाओं पर युद्ध की स्थिति को देखते हुए 14 मई तक कोई आन्दोलन न करने का निर्णय लिया है। संघर्ष समिति ने प्रबन्धन से भी कहा है कि युद्ध की स्थिति को देखते हुए वह भी निजीकरण का निर्णय निरस्त करने की कार्यवाही करे जिससे कार्य का स्वस्थ वातावरण बन सके। सात दिवसीय क्रमिक अनशन का कार्यक्रम आज प्रातः 10ः00 बजे संपन्न हो गया।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि सीमाओं पर युद्ध की परिस्थितियों को देखते हुए संघर्ष समिति ने क्रमिक अनशन कार्यक्रम संपन्न होने के बाद फिलहाल 14 मई तक कोई आंदोलन न करने का निर्णय लिया है। संघर्ष समिति ने युद्ध के दौरान केंद्र और राज्य सरकार के प्रति पूरा समर्थन व्यक्त करते हुए आशा व्यक्ति की है कि पावर कार्पाेरेशन प्रबंधन भी निजीकरण की कार्यवाही निरस्त करेगा और युद्ध के दौरान कार्य का स्वस्थ वातावरण निर्मित करेगा।
संघर्ष समिति ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का निर्णय वापस लिया जाए तो बिजली कर्मचारी और अभियंता पहले की तरह पूरी तरह से सहयोग कर युद्ध के दौरान भीषण गर्मियों में बिजली की व्यवस्था पूरी तरह सामान्य बनाए रखने की चुनौती को स्वीकार करते हैं।02 मई से चल रहे सात दिवसीय क्रमिक अनशन का कार्यक्रम आज प्रातः 10ः00 बजे संपन्न हो गया। क्रमिक अनशन के दौरान लगभग 1000 से अधिक बिजली कर्मचारी और अभियंता क्रमिक अनशन पर बैठे। इस दौरान अनशनकारियों के समर्थन में लगभग 2000 से अधिक बिजली कर्मी सम्मिलित हुए। सबसे प्रमुख बात यह रही कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के समर्थन में उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उड़ीसा, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु के बिजली कर्मी और अभियंता अनशन में शामिल हुए। क्रमिक अनशन के बावजूद राष्ट्रीय भावना से ओत प्रोत बिजली कर्मियों ने 07 मई को तिरंगा रैली निकाली और आज समापन के समय राष्ट्रीय ध्वज लेकर राष्ट्रगान के साथ क्रमिक अनशन समाप्त किया।
भंडारा के जानकारी देने के लिए 1533 नम्बर जारी,अपर नगर आयुक्त करेंगे नियमित निगरानी
मंगलवार को ज्येष्ठ मास का पहला मंगलवार यानी बड़ा मंगल पड़ रहा है। इस अवसर पर लखनऊ शहर में हजारों श्रद्धालु मंदिरों में दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए उमड़ते हैं। इसके साथ ही जगह-जगह भंडारे लगाए जाते हैं, जिसमें लोग श्रद्धा भाव से भोजन वितरण करते हैं। ऐसे में नगर निगम लखनऊ ने इस आयोजन को सुव्यवस्थित और स्वच्छ बनाए रखने के लिए विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं।
महापौर सुषमा खर्कवाल के निर्देश पर नगर आयुक्त गौरव कुमार ने शहरवासियों से अपील की है कि जहां कहीं भी भंडारे का आयोजन किया जाए, उसकी सूचना कम से कम 24 घंटे पहले नगर निगम के कंट्रोल रूम नंबर ’1533 पर जरूर दें।’ इससे नगर निगम की टीम उस स्थान पर समय रहते पहुंचकर भंडारे से पहले और बाद में सफाई की व्यवस्था कर सकेगी।नगर निगम के अनुसार, पिछले वर्षों की तरह इस बार भी प्रमुख मंदिरों और मेलों वाले इलाकों जैसे दृ हनुमान सेतु, अमीनाबाद हनुमान मंदिर, अलीगंज का नया और पुराना हनुमान मंदिर, छाछीकुआं चौराहा, हजरतगंज आदि क्षेत्रों में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। ज़ोनल अधिकारी और्र ैव् इन इलाकों का मुआयना कर नियमित रूप से नालियों की सफाई, कूड़ा उठान, चूना-पानी का छिड़काव आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।नगर आयुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि भंडारे के आयोजकों से समन्वय बनाकर डस्टबिन की व्यवस्था कराएं और आयोजन के तुरंत बाद स्थल की सफाई कराई जाए।नगर निगम के विद्युत/यांत्रिक विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे सभी प्रमुख मंदिरों और मार्गों की स्ट्रीट लाइट्स चालू रखें, ताकि श्रद्धालुओं को रात में किसी प्रकार की असुविधा न हो। जलकल विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश मिले हैं कि हर प्रमुख मंदिर और पूजा स्थलों पर पीने के पानी के टैंकर उपलब्ध हों। साथ ही यदि कहीं सीवर या मैनहोल की मरम्मत जरूरी है तो वह तुरंत कराई जाए। नगर अभियंताओं को सड़कों की मरम्मत, गड्ढों को भरने और मलबा हटाने का कार्य सौंपा गया है ताकि किसी को आवाजाही में दिक्कत न हो। वहीं उद्यान विभाग को निर्देशित किया गया है कि पेड़ों की टहनियों और झाड़ियों की कटाई-छंटाई समय रहते पूरी कर लें।पशु कल्याण अधिकारी को आदेश दिया गया है कि जिन इलाकों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होगी, वहां कैटल कैचिंग टीम तैनात कर दी जाए, जिससे आवारा जानवरों की आवाजाही रोकी जा सके और किसी तरह की असुविधा या दुर्घटना से बचा जा सके।नगर आयुक्त ने समस्त अपर नगर आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जोनों का नियमित दौरा करें और सुनिश्चित करें कि सभी तैयारियां समय से पूरी हो जाएं। नगर आयुक्त ने अपील कि है कि लखनऊ को साफ-सुथरा बनाए रखने में सहयोग करें। यदि आप कहीं भी भंडारे का आयोजन कर रहे हैं, तो कृपया उसकी सूचना कम से कम 24 घंटे पहले 1533 नंबर पर जरूर दें, ताकि नगर निगम वहां समय से सफाई करवा सके। यह व्यवस्था हम सभी की सुविधा और शहर की स्वच्छता के लिए जरूरी है।
टेढ़ी पुलिया और जानकीपुरम का नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण
नगर निगम लखनऊ के जोन-3 क्षेत्र में शुक्रवार सुबह नगर आयुक्त गौरव कुमार ने नालों की सफाई और बाढ़ पम्पिंग स्टेशन की तैयारियों का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण सुबह 8.30 बजे से शुरू हुआ, जिसमें टेढ़ी पुलिया, जानकीपुरम विस्तार, बंधा रोड, बाढ़ पम्पिंग स्टेशन और जोन-3 कार्यालय शामिल रहे। निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता (सिविल), मुख्य अभियंता (विद्युत/यांत्रिक), जोनल अधिकारी-3 और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
नगर आयुक्त ने नगर निगम के जोन-3 के नए कार्यालय का भी निरीक्षण किया और आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कार्यालय में साफ-सफाई को लेकर सराहना की। इसके साथ ही बैठने की व्यवस्था और नागरिक सुविधाओं की स्थिति को देखा तथा बेहतर प्रबंधन हेतु अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने सबसे पहले टेढ़ी पुलिया के पास बड़े नाले की सफाई का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि नाले की सफाई मशीनों के साथ-साथ मैन्युअल रूप से भी की जाए और निकाली गई सिल्ट को तुरंत हटाया जाए। इसके बाद टेढ़ी पुलिया सेक्टर-डी की सब्जी मंडी के बाहर मुख्य सड़क पर अतिक्रमण और साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अतिक्रमण हटाया जाए और सफाई सुनिश्चित की जाए। इसी इलाके में बाढ़ पम्पिंग स्टेशन को जाने वाली सड़क के दोनों किनारों की नालियों की साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए हैं। जेडएसओ क्षेत्र में सभी नालियों की समय-समय पर साफ-सफाई कराने के भी निर्देश दिए। बाढ़ पम्पिंग स्टेशन के पम्प और उपकरणों की टेस्टिंग कर स्टेशन को पूरी तरह क्रियाशील करने का आदेश दिया गया। जानकीपुरम सेक्टर-जी सहारा स्टेट की मुख्य सड़क पर चल रही नाले की सफाई का कार्य निरीक्षण में सही पाया गया, लेकिन नगर आयुक्त ने मुख्य अभियंता-सिविल को सफाई कार्य को और अधिक गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा कराने के निर्देश दिए। वहीं सेक्टर-आई के नाले की सफाई मैन्युअली की जा रही थी। नगर आयुक्त ने इसे पहले मशीन से और फिर तलीझाड़ सफाई मैनुअली करने के निर्देश दिए। त्रिवेणी नगर बंधा रोड पर हर्षा हॉस्पिटल के सामने नाले की सफाई चल रही थी, जिसे शीघ्र और गुणवत्तापूर्वक पूर्ण कराने को कहा गया। नगर आयुक्त ने सभी जोनल अधिकारियों, जोनल सेनेटरी ऑफिसर और सेनेटरी एंड फूड इंस्पेक्टर को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि जो नालियां बड़े नालों से जुड़ी हैं, उनकी नियमित सफाई हो ताकि बारिश में जल निकासी ठीक से हो सके। साथ ही सभी समस्त अपर नगर आयुक्त को अपने-अपने जोनों में बाढ़ पम्पिंग स्टेशनों, नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों की निगरानी कर आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है।
बड़े मंगल पर नगर निगम की विशेष तैयारी
आगामी 13 मई 2025, मंगलवार को ज्येष्ठ मास का पहला मंगलवार यानी बड़ा मंगल पड़ रहा है। इस अवसर पर लखनऊ शहर में हजारों श्रद्धालु मंदिरों में दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए उमड़ते हैं। इसके साथ ही जगह-जगह भंडारे लगाए जाते हैं, जिसमें लोग श्रद्धा भाव से भोजन वितरण करते हैं। ऐसे में नगर निगम लखनऊ ने इस आयोजन को सुव्यवस्थित और स्वच्छ बनाए रखने के लिए विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं।
महापौर सुषमा खर्कवाल के निर्देश पर नगर आयुक्त गौरव कुमार ने शहरवासियों से अपील की है कि जहां कहीं भी भंडारे का आयोजन किया जाए, उसकी सूचना कम से कम 24 घंटे पहले नगर निगम के कंट्रोल रूम नंबर ’1533 पर जरूर दें।’ इससे नगर निगम की टीम उस स्थान पर समय रहते पहुंचकर भंडारे से पहले और बाद में सफाई की व्यवस्था कर सकेगी। नगर निगम के अनुसार, पिछले वर्षों की तरह इस बार भी प्रमुख मंदिरों और मेलों वाले इलाकों जैसे दृ हनुमान सेतु, अमीनाबाद हनुमान मंदिर, अलीगंज का नया और पुराना हनुमान मंदिर, छाछीकुआं चौराहा, हजरतगंज आदि क्षेत्रों में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। ज़ोनल अधिकारी और इन इलाकों का मुआयना कर नियमित रूप से नालियों की सफाई, कूड़ा उठान, चूना-पानी का छिड़काव आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। नगर आयुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि भंडारे के आयोजकों से समन्वय बनाकर डस्टबिन की व्यवस्था कराएं और आयोजन के तुरंत बाद स्थल की सफाई कराई जाए। नगर निगम के विद्युत/यांत्रिक विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे सभी प्रमुख मंदिरों और मार्गों की स्ट्रीट लाइट्स चालू रखें, ताकि श्रद्धालुओं को रात में किसी प्रकार की असुविधा न हो। जलकल विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश मिले हैं कि हर प्रमुख मंदिर और पूजा स्थलों पर पीने के पानी के टैंकर उपलब्ध हों। साथ ही यदि कहीं सीवर या मैनहोल की मरम्मत जरूरी है तो वह तुरंत कराई जाए। नगर अभियंताओं को सड़कों की मरम्मत, गड्ढों को भरने और मलबा हटाने का कार्य सौंपा गया है ताकि किसी को आवाजाही में दिक्कत न हो। वहीं उद्यान विभाग को निर्देशित किया गया है कि पेड़ों की टहनियों और झाड़ियों की कटाई-छंटाई समय रहते पूरी कर लें।