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LUCKNOW:कृषि मंत्री से भिड़े सपा विधायक, जमकर हुआ हंगामा,क्लिक करें और भी खबरें

-गुस्साए स्पीकर ने कार्यवाही से किया बाहर, सदस्यों के कहने पर की वापसी

लखनऊ 01 अगस्त।उत्तर प्रदेश विधानसभा में चौथे दिन एक वक्त जमकर हंगामा हुआ ,जब समाजवादी पार्टी विधायक को कार्यवाही से बाहर निकाल दिया गया।विधानसभा में सत्र के दौरान कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही प्रश्न का जवाब दे रहे थे। सपा विधायक अनिल प्रधान उसके जवाब से संतुष्ट नहीं थे।उन्होंने मंत्री के जवाब पर हंगामा शुरू किया लेकिन उनकी भाषा पर स्पीकर ने सवाल खड़े कर दिए। स्पीकर सतीश महाना के बार-बार मना करने पर भी वह अपनी भाषा में सुधार करते नजर नहीं आए तो उन्हें कार्यवाही से बाहर करने का निर्देश दिया गया। इसके बाद सपा ने इस फैसले पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया दी है। सपा ने कहा, समाजवादी पार्टी के युवा ,गरीब और पिछड़े वर्ग के विधायक अनिल प्रधान ने जनहित पर भाजपा सरकार के मंत्री से सदन में सवाल पूछ लिया तो भाजपा सरकार के विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा सत्ता के इशारे पर पिछड़े वर्ग के विधायक को सदन से बाहर निकलवा दिया।सपा ने कहा,दलित पिछड़े वर्ग के जनप्रतिनिधि क्या अब सत्ता धारी भाजपा के मंत्रियों और सरकार से सवाल भी नहीं पूछ सकते? जनता ने अपना जनप्रतिनिधि बनाकर सदन में भेजा है, भाजपा के दलित पिछड़ा वर्ग के नेता तो गुलाम हैं, सत्ताधारी भाजपा के द्वारा दलित पिछड़ा वर्ग पर अन्याय के बावजूद कोई सवाल नहीं करते लेकिन समाजवादी पार्टी में दलित पिछड़ा वर्ग के शेर चुनकर आए हैं जो सत्ताधारी भाजपा से सड़क से लेकर सदन तक कठोर सवाल करेंगे और भाजपा सत्ता को जवाब देना होगा। सपा विधायक को जब कार्यवाही से बाहर निकाला गया तो उनके आगे बैठे कुछ सपा के सदस्यों ने फैसले पर सवाल उठाए लेकिन स्पीकर ने कहा कि किसी भी सदस्य की मैं इस तरह की भाषा सहन नहीं करूंगा।सभी को मर्यादित भाषा के साथ अपनी बातें रखने का हक है।कोई किसी सदस्य के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल न करे।

16 से 20 लाख करोड़ का निवेश धरातल पर-योगी

-सात लाख युवाओं को मिला रोजगार

 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा को संबोधित करते हुए 12 हजार 209 करोड़ रुपये के पेश किए गए बजट पर कहा कि ये बजट यूपी के सपनों को पूरा करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पेश किए गए मूल बजट की 40 प्रतिशत राशि को अलग-अलग विभागों के लिए आवंटित कर दिया गया है।20 प्रतिशत खर्च हो चुका है।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ये हमारे प्रयासों का ही परिणाम है कि आज यूपी की अर्थव्यवस्था देश में दूसरे स्थान पर है। राज्य में प्रतिव्यक्ति आय भी बढ़ी है और प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में भी सहायक हुआ है। 2017 के पहले प्रदेश के सामने पहचान का संकट था पर अब प्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है। उत्तर प्रदेश में निवेश का माहौल बना है यही कारण है कि प्रदेश में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं जिसमें से 16 से 20 लाख करोड़ रुपये के निवेश को जमीन पर उतारने में हमें सफलता प्राप्त हुई। इससे प्रदेश में सात लाख युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने एक नए भारत का दर्शन कराया है। बीते 10 वर्षों में देश की प्रतिव्यक्ति आय और जीडीपी बढ़ी है। 2014 के पहले भारत विश्व की 10वीं बड़ी अर्थव्यवस्था था जो कि अब विश्व में पांचवे स्थान पर आ गया है। आगे आने वाले तीन वर्षों में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उत्तर प्रदेश का देश की अर्थव्यवस्था के विकास में प्रमुख योगदान हो इसके लिए हम  कार्ययोजना पर काम कर रहे हैं। हमारा विश्वास है कि भारत की विश्व में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में यूपी का बड़ा योगदान होगा। बृहस्पतिवार को विधान परिषद में प्रश्न प्रहर के साथ सदन की कार्यवाही प्रारंभ हुई। कार्यवाही के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा भी किया।सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने विधानसभा में हरिशंकर तिवारी का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने गोरखपुर में मूर्ति के लिए बन रहा फाउंडेशन तोड़वा दिया। इस पर सपा सदस्यों ने हंगामा किया।

जातीय जनगणना पर विपक्ष के साथ खड़ी है अनुप्रिया 

-नीतीश कुमार के करा दी जातिवार जनगणना तो पीछे क्यों रह गई सपा

उत्तर प्रदेश में इन दिनों बीजेपी के अंदरूनी कलह का मुद्दा गरमाया हुआ है। वहीं अब बीजेपी के साथी दल भी बीजेपी को आइना दिखाने से पीछे नहीं हाथ रहे हैं। देशभर में जाति जनगणना का मुद्दा सुर्खियों में है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी से लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव तक। हर कोई इस मुद्दे पर सरकार को जमकर घेर रहा है। एनडीए की सहयोगी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी इस मुद्दे पर विपक्षी दलों के साथ खड़ी नजर आ रही हैं। उन्होंने जाति जनगणना का खुलकर समर्थन किया है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने जाति जनगणना का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हमारे पास आधिकारिक डेटा होना चाहिए कि कितनी जातियां हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा और कहा कि सपा आज इस मुद्दे पर बात कर रही है, लेकिन जब उनकी सरकार थी, तो उन्होंने जाति जनगणना क्यों नहीं कराई। समाजवादी पार्टी चार बार सत्ता में रही, मुलायम सिंह यादव तीन बार सीएम बने और एक बार अखिलेश यादव की सरकार सत्ता में रही। उन्होंने कभी जाति जनगणना की बात नही की, लेकिन अब जब वे सत्ता में नहीं हैं, तो वे इसकी बात कर रहे हैं। जब आप एक के बाद एक चुनाव हार रहे हैं, तो आप इस मुद्दे को उठा रहे हैं। नीतीश कुमार जाति जनगणना कराना चाहते थे, उन्होंने करा लीतो समाजवादी पार्टी ने क्यों नहीं कराई?अनुप्रिया पटेल ने कहा कि हम जाति जनगणना का समर्थन करते हैं क्योंकि हमारा मानना ​​है कि भारतीय समाज कई जातियों में वर्षों से बंटा हुआ है। जरूरी है कि हमारे पास सभी जातियों की संख्या का आधिकारिक आंकड़ा हो।  सभी समुदायों की न्याय व्यवस्था, नौकरशाही और विभागों में हिस्सेदारी हो। सरकार की योजनाओं का लाभ सभी को मिले। जातिगत भेदभाव, जाति विभाजन हकीकत है। इस दौरान अनुप्रिया पटेल ने योगी सरकार को लिखे पत्र और 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में अभ्यर्थी दो साल तक धरना देते रहे लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। अगर कुछ ठीक नहीं हो रहा है तो सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस पर बात करे। मैं अपने लोगों के लिए खड़ी हुई हूं। अगर सब ठीक नहीं हुआ तो मुझे आवाज उठानी पड़ेगी।

संविदा परिचालक दुर्घटना में जख्मी, एआरएम ने दिये 12 हजार रुपये

हर कर्मचारी विभाग के लिये एक पारिवारिक सदस्य के समान होता है। विभागाध्यक्षो को उसके दुख और सुख का बराबर खयाल रखना चाहिए। उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के अधीन बाराबंकी डिपो के संविदा परिचालक अविनेश कुमार सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से जख्मी हो गया। डिपो की एआरएम ने तत्काल अपने संविदा परिचालक को मदद को आगे आई।  डिपो के अधिकारी और कर्मचारियों ने उसके दुख की घड़ी में साथ खड़े रहने की बात कही।एआरएम ने अविनेश कुमार को इलाज हेतु 12000 रूपये सहयोग राशि प्रदान की और उसके जल्द स्वास्थ्य होने की कामना की I

2023-24 में 4820 लोग कराये गये नशा मुक्त,जागरूकता के लिये 257 मद्यनिषेध रैलियों का आयोजन

उत्तर प्रदेश के आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नितिन अग्रवाल ने आज विधान सभा के द्वितीय सत्र में विपक्ष द्वारा पूंछे गये तारांकित प्रश्न के जवाब में कहा कि प्रदेश में संचालित 20 नशा निर्व्यसन केन्द्रों पर वित्तीय वर्ष 2023-24 में 4820 लोगों को नशा मुक्त कराया गया है, जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 1196 व्यक्तियों को नशे से मुक्ति मिल चुकी है।2012-13 से 2016-17 तक  नशा मुक्ति केन्द्र की संख्या घटती रही है। वर्ष 2012-13 में जहां 33 नशा मुक्ति केन्द्र प्रदेश में संचालित हो रहे थे, वह 2016-17 में घटकर मात्र 16 रह गये थे। नितिन अग्रवाल  ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में मद्यनिषेध विभाग प्रदेश के नवजवानों को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए  जागरूक और सजग है। उन्होंने कहा कि मद्यपान एवं नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों को प्रचारित कर जनमानसन में सचेतना जागृत करने का कार्य किया गया है, जिसके अंतर्गत 1260 मद्यनिषेध शिक्षात्मक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है, जोे निर्धारित लक्ष्य का शत-प्रतिशत है। मद्यनिषेध शिक्षात्मक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं में 5040 छात्र,छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। इसी प्रकार निर्धारित लक्ष्य 1260 के सापेक्ष 1269 मद्यनिषेध वालपेंटिंग का कार्य कराया गया है। मद्यनिषेध से संबंधित 21 होर्डिंग लगावाई गई। जागरूकता के लिए 252 के सापेक्ष 257 मद्यनिषेध रैलियों का आयोजन किया गया, 1680 के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 1696 गोष्ठियां कराई गईं। 336 मद्यनिषेध प्रदर्शनियों लगाकर निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया गया। मद्यनिषेध के संबंध मे जनजागरूकता के लिए 257 सास्कृतिक कार्यक्रम कराये गये। उन्होंने कहा कि प्रिंट इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से 36 मद्यनिषेध शिक्षात्मक प्रचारात्मक कार्य कराये गये। नशा छोड़ने हेतु उपचार हेतु 3024 लोगों को प्रेरित करने का लक्ष्य रखा गया था,जिसको शत-प्रतिशत पूरा किया गया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्य को भी पूरा किया जायेगा। 2017 से पूर्व प्र्रदेश में नशे के तस्कर और शराब माफियाओं को बढ़ावा दिया जाता था, जबकि वर्तमान सरकार में इनपर पूरी तरह से लगाम लगाई गई है तथा कड़ी कार्रवाई करते हुए शराब माफियाओं को जेल भेजा गया। आबकारी विभाग का राजस्व 14 हजार करोड़ से बढ़कर 50 हजार करोड़ रुपये हो गया है।  मदिरा एवं रेस्टोबार में 21 वर्ष से कम आयु वाले व्यक्तियों को मदिरा नहीं बेची जा रही है। 21 वर्ष से कम आयु वालों को मदिरा एवं बार में सेवायोजित नही किया जा रहा है।  प्रदेश की सभी मदिरा की दुकानें एवं रेस्टोबार मद्यनिषेध अधिनियम का पालन कर रहे है। इसकी निगरानी के लिए नियमित रूप से प्रर्वतन की टीमें इसकी जांच भी कर रही है।

पौराणिक शुकतीर्थ स्थल के समीप विकसित होगा टूरिस्ट फैसेलटी सेंटर -जयवीर 

मुजफ्फरनगर स्थित ऐतिहासिक एवं पौराणिक धार्मिक स्थल शुकतीर्थ के आसपास सौन्दर्यीकरण एवं बुनियादी सुविधायें सुलभ कराने के लिए 54.58 करोड़ रूपये की लागत से विभिन्न कार्य कराये जायेंगे। इस धनराशि से गंगा किनारे नया घाट, पर्यटक सुविधा केन्द्र और पहले से बनाये गये पार्किंग स्थल का जीर्णोद्धार किया जायेगा। इस धाम को जाने वाले मार्ग पर प्रासंगिक कलाकृतियां उकेरी जायेंगी। इन कार्यों को शुरू करा दिया गया है। इससे श्रद्धालुओं एवं आगन्तुकों को व्यवस्थित ढंग से दर्शन पूजन करने के साथ-साथ ठहरने आदि का अवसर प्राप्त होगा। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि शुकतीर्थ को लेकर मुजफ्फरनगर के आसपास के लोगों में काफी आस्था है। समय-समय पर यहां लोग दर्शन एवं पूजन के लिए आते रहते हैं। गंगा के किनारे स्थित होने के कारण इसकी महत्ता और बढ़ जाती है। श्रीमद्भागवत की कथा जिस स्थल पर पहली बार सुनाई गयी थी, वह यही स्थल है।  श्रद्धालु कथा सुनने के अलावा शुकतीर्थ के परिसर में अवस्थित विशाल वट वृक्ष के दर्शन और मोक्ष दायनी गंगा में स्नान के लिए बड़ी संख्या में आते हैं। कहा जाता है कि  विशाल वट वृक्ष पौराणिक काल का है। सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासत को बनाये रखने के लिए आस्था से जुड़े धर्म स्थलों को नये सिरे से सजाया और संवारा जा रहा है। शुकतीर्थ को पर्यटन तथा धार्मिक दृष्टि से श्रद्धालुओं के लिए नया रूप दिया जा रहा है।
 प्रमुख मेला एवं त्योहार के अलावा सामान्य दिनों में भी यह स्थल भक्तिमय माहौल से सरोवार रहता है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 21.25 करोड़ रूपये की लागत से टूरिस्ट फैसेलटी सेंटर और पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है। सेंटर के अलग-अलग तल पर आगन्तुकों के लिए सुविधायुक्त कमरे बनाये जायेंगे। इसके बेसमेन्ट में 45 कार पार्किंग के साथ टीएफसी के पीछे 12 बसों के लिए पार्किंग तैयार की जायेगी। 20 करोड़ रूपये की लागत से गंगा किनारे 240 मी लम्बे और 30 मी चौड़े घाट का निर्माण किया जायेगा।
 आरती स्थल, चेजिंग रूम, बैठने की व्यवस्था की भी सुविधा होगी। लगभग साढ़े छः करोड़ की लागत से धाम तक जाने वाले मार्गों का विकास किया जा रहा है। म्यूरल, साइनेज लगाने के साथ विभिन्न कलाकृतियां बनाई जाएंगी। पाथवे, बेंचेज, डस्टविन, हार्टिकल्चर, पार्किंग आदि का भी निर्माण किया जाएगा। लगभग सात करोड़ रुपए की लागत से पूर्व निर्मित दो पार्किंग का विकास किया जाएगा। घाट के कुछ स्थानों पर आरती स्थल, व्यूप्वाइंट, सीढ़ी बनाई जाएगी। नदी के दूसरी ओर स्टेच्यू, सेल्फी प्वाइंट, इंट्री गेट, ब्रिज की मरम्मत कराई जाएगी।

आयुष पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेंस टेस्ट में स्टेट यूनानी मेडिकल कॉलेजों के छात्रों ने प्राप्त की सफलता

ऑल इंडिया आयुष पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेंस टेस्ट में उत्तर प्रदेश के स्टेट यूनानी मेडिकल कॉलेजों के छात्रों ने असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए सूची में पहली तीन पोजीशन्स प्राप्त कर प्रतिभा से प्रदेश का नाम रोशन किया है। इन तीनो छात्रों ने अपने संस्थान को भी एक अलग पहचान दी है। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार आयुष खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन डा दयाशंकर मिश्र ’दयालु’ ने इन तीनों छात्रों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि इन छात्रों ने प्रदेश को एवं यूनानी मेडिकल कॉलेजों को गौरवान्ति होने का अवसर प्रदान किया है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज की होनहार छात्रा डॉक्टर फरहीन फातिमा ने इस प्रतियोगिता में 99.95 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पहली पोजीशन हासिल की है, जो उनकी योग्यता और मेहनत का प्रमाण है। वह 2016 बैच की छात्रा हैं और जिला देवरिया के लार कस्बे से ताल्लुक रखती हैं। उनकी यह सफलता न केवल उनके लिए, बल्कि उनके कॉलेज और शिक्षकों के लिए भी गर्व का विषय है।
डा0 दयालु ने बताया कि इसी प्रकार, दूसरी पोजीशन स्टेट तकमील-उत-तिब कॉलेज, लखनऊ की छात्रा डॉक्टर नबीला ने हासिल की। डॉक्टर नबीला की मेहनत, लगन और शिक्षकों के मार्गदर्शन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है। तीसरी पोजीशन पर भी स्टेट यूनानी मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज के एक और प्रतिभाशाली छात्र डॉक्टर मोहम्मद जुनैद ने कब्जा जमाया है। उनकी यह सफलता उनके संकल्प और मेहनत का परिणाम है। उन्होंने बताया कि इन छात्रों के शानदार प्रदर्शन ने यूनानी चिकित्सा के क्षेत्र में उनकी योग्यता और रुचि को उजागर किया है। ये सफलताएँ दर्शाती हैं कि उत्तर प्रदेश के शैक्षिक संस्थान उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने इन छात्रों को जीवन में उतरोत्तर प्रगति करने का भी आशीर्वाद दिया है।उत्तर प्रदेश सरकार और आयुष विभाग की प्रमुख सचिव लीना जोहरी एवं यूनानी सेवाओं ने भी सफल छात्रों को बधाई एवं शुभकामनाए दी।

फिरोजबाद के प्रभारी तहसीलदार नवीन कुमार निलंबित

अध्यक्ष, राजस्व परिषद डा रजनीश दुबे ने  फिरोजबाद की तहसील सिरसागंज के तत्कालीन नायब तहसीलदार ,प्रभारी तहसीलदार नवीन कुमार एवं अन्य राजस्व अधिकारियों की मिली भगत से 6.24 हे.भूमि हड़पने संबंधी प्रकरण में जिलाधिकारी फिरोजाबाद द्वारा प्रेषित आख्या के आधार पर संलिप्त पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही भी संस्थित की गयी है। अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त टीके शिबु ने बताया कि जनपद फिरोजाबाद स्थित भूमि गाटा सं0-920/6.147 हेक्टेयर व गाटा संख्या- 497/0.093 हेक्टेयर अर्थात कुल 6.24 हेक्टेयर को अन्य राजस्व अधिकारियों की मिली भगत से हड़पने संबंधी प्रकरण में प्रथम दृष्टया संलप्ति पाये जाने पर नवीन कुमार को निलंबित किया गया है। राजस्व लेखपाल  अभिलाख सिंह तथा अन्य संलिप्त कर्मचारियों को तत्काल निलंबित करते हुए उनके विरूद्ध अनुशासनिक जांच आरंभ करने एवं सुसंगत धाराओं में आवश्यक कार्यवाही किये जाने के निर्देश जिलाधिकारी, फिरोजाबाद को दिये गये हैं।

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