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LUCKNOW:प्लाईवुड फैक्ट्री की तीसरी मंजिल से गिरकर मजदूर की मौत,क्लिक करें और भी खबरें

  • REPORT BY:RAM YADAV || EDITED BY-आज नेशनल न्यूज डेस्क

लखनऊ।राजधानी के बीबीडी इलाके के तिवारीगंज में मंगलवार रात प्लाईवुड फैक्ट्री की तीसरी मंजिल से गिरकर एक मजदूर की मौत हो गई। मजदूर नशे में था तभी उसका पैर फिसल गया और वह नीचे आ गिरा। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के मुताबिक रायबरेली के शिवपुरी निवासी ओम सिंह (22) बीबीडी थाना क्षेत्र स्थित मेघालय टिम्बर प्रोडक्शन प्लाईवुड फैक्ट्री में करीब तीन माह से बॉयलर में कोयला डालने का काम करता था। उनके साथी राजेश के मुताबिक ओम नशे में था।

मंगलवार रात ओम छत पर चढ़ते वक्त अनियंत्रित होकर तीसरी मंजिल से नीचे गिर गया। परिवार में पिता नंदकिशोर, मां राजेश्वरी देवी व भाई जय सिंह हैं। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया है।

पत्नी के अवैध सम्बन्ध से परेशान पति ने प्रेमी की दी सुपारी,दो बदमाश गिरफ्तार

राजधानी के  मलिहाबाद के रहीमाबाद थानाक्षेत्र अंतर्गत एक गांव में पत्नी के अवैध सम्बध से परेशान हो चुके युवक ने प्रेमी को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। साजिश के तहत युवक ने बदमाशों को 50 हजार रुपये की सुपारी दे डाली, लेकिन वारदात से पूर्व प्रेमी के हत्या करने जा रहे बदमाशों को पुलिस ने धर लिया। उसके पास से पुलिस ने 50 हजार की रकम के साथ अवैध असलहा भी बरामद किया। पूछताछ करने पर बदमाशों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस ने महिला के पति समेत बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। प्रभारी निरीक्षक अनुभव सिंह ने बताया कि मंगलवार देर रात पुलिस ने भतोइया मार्ग से काकोरी थाना अंतर्गत दसगोई गांव निवासी विजय पाल रावत और नागेन्द्र रावत को गिरफ्तार किया है। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से 50 हजार रुपये और अवैध असलहा भी बरामद हुआ। पूछताछ के दौरान आरोपी पुलिस को गुमराह कर इधर-उधर की बातें करने लगे। इस पर पुलिस का शक गहराता चला गया। इसके बाद पुलिस बदमाशों को हिरासत में लेकर थाने लाई। सख्ती बरतने पर आरोपियों ने बताया कि रहीमाबाद के रहने वाले संतोष ने चांदपुर गांव निवासी शिशुपाल की हत्या करने के लिए करीब डेढ़ लाख रुपये की सुपारी दी थी, वारदात से पूर्व संतोष दोनों को 50 हजार रुपये बतौर एडवास में दिया था। हत्या के बाद शेष रकम देने का वादा किया था। बदमाशों ने बताया कि संतोष को शक है कि शिशुपाल के साथ पत्नी के अवैध सम्बन्ध हैं। जिसको देकर दम्पत्ति के बीच अनबन रहती है। जिसको लेकर संतोष शिशुपाल की हत्या करवाना चाहता है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पुलिस ने सुपारी लेने वाले बदमाश समेत संतोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जिसमें बदमाशों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। जबकि, संतोष का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

पीजीआई की डॉक्टर से ठगी मामले में पांच और गिरफ्तार

यूपी एसटीएफ ने पीजीआई की डॉक्टर से ठगी करने वाले गैंग के 5 और सदस्यों को गिरफ्तार किया है। अब तक 11 ठगों को पकड़ा गया है। एसटीएफ गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की भी तलाश कर रही है। ठगों ने डॉक्टर रुचिका टंडन को डिजिटल अरेस्ट कर 2.81 करोड़ रुपए वसूले थे। एसटीएफ के मुताबिक, मुखबिर ने बताया कि ठगी करने वाले कुछ लोग लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहा वेब मॉल के पास खड़े हैं। सभी फरार होने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही एसटीएफ की टीम पॉलिटेक्निक चौराहा पहुंची और गैंग के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। ठगों की पहचान बिहार सीतामढ़ी सुरसंड का रहने वाला ऋषिकेश कुमार उर्फ मयंक, पटना बाढ़ का रहने वाला गोपाल कुमार उर्फ रोशन, बिहार समस्तीपुर का रहने वाला गणेश कुमार, चंदौली सकलडीहा का रहने वाला मणिकान्त पाण्डेय और वाराणसी सारनाथ के राजेश गुप्ता के रूप में हुई। पकड़े गए आरोपियों के पास से 2.42 लाख रुपए, 15 चेक बुक, 18 एटीएम, 8 यूपीआई स्कैनर, सात मोबाइल और दो लैपटाप बरामद हुए हैं। पूछताछ करने पर पता चला कि ये लोग टेलीग्राम ऐप पर स्कैमर और हैकरों के अकाउंट से लोगों का डाटा चुराते हैं। उसके बाद उनके विषय में जानकारी जुटाकर उनके साथ साइबर फ्राड करते। एसटीएफ की पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि गिरोह के सभी सदस्यों का अपना-अपना काम बंटा है। ऋषिकेश उर्फ मयंक, गोपाल उर्फ रोशन उर्फ राहुल और गणेश लोगों से बात करने का काम करते हैं। वहीं मणिकांत पाण्डेय उर्फ मिश्रा और राजेश गुप्ता बैंक खाते और इंटर नेट बैंकिंग के आईडी पासवर्ड का इंतजाम करते हैं। इसके लिए लोगों को पैसा देकर उनकी आईडी से खाता खुलवाते थे। जिसके बाद उस खाते के एटीएम, पासबुक, चेकबुक और रजिस्टर्ड मोबाइल का सिम अपने पास रख लेते थे। जिससे ओटीपी की दिक्कत न हो। एसटीएफ के मुताबिक, उड़ीसा बरगढ़ टाउन की रहने वाली हरिप्रिया प्रधान साइबर ठगी का गिरोह चला रही थी। हरिप्रिया के अलावा प्रयागराज छोटा बघाड़ा का रहने वाला साथी जितेंद्र कुमार यादव और गाजीपुर के भुड़कुड़ा के हितेश को गिरफ्तार किया गया है।

लोगों को पुलिस और सीबीआई अधिकारी बताकर अपने जाल में थे फंसाते 

पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि खुद को पुलिस और सीबीआई अधिकारी बताकर लोगों को धमकी देकर अपने जाल में फंसाते थे। उसके बाद उनकी जानकारी लेकर उनके खाते से अपने खातों में रुपए मंगवाते थे। फिर उन रुपए को बायनेन्स ऐप पर थर्ड परशन के खातों में ट्रांसफर करते थे। एसटीएफ ने मामले में लखनऊ के फैज उर्फ आदिल, मो. उसामा व मनीष कुमार, संतकबीरनगर के दीपक शर्मा, लखनऊ कुर्सी रोड के फैजी बेग व मिर्जापुर के आयुष यादव को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उड़ीसा की हरिप्रिया प्रधान, प्रयागराज के जितेंद्र और गाजीपुर के हितेश के साथ ही जयपुर झालावाड़ के लोकेश और राजस्थान बूंदी निवासी पवन जैन को पकड़ा था।

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