-डीजीपी नें अफसरों से कहा नाका बन्दी के समय कराई जाये त्रिस्तरीय चेकिंग,स्थापित किये जाये बैरियर, निकल कर भाग न पाए अपराधी
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REPORT BY: AAJNATIONAL NEWS ||AAJNATIONAL NEWS DEASK
लखनऊ। यूपी में बदमाशों की सक्रियता पर लगाम लगाने के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार एक्शन में आ गये है।इसको लेकर उन्होंने प्रदेश भर के जिला व रेज
तथा जोन के साथ ही कमिश्नरेट के अफसरों से कहा है कि गश्त चेकिंग व्यवस्था और कार्यशील नाकाबन्दी योजना तैयार कर अपराधियों पर सख़्ती से अंकुश लगाने के निर्देश दिए।डीजीपी प्रशान्त कुमार नें कहा है कि गश्त चेकिंग व्यवस्था व संसाधनों को समेकित करते हुए एक प्रभावी नाकाबन्दी योजना तैयार किया जाना जरूरी है।जिससे कोई भी सनसनीखेज घटना होने पर सीमाओं को सील कर गहन चेकिंग की जा सके। डीजीपी नें कहा है कि जिला व कमिश्नरेट के सीमावर्ती महत्वपूर्ण बिन्दुओं व हॉटस्पॉट्स को वरिष्ठ अधिकारी चिन्हित कर ले ।जिले के सभी थाना क्षेत्रों के सीमावर्ती बिन्दुओं व निकास तथा प्रवेश मार्गों को भी चिन्हित कर नाकाबन्दी योजना में सम्मिलित किया जाये। नाकाबन्दी व चेकिंग के बिन्दुओं का निर्धारण इस प्रकार किया जाये कि जनपद में नाकाबन्दी स्कीम लागू करने के उपरान्त त्रिस्तरीय चेकिंग व्यवस्था लागू हो सके।

हॉटस्पॉट्स पर चिन्हित कर, स्थापित किये जाये चेकिंग प्रारम्भ कराने के संसाधन
प्रशान्त कुमार नें कहा है कि नाकाबन्दी योजना में सभी बिन्दुओं और हॉटस्पॉट्स पर चिन्हित कर अल्प सूचना पर चेकिंग प्रारम्भ कराने के सभी संसाधन पूर्व से ही स्थापित किये जाये। पुलिस बैरियर, पुलिस बूथ, दृश्यमान सूचना बोर्ड आदि चिन्हित बिन्दुओं पर स्थापित किये जाय।वही ऑपरेशन त्रिनेत्र के जरिए इसे कवर करते हुए अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाये ।डीजीपी नें कहा कि नाकाबन्दी योजना में सभी जिलों के राजपत्रित अधिकारियो, थाना प्रभारी चौकी प्रभारी बीट की महिला कर्मी व अन्य बलों को शामिल किया जाये। यू०पी०-112 के पी०आर०वी० वाहनों व कर्मियों को भी योजना में सम्मिलित किया जाये।ऐसे मार्गों पर अवश्य चिन्हित किया जाये, जो एकदम निर्जन सुनसान से है जनसामान्य द्वारा नियमित प्रयोग नहीं किया जाता है।
नाकाबन्दी की तैयार की जाये नवीन कार्ययोजना,बाधित न होने पाये यातायात
डीजीपी नें कहा कि नाकाबन्दी की नवीन कार्ययोजना तैयार कर यह सुनिश्चित किया जाये कि वर्तमान में जिले के नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में कौन-कौन से नये मार्ग स्थापित किये जा चुके हैं। इन सभी क्षेत्रों को भी नाकाबन्दी कार्ययोजना में सम्मिलित कर लिया जाये।डीजीपी नें कहा कि नाकाबन्दी योजना लागू करने से पूर्व यातायात व्यवस्था की सम्यक समीक्षा कर ली जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि नाकाबन्दी की कार्यवाही के दौरान कहीं भी यातायात बाधित न होने पाये।
नाकाबन्दी योजना से पहले की जाये पुलिस कर्मियों की ब्रीफिंग व डीब्रीफिंग
यूपी डीजीपी ने कहा कि नाकाबन्दी योजना से पहले पुलिस कर्मियों की ब्रीफिंग व डीब्रीफिंग की जाये। यह भी सुनिश्चित किया जाये कि चेकिंग के दौरान कर्मियों द्वारा समुचित सुरक्षा उपकरण, बॉडीवार्न कैमरे, डण्डा तथा राजकीय असलहा अवश्य धारण किये जायें। कर्मियों को फील्ड टैक्टिस के नियमो की भी जानकारी हो, जिससे किसी भी आवश्यक परिस्थितियों में इसका सम्यक उपयोग किया जा सके।नाकाबन्दी योजना का समयान्तर्गत वरिष्ठ अधिकारियों के पर्यवेक्षण में मॉकड्रिल कराकर पायी जाने वाली कमियों को अद्यावधिक कर लिया जाये।डीजीपी नें कहा कि जिला स्तर पर तैयार नाकाबन्दी योजना को परिक्षेत्र व जोन स्तर पर भी समाहित करते हुए एक एकीकृत परिक्षेत्रीय व जोनल नाकाबन्दी स्कीम तैयार कर ली जाये तथा समीपवर्ती जनपदों व प्रान्तों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए परिक्षेत्र व जोन के अधिकारियों द्वारा इसका सक्रिय पर्यवेक्षण सुनिश्चित किया जाये।
अफवाह प्रसारित हुई तो खैर नहीं,मुख्यालय को रिपोर्ट दे अफसर
यूपी डीजीपी ने कहा कि नाकाबन्दी योजना को लेकर जिले के नियंत्रण कक्ष, सोशल मीडिया सेल तथा अभिसूचना तंत्र को भी ब्रीफ कर दिया जाये, जिससे योजना लागू करने के पश्चात् कहीं भी कोई अफवाह प्रसारित न होने पाये।यदि अफवाह फैलाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी,किसी भी कीमत पर किसी को छोड़ा नहीं जायेगा। डीजीपी नें कहा कि सभी कमिश्नरेट और जिले अपने-अपने क्षेत्रों की वर्तमान में भौगोलिक एवं सामाजिक परिस्थितियों के अनुसार स्वविवेक से नाकाबन्दी की नवीन कार्ययोजना तैयार करें एवं मुख्यालय को भी इसकी रिपोर्ट दे।