विधानसभा:सपा विधायक से बहस पर भड़के स्पीकर,अतुल प्रधान को सदन से किया बाहर,क्लिक करें और भी खबरें

-शिवपाल यादव ने कहा,कार्रवाई गलत

  • REPORT BY:AAJNATIONAL NEWS||AAJNATIONAL NEWS DEASK

लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में आज बुधवार को बड़ा हंगामा हुआ।विधानसभा के स्पीकर और समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान के बीच तीखी बहस हो गई।मामला इतना बढ़ गया कि स्पीकर ने अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया और उन्हें सदन से बाहर निकालने का आदेश दे दिया। इस घटना के बाद सदन में भारी हंगामा हुआ और स्थिति को काबू में करने के लिए मार्शल को बुलाया गया।यह मामला स्वास्थ्य के मुद्दे पर चल रही बहस के दौरान शुरू हुआ।जब सदन में चर्चा हो रही थी, तो अचानक समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान से नोकझोंक तेज हो गई। स्थिति इतनी बिगड़ी कि स्पीकर को दखल देना पड़ा।इस पर समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि योगी सरकार के मंत्री ने हमारे विधायक पर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है। शिवपाल ने इसके खिलाफ विरोध जताया और कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह से गलत है।घटना के बाद सदन दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।इस वाकये के बाद यूपी विधानसभा में और बाहर दोनों जगह हंगामा हुआ। अब देखना यह है कि इस विवाद के बाद विधानसभा के आगामी सत्रों में क्या माहौल बनता है।

यूपी विधानसभा में अतुल प्रधान और ब्रजेश पाठक में हुई जमकर बहस

-ब्रजेश बोले,शाम की दवा अभी ले ली क्या ?.

उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को संसदीय मर्यादाएं ताक पर रख दी गईं। समाजवादी पार्टी के विधायकों और डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के बीच तीखी नोक झोंक हुई। प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सपा के सवाल के जवाब में जब ब्रजेश पाठक बोल रहे थे, तब उनकी सपा के विधायक अतुल प्रधान के साथ जमकर बहस हो गई।बात बढ़ गई तो अतुल प्रधान को ब्रजेश पाठक ने कह दिया कि क्या शाम की दवा पी ली है,जिसके बाद गली-गली में शोर है…स्वास्थ्य मंत्री चोर हैं, का नारा लगाया गया।अतुल प्रधान लगातार चिल्ला रहे थे, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए सदन से निष्कासित कर दिया गया। अतुल प्रधान जब नहीं उठे तो मार्शल ने बलपूर्वक उनको सदन से बाहर कर दिया। इसके बाद सदन स्थगित कर दिया गया।सदन जब दोबारा शुरू हुआ तो सपा विधायक वेल में चले गए। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सप के विधायकों से अपनी सीट पर जाने के लिए कहा, मगर समाजवादी पार्टी के विधायक इस बात पर अड़े रहे कि ब्रजेश पाठक माफी मांगे। उसके बाद में पाठक ने कहा कि शाम की दवाई से मतलब उनका वह नहीं था जो यह लोग समझ रहे हैं,शाम की दवाई से मतलब केवल दवाई था।सतीश महाना ने तो एक समय यह भी कह दिया कि इस पूरी कार्यवाही में जो भी असंसदीय हुआ है उसके लिए मैं खुद क्षमा चाहता हूं।इसके बावजूद सपा के विधायक नहीं माने।सदन चलता रहा और वेल में समाजवादी पार्टी के विधायक हंगामा करते रहे। सदन में ब्रजेश पाठक ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि उनके विधायक हमारे मंत्रियों के लिए लगातार गलत आरोप लगाते रहते हैं। ऐसे में विरोध करना मेरा अधिकार है। मैंने कुछ भी ऐसा असंसदीय नहीं कहा, जो विपक्ष समझ रहा है।दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने ब्रजेश पाठक पर आरोप लगाया कि वे जब-जब सदन में बोलते हैं, उनकी भाषा बहुत खराब होती है।हर सदन में यह चीज देखी जाती है।इस पूरे मसले पर कोई भी हल नहीं निकाला और नारेबाजी होती रही।संसदीय कार्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर सिंह ने इस मामले में विपक्ष से माफी मांगी मगर विपक्ष उनकी माफी से राजी नहीं हुआ।

यूपी के विधायकों को जल्द मिलेगी टोल टैक्ससे मुक्ति,डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने विधानपरिषद में किया ऐलान

उत्तर प्रदेश के विधायकों को राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा करते समय टोल टैक्स के झंझट से मुक्ति मिलने जा रही है। उन्हें टोल से छूट के लिए न तो पहचान बतानी होगी और न ही उन्हें अपना आईकार्ड, पहचान पत्र या कोई पास दिखाना नहीं पड़ेगा। उनकी गाड़ियों पर अब मुफ्त फास्ट टैग लगाया जाएगा, जिसके बाद वो नेशनल हाईवे पर फर्राटा भरते हुए निकल सकेंगे।यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने यूपी विधान परिषद में सरकार की ओर विधायकों को ये आश्वासन दिया है।उन्होंने कहा प्रदेश में जितने विधायक है उनकी गाड़ियों पर जल्द ही फ्री फास्ट टैग लगाया जाएगा, जिससे वो टोल टैक्स पर बिना पास दिखाए ही सफर कर सकेंगे। इस संबंध में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को पत्र लिखेंगे और यूपी के विधायकों को ये सुविधा दिलाएंगे। यूपी विधान परिषद में निर्दलीय सदस्य आकाश अग्रवाल ने सरकार से ये सवाल पूछा था, जिसका जवाब देते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ये स्थिति ठीक नहीं है कि विधायकों को टोल प्लाजा पर सत्यापन के लिए इंतजार करना पड़े।इसलिए जल्द ही विधायकों के लिए फ्री फास्ट टैग की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।आकाश अग्रवाल ने कहा था कि दो दिसंबर को जब वो लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे से होते हुए जा रहे थे तो रास्ते में फतेहाबाद टोल प्लाजा पर उन्हें रोक लिया गया। टोल संचालक ने पांच मिनट तक उन्हें रोककर जांच की और उनके साथ अभद्रता भी की, जिसके बाद सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ती नंदी को निर्देश दिए कि वो इस मामले को संज्ञान में लेते हुए इसकी जांच कराएं और इस पर क्या कार्रवाई हुई उसकी जानकारी भी सदन को दें।

विधानसभा घेराव को लेकर उपमुख्यमंत्री केशव ने ली चुटकी

यूपी कांग्रेस के विधानसभा घेराव को लेकर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सपा में फूट हो चुकी है। संभल मामले में भी दो धाराओं में सपा कांग्रेस बंटे नजर आ रहे हैं।उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को विधानसभा सत्र में भाग लेने से पहले पत्रकारों से कहा कि सपा कह रही है कि लोकसभा चुनाव में जीत उनके कारण मिली है। कांग्रेस का कहना वह उनके कारण जीते हैं। दोनों अपने महत्व को दर्शाना चाहते हैं लेकिन कांग्रेस मुक्त उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी का समाप्तवादी होना तय हैं। इसलिए 2027 में 2017 की तरह ही भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनेगी। प्रदर्शन खोखला है। न इनके पास कोई नेता है न ही नीति। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए मांग की है संभल घटना के दौरान जो उनके ऊपर एफआईआर है, उसे हटाया जाए क्योंकि वह घटना के दौरान मौजूद नहीं थे। इस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि न्यायालय का दरवाजा कोई भी खटखटा सकता है। इस पर कोई टिप्पणी नहीं है लेकिन तथ्य इस प्रकार मिले हैं कि सपा सांसद विधायक सपा के दंगाई कार्यकर्ता संभल मामले में दोषी हैं तो जांच के अनुसार उन पर कठोर कार्रवाई होगी। कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हमें अपनी बात रखने और प्रदर्शन करने का अधिकार है।

बिजली के निजीकरण पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में छिड़ी जंग,सपा की रागिनी सोनकर ने उठाया मुद्दा

उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के आज तीसरे दिन सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई और विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर बिजली के निजीकरण के मुद्दे को लेकर सवाल उठाए। सपा ने कहा कि हमारी सरकार में बिजली व्यवस्था में सुधार हुआ था। इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम हुआ था। आज निजीकरण किया जा रहा है। इससे बिजली महंगी हो जाएगी।ऊर्जा विभाग पर सपा विधायक रागिनी सोनकर ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि समाजवादियों ने 17 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन किया। भाजपा की सरकार ने उसे डबल तक नहीं किया। ट्रांसफार्मर बदलते है ,अगले पल खराब हो जाते हैं। समाजवादी पार्टी की देन है कि प्रदेश में बिजली है और आप उसके सहारे काम कर पा रहे है। बिजली विभाग को भाजपा बेंच रही है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि योगी सरकार में करोड़ों लोगों को बिजली कनेक्शन दिए गए हैं और अब बिजली आना सिर्फ कुछ जिलों तक ही सीमित नहीं रह गया है।

आराधना मिश्रा ने शिवपाल के छुए पैर

विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सभी दलों के नेता एक दूसरे से मिले। इस दौरान विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव के पैर छुए।

खाद्य आयोग के गठन के लिए जारी होगा विज्ञापन -केशव

खाद्य आयोग के गठन के लिए विज्ञापन इसी महीने जारी होंगे। अध्यक्ष व सदस्यों के रिक्त पद भरे जाएंगे।डिप्टी सीएम और नेता सदन विधानपरिषद केशव प्रसाद मौर्य ने आज विधानपरिषद में यह जानकारी दी।यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विधान परिषद में जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में खाद्य आयोग के गठन के लिए विज्ञापन इसी माह जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष व सदस्यों के रिक्त पद भरे जाएंगे।

विधानसभा घेराव : प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर पुलिस ने लगाई कटीले तारों की बैरिकेडिंग

कांग्रेस के विधानसभा घेराव की घोषणा को देखते हुए पार्टी के प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रशासन ने कटीले तार लगा दिये हैं। रात से ही तैयारी कर रही पुलिस फोर्स प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से लेकर विधानसभा तक तैनात हैं। कई नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। कांग्रेस ने पहले ही 18 दिसम्बर को विधानसभा घेराव की घोषणा कर रखी थी। इसको लेकर पुलिस ने भी बुधवार को ही कांग्रेस नेताओं को रोकने की तैयारी शुरू कर दी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने नुकिले तारों से किये गये बैरकेंडिंग को लेकर कहा कि ये ‘भाले’ हमारे कार्यकर्ताओं को गंभीर चोट पहुंचाएंगे। यह सरकार हमारे कार्यकर्ताओं को मारना चाहती है। गाजीपुर बॉर्डर पर हमारे कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है, लेकिन हम इस सबके बाद भी विधानसभा में प्रवेश करेंगे। पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, निवर्तमान प्रदेश महासचिव संगठन अनिल यादव, दिनेश सिंह सहित दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं को नोटिस भेजा है। इन नेताओं के घर पर शाम से ही पुलिस का पहरा लगा दिया है।पुलिस ने नोटिस भेजा है कि विधानसभा का तृतीय सत्र चल रहा है। इसमें घेराव से कानून व्यवस्था व विशिष्ट लोगों की सुरक्षा व्यवस्था के लिये गम्भीर खतरा पैदा हो सकता है।निषेधाज्ञा अन्तर्गत धारा-163 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता प्रभावी है। ऐसे में कोई घेराव, धरना व शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास किया जाता है तो कार्यवाही की जाएगी। प्रदेश मुख्यालय पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।

 

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