-अतिरिक्त निदेशक ने मोहनलालगंज में स्थित बेशकीमती जमीने बेचने के लिये निदेशक पर फर्जी दस्तावेजो के सहारे कम्पनी के पद से हटाने का आरोप,पुलिस कमिश्नर से शिकायत के बाद दर्ज हुआ मुकदमा
- REPORT BY:ANUPAM MISHRA
EDITED BY:AAJNATIONAL NEWS
लखनऊ ।मेसर्स बांके बिहारी इंफ्राप्लानर्स प्राइवेट लिमिटेड के अतिरिक्त निदेशक ने कम्पनी के नाम मोहनलालगंज में स्थित बेशकीमती जमीन बेचने के लिये अपनी ही कम्पनी के निदेशक पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर नकली हस्ताक्षर बनाकर अतिरिक्त निदेशक के पद से हटाने का आरोप लगाते हुये मोहनलालगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरोपी निदेशक पर धोखाधड़ी, जालसाजी समेत अन्य धाराओ में मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गयी है।दिल्ली के जंगपुरा एक्सटेंशन निवासी अजय कुमार अग्रवाल ने आरोप लगाया था कम्पनी के दूसरे निदेशक अमित अग्रवाल ने उनकी जानकारी और अनुमति के बिना फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनके फर्जी हस्ताक्षर कर कंपनी के अतिरिक्त निदेशक पद से हटा दिया।ये सब अमित अग्रवाल ने कम्पनी की मोहनलालगंज के मऊ में हाइवे किनारे स्थित बेशकीमती जमीन को बेचने के लिये किया था।अजय कुमार अग्रवाल ने दावा किया कि 2 सितंबर 2016 को आयोजित बोर्ड बैठक का प्रस्ताव मनगढ़ंत था, जिसमें उन्हें निदेशक पद से हटाने का फैसला किया गया था। वे कहते हैं कि इस बैठक की कोई सूचना उन्हें नहीं दी गई थी, और बैठक की तिथि भी फर्जी तरीके से बदल दी गई थी। इसके अलावा, वे यह भी आरोप लगाते हैं कि अमित अग्रवाल द्वारा कंपनी की संपत्तियों की बिक्री के लिए भी जाली दस्तावेज तैयार किए गए हैं।अजय कुमार अग्रवाल ने लखनऊ पुलिस आयुक्त से पूरे मामले की लिखित शिकायत कर अमित अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोपों के तहत कार्रवाई समेत गिरफ्तारी की मांग करते हुये संपत्तियों के दुरुपयोग को रोके जाने की गुहार लगाई थी।पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच कर कार्यवाही के लिये एसीपी मोहनलालगंज से रिपोट मांगी थी,जांच में आरोप सही पाये पर पुलिस कमिश्नर ने मोहनलालगंज पुलिस को मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही के निर्देश दिये थे।इंस्पेक्टर अमर सिंह ने बताया पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरोपी पर धोखाधड़ी, जालसाजी समेत अन्य धाराओ में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी गयी है।
अपराध शाखा जमीन की बिक्री पर रोक के लिए भेज चुकी है पत्र…..
मोहनलालगंज में यूपीएएल फैक्ट्री के निकट हाइवे पर स्थित इसी कम्पनी की बेशकीमती जमीन पर प्लाटिंग की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान आर्थिक अपराध शाखा, दिल्ली ने एसडीएम मोहनलालगंज को पत्र भेजकर बताया कि ग्राम मऊ, तहसील मोहनलालगंज में खसरा संख्या 1251 और 1252 की बिक्री को तुरंत रोका जाए। पत्र में यह भी बताया गया है कि एफआईआर संख्या 43/16, 111/16 और 112/16 के तहत जांच चल रही है, जिसमें मेसर्स अर्थ इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड पर आरोप है कि उन्होंने गुड़गांव, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में टाउनशिप प्रोजेक्ट्स के नाम पर जनता से करोड़ों रुपये ठगे हैं। जांच में पता चला कि आम जनता से एकत्रित ठगी के पैसे का इस्तेमाल इस बेशकीमती जमीन की खरीद के लिए किया गया था।सूत्रो की माने तो जालसाज ने एक दर्जन के करीब कम्पनियां बनाकर लोगो का अरबो रूपये डकार कर अपना कारोबार फैला रखा है।