-अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह पीडीए परिवार के लिए कोई बड़ी बात नहीं
- REPORT BY:K.K.VARMA || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS DESK
लखनऊ।सपा चीफ अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता का इंटरव्यू चलवाया और उनके द्वारा कहे शब्दों पर करारा जवाब दिया है। पत्रकार के सवालों का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि एक अख़बार, आईएस अधिकारी और मुख्यमंत्री ने जो टर्म यूज किया है ये सब मिलकर एक साजिश के तहत किया गया है।अखिलेश ने कहा कि पीडीए परिवार के लिए यह कोई बड़ी बात नहीं है। इनको हर जगह अपमानित होना ही पड़ता है। कोई भी पीडीए परिवार का सदस्य यह नहीं कह सकता कि वो समाज में कभी अपमानित न हुआ हो।
हाल में एक इंटरव्यू के दौरान में दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्षअखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए उनपर टिप्पणी की थीं। सीएम ने सपा मुखिया को ‘टोटी चोर’ कहकर सम्बोधित किया था जिसको लेकर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने उन्हें जवाब दिया है। अखिलेश यादव ने पत्रकार के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अगर हम लोग उनकी टिप्पणियों को सुने तो ज्यादा अच्छा लगेगा। अखिलेश ने पीसी में रेखा गुप्ता का वीडियो चलवाया।
दद्दू प्रसाद समेत बसपा के 4 दिग्गज हाथी छोड़ साइकिल पर सवार
उत्तर प्रदेश में अगला विधानसभा चुनाव 2027 में होना है, लेकिन उससे पहले ही राज्य की राजनीति में हलचल शुरू हो गई है। राजनीतिक दलों ने अभी से अपनी रणनीतियां बनानी शुरू कर दी हैं और जोड़तोड़ की सियासत तेज हो चुकी है। बहुजन समाज पार्टी को आज बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री दददू प्रसाद ने बसपा का साथ छोड़ समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। उनके साथ सलाउद्दीन, देव रंजन नागर और जगन्नाथ कुशवाहा जैसे प्रमुख नेता भी सपा में शामिल हुए।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खुद इन नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। इस मौके पर अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “भारतीय जनता पार्टी की नीतियां सिर्फ कागजों में चलती हैं। मुद्रा योजना के 10 साल हो गए लेकिन इसका कोई असर जमीन पर नहीं दिखा। ये ‘मुद्रा योजना’ नहीं बल्कि ‘झूठा योजना’ है।”दददू प्रसाद यूपी की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम हैं। वह बहुजन समाज पार्टी में लंबे समय तक सक्रिय रहे और पार्टी के मजबूत स्तंभ माने जाते थे। वे मायावती सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं और दलित राजनीति में उनका खासा प्रभाव माना जाता है। उनका सपा में जाना न सिर्फ बसपा के लिए झटका है बल्कि समाजवादी पार्टी के लिए आगामी चुनावों में एक बड़ा राजनीतिक लाभ भी हो सकता है।इन नेताओं का समाजवादी पार्टी से जुड़ना संकेत है कि सपा 2027 के चुनाव से पहले विभिन्न वर्गों को जोड़ने की रणनीति पर तेजी से काम कर रही है। हाथी से उतर साइकिल पर सवार हुए सलाहुद्दीन कहते हैं, अब आमजन मौजूदा सरकार से खफा हैं,क्योंकि यह केवल झूठ के सहारे चल रही है। अब 2027 में बदलाव तय है। अब जनता समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव की ओर देख रही है। बसपा सिद्धांतों से भटक गई है, इसलिए बसपा छोड़ना ही बेहतर है।
रामजी लाल सुमन को कुछ हुआ तो मुख्यमंत्री होंगे जिम्मेदार-अखिलेश
बसपा सरकार में मंत्री रहे दद्दू प्रसाद ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है।उन्होंने अब बसपा को अलविदा कह दिया है। दद्दू प्रसाद यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मानिकपुर सीट पर सपा का चेहरा हो सकते हैं।प्रसाद यहां से पूर्व विधायक भी रह चुके हैं।इंद्रजीत सरोज से लेकर बाबू सिंह कुशवाहा तक बीएसपी की कोर टीम के कई चेहरे अब सपा में हैं।बसपा के और बड़े चेहरों पर भी सपा का होमवर्क जारी है।अखिलेश यादव ने दलित नेताओं को साधने की नई रणनीति बनाई है। प्रेस वार्ता में अखिलेश ने राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के घर हुए हमले पर कहा कि अगर उनको कुछ भी होगा तो जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की होगी।अखिलेश ने कहा कि आज हालात ये है कि दद्दू प्रसाद कही मंदिर चले जाएं तो पूरा मंदिर धुला जाएगा। मैं कहीं गया था, तो पुजारी ने कहा, मन्दिर न धुलो पर भाजपा ने धुलवाया। मेरे सीएम आवास से निकलने के बाद धुला गया था।
नोट:-देखे इस लिंक पर अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में क्या कहा:- https://x.com/samajwadiparty/status/1909149152761770038