-हाल ए हरौनी रेलवे स्टेशन, यात्रियों को हो रही परेशानी: मेमू ट्रेनें निरस्त दैनिक जीवन प्रभावित
- REPORT BY:A.S.CHAUHAN || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS
लखनऊ। सन् 2020 में कोरोना वैश्विक महामारी के समय निरस्त की गई मेमू ट्रेनों का समुचित संचालन आज तक नहीं हो सका है।जिसको लेकर बंथरा के हरौनी क्षेत्र के आसपास के लोगों को ज्यादा असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। इस मुद्दे को कई बार क्षेत्र के जागरूक लोगों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के सामने भी रखा, लेकिन केवल आज तक आश्वासन पर आश्वासन मिलते आए हैं। ट्रेनों का संचालन पहले जैसा नहीं हो सका है। जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने राज्य एव केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की गई।फिर भी नतीजा जस का तस रहा है। संपूर्ण मेमू ट्रेनों का ना चलना दैनिक यात्रियों के लिए आज भी दिक्कतें पैदा कर रहा है, लेकिन इस व्यवस्था को पुनः लागू करा पाने में स्थानीय स्तर के नेताओं से लेकर जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि कुछ न कर सके और उनके सारे दावे इस मामले में हवा हवाई साबित हुए।हरौनी रेलवे स्टेशन पर पिछले पांच सालों से कई मेमू ट्रेनों के निरस्त होने से दैनिक यात्रियों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सुबह से शाम तक चलने वाली ये ट्रेनें मजदूरों, व्यापारियों और अन्य यात्रियों के लिए लखनऊ, कानपुर और आसपास के क्षेत्रों में आवागमन का प्रमुख साधन थीं। ट्रेनों के बंद होने से यात्रियों को आर्थिक और समय की दृष्टि से भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।स्थानीय दैनिक यात्री कुलदीप पटेल ने बताया कि पहले मेमू ट्रेनों से लखनऊ तक मजदूरी के लिए आवागमन आसान था, लेकिन अब ट्रेनों के अभाव में यात्रा महंगी और समय लेने वाली हो गई है। वे कहते हैं कि पहले भी कुछ दिक्कतें थीं, लेकिन अब तो परेशानी और बढ़ गई है, कई मेमू ट्रेनें बंद कर दी गई हैं, जिससे रोजगार पर असर पड़ा है।इसी तरह व्यापारी संदीप पटेल ने अपनी व्यथा साझा करते हुए कहा कि वे कानपुर से अपने व्यापार के लिए सामान लाते थे, मेमू ट्रेनों की सुविधा के कारण यह काम आसान था, लेकिन अब ट्रेनें बंद होने से सामान लाने में समय और लागत दोनों बढ़ गए हैं। वे कहते हैं, ट्रेनों के बंद होने से व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है। पहले समय पर सामान ला पाता था, अब दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।हरौनी निवासी अजय सिंह ने भी अपनी परेशानी बताई वे रोज लखनऊ में अपने दूसरे निवास पर मेमू ट्रेन से आते-जाते थे, लेकिन अब वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ता है, जो महंगा और असुविधाजनक है। वे कहते हैं, ट्रेनें बंद होने से रोजमर्रा का जीवन प्रभावित हुआ है, अब यात्रा में समय और पैसे दोनों ज्यादा लगते हैं। पूर्व में स्थानीय भाजपा नेता राजेश सिंह चौहान ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था, लॉक डाउन के दौरान ट्रेनों को फिर से शुरू करने की मांग के बाद रेल प्रशासन ने केवल दो मेमू ट्रेनें शुरू की एक सुबह और एक शाम को, जो लखनऊ से कानपुर और कानपुर से लखनऊ तक चलती हैं जो ऊंट के मुंह जीरा के समान है।हालांकि, यात्रियों का कहना है कि ये दो ट्रेनें उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए नाकाफी हैं। स्थानीय निवासी सीतला बक्श सिंह सहित तमाम यात्रियों ने रेल प्रशासन से मांग की है कि निरस्त मेमू ट्रेनों को जल्द से जल्द बहाल किया जाए, ताकि उनकी रोजमर्रा की जिंदगी पटरी पर लौट सके। रेल प्रशासन की ओर से अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे यात्रियों में निराशा बढ़ रही है।
बंथरा सहिजनपुर के रामदासपुर मजरा में लगा 116वां ‘आपका विधायक – आपके द्वार’ जनसुनवाई शिविर
सरोजनीनगर से भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की माता स्व. तारा सिंह की स्मृति में प्रत्येक सप्ताह आपका विधायक – आपके द्वार जन सुनवाई शिविर का आयोजन किया जाता है। साप्ताहिक जनसुनवाई शिविरों की कड़ी में रविवार को ग्राम पंचायत सहिजनपुर के रामदासपुर मजरा में 116 वां ‘आपका विधायक – आपके द्वार’ शिविर आयोजित हुआ। शिविर में ग्रामीणों की समस्याओं को न केवल सुना गया बल्कि त्वरित समाधान की प्रक्रिया भी अपनाई गई।गर्मी की तपिश के बावजूद बड़ी संख्या में ग्रामीण इस जनसुनवाई शिविर में पहुंचे। वृद्धावस्था पेंशन, किसान सम्मान निधि, नाली-सड़क, राजस्व, विद्युत सहित 30 प्रमुख समस्याओं को ग्रामीणों ने सामने रखा। मौके पर ही कई मामलों का निस्तारण किया गया, जबकि कुछ समस्याओं को सम्बंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय कर समाधान का आश्वासन दिया गया।ग्राम पंचायत सहिजनपुर के रामदासपुर मजरा के प्रतिभाशाली छात्राओं और छात्रों के लिए यह शिविर यादगार बन गया। ‘गांव की शान’ पहल के तहत हाईस्कूल परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 2 मेधावियों – सौम्या राजपूत (81.3%), विशाल कुमार (75%), एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 2 मेधावियों राज रावत 76.6% एवं नैना रावत 63.4% को साइकिल, घड़ी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह का मानना है कि गांव की प्रतिभाएं हमारी असली शक्ति हैं, इन्हें आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी हम सबकी है।”
देश की जनता को चुनाव में बार-बार न झोंका जाएं – राजेश्वर सिंह,राष्ट्र को अखंड रखने के लिए ज़रूरी है एक राष्ट्र, एक चुनाव लोकतंत्र में नयापन जरूरी
सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह के आशियाना स्थित आवास पर रविवार को एक राष्ट्र, एक चुनाव के विषय पर एक विचारोत्तेजक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में भारत की चुनावी प्रणाली में सुधार के लिए प्रस्तावित “एक राष्ट्र, एक चुनाव” की अवधारणा पर गहन चर्चा हुई। गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह के साथ-साथ भाजपा जिलाध्यक्ष विजय मौर्या और महनगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी ने भी अपने विचार रखे। गोष्ठी में हजारों की संख्या में भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता और स्थानीय जनता मौजूद रही।
सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि आजादी के बाद अब तक 400 बार चुनाव हो चुके हैं। “एक राष्ट्र, एक चुनाव” का उद्देश्य लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों को एक साथ आयोजित करना है, ताकि मतदाता एक ही दिन में केंद्र और राज्य सरकार के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। बड़े देश होने के कारण यह प्रक्रिया कई चरणों में हो सकती है। इसका लक्ष्य चुनावी खर्च को कम करना, प्रशासनिक व्यवधानों को समाप्त करना और शासन में निरंतरता लाना है। विधायक ने एक राष्ट्र, एक चुनाव को एक महत्वपूर्ण विषय बताते हुए कहा कि बार बार चुनाव होने से बार बार बहुत अधिक धन का व्यय होता है। चुनावों में जनता की कमाई का कीमती धन अनावश्यक रूप से खर्च किया जान ठीक नहीं है। विधायक ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष नहीं चाहता कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी पूरी तरह केन्द्रित होकर गुड पर ध्यान केन्द्रित करें, क्योकि बार बार चुनाव होने से सरकार की निरंतरता में कमी आती है।विधायक ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने 191 दिनों की व्यापक शोध के बाद मार्च 2024 में 18,626 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपी। इस समिति में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, 15वें वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एनके सिंह, लोकसभा के पूर्व महासचिव डॉ. सुभाष कश्यप, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे, और चीफ विजिलेंस कमिश्नर संजय कोठारी शामिल थे। विशेष आमंत्रित सदस्यों में कानून राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और डॉ. नितेन चंद्र भी थे। समिति ने 47 राजनीतिक दलों और 21,500 से अधिक नागरिकों से प्राप्त प्रतिक्रियाओं के आधार पर अपनी सिफारिशें तैयार कीं, जिनमें 32 दल और 80% जनता ने एक साथ चुनाव का समर्थन किया।
डॉ. सिंह ने इस विधयेक की विधायी प्रगति से अवगत कराते हुए कहा कि 18 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने समिति की सिफारिशों को स्वीकार किया। 12 दिसंबर 2024 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने संविधान (129वां संशोधन) विधेयक और केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक को मंजूरी दी। 17 दिसंबर 2024 को कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इसे लोकसभा में पेश किया, जहाँ यह 269 के मुकाबले 198 मतों से पारित हुआ। गृहमंत्री अमित शाह और कानून मंत्री मेघवाल ने इसे संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को भेजने का समर्थन किया। 20 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में 12 सदस्यों को जेपीसी के लिए नामित करने का प्रस्ताव पारित हुआ, और विधेयकों को 39 सदस्यीय जेपीसी को सौंपा गया। जेपीसी ने अब तक दो बैठकें (8 जनवरी और 31 जनवरी 2025) आयोजित की हैं, जिसमें सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीशों, चुनाव आयोग, राजनीतिक दलों, और अन्य हितधारकों से सुझाव लेने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
ससुराल के लिए निकला युवक संदिग्ध परिस्थितियों में लापता
एक युवक घर से ससुराल के लिए निकाला था, लेकिन अचानक पता नहीं कहां चला गया, जिसको परिजनों ने काफी ठूंठा परंतु नहीं मिला।बंथरा थाना क्षेत्र में बीते शुक्रवार को बाइक द्वारा अपने घर से निकला एक युवक संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया । शनिवार को सास व दो साले उसकी बाईक व मोबाइल लेकर उसके घर पहुंचे । रविवार को गुमशुदा युवक के बड़े भाई द्वारा दी गई तहरीर पर बंथरा पुलिस उसका पता लगाने का प्रयास कर रही है ।थाना क्षेत्र के ग्राम सभा धावापुर के राजेन्द्र कुमार ने बताया कि छोटे भाई भुपेन्द्र कुमार उर्फ बल्लू की ससुराल क्षेत्र के ही ग्राम सभा हसन खेड़ा मजरा भटगाँव में है, बल्लू बीते शुक्रवार को बाइक पर सवार होकर घर से निकला था ,लेकिन देर रात तक घर वापस नही लौटा, उसके बाद परिजनों ने उसकी कई जगहों पर खोजबीन की परंतु कोई पता नही चला। इसी बीच शनिवार की रात करीब 10 बजे लापता बल्लू की सास व दो साले सुरेश व दिनेश उसकी बाइक व मोबाइल लेकर धावापुर स्थित घर पहुंचे । इन सभी ने परिजनों को बताया कि बल्लू नशे की हालत में शुक्रवार को ससुराल आया था और रात में ही चला गया । शनिवार सुबह उसकी बाइक व मोबाइल गांव के बाहर पड़े मिले ।
जालसाजों ने प्लाट देने नाम पर पचास लाख रुपए हड़पे,बंथरा थाने पर दर्ज हुआ आरोपियों के ऊपर धोखाधड़ी का मुकदमा
श्याम कुमार गुप्ता पुत्र स्व राम भरोसे गुप्ता मकान नं 118ए मंगला बिहार प्रथम, थाना चकेरी कानपुर नगर बंथरा थाने पर मुकदमा दर्ज कराया है कि मैं फर्म में उत्कर्ष इण्टरप्राईजेज स्थित ए-25 कैनाल पटरी घण्टाघर कानपुर नगर का प्रोपराईटर था तथा अभियुक्तगण के अनुसार राजू श्रीवास्तव पुत्र राजेश प्रसाद श्रीवास्तव निवासी 324-180/10बी-1 सूरी मार्ग राजरूपपुर इलाहाबाद जो कि दिशा दीप डेवलपर्स का प्रोपराईटर मैनेजिंग डायरेक्टर व उपरोक्त कम्पनी का अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता । मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश कुमार पाण्डेय निवासी 119 बी आईए लूकरगंज खुसरो बाग थाना खुल्दाबाद इलाहाबाद- 211001 के रहने वाले है।
उपरोक्त कम्पनी कार्यालय 106-ए हाल नं0-1 प्रथमतल शालीमार लजिक्स 4 राणा प्रताप मार्ग लखनऊ एवं शप नं-22 तृतीयतल विनायक त्रिवेणी टावर कानपुर रोड सिविल लाईन्स प्रयागराज में स्थित है। अभियुक्तगणो द्वारा फर्म को लखनऊ स्थित भूमि की डीलिंग को समझाते हुये अपने भरोसे में लेकर भूमि को खरीदने के लिए आग्रह किया गया तथा कहा गया कि जमीन नही दी गयी तो आपको दो वर्ष में लगाये गये धन का दो गुना रूपया वापस किया जायेगा तथा उपरोक्त अभियुक्तगणो द्वारा उपरोक्त जमीन का मालिकाना होना बताया गया व आवासीय एवं व्यवसायिक प्लाट डेवलप करके विक्रय किये जाने हेतु अपनी कम्पनी योजना को भी बताया गया। मैंने 5,00,000/- रू अभियुक्तगणो के कथनानुसार उनके एचडीएफसी बैंक खाता सं0-50200014472038 पर 08.09.2017 को मैंने बैंक एसबीआई शाखा कलेक्टरगंज कानपुर नगर की चेक सं0-006486 से यूटीआर नं0-48716 के माध्यम से आरटीजीएस किया गया फिर 1.11.2017 को 5,00,000/-रु अपने करेन्ट एकाउन्ट नं0 312024XXXXX से चेक सं 773365 एसबीबाई कलक्टरगंज से यूटीआर नं0 32851 किया गया तथा 5,00,000/- 15.12.2017 को एसबीबाई कलक्टरगंज कानपुर नगर को उपरोक्त खाता संख्या से चेक सं0 773380 के माध्यम से यूटीआर नं0 52017 के माध्यम से किया गया। इस प्रकार कुल 15,00,000/-रू आरटीजीएस के द्वारा इसके अतिरिक्त 20,00,000/-रू० नगद राकेश कुमार पाण्डेय व राजू श्रीवास्तव को 27.12.2017 को उनके कार्यालय लखनऊ में दिया गया, 07.01. 2018 को 8,00,000/-रु नगद उनके कार्यालय लखनऊ में दिया गया, इस प्रकार 08.02.2018 को 7,00,000/-रू राकेश कुमार पाण्डेय व राजू श्रीवास्तव को उनके उपरोक्त कार्यालय लखनऊ में दिया और 5 लाख रूपया 25.02. 2018 को दिया। श्याम कुमार का कहना है कि इस प्रकार अभियुक्तगणो को कुल 55,00,000/- रु दिया गया और अभियुक्तगणो द्वारा मुझसे रूपया हड़प लेने की नियत से कोई भी प्लाट नहीं दिया गया और न ही दो गुना रूपया वापस किया गया।
पीड़ित का आरोप है कि बार-बार मैंने अभियुक्त राकेश पाण्डेय से उनके फोन नं पर सम्पर्क किया गया और अभियुक्त रामू श्रीवास्तव के फोन नं पर भी सम्पर्क किया गया। कोई सही जवाब नही दिया गया बाद में फोन बन्द करने पर फिर सम्पर्क करने पर एक बार 5,00,000/-रू0 व 1-1 लाख रु कुल मिलाकर मात्र 7 लाख रु वापस किया गया, फिर 25.11.2019 को मुझे चौकी धानी होटल बनाने हेतु अभियुक्तगणो द्वारा मेम्बर आई०डी० 637930 खोलकर 10,000/-रू जमा कराये गये तथा भरोसा दिया गया और फिर दो गुना रूपया भी अदा नही किया गया इस प्रकार अभियुक्तगणो मूल्यवान प्रतिभूति के परिदान के लिये रसीदे दी गयी जो फर्जी तरीके से रचना की गयी तथा अभियुक्तगणो द्वारा कूटरचना द्वारा मिथ्या दस्तावेज प्रस्तुत करके मुझको आर्थिक व मानसिक नुकसान पहुँचाने हेतु यह दस्तावेज दिये गये जिनका भुगतान भी नही किया गया तथा बार-बार मैंने द्वारा अभियुक्तगणो से सम्पर्क करने पर गारन्टी के तौर पर मुझको एचडीएफसी बैंक इलाहाबाद द्वारा जारी चेक सं-002738, 002734, 003889, व 003883 दिनांकित क्रमशः 05.02.2020, 22.03.2021, व 19.03.2024 कमशः 10,00,000/- रु0, 5,00,000/-रु, 25,00,000/-रू0 व 15,00,000/-रू0 सारी चेके राकेश कुमार पाण्डेय द्वारा जारी की गयी जिनका आज तक भुगतान नही हुआ और कहा गया कि हम आपको रूपया दे दे आप इसका भुगतान न कराये हम आपको इस भुगतान जब कर दे तो आप इसे वापस कर देना। श्याम कुमार बताते हैं कि ई बार सम्पर्क किया तो रूपया देने से मना कर दिया तथा गाली गलौज की तथा कहा कि तुम्हारा एक भी रूपया नही देगे, जाओ ज्यादा पैसा मांगो तो जान से हाथ धो बैठोगे, इससे पहले भी मैंने कई लोगो का रूपया हड़पा है वो लोग आज तक मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाये मेरी शासन में बहुत पकड़ हैं। इस प्रकार अभियुक्तगणो द्वारा मेरा 50,00,000/-रु ठगी, छल, कूटरिचत दस्तावेजो के माध्यम से कूटरचना करते हुये हड़प लिया गया है।
ब्यूटीशियन मामले के भागें दोनों आरोपी पुलिस पकड़ से दूर,रामदासपुर में घटित हुई घटना का रहस्य से पूरी तरह पर्दा अभी भी नहीं उठा
एक दिन पूर्व बंथरा में ब्यूटीशियन की सड़क हादसे में मौत हुई या फिर हत्या करके उसे सड़क दुर्घटना का स्वरूप आरोपियों द्वारा देने की कोशिश की गई, इसकी तस्वीर साफ अभी तक नहीं हो सकी है। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सिर में चोट लगने से मौत का कारण स्पष्ट हुआ है। जबकि मृतका के पति द्वारा तीन लोगों के खिलाफ छेड़छाड़ और रेप करने की कोशिश करने का विरोध करने पर आरोपियों द्वारा हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। परंतु जिस प्रकार से अभी तक हकीकत सामने आई है उसमें तस्वीर कोई भी साफ नहीं हो सकी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक हत्या जैसी कोई पुष्टि नहीं की गई, क्योंकि मृतका के पति ने चाकू से गोद कर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। मृतका के साथ चचेरी बहन भी थी, जिसने भी आरोपियों पर बहन के साथ छेड़छाड़ और रेप करने का प्रयास किया गया, जब बहन ने इसका विरोध किया तो तीनों आरोपी चाकू से हमला कर मौत के घाट ब्यूटीशियन को उतारे जान की बात कही थी। मुकदमा दर्ज हो जाने के बाद एक आरोपी को पुलिस ने उसी समय गिरफ्तार कर लिया था, बाकी फरार दो आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हें।
पुलिस भागे हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए बनाई गई पुलिस टीम के साथ जगह-जगह पर छापेमारी कर रही है, लेकिन उसे अभी तक सफलता हाथ नहीं लगीं। ज्ञात हों कि जिस प्रकार से बीते गुरुवार की रात और शुक्रवार के भोर यह घटना घटित हुई उसे पर शक होना लाजमी है, भले ही मामला हत्या या फिर सड़क दुर्घटना का क्यों ना हो। जब गाड़ी दुर्घटना ग्रस्त हुई तो मौके से तीनों आरोपी भागे क्यों शक की सुई यहीं से संदेह पैदा करती है। मृतका को गाड़ी के नीचे से निकाला क्यूं नहीं गया।
मौके से आरोपियों को भागने की ऐसी कौन-सी मजबूरी सामने आई जो भाग गए। उधर मृतका की चचेरी बहन के बयान के आधार पर जो मुकदमा ब्यूटीशियन के पति द्वारा लिखिया गया है वह भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हिसाब से बिल्कुल अलग हालात बयां कर रहा है। फिलहाल इसकी जांच पड़ताल पुलिस कर रही है और हकीकत आने का इंतजार सभी कर रहे हैं।बंथरा के रामदासपुर के पास घटित हुई घटना का रहस्य से पूरी तरह पर्दा अभी भी नहीं उठ सका है जिसको लेकर आम लोगों में तमाम तरह की चर्चाएं हो रही है ,थाना प्रभारी
बंथरा अजय नारायण सिंह बताते है कि पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है, मौके से भागे दोनों आरोपी अभी पकड़े नहीं गए हैं, भागें हुए दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है, जल्द ही उनको गिरफ्तार किया जाएगा।
बिजनौर में मजदूर ने पंखे से लटकर दी जान
बिजनौर थाना क्षेत्र के मौलवी खेड़ा में एक मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मजदूरी का कार्य करने वाले सोनू उम्र लगभग 45 वर्ष ने शुक्रवार शनिवार मध्य रात्रि में पंखे से फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।घर में पत्नी के अलावा चार बेटियां व एक पुत्र है। एक पुत्री की शादी हो चुकी है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची थाने की पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक सोनू शुक्रवार की रात को कमरे के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या की गई, इसकी जानकारी शनिवार सुबह घर वालों को तब हुई जब सोनू का शव पंखे से लटका देखा गया।
पंखे से लटका शव देखकर घर वाले चीख-पुकार करने लगे। आवाज सुनकर आसपास के पड़ोसी एकत्रित हो गए और इसकी सूचना पुलिस को दी।बताया जाता है कि मृतक शराब का काफी आदि था और नशे की हालत में अधिकांश रहता था, परिवार का पालन पोषण मजदूरी करके करता था। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन जो अभी तक सूत्रों के द्वारा ज्ञात हुआ है, उसमें शराब पीने की वजह से आये दिन पारिवारिक कलह बनी रहती थी ,जिसके चलते मृतक द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाया गया होगा लोग अंदाज लगा रहें हैं।थाना प्रभारी बिजनौर अरविंद कुमार राणा की माने तो मृतक शराबी था और लगभग नशे की हालत में वो रहता था, जिसके चलते इस प्रकार का कदम उठाया गया, जिसमें पारिवारिक आपसी कलह भी हो सकती है, अन्य कोई मौत का कारण अभी तक सामने नहीं आया है।
बिजली के तारों से निकली चिंगारी से गेहूं की फसल जली
बंथरा थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह लगभग साढ़े सात बजे बिजली के तारों से निकली चिंगारी से खेत में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई। इसकी जानकारी जब तक ग्रामीणों को हुई और आग को बुझाने का प्रयास किया गया तब तक लगभग डेढ़ बीघा फसल जलकर राख हो चुकी थी।
बंथरा के ग्राम सभा बेंती में शशिकांत शुक्ला उर्फ दीप्ति शुक्ला पुत्र शिव शंकर शुक्ला की चक्की के पास विधुत खंभे लगें हुए हैं, अचानक बिजली के तारों से चिंगारी निकली और वहीं नीचे खड़ी गेहूं की फसल पर गिर गई। तारों से निकली चिंगारी आग का रूप धारण कर लिया। इसकी सूचना जैसे ही ग्रामीण को हुई वह आग पर काबू पाने के लिए उपाय करने लगे।
पंपिंग सेट से पाइप डालकर पानी आग पर डाला गया, लेकिन जब तक ग्रामीणों ने आग बुझाने की यह कोशिश की तब तक लगभग डेढ़ बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। ग्रामीणों की इस कोशिश से बगल में खड़ी अन्य गेहूं की फसल आग के हवाले होने से बच गई। नहीं तो तमाम और किसानों की फसल भी जलकर राख हो जाती।
बिजनौर में दो पक्षों में मारपीट, मुकदमा दर्ज
बिजनौर थाना क्षेत्र में दो पक्षों में किसी बात को लेकर मारपीट हो गईजिसमें कई लोग चोटिल हो गए। थाने की पुलिस ने दोनों पक्षों के प्रार्थना पत्र के आधार पर अभियोग पंजीकृत करके मामले में आवश्यक कार्यवाही कर रही है।
अंकित शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा उम्र करीब 19 वर्ष निवासी सेक्टर ओ मानसरोवर योजना न्यु गुडौरा थाना बिजनौर ने बताया कि बीती 18.04.2025 समय करीब रात्रि 8 बजे मेरे पिताजी अपना ई-रिक्शा चलाकर घर आ रहे थे, रास्ते में सेक्टर ओ मानसोरवर योजना न्यु-गुडौरा में संदीप यादव के पिता लालबहादुर यादव निवासी सेक्टर ओ मानसरोवर योजना न्यु गुडौरा थाना बिजनौर शराब के नशे में हमारे पिता से गाली गलौज और मारपीट करने लगे जहाँ से बच बचाकर मेरे पिता घर आ गये । अंकित कहना है कि संदीप यादव, प्रदीप यादव पुत्रगण लालबहादुर यादव निवासी उपरोक्त व 10-12 लोग अज्ञात हमारे घर पर आकर गाली गलौज करते हुए लाठी डण्डा व ईंट पत्थर से मेरे व मेरी बहन रीना शर्मा, मेरे भाई अतुल शर्मा, कैलाश नारायण शर्मा आदि के साथ मारपीट करने लगे और जान से मारने की धमकी देते हुए वहाँ से चले गये। उधर प्रदीप यादव पुत्र लालबहादुर यादव उम्र करीब 32 वर्ष निवासी सेक्टर ओ मनसरोवर न्यु गुडौरा थाना बिजनौर रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 18.04.2025 को सांय लगभग 8 बजे मैं अपने भाई प्रदीप यादव के साथ अपने घर जा रहा था, तभी अचानक कालोनी के किराये पर रह रहे अतुल शर्मा, अंकित शर्मा, अतुल के पिता, उसके चाचा व अन्य पांच लोग लाठी डण्डों व धार दार हथियार से हमला कर दिया और गाली गलौज करने लगे तथा मारपीट के दौरान मुझे व मेरे भाई को काफी चोटे आयी है, जब हम लोग चिल्लाये तो वह लोग मौके से जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए।