LUCKNOW:आकांक्षात्मक जिलों और विकास खंडों में  बदलाव देखेंगे 116 अफसर,क्लिक करें और भी खबरें

-जनपदों में जायेंगे प्रमुख सचिव,सचिव स्तर के 08 अधिकारी, विकास खंडों में 108 विशेष सचिव,मुख्यमंत्री ने दिए माइक्रो प्लानिंग और सतत निगरानी के निर्देश

-विकास की दौड़ में पीछे नहीं रहेगा कोई विकास खंड

  • REPORT BY:K.K.VARMA || EDITED BY:AAJ NATIONAL NEWS
लखनऊ ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकांक्षात्मक जनपदों और आकांक्षात्मक विकास खंडों में बदलाव का स्थलीय परीक्षण करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भ्रमण पर भेजने के निर्देश दिए हैं।आज आकांक्षात्मक जनपद और आकांक्षात्मक विकास खंड कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि 08 आकांक्षात्मक जनपदों में प्रमुख सचिव,सचिव स्तर के 08 अलग-अलग अधिकारियों को 3 दिन के दौरे पर भेजा जाए, इसी तरह, 108 आकांक्षात्मक जनपदों में भ्रमण के लिए विशेष सचिव स्तर के 108 अधिकारियों को भेजा जाए।
मुख्यमंत्री की मंशा है कि अधिकारी कार्यक्रमों के प्रारम्भ से अब तक इन क्षेत्रों में आये वास्तविक बदलाव का स्थलीय निरीक्षण करें और विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें।भ्रमण की प्रमुख सचिव,सचिव तथा विशेष सचिव की सूची मुख्यमंत्री कार्यालय से तैयार होगी।मुख्यमंत्री ने बुधवार को  बैठक में उत्तर प्रदेश के आकांक्षात्मक जनपदों एवं आकांक्षात्मक विकास खंडों की अद्यतन स्थिति की गहन समीक्षा की। नीति आयोग द्वारा संचालित इन कार्यक्रमों के माध्यम से शासन की प्राथमिकता अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक सेवा एवं विकास की पहुंच सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री ने इन कार्यक्रमों को “अंत्योदय” की संकल्पना का जीवंत उदाहरण बताते हुए प्रत्येक जनपद एवं विकास खंड को सतत निगरानी और परिणाम आधारित रणनीति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपदों में निरंतर प्रयास, समीक्षा और अनुश्रवण के कारण उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल रहा है। यह संतोषजनक है कि देश के प्रथम 10 आकांक्षात्मक जनपदों में उत्तर प्रदेश के 6 जनपद सम्मिलित हैं। स्वास्थ्य एवं पुष्टाहार क्षेत्र में बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, चंदौली, सोनभद्र, श्रावस्ती और फतेहपुर देश के टॉप-10 जिलों में शामिल हैं। इसी प्रकार, शिक्षा के क्षेत्र में बलरामपुर, सोनभद्र, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर और चित्रकूट ने भी देश स्तर पर शीर्ष 10 में स्थान बनाया है। वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास श्रेणी में सिद्धार्थनगर पांचवें स्थान पर है। आकांक्षात्मक विकास खंडों की प्रगति पर चर्चा की गई। ब्लॉक डेवेलपमेंट स्ट्रेटेजी के क्रियान्वयन का परिणाम है कि मार्च 2024 में 21 इंडिकेटर्स में 108 आकांक्षात्मक विकास खंडों का औसत प्रदर्शन राज्य औसत से बेहतर रहा। मार्च 2025 में यह संख्या बढ़कर 24 इंडिकेटर्स तक पहुँच गई है।3 इंडिकेटर्स में प्रदेश के 108 विकास खंडों की प्रगति राज्य औसत से अधिक हो गई है। 19 इंडिकेटर्स में कम प्रगति करने वाले विकास खंडों की संख्या में भी कमी आई है।
मुख्यमंत्री ने इसे राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि बताते हुए इस प्रगति को बनाए रखने के निर्देश दिए।प्रगति रिपोर्ट में बताया गया कि मार्च 2023 से मार्च 2024 की अवधि में ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग में औरई संत रविदास नगर विकास खंड ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। स्वास्थ्य एवं पोषण श्रेणी में रिछा बरेली ने, शिक्षा में चहनिया चंदौली ने, कृषि एवं संबद्ध सेवाओं में सलारपुर बदायूं ने, आधारभूत अवसंरचना में खेसरहा सिद्धार्थनगर ने और सामाजिक विकास श्रेणी में शुकुलबाजार अमेठी ने शीर्ष स्थान हासिल किया।सीएम ने आकांक्षात्मक विकास खंडों में तैनात सीएम फेलो की जिम्मेदारी और जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सीएम फेलो के कार्यों की साप्ताहिक मॉनिटरिंग हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब इनकी तैनाती के लगभग ढाई वर्ष हो चुके हैं। तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा  होने पर इनकी रैंकिंग तैयार की जाए। राज्य सरकार, सीएम फेलो को शासकीय सेवा में आने पर वेटेज भी देगी।
इस संबंध में नियमावली तैयार की जा रही है।समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपदों और विकास खंडों में बीडीओ, सीडीओ, चिकित्साधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, एडीओ पंचायत, खंड शिक्षाधिकारी और अन्य महत्वपूर्ण पद रिक्त न रहें। जहां भी पद रिक्त हैं, बिना विलंब तैनाती की जाए। इन क्षेत्रों में योजनाओं के सुचारु क्रियान्वयन के लिए माइक्रो प्लानिंग की जाए और नियमित अनुश्रवण हो। जिलों में जनपद स्तरीय बैंकर्स कमेटी और राज्य स्तर पर राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की नियमित अंतराल पर बैठक होती रहे। वित्तीय समावेशन के लिए बैंकों से समन्वय बनाये रखें। सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि किसी भी जनपद, ब्लॉक या व्यक्ति को विकास के लाभ से वंचित न रखा जाए। आकांक्षात्मक जनपद और विकास खंड जैसे कार्यक्रम ‘सबका साथ, सबका विकास’ को धरातल पर उतारने का प्रभावी माध्यम बन रहे हैं और उत्तर प्रदेश इस दिशा में एक राष्ट्रीय मॉडल के रूप में स्थापित हो रहा है।

जयंत चौधरी ने दी आपरेशन ‘सिंदूर’ की कामयाबी पर भारतीय सेना को बधाई 

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भारतीय सेना को बधाई देते हुये ट्वीट किया है “भारत माता की जय”। राष्ट्रीय महासचिव संगठन त्रिलोक त्यागी ने भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम को सलाम करते हुये कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किये गये कायराना हमले का मुंहतोड़ जवाब हमारी देश की सेना और हमारी सरकार ने दिया है। हमारा अखण्ड भारत ऐसी स्थिति में पक्ष विपक्ष एक साथ खड़ा होकर पाकिस्तान के मंसूबे पर पानी फेरने का काम करेगा। राष्ट्रीय लोकदल देश की सेना और सरकार के हर कदम के साथ खड़ा है।उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया कि इस मुहिम को तब तक जारी रखा जाय जब तक हमारे पड़ोसी मुल्क से एक एक आतंकी का सफाया न हो जाय। उन्होंने आपरेशन सिंदूर की कामयाबी पर भारतीय सेना को बधाई दी और कहा कि देश का प्रत्येक नागरिक गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

 मंदिर के महंत ने मंत्री के पुत्र को धक्के देकर निकाला,वीडियो वायरल, सीओ को सौंपी गई जांच

ललितपुर के चर्चित तुवन मंदिर में महंत और उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री के बेटे के बीच कहासुनी हो गई। मंदिर के महंत रामलखन दास ने मंत्री मनोहर लाल उर्फ मन्नू कोरी के बेटे चंदू कोरी को मंदिर से धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। महंत इतने गुस्से में थे कि चंदू कोरी को कथित तौर पर गालियां तक दीं। घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में मंदिर के महंत और चंदू कोरी की आपस की बहस देखी और सुनी जा सकती है। झगड़ा गाली-गलौज तक पहुंचता दिख रहा है। महंत अचानक उठते हैं चंदू कोरी को बुरी तरह लताड़ देते हैं।मंदिर में मौजूद श्रद्धालु और अन्य लोग ये सब देखकर हैरान रह जाते हैं। चंदू के साथ धक्कामुक्की होती है। वे लोगों से कहते हैं कि आजकल के साधु-संतों का यह रवैया है।   धक्के खाने के बाद चंदू कोरी को बाहर निकलना पड़ता है।इस बात का पता नहीं चल पाया है कि महंत और राज्यमंत्री के बेटे के बीच किस बात को लेकर झगड़ा हुआ। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि दोनों के बीच में कोई आपसी मतभेद या विवाद हुआ है। कहानी मंदिर के एक कमरे से शुरू होती है। ये दोनों इसी कमरे में बैठकर आपस में कुछ बात कर रहे थे।अचानक दोनों के बीच किसी बात पर विवाद इतना बढ़ जाता है कि मामला अपशब्द और गाली-गलौज तक पहुंच जाता है।चंदू कोरी महंत के सामने झुकते हैं, महंत उन्हें कमरे से बाहर निकाल देते है। कुछ पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद रहते हैं।अब तक न तो मंदिर प्रशासन और न ही राज्यमंत्री या चंदू कोरी की तरफ से इस मामले में कुछ कहा गया है।जब मामला सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ तो ललितपुर पुलिस को जवाब देना पड़ा। पुलिस का कहना है कि मामले में क्षेत्राधिकारी सदर को जांच कर जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना का कहर,अखिलेश यादव ने बताया पराक्रम की जीत, ओवैसी बोले,आतंक का सफाया जरूरी

भारत की सेना ने बीती मंगलवार-बुधवार की रात पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त प्रहार किया,जिसकी हिंदुस्तान में जमकर तारीफ हो रही है। लोग बोले,यह बहुत जरुरी है। देशभर में नेताओं की प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू है।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे पराक्रम की जीत बताया है।अखिलेश यादव ने एक्स पूर्व में ट्विटर पर प्रतिक्रिया में लिखा- “पराक्रमो विजयते!” यानि पराक्रम की विजय होती है। उनका बयान वायरल हो गया और समर्थकों के बीच जोश भरने का काम कर रहा है। इस स्‍ट्राइक को लेकर जनता के बीच भी खासा उत्साह देखा जा रहा है।देर रात 1.44 बजे रक्षा मंत्रालय ने जानकारी साझा की कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी अड्डों को निशाना बनाया है। हमला योजनाबद्ध था और आतंकी ढांचे को गहरी चोट पहुंचाई गई है।ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सेना की कार्रवाई का समर्थन किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पाकिस्तान को ऐसी सीख दी गई है कि वह दोबारा दुस्साहस करने से पहले सौ बार सोचेगा।ओवैसी ने कहा कि आतंकी ढांचे का पूरी तरह सफाया किया जाना चाहिए ताकि फिर कोई दूसरा पहलगाम न दोहराया जा सके। अपनी बात का समापन उन्होंने ‘जय हिंद’ के नारे के साथ किया, जो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है।उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी।विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि ऑपरेशन’सिंदूर’ उन 26 निर्दोष लोगों की हत्या का प्रतिशोध है, आतंकियों ने छुपकर अंजाम दिया था।महाना ने कहा कि भारतीय सेना ने उनके आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर एक बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने सेना का आभार व्यक्त किया और शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की।उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय कुमारनिषाद ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह नया भारत है, जो अगर छेड़ा जाएगा तो छोड़ेगा नहीं।” उन्होंने भारतीय सेना को गर्व का प्रतीक बताते हुए बधाई दी। अगर दुश्मन नहीं सुधरेगा तो भारत सुधार कर देगा।

Aaj National

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